जीआरपी "हरिद्वार" पुलिस द्वारा चमोली जनपद में पंजीकृत दो बालिकाओं की गुमशुदगी से संबंधित प्रकरण का सूझबूझ एवं अपनी त्वरित कार्यशैली से सफल खुलासा किया है। जिसकी आम जनता द्वारा सराहना की जा रही है। *क्या था प्रकरण--* दिनांक 30/07/25 में थाना जीआरपी हरिद्वार को चमोली पुलिस द्वारा कुछ दिन पूर्व उनके यहां पंजीकृत मामले में गुमशुदा दो बालिकाओं के हरिद्वार रेलवे स्टेशन के आसपास होने की संभावना व्यक्त की एवं सहयोग की अपेक्षा की। *कप्तान द्वारा दिखाई गई संवेदनशीलता--* मामला तेज़-तर्रार कप्तान तृप्ति भट्ट के संज्ञान में आने पर उनके द्वारा तत्काल जीआरपी हरिद्वार को अन्य सभी का सहयोग लेते हुए संयुक्त टीम गठित कर प्रत्येक संभावित स्थानों पर 14 व 15 वर्ष की बालिकाओं को गंभीरतापूर्वक तलाश करने हेतु निर्देशित किया और समय-समय पर मामले की स्वयं मॉनिटरिंग की। जिसपर एक्टिव मोड में आई संयुक्त टीम द्वारा प्रभावी सुरागरसी- पतारसी करते हुए, कई घंटों तक बिना रुके, थके लगातार मेहनत की... एवं उक्त दोनों बालिकाओं को थाना जीआरपी हरिद्वार क्षेत्र से सकुशल बरामद करते हुए संबंधितों को सूचित किया। *मायानगरी मुंबई देखने जाना था--* मासूम दोनों सहेली (बालिकाओं) द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी एक इंस्टाग्राम तीसरी सहेली से प्रभावित होकर मायानगरी मुंबई देखने जाना बताया और मुंबई जाने का रेलवे टिकट भी बालिकाओं से बरामद हुआ साथ ही बताया कि किसी बात पर परिवार वालों ने डांट लगा दी तो मुंबई जाने का मन बना लिया। *कप्तान का नेतृत्व एवं जीआरपी पुलिस की त्वरित कार्यशैली की सराहना--* जीआरपी "हरिद्वार" पुलिस द्वारा कुछ दिनों से गुमशुदा बालिकाओं को जब सकुशल उनके परिजनों के सुपुर्द किया तो परिजनों द्वारा अश्रुमिश्रित आंखों व कृतज्ञापूर्णभाव से बार बार कप्तान एवं जीआरपी "हरिद्वार" पुलिस की प्रशंसा की गई। *पुलिस टीम जीआरपी हरिद्वार--* 1.Hc संगीता थाना जीआरपी हरिद्वार 2. कांस्टेबल जोगिंद्र कुमार 3 म. कांस्टेबल रूपा बिजलवान 4.म. कांस्टेबल सुमन लोधी 5. Hc सुरेश नेगी आरपीएफ हरिद्वार
जीआरपी "हरिद्वार" पुलिस द्वारा चमोली जनपद में पंजीकृत दो बालिकाओं की गुमशुदगी से संबंधित प्रकरण का सूझबूझ एवं अपनी त्वरित कार्यशैली से सफल खुलासा किया है। जिसकी आम जनता द्वारा सराहना की जा रही है। *क्या था प्रकरण--* दिनांक 30/07/25 में थाना जीआरपी हरिद्वार को चमोली पुलिस द्वारा कुछ दिन पूर्व उनके यहां पंजीकृत मामले में गुमशुदा दो बालिकाओं के हरिद्वार रेलवे स्टेशन के आसपास होने की संभावना व्यक्त की एवं सहयोग की अपेक्षा की। *कप्तान द्वारा दिखाई गई संवेदनशीलता--* मामला तेज़-तर्रार कप्तान तृप्ति भट्ट के संज्ञान में आने पर उनके द्वारा तत्काल जीआरपी हरिद्वार को अन्य सभी का सहयोग लेते हुए संयुक्त टीम गठित कर प्रत्येक संभावित स्थानों पर 14 व 15 वर्ष की बालिकाओं को गंभीरतापूर्वक तलाश करने हेतु निर्देशित किया और समय-समय पर मामले की स्वयं मॉनिटरिंग की। जिसपर एक्टिव मोड में आई संयुक्त टीम द्वारा प्रभावी सुरागरसी- पतारसी करते हुए, कई घंटों तक बिना रुके, थके लगातार मेहनत की... एवं उक्त दोनों बालिकाओं को थाना जीआरपी हरिद्वार क्षेत्र से सकुशल बरामद करते हुए संबंधितों को सूचित किया। *मायानगरी मुंबई देखने जाना था--* मासूम दोनों सहेली (बालिकाओं) द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी एक इंस्टाग्राम तीसरी सहेली से प्रभावित होकर मायानगरी मुंबई देखने जाना बताया और मुंबई जाने का रेलवे टिकट भी बालिकाओं से बरामद हुआ साथ ही बताया कि किसी बात पर परिवार वालों ने डांट लगा दी तो मुंबई जाने का मन बना लिया। *कप्तान का नेतृत्व एवं जीआरपी पुलिस की त्वरित कार्यशैली की सराहना--* जीआरपी "हरिद्वार" पुलिस द्वारा कुछ दिनों से गुमशुदा बालिकाओं को जब सकुशल उनके परिजनों के सुपुर्द किया तो परिजनों द्वारा अश्रुमिश्रित आंखों व कृतज्ञापूर्णभाव से बार बार कप्तान एवं जीआरपी "हरिद्वार" पुलिस की प्रशंसा की गई। *पुलिस टीम जीआरपी हरिद्वार--* 1.Hc संगीता थाना जीआरपी हरिद्वार 2. कांस्टेबल जोगिंद्र कुमार 3 म. कांस्टेबल रूपा बिजलवान 4.म. कांस्टेबल सुमन लोधी 5. Hc सुरेश नेगी आरपीएफ हरिद्वार
- एक और नए बाबा जी1
- गणित की दुनिया में 0 से अनंत तक की यात्रा कभी समाप्त नहीं होती। हर संख्या के बाद एक और बड़ी संख्या मौजूद होती है। यही कारण है कि गणित में “आख़िरी नंबर” जैसा कोई सिद्धांत नहीं है। संख्या रेखा सकारात्मक और नकारात्मक दोनों दिशाओं में अनंत तक फैली होती है। यह अवधारणा हमें सिखाती है कि संख्याएँ बिना किसी सीमा के बढ़ती और घटती रह सकती हैं। #Infinity #MindBlowingFacts #MathFacts #DidYouKnow #KnowledgeReels #ExploreMore1
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