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घाटमपुर की लगातार तीन खबरें डीआरएम ने किया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण#धरना प्रदर्शन में पहुंची रोजगार सेवक की जिला अध्यक्ष
Satish Kumar,9648888580
घाटमपुर की लगातार तीन खबरें डीआरएम ने किया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण#धरना प्रदर्शन में पहुंची रोजगार सेवक की जिला अध्यक्ष
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- #घाटमपुर कानूनगो का ऑडियो हुआ वायरल#मांग रहे थे#रिश्वत हो गए#निलंबित@ #kanoongo #blackmoney1
- ससुराल ने दामाद का जूते-चप्पलों से किया स्वागत - औरैया के फफूंद थाना क्षेत्र में कई घंटे तक युवक के साथ अमानवीय तांडव चलता रहा, प्रेम विवाह के बाद पत्नी को ननिहाल से लेने आए युवक को जूतों की मा/ला पहनाकर पेड़ से बां/धा गया, पी/टा गया और गांव में घुमाया गया।1
- काकोरी कांड के शहीदों को नमन कर दी श्रृद्धांजलि हमीरपुर। देशभक्तों की देश के प्रति भूमिका के मद्देनजर सुमेरपुर कस्बे में वर्णिता संस्था के तत्वावधान में विमर्श विविधा के अन्तर्गत जिनका देश ऋणी है के तहत संस्था के अध्यक्ष डा. भवानीदीन ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह सही मायने में मातृभूमि के मतवाले थे। आजादी के संघर्ष के लिए धन की आवश्यकता पर काकोरी में ट्रेन में लूटने का दस देशभक्तों ने प्लान बनाया था, और 9 अगस्त 1925 को काकोरी स्टेशन में ट्रेन को लूटने में क्रांतिकारियों को लगभग छः हजार रुपए मिले। बाद में सभी क्रांतिकारी अलग अलग स्थानों से पकड़े गए। 40 क्रांतिकारियों पर मुकदमा चलाकर अंग्रेजों ने कई देशभक्तों को अलग अलग तरह की सजायें दी। इसी क्रम में 19 दिसम्बर 1927 को बिस्मिल, अशफाक और रोशन सिंह को फांसी पर लटका दिया गया। इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इस कार्यक्रम में अशोक अवस्थी, सिद्धा, महावीर प्रजापति इलेक्ट्रीशियन, रिचा, रामनरायन सोनकर, विकास, प्रेम, सागर, सतेन्द्र, राहुल प्रजापति आदि शामिल रहे।1
- कानपुर ब्रेकिंग कानपुर का किन्नर समाज चकेरी थाने की पुलिस से नाराज़ है। थाने के गेट पर जमकर तालियां पीटी गईं |1
- पूजा कर रहे नाबालिग की पीट-पीटकर हत्याः करीब 15 लोगों ने रॉड-फावड़े से मारा; लड़के ने आखिरी वीडियो में सुनाई आपबीती बैतूल में हमलावरों ने एक नाबालिग को रॉड, फावड़े, पत्थर और लाठी से पीटा। बुधवार देर रात जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। नाबालिग ने दम तोड़ने से पहले पुलिस को बयान देकर पूरा घटनाक्रम बताया। मामला गंज इलाके का है। जानकारी के अनुसार, काला पाठा निवासी विवेक मरकाम (17) सागौन बाबा दरबार में पूजा कर रहा था, तभी अनिकेत उर्फ अन्नू ठाकुर उसके 10-15 साथियों के साथ आया और विवेक को जबरन उठाकर चुन्नीढाना ले गया। यहां उसकी जमकर पिटाई करदी शरीर में कई चोट, ICU में दम तोड़ा मारपीट के दौरान विवेक गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर ही बेहोश हो गया। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। घायल को देर शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।1
- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो समाज और सिस्टम—दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वीडियो में दिख रहा है कि विनय प्रताप सिंह नामक युवक कुछ दबंगों से जान बचाकर भागते हुए एक होटल में घुसता है और होटल संचालक से मदद की गुहार लगाता है। युवक खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कहता है—“भाईसाहब, इन गुंडों से बचा लो।” लेकिन हैरानी की बात यह है कि होटल में मौजूद कर्मचारी और संचालक मदद करने के बजाय उल्टा उसे होटल से बाहर निकाल देते हैं। बाहर पहले से मौजूद दबंग युवक को बेरहमी से पीटते रहते हैं। इसी दौरान वहां से गुजर रहे शाहिद खान नामक व्यक्ति हालात देखकर रुकते हैं और दबंगों से मारपीट की वजह पूछते हैं। बात बढ़ती है, दबंग शाहिद से भी उलझ जाते हैं, लेकिन शाहिद हिम्मत दिखाते हुए उनमें से एक का डंडा छीन लेते हैं और अकेले ही उन्हें खदेड़ देते हैं। उनकी बहादुरी से विनय प्रताप सिंह की जान बच पाती है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस होटल में 8–10 लोग मौजूद थे, वहां एक भी व्यक्ति मदद के लिए आगे क्यों नहीं आया? क्या डर इतना हावी हो गया है कि इंसानियत मौन हो जाती है? क्या कानून पर भरोसा खत्म हो चुका है? #teekamgarh इस पूरी घटना में शाहिद खान की हिम्मत और इंसानियत की लोग सराहना कर रहे हैं, वहीं होटल संचालक और मूकदर्शकों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। यह वीडियो सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि हमारे समाज की सच्चाई दिखाता है—जहां एक अकेला इंसान खड़ा होता है और भीड़ चुप रहती है। सवाल सिर्फ ये नहीं कि गुंडे क्यों थे, सवाल ये है कि बाकी लोग इंसान क्यों नहीं बने?1
- रायबरेली रेल कोच में बड़ा हादसा क्रेन की चपेट में आने से मजदूर की मौत।1
- "المرأة ريحانة" पैग़म्बर (स) फ़रमाते हैं: औरत घर में फूल है The Prophet (S) says: “Al-marʼatu rayhānah"which means the woman is like a flower in the home. و ليست بقهرمانة " यानी वो घर की कारगुज़ार नहीं है कि उससे कहें कि ये काम क्यूँ नहीं किया, औरत एक फूल है। फूल की देखभाल की जाती है, उसे हिफ़ाज़त दी जाती है। A woman is a flower. A flower is cared for and given protection. वो भी आपको अपनी ख़ुशबू, अपने रंग और अपनी ख़ूबियों से फ़ायदा पहुँचाती है। And she too benefits you with her fragrance, her color and her qualities. देखिए, इस्लाम औरत को इसी नज़र से देखता है। See, Islam views women in this way.1