*बी.जे.पी से जिलाध्यक्ष का पुनः पद मिलना बड़ी बात,कुंoअजीत प्रताप सिंह* *संडीला/हरदोई* गुरुवार को भाजपा जिला अध्यक्ष हरदोई बनाए गए अजीत सिंह बब्बन का प्रथम गृह जनपद आगमन के उपलक्ष्य पर जनपद लखनऊ के मलिहाबाद में इस अवसर पर उन्हें सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया।बल्कि भाजपा के सदस्यों के प्रति एकजुटता और समर्थन का प्रतीक था।अजीत सिंह बब्बन का यह आगमन इस समय के संदर्भ में विशेष महत्व रखता है। जब भाजपा आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीतियों को मजबूत कर रही है। उनके कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत स्वागत किया गया। उत्साह और उनका एकजुट होना यह सिद्ध करता है कि संगठनात्मक स्तर पर पार्टी लचीली और सक्षम है।मलिहाबाद से लेकर संडीला,हरदोई तक यह कार्यक्रम केवल स्वागत नहीं था।बल्कि यह एक संदेश भी था। ऐसे आयोजनों से न केवल कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ावा मिलता है।बल्कि पार्टी के प्रति विश्वास और समर्थन व्यक्त करने का एक माध्यम भी होता है। आज के समय में, जहां राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, ऐसे सम्मेलनों में कार्यकर्ताओं की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को सुनती है और उनके विचारों का सम्मान करती है।कार्यक्रम के दौरान प्रमुख नेताओं ने अपनी बातें रखीं, जिन्होंने पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि कार्यकर्तागण अपनी पूरी ऊर्जा से पार्टी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए तत्पर रहेंगे। यह भाजपा के लिए एक सुनहरा अवसर है।जिससे वे अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से समाज में अपनी पहचान और प्रभाव को और मजबूत कर सकते हैं।समाज की विभिन्न समस्याओं से निपटने में कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।और इस प्रकार के कार्यक्रम उनके अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करते हैं। अंततः अजीत सिंह बब्बन का हरदोई आगमन एक नई राजनीतिक दिशा की ओर अग्रसरता की उम्मीद दिलाता है।जो आगामी चुनावों में भाजपा के लिए लाभदायक हो सकता है।इस कार्यक्रम में सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
*बी.जे.पी से जिलाध्यक्ष का पुनः पद मिलना बड़ी बात,कुंoअजीत प्रताप सिंह* *संडीला/हरदोई* गुरुवार को भाजपा जिला अध्यक्ष हरदोई बनाए गए अजीत सिंह बब्बन का प्रथम गृह जनपद आगमन के उपलक्ष्य पर जनपद लखनऊ के मलिहाबाद में इस अवसर पर उन्हें सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया।बल्कि भाजपा के सदस्यों के प्रति एकजुटता और समर्थन का प्रतीक था।अजीत सिंह बब्बन का यह आगमन इस समय के संदर्भ में विशेष महत्व रखता है। जब भाजपा आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीतियों को मजबूत कर रही है। उनके कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत स्वागत किया गया। उत्साह और उनका एकजुट होना यह सिद्ध करता है कि संगठनात्मक स्तर पर पार्टी लचीली और सक्षम है।मलिहाबाद से लेकर संडीला,हरदोई तक यह कार्यक्रम केवल स्वागत नहीं था।बल्कि यह एक संदेश भी था। ऐसे आयोजनों से न केवल कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ावा मिलता है।बल्कि पार्टी के प्रति विश्वास और समर्थन व्यक्त करने का एक माध्यम भी होता है। आज के समय में, जहां राजनीतिक परिदृश्य तेजी
से बदल रहा है, ऐसे सम्मेलनों में कार्यकर्ताओं की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को सुनती है और उनके विचारों का सम्मान करती है।कार्यक्रम के दौरान प्रमुख नेताओं ने अपनी बातें रखीं, जिन्होंने पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि कार्यकर्तागण अपनी पूरी ऊर्जा से पार्टी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए तत्पर रहेंगे। यह भाजपा के लिए एक सुनहरा अवसर है।जिससे वे अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से समाज में अपनी पहचान और प्रभाव को और मजबूत कर सकते हैं।समाज की विभिन्न समस्याओं से निपटने में कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।और इस प्रकार के कार्यक्रम उनके अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करते हैं। अंततः अजीत सिंह बब्बन का हरदोई आगमन एक नई राजनीतिक दिशा की ओर अग्रसरता की उम्मीद दिलाता है।जो आगामी चुनावों में भाजपा के लिए लाभदायक हो सकता है।इस कार्यक्रम में सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
- संडीला मार्ग परबरसती पुलिया केपास बाइक और टेंपो की टक्कर सेएक युवक ललित कुमारकी मौअटगांवा कासिमपुर1
- Post by Kishan Sharma1
- 20=4=25 आज का काम 9236997542=9044324667=संडीला संपर्क करें1
- 5786 paddy hybrid village gogav Sandila किसान post Facebook1
- संडीला के बतिया बतिया का 👍👍🧕🥱1
- लखनऊ साड़ी संडीला 🙏👍1
- welcome my new sandila ❤️❤️❤️❤️❤️ like1
- लखनऊ गरीबों के आसियानों पर चला बुलडोजर नगर निगम के ज़ोन 2 के अंतर्गत रस्तोगी इंटर कॉलेज से सठी मलिन गरीब बस्ती पर चला नगर निगम का बुलडोजर। बस्ती में रह रहे गरीबों का रो रो के बुरा हाल महिला की तबीयत बिगड़ी बूढी मां ने कहा नहीं है कोई आसरा मेरे पास सालों से यहां रह रहे हैं1