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जीवों की रक्षा: एक सनातन दायित्व — महापुरुषों के विचारों की रोशनी में प्रधान संपादक: शिवपाल सिंह, शाक्य सन्देश भारत दर्शन न्यूज आज का समय जहाँ भौतिक विकास की ओर दौड़ रहा है, वहीं मनुष्य का जीवों के प्रति संवेदनहीनता भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में यह अत्यंत आवश्यक हो गया है कि हम अपने धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की ओर लौटें—वह मूल्य, जो हमें बताते हैं कि जीवमात्र की रक्षा करना ही सच्चा धर्म है। महात्मा बुद्ध का करुणा मार्ग महात्मा बुद्ध ने अहिंसा, करुणा और मैत्री को जीवन का मूल बना दिया। उन्होंने कहा— > "सभी प्राणी दुख से बचना चाहते हैं; उन्हें कोई क्षति मत पहुँचाओ।" यह विचार सभी जीवों की समान पीड़ा को समझने और उन्हें कष्ट न देने की शिक्षा देता है। भगवान राम और मर्यादा धर्म भगवान श्रीराम ने वनवास काल में प्रकृति, पशु-पक्षियों और वन्य जीवों के साथ तादात्म्य स्थापित किया। उन्होंने मानव और जीव-जगत के बीच संतुलन और सम्मान का आदर्श प्रस्तुत किया। कृष्ण का जीवों के प्रति दायित्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में स्पष्ट कहा— > "मैं प्रत्येक जीव में व्याप्त हूँ।" इसका तात्पर्य यह है कि जो जीवों को पीड़ा पहुँचाता है, वह स्वयं उस ईश्वरीय अंश को कष्ट देता है। सूरदास, कबीर और रसखान की दृष्टि सूरदास ने श्रीकृष्ण की बाललीलाओं में बछड़ों, पक्षियों, गायों के साथ आत्मीय संबंधों को व्यक्त किया। कबीर ने कहा— > "दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान।" जो दया नहीं कर सकता, वह सच्चा धार्मिक नहीं हो सकता। रसखान जैसे मुस्लिम भक्त ने श्रीकृष्ण के गोचर लीला में जीवों के साथ उनकी करुणा को श्रद्धा से देखा। --- शाक्या न्यूज: एक अद्वितीय वैचारिक आंदोलन “शाक्या सन्देश भारत दर्शन न्यूज” का यह प्रयास कि महापुरुषों के विचारों को आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत किया जाए, वास्तव में राष्ट्र व मानवता की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। यह आंदोलन न केवल वैचारिक जागरण का वाहक है, बल्कि समाज को संवेदनशील, करुणामय और दायित्वपूर्ण बनाने का मार्ग भी दिखाता है।

on 3 August
user_SHIVPAL SINGH
SHIVPAL SINGH
Publisher Jalaun, Uttar Pradesh•
on 3 August

जीवों की रक्षा: एक सनातन दायित्व — महापुरुषों के विचारों की रोशनी में प्रधान संपादक: शिवपाल सिंह, शाक्य सन्देश भारत दर्शन न्यूज आज का समय जहाँ भौतिक विकास की ओर दौड़ रहा है, वहीं मनुष्य का जीवों के प्रति संवेदनहीनता भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में यह अत्यंत आवश्यक हो गया है कि हम अपने धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की ओर लौटें—वह मूल्य, जो हमें बताते हैं कि जीवमात्र की रक्षा करना ही सच्चा धर्म है। महात्मा बुद्ध का करुणा मार्ग महात्मा बुद्ध ने अहिंसा, करुणा और मैत्री को जीवन का मूल बना दिया। उन्होंने कहा— > "सभी प्राणी दुख से बचना चाहते हैं; उन्हें कोई क्षति मत पहुँचाओ।" यह विचार सभी जीवों की समान पीड़ा को समझने और उन्हें कष्ट न देने की शिक्षा देता है। भगवान राम और मर्यादा धर्म भगवान श्रीराम ने वनवास काल में प्रकृति, पशु-पक्षियों और वन्य जीवों के साथ तादात्म्य स्थापित किया। उन्होंने मानव और जीव-जगत के बीच संतुलन और सम्मान का आदर्श प्रस्तुत किया। कृष्ण का जीवों के प्रति दायित्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में स्पष्ट कहा— > "मैं प्रत्येक जीव में व्याप्त हूँ।" इसका तात्पर्य यह है कि जो जीवों को पीड़ा पहुँचाता है, वह स्वयं उस ईश्वरीय अंश को कष्ट देता है। सूरदास, कबीर और रसखान की दृष्टि सूरदास ने श्रीकृष्ण की बाललीलाओं में बछड़ों, पक्षियों, गायों के साथ आत्मीय संबंधों को व्यक्त किया। कबीर ने कहा— > "दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान।" जो दया नहीं कर सकता, वह सच्चा धार्मिक नहीं हो सकता। रसखान जैसे मुस्लिम भक्त ने श्रीकृष्ण के गोचर लीला में जीवों के साथ उनकी करुणा को श्रद्धा से देखा। --- शाक्या न्यूज: एक अद्वितीय वैचारिक आंदोलन “शाक्या सन्देश भारत दर्शन न्यूज” का यह प्रयास कि महापुरुषों के विचारों को आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत किया जाए, वास्तव में राष्ट्र व मानवता की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। यह आंदोलन न केवल वैचारिक जागरण का वाहक है, बल्कि समाज को संवेदनशील, करुणामय और दायित्वपूर्ण बनाने का मार्ग भी दिखाता है।

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  • जालौन.. जालौन छानी खास रोड पर बाइक कार मे सीधी भिड़ंत 6 घायल दो की हालत नाजुक.. जिसमे भेड़. सहाव उरगांव जालौन निवासी लोग बताये जा रहे है
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    जालौन.. जालौन छानी खास रोड पर बाइक कार मे सीधी भिड़ंत 6 घायल दो की हालत नाजुक.. जिसमे भेड़. सहाव उरगांव जालौन निवासी लोग बताये जा रहे है
    user_Bheem rajawat 9628800458
    Bheem rajawat 9628800458
    Journalist जालौन, जालौन, उत्तर प्रदेश•
    13 hrs ago
  • B S R NEWS: जनपद जालौन में शिशु डिलीवरी के नाम पर ठगी पुलिस ने मिनटों में दिलाया न्याय"
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    B S R NEWS: जनपद जालौन में शिशु डिलीवरी के नाम पर ठगी पुलिस ने मिनटों में दिलाया न्याय"
    user_B S R NEWS
    B S R NEWS
    Journalist Madhogarh, Jalaun•
    15 min ago
  • Post by Sugirv Kushwha
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    Post by Sugirv Kushwha
    user_Sugirv Kushwha
    Sugirv Kushwha
    Financial Analyst उरई, जालौन, उत्तर प्रदेश•
    21 hrs ago
  • हरिओम तिवारी संवाददाता औरैया
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    हरिओम तिवारी संवाददाता औरैया
    user_हरि ओम तिवारी संवाददाता औरैया
    हरि ओम तिवारी संवाददाता औरैया
    Journalist औरैया, औरैया, उत्तर प्रदेश•
    1 hr ago
  • बुधौली गांव के पास घने कोहरे में मुगल मार्ग पर सड़क हादसा, अज्ञात डंपर की टक्कर से ट्रक क्षतिग्रस्त, चालक को आई मामूली चोट मंगलवार की सुबह सिकंदरा थाना क्षेत्र के बुधौली गांव के सामने मुगल मार्ग पर घने कोहरे के चलते एक सड़क दुर्घटना हो गई। हादसे में अज्ञात डंपर की टक्कर से एक ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि ट्रक चालक को मामूली चोटें आईं, जिन्हें निजी अस्पताल में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह के समय कोहरा अधिक होने के कारण वाहनों की दृश्यता कम थी, इसी दौरान दोनों वाहनों की भिड़ंत हो गई। टक्कर के बाद डंपर चालक मौके से वाहन लेकर फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्षतिग्रस्त ट्रक को सड़क से हटवाकर यातायात सुचारू कराया और घटना की जांच शुरू की। सिकंदरा थाना प्रभारी दिनेश कुमार गौतम ने मंगलवार करीब 11 बजे बताया कि कोहरे के कारण दो वाहनों में टक्कर हुई थी, जिसमें एक ट्रक क्षतिग्रस्त हुआ है। डंपर चालक की तलाश की जा रही है और मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
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    बुधौली गांव के पास घने कोहरे में मुगल मार्ग पर सड़क हादसा, अज्ञात डंपर की टक्कर से ट्रक क्षतिग्रस्त, चालक को आई मामूली चोट
मंगलवार की सुबह सिकंदरा थाना क्षेत्र के बुधौली गांव के सामने मुगल मार्ग पर घने कोहरे के चलते एक सड़क दुर्घटना हो गई। हादसे में अज्ञात डंपर की टक्कर से एक ट्रक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि ट्रक चालक को मामूली चोटें आईं, जिन्हें निजी अस्पताल में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह के समय कोहरा अधिक होने के कारण वाहनों की दृश्यता कम थी, इसी दौरान दोनों वाहनों की भिड़ंत हो गई। टक्कर के बाद डंपर चालक मौके से वाहन लेकर फरार हो गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्षतिग्रस्त ट्रक को सड़क से हटवाकर यातायात सुचारू कराया और घटना की जांच शुरू की। सिकंदरा थाना प्रभारी दिनेश कुमार गौतम ने मंगलवार करीब 11 बजे बताया कि कोहरे के कारण दो वाहनों में टक्कर हुई थी, जिसमें एक ट्रक क्षतिग्रस्त हुआ है। डंपर चालक की तलाश की जा रही है और मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
    user_Sonu singh
    Sonu singh
    Journalist 9651575839 Sikandra, Kanpur Dehat•
    12 hrs ago
  • सुशासन की मिसाल बनी नूरपुर की गलियां प्रशासन गांव की ओर अभियान ने पकड़ी रफ्तार डीएम राजेश कुमार पाण्डेय और एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार पहुंचे नूरपुर चौपाल ही नहीं, गली-गली घूमकर सुनी जनता की आवाज बुजुर्ग, युवा और बच्चों से अधिकारियों ने किया सीधा संवाद योजनाओं की जानकारी दी, लाभ लेने का तरीका भी समझाया गांव में पहली बार दिखा ऐसा प्रशासनिक दृश्य ग्रामीणों के दरवाजे तक पहुंचा जिला प्रशासन पानी निकासी न होने से कीचड़ की समस्या उजागर डीएम ने दिए तत्काल ड्रेनेज सिस्टम के निर्देश बीडीओ को प्राथमिकता से कार्ययोजना बनाने के आदेश पुराने कुओं के संरक्षण और पुनर्जीवन पर जोर जल संरक्षण के साथ विरासत बचाने की पहल एसपी ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर की चर्चा पुलिस प्रशासन ने जनता को दिया भरोसा हर समय साथ खड़े रहने का संदेश फाइलों से निकलकर जमीन पर उतरा शासन समस्याओं का मौके पर समाधान बना उद्देश्य नूरपुर में दिखा विकास, विश्वास और संवाद सुशासन अब नारा नहीं, गांव की सच्चाई बनता दिखा
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    सुशासन की मिसाल बनी नूरपुर की गलियां
प्रशासन गांव की ओर अभियान ने पकड़ी रफ्तार
डीएम राजेश कुमार पाण्डेय और एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार पहुंचे नूरपुर
चौपाल ही नहीं, गली-गली घूमकर सुनी जनता की आवाज
बुजुर्ग, युवा और बच्चों से अधिकारियों ने किया सीधा संवाद
योजनाओं की जानकारी दी, लाभ लेने का तरीका भी समझाया
गांव में पहली बार दिखा ऐसा प्रशासनिक दृश्य
ग्रामीणों के दरवाजे तक पहुंचा जिला प्रशासन
पानी निकासी न होने से कीचड़ की समस्या उजागर
डीएम ने दिए तत्काल ड्रेनेज सिस्टम के निर्देश
बीडीओ को प्राथमिकता से कार्ययोजना बनाने के आदेश
पुराने कुओं के संरक्षण और पुनर्जीवन पर जोर
जल संरक्षण के साथ विरासत बचाने की पहल
एसपी ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर की चर्चा
पुलिस प्रशासन ने जनता को दिया भरोसा
हर समय साथ खड़े रहने का संदेश
फाइलों से निकलकर जमीन पर उतरा शासन
समस्याओं का मौके पर समाधान बना उद्देश्य
नूरपुर में दिखा विकास, विश्वास और संवाद
सुशासन अब नारा नहीं, गांव की सच्चाई बनता दिखा
    user_Dev Patel
    Dev Patel
    Reporter Kalpi, Jalaun•
    9 hrs ago
  • जनपद में किसान सम्मान दिवस /जैविक मेला का भव्य आयोजन सागर भारतीय/कानपुर देहात कानपुर देहात जिले में भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री एवं लोकप्रिय किसान नेता स्व0 चैधरी चरण सिंह जी के जन्मोत्सव पर दिनांक 23.12.2025 को कृषि विभाग द्वारा जिलाधिकारी कानपुर देहात की अध्यक्षता में किसान सम्मान दिवस का भव्य आयोजन ईको पार्क माती में किया गया। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में देवेन्द्र सिंह (भोले) सांसद-अकबरपुर द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। आयोजित कार्यक्रम में नीरज रानी अध्यक्ष जिलापंचायत, कानपुर देहात, जीतेन्द्र सिंह प्रतिनिधि चेयरमैन अकबरपुर कपिल सिंह, जिलाधिकारी, श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय पुलिस अधीक्षक, लक्ष्मी एन0, मुख्य विकास अधिकारी, कानपुर देहात एवं अमित कुमार अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), हरीशंकर भार्गव उप कृषि निदेशक, डा0 उमेश गुप्ता जिला कृषि अधिकारी, रामनरेश, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, बल्देव प्रसाद, जिला उ़द्यान अधिकारी, जिला कार्यकारी अधिकारी-मत्स्य के साथ-साथ कृषि एवं कृषि समावेशी विभागों के समस्त जनपद स्तरीय अधिकरियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उप कृषि निदेशक,द्वारा स्व0 चैधरी चरण सिंह जी भूतपूर्व प्रधानमंत्री जी द्वारा कृषक हित में किये गये कार्यो एवं उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कृषक लाभकारी योजनाओं जैसे कृषि यंत्रीकरण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि के साथ-साथ जनपद में कृषि निवेशों की उपलब्धता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। उनके द्वारा श्री अन्न के महत्व एवं उनसे होने वाले लाभों के सम्बन्ध में गोष्ठी में आये किसानो को जागरूक किया गया। भूतपूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए किसानों को अवगत कराया गया कि चैधरी जी किसानों के सच्चे नेता थे तथा उनके द्वारा अपने सम्पूर्ण जीवन को किसानों के हित के लिये समर्पित कर दिया गया। हैं। उनके द्वारा तैयार किया गया जमींदारी उन्मूलन विधेयक राज्य के कल्याणकारी सिद्धांत पर आधारित था। एक जुलाई 1952 को यूपी में उनके बदौलत जमींदारी प्रथा का उन्मूलन हुआ और गरीबों को अधिकार मिला। उन्होंने लेखापाल के पद का सृजन भी किया। इसी प्रकार किसानों के हित के लिए उन्होंने 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया। वर्तमान समय में केन्द्र व राज्य सरकार भी उन्ही के आदर्शो को प्रेरणास्रोत मान कर किसानो के हित को सर्वोपरि मान कर कार्य कर रही है, गोष्ठी में आये कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को जैविक खेती, परम्परागत खेती एवं मृदा स्वास्थ्य में सुधार हेतु अपनाये जाने वाले उपायों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी द्वारा सभी किसान भाईयों को स्व0 चैधरी चरण सिंह जी भूतपूर्व प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस पर शुभकामनाऐं देते हुए अवगत कराया गया कि वर्तमान समय में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा कृषक हित में अनकों कार्यक्रम/योजनाओं का संचालन किया जा रहा है तथा माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल निर्देशन में समस्त विभागीय योजनाओं चाहें बीज पर अनुदान की योजनाओं या फिर कृषि यंत्रों पर अनुदान देने की योजनाआ अथवा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना हो, सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ पारदर्शी रूप से सीधे किसानों के खातों में हस्तानान्तिरित किया जा रहा है। उनके द्वारा यह कहा गया कि किसान भाई को भूमि का देवता इस लिए कहा जाता है कि बिना उसके जीवन/समाज की कल्पना ही नहीं की जा सकती है, किसान भाई सर्दी, ग्रीष्म, वर्षा समस्त मौसम में जब कडी मेहनत कर अन्न/शाकभाजी का उत्पादन करता है तभी समाज को भोजन प्राप्त होता है। उनके द्वारा किसानों को आश्वस्त किया गया कि जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग द्वारा नियमित समीक्षा, छापेमारी/कायवाही कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसानों को सदैव उच्च गुणवत्ता एवं निर्धारित मूल्य पर ही कृषि निवेशों का वितरण हो, फिर भी यदि कृषक बन्धु को कोई समस्या अथवा शिकायत आती है तो वह कृषि विभाग के अधिकारियों अथवा जिला प्रशासन के समक्ष शिकायत प्रस्तुत कर सकते है, आपकी समस्या का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जायेगा। मुख्य अतिथि माननीय सांसद अकबरपुर देवेन्द सिंह जी (भोले) द्वारा अवगत कराया गया कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह जी ने कहा था कि राष्ट्र तभी संपन्न हो सकता है जब उसके ग्रामीण क्षेत्र का उन्नयन किया गया हो तथा ग्रामीण क्षेत्र की क्रय शक्ति अधिक हो., अतः जब तक देश का किसान प्रगति नहीं करेगा तब तक देश की प्रगति सम्भव नहीं है। वर्तमान समय में प्रधानमंत्री एवं मुख्य मंत्री जी द्वारा किसानों के हित के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम / योजनाऐं जैसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, उर्वरकों एवं बीजों पर अनुदान की योजनाओं, कृषि यंत्रों पर 50 से 80 प्रतिशत अनुदान की योजनाओं का संचालित कर रही है। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा अन्नदाता किसान भाईयो हेतु किसान सम्मान निधि योजना का संचालन किया जा रहा है, जिससे देश के समस्त किसान भाई समान रूप से लाभ प्राप्त कर रहें है। उनके द्वारा किसान भाईयों से जैविक /परम्परागत खेती अपनाने व विभागीय योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वाहन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में कृषि में उर्द, धान, गेंहू, राई, ज्वार, बाजरा, कोदो, सांवा एवं रागी में सर्वाधिक उत्पादन प्राप्त करने वाले 14 किसानों एवं विकासखण्ड स्तर पर सर्वाधिक उत्पादन प्राप्त करने वाले 50 किसानों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। इसी प्रकार उद्यान में सरायनीय कार्य करने वाले 06 किसानों, पशुपालन में सरायनीय कार्य करने वाले 06 पशुपालकों एवं मत्स्य पालन में सरायनीय कार्य करने वाले 06 मत्स्य पालको को पुरस्कृत/सम्मानित किया गया। इसी के साथ ही कृषि विभाग द्वारा संचालित परम्परागत कृषि विकास योजनान्तर्गत जैविक उम्पाद विपणन आदि प्रचार के लिए 02 कृषकों को प्रोत्साहन सामग्री का वितरण किया गया। आयोजित कार्यक्रम में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पुशपालन विभाग, मत्स्य विभाग, निजी उर्वरक एवं बीज विक्रेताओं, परम्परागत कृषि, महिला स्वयं सहायता समूहो, कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा अपने-अपने विभागों/उत्पादों की सुसज्जित प्रदर्शिनी लगा कर, विभागीय योजनाओं मे ंजानकारी एवं अपने उत्पादों का विक्रय किया गया। आयोजित कार्यक्रम में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पुशपालन विभाग, मत्स्य विभाग, निजी उर्वरक एवं बीज विक्रेताओं, परम्परागत कृषि, महिला स्वयं सहायता समूहो, कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा अपने-अपने विभागों/उत्पादों की सुसज्जित प्रदर्शिनी लगा कर, विभागीय योजनाओं मे ंजानकारी एवं अपने उत्पादों का विक्रय किया गया।
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    जनपद में किसान सम्मान दिवस /जैविक मेला का भव्य आयोजन
सागर भारतीय/कानपुर देहात 
कानपुर देहात जिले में	भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री एवं लोकप्रिय किसान नेता स्व0 चैधरी चरण सिंह जी के जन्मोत्सव पर दिनांक 23.12.2025 को कृषि विभाग द्वारा जिलाधिकारी कानपुर देहात की अध्यक्षता में किसान सम्मान दिवस का भव्य आयोजन ईको पार्क माती में किया गया। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में देवेन्द्र सिंह (भोले) सांसद-अकबरपुर द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। आयोजित कार्यक्रम में नीरज रानी अध्यक्ष जिलापंचायत, कानपुर देहात, जीतेन्द्र सिंह प्रतिनिधि  चेयरमैन अकबरपुर  कपिल सिंह, जिलाधिकारी,  श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय पुलिस अधीक्षक, लक्ष्मी एन0, मुख्य विकास अधिकारी, कानपुर देहात एवं अमित कुमार अपर जिलाधिकारी (प्रशासन),  हरीशंकर भार्गव उप कृषि निदेशक, डा0 उमेश गुप्ता जिला कृषि अधिकारी, रामनरेश, जिला कृषि रक्षा अधिकारी,  बल्देव प्रसाद, जिला उ़द्यान अधिकारी, जिला कार्यकारी अधिकारी-मत्स्य के साथ-साथ कृषि एवं कृषि समावेशी विभागों के समस्त जनपद स्तरीय अधिकरियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
उप कृषि निदेशक,द्वारा स्व0 चैधरी चरण सिंह जी भूतपूर्व प्रधानमंत्री जी द्वारा कृषक हित में किये गये कार्यो एवं उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कृषक लाभकारी योजनाओं जैसे कृषि यंत्रीकरण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि के साथ-साथ जनपद में कृषि निवेशों की उपलब्धता के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। उनके द्वारा श्री अन्न के महत्व एवं उनसे होने वाले लाभों के सम्बन्ध में गोष्ठी में आये किसानो को जागरूक किया गया। भूतपूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए किसानों को अवगत कराया गया कि चैधरी जी किसानों के सच्चे नेता थे तथा उनके द्वारा अपने सम्पूर्ण जीवन को किसानों के हित के लिये समर्पित कर दिया गया। हैं। उनके द्वारा तैयार किया गया जमींदारी उन्मूलन विधेयक राज्य के कल्याणकारी सिद्धांत पर आधारित था। एक जुलाई 1952 को यूपी में उनके बदौलत जमींदारी प्रथा का उन्मूलन हुआ और गरीबों को अधिकार मिला। उन्होंने लेखापाल के पद का सृजन भी किया। इसी प्रकार किसानों के हित के लिए उन्होंने 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया। वर्तमान समय में केन्द्र व राज्य सरकार भी उन्ही के आदर्शो को प्रेरणास्रोत मान कर किसानो के हित को सर्वोपरि मान कर कार्य कर रही है, गोष्ठी में आये कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को जैविक खेती, परम्परागत खेती एवं मृदा स्वास्थ्य में सुधार हेतु अपनाये जाने वाले उपायों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी  द्वारा सभी किसान भाईयों को स्व0 चैधरी चरण सिंह जी भूतपूर्व प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस पर शुभकामनाऐं देते हुए अवगत कराया गया कि वर्तमान समय में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा कृषक हित में अनकों कार्यक्रम/योजनाओं का संचालन किया जा रहा है तथा माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल निर्देशन में समस्त विभागीय योजनाओं चाहें बीज पर अनुदान की योजनाओं या फिर कृषि यंत्रों पर अनुदान देने की योजनाआ अथवा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना हो, सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ पारदर्शी रूप से सीधे किसानों के खातों में हस्तानान्तिरित किया जा रहा है। उनके द्वारा यह कहा गया कि किसान भाई को भूमि का देवता इस लिए कहा जाता है कि बिना उसके जीवन/समाज की कल्पना ही नहीं की जा सकती है, किसान भाई सर्दी, ग्रीष्म, वर्षा समस्त मौसम में जब कडी मेहनत कर अन्न/शाकभाजी का उत्पादन करता है तभी समाज को भोजन प्राप्त होता है। उनके द्वारा किसानों को आश्वस्त किया गया कि जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग द्वारा नियमित समीक्षा, छापेमारी/कायवाही कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसानों को सदैव उच्च गुणवत्ता एवं निर्धारित मूल्य पर ही कृषि निवेशों का वितरण हो, फिर भी यदि कृषक बन्धु को कोई समस्या अथवा शिकायत आती है तो वह कृषि विभाग के अधिकारियों अथवा जिला प्रशासन के समक्ष शिकायत प्रस्तुत कर सकते है, आपकी समस्या का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जायेगा।
मुख्य अतिथि माननीय सांसद अकबरपुर  देवेन्द सिंह जी (भोले) द्वारा अवगत कराया गया कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह जी ने कहा था कि राष्ट्र तभी संपन्न हो सकता है जब उसके ग्रामीण क्षेत्र का उन्नयन किया गया हो तथा ग्रामीण क्षेत्र की क्रय शक्ति अधिक हो., अतः जब तक देश का किसान प्रगति नहीं करेगा तब तक देश की प्रगति सम्भव नहीं है। वर्तमान समय में  प्रधानमंत्री  एवं मुख्य मंत्री जी द्वारा किसानों के हित के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम / योजनाऐं जैसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, उर्वरकों एवं बीजों पर अनुदान की योजनाओं, कृषि यंत्रों पर 50 से 80 प्रतिशत अनुदान की योजनाओं का संचालित कर रही है। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा अन्नदाता किसान भाईयो हेतु किसान सम्मान निधि योजना का संचालन किया जा रहा है, जिससे देश के समस्त किसान भाई समान रूप से लाभ प्राप्त कर रहें है। उनके द्वारा किसान भाईयों से जैविक /परम्परागत खेती अपनाने व विभागीय योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वाहन किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में कृषि में उर्द, धान, गेंहू, राई, ज्वार, बाजरा, कोदो, सांवा एवं रागी में सर्वाधिक उत्पादन प्राप्त करने वाले 14 किसानों एवं विकासखण्ड स्तर पर सर्वाधिक उत्पादन प्राप्त करने वाले 50 किसानों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। इसी प्रकार उद्यान में सरायनीय कार्य करने वाले 06 किसानों,  पशुपालन में सरायनीय कार्य करने वाले 06 पशुपालकों एवं मत्स्य पालन में सरायनीय कार्य करने वाले 06 मत्स्य पालको को पुरस्कृत/सम्मानित किया गया। इसी के साथ ही कृषि विभाग द्वारा संचालित परम्परागत कृषि विकास योजनान्तर्गत जैविक उम्पाद विपणन आदि प्रचार के लिए 02 कृषकों को प्रोत्साहन सामग्री का वितरण किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पुशपालन विभाग, मत्स्य विभाग, निजी उर्वरक एवं बीज विक्रेताओं, परम्परागत कृषि, महिला स्वयं सहायता समूहो, कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा अपने-अपने विभागों/उत्पादों की सुसज्जित प्रदर्शिनी लगा कर, विभागीय योजनाओं मे ंजानकारी एवं अपने उत्पादों का विक्रय किया गया। 
आयोजित कार्यक्रम में कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पुशपालन विभाग, मत्स्य विभाग, निजी उर्वरक एवं बीज विक्रेताओं, परम्परागत कृषि, महिला स्वयं सहायता समूहो, कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा अपने-अपने विभागों/उत्पादों की सुसज्जित प्रदर्शिनी लगा कर, विभागीय योजनाओं मे ंजानकारी एवं अपने उत्पादों का विक्रय किया गया।
    user_Journalist Sagar Bhartiy
    Journalist Sagar Bhartiy
    Journalist Laua, Sikandra, Kanpur Dehat, Uttar Pradesh•
    15 hrs ago
  • भोगनीपुर क्षेत्र से किसानों के लिए आफत बनकर आई एक बड़ी खबर सामने आई है। भोगनीपुर रजवाहा नहर के अचानक फटने से सिखमापुर और हलधरपुर गांवों की सैकड़ों बीघा कृषि भूमि जलमग्न हो गई, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। नहर विभाग की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। खेतों में भरा पानी खड़ी फसलों को पूरी तरह डुबो गया, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। कई किसानों की महीनों की मेहनत कुछ ही घंटों में बर्बाद हो गई, और अब उनके सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। किसानों का कहना है कि नहर फटने की सूचना तुरंत विभाग को दी गई थी, लेकिन घंटों बीत जाने के बावजूद नहर विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस उदासीनता से किसानों में भारी आक्रोश है। उनका आरोप है कि यदि समय रहते नहर की मरम्मत होती तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। हालांकि, तहसील भोगनीपुर से लेखपाल मौके पर पहुंच चुके हैं और प्रभावित खेतों का निरीक्षण कर नुकसान का आकलन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंपी जाएगी, जिसके बाद मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। वहीं समाजसेवी हिमांशु यादव ने नहर विभाग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले भी यही रजवाहा फटा था, लेकिन उस वक्त सिर्फ मिट्टी डालकर अस्थायी मरम्मत कर दी गई थी। स्थायी समाधान न होने के कारण नहर की पटरी दोबारा टूट गई और इस बार नुकसान कहीं ज्यादा हो गया। सबसे चिंताजनक बात यह है कि अब तक नहर विभाग का कोई अधिकारी मौके पर हालात का जायजा लेने नहीं पहुंचा है। ऐसे में किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है और वे जल्द मुआवजे व जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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    भोगनीपुर क्षेत्र से किसानों के लिए आफत बनकर आई एक बड़ी खबर सामने आई है। भोगनीपुर रजवाहा नहर के अचानक फटने से सिखमापुर और हलधरपुर गांवों की सैकड़ों बीघा कृषि भूमि जलमग्न हो गई, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया।
नहर विभाग की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। खेतों में भरा पानी खड़ी फसलों को पूरी तरह डुबो गया, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। कई किसानों की महीनों की मेहनत कुछ ही घंटों में बर्बाद हो गई, और अब उनके सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
किसानों का कहना है कि नहर फटने की सूचना तुरंत विभाग को दी गई थी, लेकिन घंटों बीत जाने के बावजूद नहर विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस उदासीनता से किसानों में भारी आक्रोश है। उनका आरोप है कि यदि समय रहते नहर की मरम्मत होती तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता।
हालांकि, तहसील भोगनीपुर से लेखपाल मौके पर पहुंच चुके हैं और प्रभावित खेतों का निरीक्षण कर नुकसान का आकलन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंपी जाएगी, जिसके बाद मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
वहीं समाजसेवी हिमांशु यादव ने नहर विभाग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले भी यही रजवाहा फटा था, लेकिन उस वक्त सिर्फ मिट्टी डालकर अस्थायी मरम्मत कर दी गई थी। स्थायी समाधान न होने के कारण नहर की पटरी दोबारा टूट गई और इस बार नुकसान कहीं ज्यादा हो गया।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि अब तक नहर विभाग का कोई अधिकारी मौके पर हालात का जायजा लेने नहीं पहुंचा है। ऐसे में किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है और वे जल्द मुआवजे व जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
    user_Bheem rajawat 9628800458
    Bheem rajawat 9628800458
    Journalist जालौन, जालौन, उत्तर प्रदेश•
    15 hrs ago
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