☆मुनि प्रवर सागर मुनिराज का 13वां दीक्षा दिवस उपकार दिवस के रूप में मनाया जाएगा☆ दिगंबर साधु तप, संयम और अहिंसा से आत्मकल्याण करते हैं– मुनि प्रवर सागर श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर विराजमान आचार्य विनिश्चय सागर मुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि प्रवर सागर मुनिराज के 13 वें दीक्षा दिवस को शुक्रवार 5 दिसंबर को उपकार दिवस के रूप में बड़ी श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर मुनिराज ने अपने आशीष वचनों में धर्म, संयम और मोक्ष पुरुषार्थ की महत्ता पर प्रकाश डाला। आज लोग मंत्री का सम्मान करते हैं, पर साधु को सिर्फ बैठे- बैठे नमन करना उचित नहीं है। पाप का डर नहीं, लेकिन पर्याय का डर सभी को है। साधु की दृष्टि स्नेह की होती है। वह अपमान होने पर भी स्नेह से ही देखते हैं। दिगंबर मुनि तप, संयम और अहिंसा का पालन कर आत्मकल्याण करते हैं, इसलिए देव भी उनका पूजन करते हैं। साता कर्म के उदय में साधु नग्न दिखता है, जबकि असाता कर्म के उदय में साधु ही दिखाई देता है। धर्म और मोक्ष का पुरुषार्थ सामान्य कार्य नहीं है। जिसने कर्मरूपी जलाशय को सुखा दिया, वह अनंत सुख का अनुभव करता है। संसार के भोग दुख–सुख केवल इंद्रिय अनुभव हैं, जबकि पुरुषार्थ से ज्ञान, गुण और चारित्र की वृद्धि संभव है। यदि धर्म समझ में आ जाए तो संसार से विरक्ति स्वयं हो जाती है। मोबाइल के बढ़ते दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज धर्म और पाप दोनों मोबाइल से ही हो रहे हैं। युवा पीढ़ी गलत दिशा में जा रही है, जबकि हर व्यक्ति अपने भाग्य का स्वयं निर्माता है। एक चोर का उदाहरण देते हुए बताया कि पाप का फल व्यक्ति को अकेले भोगना पड़ता है। न परिवार, न संबंधी इसमें सहभागी होते हैं। पुण्य और पाप का खाता जिसे समझ में आ जाए, वह धर्म को समझ लेता है। समाधि मरण हेतु पुण्य, भावों की विशुद्धि और सरलता 45 वर्षीय अनिरुद्ध उर्फ अन्नू को आचार्य विनिश्चय सागर मुनिराज ने आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत देकर ‘मुनि प्रवर सागर’ नाम प्रदान किया। उनका जन्म 13 सितंबर 1980 को टीकमगढ़ (म.प्र.) के बांधा में श्रेयांश कुमार जैन और उषा देवी के घर हुआ। वर्ष 2000 में महुरानीपुर में प्रथम ब्रह्मचर्य दीक्षा, 2008 में किशनगढ़ में आजीवन ब्रह्मचर्य धारण किया। 2012 में शिवाड़ (सवाईमाधोपुर, राजस्थान) में मुनि दीक्षा ग्रहण की। गृहस्थ अवस्था में उनका नाम अनिरुद्ध जैन (अन्नू) था। आपके एक भाई और एक बहन श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर परिसर में 5 दिसंबर,शुक्रवार को सुबह 7 बजे मूलनायक भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का महामस्तकाभिषेक एवं मंगल शांतिधारा होगी। सुबह 8:30 बजे संगीतमय नित्य पूजन, आचार्य श्री की महामंगल पूजन, मुनिश्री ka पाद प्रक्षालन एवं आशीष वचन होगे। सायंकाल 6 बजे गुरु भक्ति, 6:30 बजे संगीतमय मंगल आरती, 7 बजे से संगीतमय श्री भक्तांबर महामंत्र पाठ होगा। श्री दिगंबर जैन पंचायत समिति एवं श्री मुनि सेवा समिति ने समस्त साधर्मी जनों से सपरिवार उपस्थित होकर पुण्य अर्जित करने का अनुरोध किया है।
☆मुनि प्रवर सागर मुनिराज का 13वां दीक्षा दिवस उपकार दिवस के रूप में मनाया जाएगा☆ दिगंबर साधु तप, संयम और अहिंसा से आत्मकल्याण करते हैं– मुनि प्रवर सागर श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर विराजमान आचार्य विनिश्चय सागर मुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि प्रवर सागर मुनिराज के 13 वें दीक्षा दिवस को शुक्रवार 5 दिसंबर को उपकार दिवस के रूप में बड़ी श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर मुनिराज ने अपने आशीष वचनों में धर्म, संयम और मोक्ष पुरुषार्थ की महत्ता पर प्रकाश डाला। आज लोग मंत्री का सम्मान करते हैं, पर साधु को सिर्फ बैठे- बैठे नमन करना उचित नहीं है। पाप का डर नहीं, लेकिन पर्याय का डर सभी को है। साधु की दृष्टि स्नेह की होती है। वह अपमान होने पर भी स्नेह से ही देखते हैं। दिगंबर मुनि तप, संयम और अहिंसा का पालन कर आत्मकल्याण करते हैं, इसलिए देव भी उनका पूजन करते हैं। साता कर्म के उदय में साधु नग्न दिखता है, जबकि असाता कर्म के उदय में साधु ही दिखाई देता है। धर्म और मोक्ष का पुरुषार्थ सामान्य कार्य नहीं है। जिसने कर्मरूपी जलाशय को सुखा दिया, वह अनंत सुख का अनुभव करता है। संसार के भोग दुख–सुख केवल इंद्रिय अनुभव हैं, जबकि पुरुषार्थ से ज्ञान, गुण और चारित्र की वृद्धि संभव है। यदि धर्म समझ में आ जाए तो संसार से विरक्ति स्वयं हो जाती है। मोबाइल के बढ़ते दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज धर्म और पाप दोनों मोबाइल से ही हो रहे हैं। युवा पीढ़ी गलत दिशा में जा रही है, जबकि हर व्यक्ति अपने भाग्य का स्वयं निर्माता है। एक चोर का उदाहरण देते हुए बताया कि पाप का फल व्यक्ति को अकेले भोगना पड़ता है। न परिवार, न संबंधी इसमें सहभागी होते हैं। पुण्य और पाप का खाता जिसे समझ में आ जाए, वह धर्म को समझ लेता है। समाधि मरण हेतु पुण्य, भावों की विशुद्धि और सरलता 45 वर्षीय अनिरुद्ध उर्फ अन्नू को आचार्य विनिश्चय सागर मुनिराज ने आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत देकर ‘मुनि प्रवर सागर’ नाम प्रदान किया। उनका जन्म 13 सितंबर 1980 को टीकमगढ़ (म.प्र.) के बांधा में श्रेयांश कुमार जैन और उषा देवी के घर हुआ। वर्ष 2000 में महुरानीपुर में प्रथम ब्रह्मचर्य दीक्षा, 2008 में किशनगढ़ में आजीवन ब्रह्मचर्य धारण किया। 2012 में शिवाड़ (सवाईमाधोपुर, राजस्थान) में मुनि दीक्षा ग्रहण की। गृहस्थ अवस्था में उनका नाम अनिरुद्ध जैन (अन्नू) था। आपके एक भाई और एक बहन श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर परिसर में 5 दिसंबर,शुक्रवार को सुबह 7 बजे मूलनायक भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का महामस्तकाभिषेक एवं मंगल शांतिधारा होगी। सुबह 8:30 बजे संगीतमय नित्य पूजन, आचार्य श्री की महामंगल पूजन, मुनिश्री ka पाद प्रक्षालन एवं आशीष वचन होगे। सायंकाल 6 बजे गुरु भक्ति, 6:30 बजे संगीतमय मंगल आरती, 7 बजे से संगीतमय श्री भक्तांबर महामंत्र पाठ होगा। श्री दिगंबर जैन पंचायत समिति एवं श्री मुनि सेवा समिति ने समस्त साधर्मी जनों से सपरिवार उपस्थित होकर पुण्य अर्जित करने का अनुरोध किया है।
- जयश्री ज्वेलर्स पर किसना डायमंड एवं गोल्ड ज्वेलरी ग्राहकों के लिये रखा गया इनामी ड्रा मे ग्राहक संतोष राठौर को खुली होंडा एक्टिवा, जल्द खुलेगा बम्पर ड्रा 13 अक्टूबर,25 को आष्टा के स्वर्ण-रजत आभूषणों के बड़े विक्रेता के रूप में अपनी पहचान बना चुके जयश्री ज्वेलर्स ने न केवल आष्टा अपितु अन्य क्षेत्र के नागरिकों को किसना ब्रांड डायमंड एवं गोल्ड ज्वेलरी के सभी उत्पाद आष्टा में ही उपलब्ध कराने की जो बड़ी सौगात उपलब्ध कराई। उस समय की गई ईनामी योजना का जयश्री ज्वेलर्स पर किसना ब्रांड ज्वेलरी के प्रदेश प्रमुख कंवलदीपसिंह द्वारा ईनामी कूपन का ड्रा खोला गया। प्रथम चरण के उक्त ड्रा में ईनाम हेतु रखी गई 5 होंडा एक्टिवा में से आज एक गाड़ी के लिये लक्की ड्रा खोला गया। उक्त ईनाम के पहले भाग्यशाली विजेता आष्टा नगर के संतोष राठौर रह। उन्हें किसना प्रमुख कंवलदीपसिंह एवं जयश्री ज्वेलर्स के जितेन्द्र सोनी दादा दयालु, महेश सोनी, सुभांश सोनी ने ड्रा में खुली होंडा एक्टिवा वाहन विजेता को सौंपी ।1
- भोपाल गुरुवार को विधानसभा में सरकार की नीतियों एवं निर्णयों के खिलाफ अपनी आपत्ति को प्रभावी ढंग से दर्ज कराते हुए कांग्रेस विधायकदल ने “बंदर के हाथ में उस्तरा” कहावत का सांकेतिक प्रदर्शन किया1
- Post by Manish2
- स्टाम्पों के प्रति शासन की लापरवाही से नोटरी व आमजन हो रहे परेशान #indore1
- दरवाजे पर कार लेकर पहुंचा ड्राइवर, दुल्हन को बैठाकर भागा... दूल्हा देखता रह गया यूपी के फतेहपुर में एक कार चालक विदाई के समय दुल्हन को लेकर फरार हो गया। काफी दूर तक पीछा करने पर कार चालक को लोगों ने पकड़ लिया और जमकर पीटा। हालांकि, थाने में दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।1
- Post by Shivnarayan Maskole1
- Post by कमल कर्म कमल कर्म2
- आगामी रूद्राक्ष महोत्सव को दृष्टिगत रखते हुये उप पुलिस महानिरीक्षक देहात रेंज ने अधिकारियों की बैठक ली । कुबरेश्वर धाम का भ्रमण कर दिये आवश्यक निर्देश। वर्षान्त में किया मण्डी थाना का निरीक्षण 14 फरवरी से 20 फरवरी तक होने वाले रूद्राक्ष महोत्सव को दृष्टिगत रखते हुये श्री राजेश चंदेल उप पुलिस महानिरीक्षक देहात रेंज, भोपाल द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बैठक ली। बैठक में मार्ग व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, पार्किग व्यवस्था, रोड डायवर्सन प्लान, रेल, बसों एवं आटो से श्रृधालुओं के आने-जाने की स्थिति, एलईडी व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, पानी, फायर, बिजली, पी.ए. सिस्टम तथा कुबरेश्वर धाम में प्रवेश एवं निकासी की व्यवस्था के बारे में विस्तार से चर्चा कर कुवरेश्बर धाम की व्यवस्थाओं को समझा । श्री राजेश चन्देल उप पुलिस महानिरीक्षक देहात रेंज भोपाल ने पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री दीपक कुमार शुक्ला एवं अधिकारियों के साथ कुबरेश्वर धाम का भ्रमण कर पुलिस कन्ट्रोल रूम, पार्किग व्यवस्था स्थल, कथा स्थल, अस्पताल, भोजनशाला, आदि स्थानों का भ्रमण कर अधिकारियों एवं मंदिर समिति के सदस्यों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उपरांत श्री राजेश चंदेल पुलिस उप महानिरीक्षक देहात रेंज भोपाल ने थाना मण्डी का वर्षान्त को दृष्टिगत रखते हुये निरीक्षण कर विभिन्न प्रकार के पोर्टल आईसीजेएस, ई-साक्ष्य, ई-रक्षक, मेडलीपआर एवं अपराधों में फरार अपराधियों, अपहरण के प्रकरणों, खात्मा, खारजी, मर्ग, गुण्डा, निगरानी बदमाश, माईक्रो बीट सिस्टम आदि विषयों पर चर्चा कर अपराधों के निराकरण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये । इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर श्रीमति सुनीता रावत, नगर पुलिस अधीक्षक सीहोर डॉ. अभिनंदना शर्मा, रक्षित निरीक्षक सीहोर उपेन्द्र यादव, निरीक्षक एसबी सत्येन्द्र यादव, प्रभारी यातायात सुबेदार बृजमेाहन धाकड़, प्रभारी डीएसबी श्रीमति रेखा जोझा सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे ।1