भूमाफियाओं के आतंक से मलमलिया के किसान परेशान तहसील दिवस में लिखित सूचना पर भी भूमाफियाओं का आतंक जारी। खेत में खड़ी गेहूं व सरसों की फसल को ट्रैक्टर से जोतवा रहे भूमाफिया। चौरी चौरा तहसील क्षेत्र के ग्राम मलमलिया में लगभग 40 वर्ष पहले क्षेत्र के किसानों ने मजीठिया परिवार से जमीन रजिस्ट्री कराया था। वर्तमान समय में हाईकोर्ट के निर्देश पर शासन द्वारा 214 एकड़ जमीन सीलिंग निकाल कर शेष बची 53 एकड़ जमीन जो किसानों की थी को फर्जी तरीके से मजिठिया परिवार द्वारा भूमाफिया के नाम से रजिस्ट्री कर दिया गया। रजिस्ट्री हुई जमीन पर किसानों की आपत्तियां भी दाखिल है जिसके कारण तहसील में उनका दाखिल खारिज भी नहीं हुआ । किसानों का कहना है कि शासन द्वारा सीलिंग की 214 एकड़ जमीन में हम लोगों का कोई विवाद नहीं है लेकिन सीलिंग से बाहर बचा जमीन हम किसानों का है। प्रशासन के आड़ में भूमाफियाओं ने किसानों के खेत में पीलर व तार लगाकर कब्ज़ा किया। किसानों ने विरोध किया तो उन्हें फर्जी मुकदमा में फंसाया गया। जो किसान गेहूं व सरसों कि बुआई किए हुए हैं वे सिंचाई कर रहे हैं तो भू माफिया रोक रहे हैं और तरह तरह कि धमकियां दे रहे हैं। जिससे किसानों में डर का माहौल बना हुआ है। आज भटगावा के किसान शैलेश यादव,रामकरण सिंह, गुरु सागर सिंह, जगदीश सिंह,सरसों के खेत में पानी चल रहे थे तभी भूमाफियाओं ने किसानों को डरा धमका कर पंम्पीसेट को जबरजस्ती हटवा दिया और ट्रैक्टर से सरसों का फसल जोतवा दिया।
भूमाफियाओं के आतंक से मलमलिया के किसान परेशान तहसील दिवस में लिखित सूचना पर भी भूमाफियाओं का आतंक जारी। खेत में खड़ी गेहूं व सरसों की फसल को ट्रैक्टर से जोतवा रहे भूमाफिया। चौरी चौरा तहसील क्षेत्र के ग्राम मलमलिया में लगभग 40 वर्ष पहले क्षेत्र के किसानों ने मजीठिया परिवार से जमीन रजिस्ट्री कराया था। वर्तमान समय में हाईकोर्ट के निर्देश पर शासन द्वारा 214 एकड़ जमीन सीलिंग निकाल कर शेष बची 53 एकड़ जमीन जो किसानों की थी को फर्जी तरीके से मजिठिया परिवार द्वारा भूमाफिया के नाम से रजिस्ट्री कर दिया गया। रजिस्ट्री हुई जमीन पर किसानों की आपत्तियां भी दाखिल है जिसके कारण तहसील में उनका दाखिल खारिज भी नहीं हुआ । किसानों का कहना है कि शासन द्वारा सीलिंग की 214 एकड़ जमीन में हम लोगों का कोई विवाद नहीं है लेकिन सीलिंग से बाहर बचा जमीन हम किसानों का है। प्रशासन के आड़ में भूमाफियाओं ने किसानों के खेत में पीलर व तार लगाकर कब्ज़ा किया। किसानों ने विरोध किया तो उन्हें फर्जी मुकदमा में फंसाया गया। जो किसान गेहूं व सरसों कि बुआई किए हुए हैं वे सिंचाई कर रहे हैं तो भू माफिया रोक रहे हैं और तरह तरह कि धमकियां दे रहे हैं। जिससे किसानों में डर का माहौल बना हुआ है। आज भटगावा के किसान शैलेश यादव,रामकरण सिंह, गुरु सागर सिंह, जगदीश सिंह,सरसों के खेत में पानी चल रहे थे तभी भूमाफियाओं ने किसानों को डरा धमका कर पंम्पीसेट को जबरजस्ती हटवा दिया और ट्रैक्टर से सरसों का फसल जोतवा दिया।
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