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“बाँदा : शादी का वादा बना शोषण का हथियार! बांदा में भरोसे के नाम पर दुष्कर्म, फिर दहेज में 5 लाख की मांग—न देने पर शादी तोड़ने की धमकी, एसपी दफ्तर पहुंची पीड़िता”
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“बाँदा : शादी का वादा बना शोषण का हथियार! बांदा में भरोसे के नाम पर दुष्कर्म, फिर दहेज में 5 लाख की मांग—न देने पर शादी तोड़ने की धमकी, एसपी दफ्तर पहुंची पीड़िता”
More news from Rae Bareli and nearby areas
- यह MGNREGA का केवल नाम बदलने का मामला नहीं है, बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी रोज़गार योजना की योजनाबद्ध हत्या है। - मल्लिकार्जुन खड़गे जी1
- घाटमपुर #शीतलहर को देखते हुए जिलाधिकारी ने#विद्यालयों में अवकाश किया घोषित@ #schoolstudents #gspnewsup1
- पांच किलो से अधिक गांजा के साथ बाहरी राज्यों के तस्कर गिरफ्तार मौदहा हमीरपुर। कोतवाली पुलिस की सक्रियता के चलते क्षेत्र के गांजा तस्करों में हडकंप मचा हुआ है जिसका लाभ लेकर बाहरी राज्यों के तस्करों द्वारा क्षेत्र में गांजा तस्करी की जा रही है। इसी सिलसिले में कोतवाली पुलिस ने दो बाहरी महिलाओ सहित एक पुरुष को तीन झोलों में पांच किलो से अधिक गांजा के साथ गिरफ्तार किया है। कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि नेशनल कालेज से इंगोहटा जाने वाले मार्ग पर बाहरी महिलाएं मौजूद हैं जो संदिग्ध लग रही हैं जिसपर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इंगोहटा रोड पर गौशाला से कुछ आगे तीनो को रोक कर पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम नीतेश उर्फ़ नीतू थाना सकीट जिला एटा,काजल पत्नी नीतेश जिला एटा और नीलम पत्नी प्रीतम निवासी वल्लभ गढ फरीदाबाद हरियाणा बताया पुलिस ने सभी की तलाशी ली तो उनके पास तीन झोलों में पांच किलो से अधिक गांजा बरामद हुआ सभी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया गया है। बताते चलें कि एक महीने में पुलिस ने तीसरी गांजा की खेप पकडी है जिसमे एक महिला कस्बे निवासी रही है एक महिला एवं पुरुष बाहरी पकडे गए हैं जिससे प्रतीत होता है कि बाहरी तस्करों द्वारा क्षेत्र में गांजा तस्करी की जा रही है1
- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो समाज और सिस्टम—दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वीडियो में दिख रहा है कि विनय प्रताप सिंह नामक युवक कुछ दबंगों से जान बचाकर भागते हुए एक होटल में घुसता है और होटल संचालक से मदद की गुहार लगाता है। युवक खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कहता है—“भाईसाहब, इन गुंडों से बचा लो।” लेकिन हैरानी की बात यह है कि होटल में मौजूद कर्मचारी और संचालक मदद करने के बजाय उल्टा उसे होटल से बाहर निकाल देते हैं। बाहर पहले से मौजूद दबंग युवक को बेरहमी से पीटते रहते हैं। इसी दौरान वहां से गुजर रहे शाहिद खान नामक व्यक्ति हालात देखकर रुकते हैं और दबंगों से मारपीट की वजह पूछते हैं। बात बढ़ती है, दबंग शाहिद से भी उलझ जाते हैं, लेकिन शाहिद हिम्मत दिखाते हुए उनमें से एक का डंडा छीन लेते हैं और अकेले ही उन्हें खदेड़ देते हैं। उनकी बहादुरी से विनय प्रताप सिंह की जान बच पाती है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस होटल में 8–10 लोग मौजूद थे, वहां एक भी व्यक्ति मदद के लिए आगे क्यों नहीं आया? क्या डर इतना हावी हो गया है कि इंसानियत मौन हो जाती है? क्या कानून पर भरोसा खत्म हो चुका है? #teekamgarh इस पूरी घटना में शाहिद खान की हिम्मत और इंसानियत की लोग सराहना कर रहे हैं, वहीं होटल संचालक और मूकदर्शकों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। यह वीडियो सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि हमारे समाज की सच्चाई दिखाता है—जहां एक अकेला इंसान खड़ा होता है और भीड़ चुप रहती है। सवाल सिर्फ ये नहीं कि गुंडे क्यों थे, सवाल ये है कि बाकी लोग इंसान क्यों नहीं बने?1
- kya karenge yaar Aisa hi hota hai1
- चित्रकूट जिला अधिकारी द्वारा एस आई आर संबंधित चित्रकूट की जनता के नाम संदेश यूट्यूब लिंक https://youtu.be/OJan2vFqr4E अभय टी0 वी0 में ताजा खबरें देखने के लिए हमारे चैनल को शेयर और सब्सक्राइब करें, साथ ही सुझाव के लिए कमेंट जरुर से जरूर करें, नई-नई खबरें देखने के लिए बैल आइकन दबाना ना भूले1
- चित्रकूट जिला अधिकारी द्वारा एस आई आर संबंधित चित्रकूट की जनता के नाम संदेश1
- राहुल गांधी–सोनिया के समर्थन में कांग्रेस का प्रदर्शन, सैकड़ों हिरासत में खबर उन्नाव से है जहां, राहुल गांधी और सोनिया गांधी के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन की कोशिश की। मनी लॉन्ड्रिंग के कथित मामले को फर्जी बताते हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान हालात बिगड़ते देख पुलिस ने सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय में एकत्र हुए। यहां से सभी कार्यकर्ता भाजपा जिला कार्यालय का घेराव करने के लिए नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ने लगे। कार्यकर्ताओं के हाथों में पार्टी के झंडे थे और वे “लोकतंत्र बचाओ”, “ईडी का दुरुपयोग बंद करो” और “राहुल गांधी जिंदाबाद” जैसे नारे लगा रहे थे। जैसे ही मार्च कांग्रेस कार्यालय के बाहर पहुंचा, पहले से तैनात भारी पुलिस बल ने बैरिकेडिंग आगे बस लगा कर उन्हें रोक लिया। पुलिस अधिकारियों ने बिना अनुमति मार्च और प्रदर्शन को कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बताया। कार्यकर्ताओं के आगे बढ़ने के प्रयास के बाद पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हल्की नोकझोंक भी देखने को मिली स्थिति तनावपूर्ण होती देख पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर पुलिस लाइन भेजा गया। इस दौरान कार्यकर्ता लगातार केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया। यह सरकार लगातार ईडी और सीबीआई को अपने कब्जे में लेकर हमारे नेताओं राहुल गांधी जी और सोनिया गांधी जी को परेशान कर रही थी। परसों उनका नकाब उतर गया है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि ईडी गलत तरीके से काम कर रही थी। हम लोग भाजपा कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन यह प्रशासन हमें रोक रहा है। प्रशासन पूरी तरह भाजपा सरकार के इशारों पर काम कर रहा है। घेराव का मुख्य कारण यही है कि ईडी बेवजह हमारे नेताओं को प्रताड़ित कर रही है।1
- Post by ISLAM1