पाली, 29 सितम्बर। श्री रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित संगीतमय रामलीला के पाँचवे दिन का शुभारंभ **शिव वन्दना** से हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राकेश भाटी (पूर्व सभापति नगर परिषद पाली), रघुनाथ सिंह राठौड़ मण्डली, आनन्द सोलंकी, सन्तोष सिंह बाजवा, यशपाल सिंह कुम्पावत, जय सिंह राजपुरोहित, भेराराम गुर्जर, रफीक चौहान तथा गोविन्द बंजारा का स्वागत कमेटी उपाध्यक्ष एम.एम. बोडा व हिरालाल व्यास,लाल जी बिड़ला, देवी सिहं राजपुरोहित, देवीलाल पंवार, प्रकाश चौधरी, बाबूलाल कुमावत, गणेश परिहार सहित पदाधिकारियों ने दुपट्टा ओढ़ाकर किया। नाट्य प्रसंग प्रथम दृश्य में रावण द्वारा मारीच को सहयोग हेतु मनाने से कथा का सूत्रपात हुआ। मारीच स्वर्ण मृग का रूप धारण कर पंचवटी पहुँचा। सीता के आग्रह पर राम उसके पीछे जाते हैं और इसी बीच साधु वेश में आए रावण ने सीता का हरण कर लिया। सीता हरण के दौरान जटायु व रावण का युद्ध, जटायु की वीरगति तथा राम द्वारा जटायु का अंतिम संस्कार—इन प्रसंगों ने दर्शकों को भावुक कर दिया। "रामकथा में वीर जटायु का अनुपम स्थान" संवाद ने पूरे वातावरण को श्रद्धा से भर दिया। इसके बाद शबरी प्रसंग में भक्ति भाव से झूठे बेर खिलाने का मार्मिक दृश्य मंचित हुआ। आगे चलकर राम-लक्ष्मण की हनुमान से भेंट, सुग्रीव से मिलन और बाली-सुग्रीव युद्ध का मंचन किया गया। राम द्वारा बाली वध के प्रसंग ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। कलाकारों का योगदान इस भव्य मंचन में जीवराज चौहान, रोहित शर्मा, गोविन्द गोयल, अंकित वैष्णव, महेन्द्र चौहान, मांगीलाल तंवर, महेन्द्र बडगोती, नवनीत रांका, जसवंत सिंह, सन्तोष वैष्णव, कंचन दासानी व जया जोशी सहित अनेक कलाकारों ने अपने अभिनय से रामकथा को जीवंत कर दिया। (छगनलाल भारद्वाज,पत्रकार,पाली)
पाली, 29 सितम्बर। श्री रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित संगीतमय रामलीला के पाँचवे दिन का शुभारंभ **शिव वन्दना** से हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राकेश भाटी (पूर्व सभापति नगर परिषद पाली), रघुनाथ सिंह राठौड़ मण्डली, आनन्द सोलंकी, सन्तोष सिंह बाजवा, यशपाल सिंह कुम्पावत, जय सिंह राजपुरोहित, भेराराम गुर्जर, रफीक चौहान तथा गोविन्द बंजारा का स्वागत कमेटी उपाध्यक्ष एम.एम. बोडा व हिरालाल व्यास,लाल जी बिड़ला, देवी सिहं राजपुरोहित, देवीलाल पंवार, प्रकाश चौधरी, बाबूलाल कुमावत, गणेश परिहार सहित पदाधिकारियों ने दुपट्टा ओढ़ाकर किया। नाट्य प्रसंग प्रथम दृश्य में रावण द्वारा मारीच को सहयोग हेतु मनाने से कथा का सूत्रपात हुआ। मारीच स्वर्ण मृग का रूप धारण कर पंचवटी पहुँचा। सीता के आग्रह पर राम उसके पीछे जाते हैं और इसी बीच साधु वेश में आए रावण ने सीता का हरण
कर लिया। सीता हरण के दौरान जटायु व रावण का युद्ध, जटायु की वीरगति तथा राम द्वारा जटायु का अंतिम संस्कार—इन प्रसंगों ने दर्शकों को भावुक कर दिया। "रामकथा में वीर जटायु का अनुपम स्थान" संवाद ने पूरे वातावरण को श्रद्धा से भर दिया। इसके बाद शबरी प्रसंग में भक्ति भाव से झूठे बेर खिलाने का मार्मिक दृश्य मंचित हुआ। आगे चलकर राम-लक्ष्मण की हनुमान से भेंट, सुग्रीव से मिलन और बाली-सुग्रीव युद्ध का मंचन किया गया। राम द्वारा बाली वध के प्रसंग ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। कलाकारों का योगदान इस भव्य मंचन में जीवराज चौहान, रोहित शर्मा, गोविन्द गोयल, अंकित वैष्णव, महेन्द्र चौहान, मांगीलाल तंवर, महेन्द्र बडगोती, नवनीत रांका, जसवंत सिंह, सन्तोष वैष्णव, कंचन दासानी व जया जोशी सहित अनेक कलाकारों ने अपने अभिनय से रामकथा को जीवंत कर दिया। (छगनलाल भारद्वाज,पत्रकार,पाली)
- Post by District.reporter.babulaljogawat1
- Jodhpur :- जोधपुर से बड़ी खबर, अरावली पर्वतमाला को बचाने के लिए शिव विधायक रविंद्र सिंह जी भाटी ने, सरकार पर साधा निशाना और बताया कि अरावली पर्वतमाला नहीं रहेगी तो धरती बंजर हो जायेगी ।1
- Post by भगाराम देवासी1
- कुम्भलगढ : कांति भाई रोत का कुम्भलगढ भ्रमण1
- नंदलाल पुरबिया न्यू द्वारकेश न्यूज़ चैनल नांदोली राजसमंद राजस्थान द्वारा1
- मेड़ता बनेगा किसान राजनीति का केंद्र, 23 को सीएम–केंद्रीय मंत्री एक मंच पर1
- Ajmer news dargah bazar1
- jodhpur :- जोधपुर से बड़ी खबर, सुप्रीम कोर्ट के वकील का बड़ा ऐलान शाह और मोदी जाए सकते हैं जेल ।1