गंगेव धान खरीदी केंद्र पर वायरल वीडियो का सच आया सामने, किसानों ने खुद किया खुलासा – नियम अनुसार हो रही तौल रीवा | गंगेव गंगेव सेवा सहकारी समिति के धान खरीदी केंद्र को लेकर हाल ही में सोशल मीडिया पर कुछ भ्रामक वीडियो वायरल किए जा रहे थे, जिनमें तौल को लेकर भ्रम फैलाने का प्रयास किया गया। अब इन वायरल दावों की जमीनी सच्चाई सामने आ चुकी है, जहां किसानों ने स्वयं कैमरे के सामने आकर स्पष्ट रूप से कहा कि धान की तौल पूरी तरह नियम और मापदंड के अनुसार की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रिपोर्टर द्वारा मौके पर पहुंचकर स्वयं जांच और कवरेज की गई, जिसमें 6 बोरियों का कांटा (तौल) सार्वजनिक रूप से कराया गया। जांच के दौरान पाया गया कि प्रत्येक बोरी का वजन 40 किलो 600 ग्राम रहा, जो कि सरकारी नियमावली के अनुसार निर्धारित मानक वजन है। किसानों ने कहा – सही काम को बदनाम किया जा रहा मौके पर मौजूद किसानों ने साफ शब्दों में कहा कि समिति द्वारा किसी प्रकार की तौल में गड़बड़ी नहीं की जा रही है, बल्कि कुछ लोग जानबूझकर कर्मचारियों को परेशान करने और संस्था की छवि खराब करने के उद्देश्य से वीडियो वायरल कर रहे हैं। किसानों ने यह भी बताया कि: तौल पारदर्शी तरीके से हो रही है कांटा सभी के सामने लगाया जाता है किसी किसान से अतिरिक्त अनाज नहीं लिया जा रहा समिति प्रबंधन की सराहना गंगेव सेवा सहकारी समिति द्वारा धान खरीदी का कार्य पूरी पारदर्शिता, ईमानदारी और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों के अनुरूप किया जा रहा है। समिति प्रबंधन और कर्मचारियों की निगरानी में खरीदी व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही। समिति के कर्मचारियों ने बताया कि वे शासन द्वारा तय नियमों का पूरी निष्ठा से पालन कर रहे हैं और किसी भी प्रकार की जांच के लिए हमेशा तैयार हैं। भ्रामक प्रचार से बचने की अपील इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि वायरल वीडियो तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किए गए थे। समिति प्रबंधन ने किसानों और आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अपुष्ट वीडियो या अफवाह पर विश्वास न करें और यदि कोई शंका हो तो सीधे समिति या प्रशासन से संपर्क करें। निष्कर्ष ✔️ गंगेव धान खरीदी केंद्र पर तौल पूरी तरह नियम अनुसार ✔️ 40 किलो 600 ग्राम का मानक वजन पाया गया सही ✔️ किसानों ने खुद समिति के कार्य की पुष्टि की ✔️ भ्रामक वीडियो से कर्मचारियों को किया जा रहा था परेशान गंगेव सेवा सहकारी समिति का कार्य प्रशंसनीय है और यह केंद्र ईमानदार व पारदर्शी धान खरीदी का उदाहरण बनकर सामने आया है।
गंगेव धान खरीदी केंद्र पर वायरल वीडियो का सच आया सामने, किसानों ने खुद किया खुलासा – नियम अनुसार हो रही तौल रीवा | गंगेव गंगेव सेवा सहकारी समिति के धान खरीदी केंद्र को लेकर हाल ही में सोशल मीडिया पर कुछ भ्रामक वीडियो वायरल किए जा रहे थे, जिनमें तौल को लेकर भ्रम फैलाने का प्रयास किया गया। अब इन वायरल दावों की जमीनी सच्चाई सामने आ चुकी है, जहां किसानों ने स्वयं कैमरे के सामने आकर स्पष्ट रूप से कहा कि धान की तौल पूरी तरह नियम और मापदंड के अनुसार की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रिपोर्टर द्वारा मौके पर पहुंचकर स्वयं जांच और कवरेज की गई, जिसमें 6 बोरियों का कांटा (तौल) सार्वजनिक रूप से कराया गया। जांच के दौरान पाया गया कि प्रत्येक बोरी का वजन 40 किलो 600 ग्राम रहा, जो कि सरकारी नियमावली के अनुसार निर्धारित मानक वजन है। किसानों ने कहा – सही काम को बदनाम किया जा रहा मौके पर मौजूद किसानों ने साफ शब्दों में कहा कि समिति द्वारा किसी प्रकार की तौल में गड़बड़ी नहीं की जा रही है, बल्कि कुछ लोग जानबूझकर कर्मचारियों को परेशान करने और संस्था की छवि खराब करने के उद्देश्य से वीडियो वायरल कर रहे हैं। किसानों ने यह भी बताया कि: तौल पारदर्शी तरीके से हो रही है कांटा सभी के सामने लगाया जाता है किसी किसान से अतिरिक्त अनाज नहीं लिया जा रहा समिति प्रबंधन की सराहना गंगेव सेवा सहकारी समिति द्वारा धान खरीदी का कार्य पूरी पारदर्शिता, ईमानदारी और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों के अनुरूप किया जा रहा है। समिति प्रबंधन और कर्मचारियों की निगरानी में खरीदी व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही। समिति के कर्मचारियों ने बताया कि वे शासन द्वारा तय नियमों का पूरी निष्ठा से पालन कर रहे हैं और किसी भी प्रकार की जांच के लिए हमेशा तैयार हैं। भ्रामक प्रचार से बचने की अपील इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि वायरल वीडियो तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किए गए थे। समिति प्रबंधन ने किसानों और आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अपुष्ट वीडियो या अफवाह पर विश्वास न करें और यदि कोई शंका हो तो सीधे समिति या प्रशासन से संपर्क करें। निष्कर्ष ✔️ गंगेव धान खरीदी केंद्र पर तौल पूरी तरह नियम अनुसार ✔️ 40 किलो 600 ग्राम का मानक वजन पाया गया सही ✔️ किसानों ने खुद समिति के कार्य की पुष्टि की ✔️ भ्रामक वीडियो से कर्मचारियों को किया जा रहा था परेशान गंगेव सेवा सहकारी समिति का कार्य प्रशंसनीय है और यह केंद्र ईमानदार व पारदर्शी धान खरीदी का उदाहरण बनकर सामने आया है।
- Avi Standing with the truthमंगवां, रीवा, मध्य प्रदेश👌3 hrs ago
- यहां रीवा (मप्र)में भ्रष्टाचार प्रत्येक विभाग में चरम सीमा पार कर चुका है आम नागरिक न्याय के लिए कहा जाए? अंतिम रास्ता इच्छामृत्यु ही प्रशासन से मांग है 1महीने पहले 08 नवम्बर को बच्ची के साथ स्कूल में मारपीट की घटना विंध्या एकेडमी पब्लिक स्कूल गोपाल नगर चिरहुला कॉलोनी में हुई थी सीएम हेल्पलाइन करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई ये सब आम नागरिक को बेवकूफ बनाने के लिए है आम नागरिक के लिए कोई कही सुनवाई नहीं इस विषय में पर चर्चा करे तो शिकायतकर्ता को बिना कोई भी संतोषप्रद जानकारी और पुष्टि के शिकायत का निराकरण हो जाता है जो भी जानकारी दिए हैं सबूत के तौर पर पुलिस विभाग एवं शिक्षा विभाग को विंध्या एकेडमी पब्लिक स्कूल के संचालक राजपाल सिंह जी वो सभी मीडिया के सामने दिखाए क्यों कि जो भी आरोप उन्होंने अभिभावकों के ऊपर लगाए हैं उसकी वजह से मानसिक एवं सामाजिक तकलीफ झेलनी पड़ रही है वो एक अभिभावक ही समझ सकता है पहले तो FIR ही बड़ी मुश्किल से हुई संघर्ष करना पड़ा उसके बाद की कार्यवाही ये सामने है मतलब बच्चे के साथ मारपीट भी करो और दोष माता पिता के ऊपर थोप दिया जाए जांच दल द्वारा कार्यवाही का सबूत भी सामने रख रहा हूं पुलिस विभाग एवं शिक्षा विभाग ने जो भी एविडेंस रखे हैं मीडिया में प्रकाशित किया जाए ,जांच दल द्वारा केवल इतनी ही कार्यवाही की गई एवं FIR वापस लेने के लिए दबाव बनाया जाने लगा सीएम हेल्पलाइन करने पर कोई कार्यवाही नहीं हुई बल्कि पहले सीएम हेल्पलाइन करने के पहले जो शिकायत डीईओ ऑफिस में दिए थे उसी कार्यवाही को उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर दर्शा दिया एवं शिकायत कटवाने का दबाव BRC महोदय द्वारा बनाया जाने लगा। क्या एक पिता अपने बच्चे के लिए न्याय नहीं मांग सकते? जो मांगते हैं उन्हें खुद पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग एवं संबंधित सभी विभाग और स्कूल संचालक द्वारा दोषी ठहरा दिया जाता है और आए दिन ऐसी घटनाएं सुनने देखने एवं जानने के लिए मिलती है लेकिन कार्यवाही किसी पर भी नहीं होती क्यों कि नीचे से ऊपर तक चाय पानी मिलता रहता है संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को। जैसे प्रेस कांफ्रेंस करके बकायदा ये आरोप लगाया गया कि बच्ची के साथ मारपीट घर पर हुई मीडिया में TRP पाने के लिए स्कूल को बदनाम किया जा रहा है सभी न्यूज चैनल भ्रामक खबरें फैला रहे हैं वैसे ही सीसीटीवी क्लास के अंदर का एवं और भी जो सबूत दिए हो वो पब्लिक के सामने मीडिया के माध्यम से रखें। अब क्यों कि संचालक राजपाल सिंह जी की पत्नी श्री मती हेमलता सिंह जी राजनीतिक पार्टी #बीजेपी से हैं इसलिए राजनीतिक दबाव की वजह से एक #आमनागरिक की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रहीहै लेकिन गलत के खिलाफ न ही दबने वाले हैं न ही झुकने वाले हैं; हमने भी वोट बीजेपी को ही दिया है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि गलत बर्दास्त किया जाएगा। स्कूल खोलने की भी कुछ शर्ते एवं नियम होते हैं डीईओ महोदय मान्यता देते समय उनके द्वारा क्या क्या जांच किया गया एवं कितने नियम एवं शर्तो का पालन सभी प्राइवेट स्कूल वाले कर रहे हैं या नहीं इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा आजकल प्राइवेट स्कूलों की मनमानी बढ़ती जा रही है मोटी रकम फीस की बाकी खर्चे हैं ही उसके बाद बच्चों को जानवर की तरह पीटने के लिए स्कूल नहीं भेजते हैं माता पिता राजनैतिक एवं आर्थिक दबाव और लगभग सभी विभागों में घूस का लेन देन एवं भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है जिसे जड़ से मिटाने का संकल्प हम सभी आम नागरिकों को लेना होगा तभी समाज में व्यापक स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म होगा Anti Corruption Foundation Of India Collector Rewa Jansampark Madhya Pradesh CM Madhya Pradesh Narinder Arora IG REWA Dr Mohan Yadav PMO India #anticorruptionfoundationofindia #rewasp #rewanews #satnanews #shahdolnews #RewaStoryMedia #virat24news #Tezkhabar #rewacity #privateschooleducation #schoolnews4
- सिहावल में नल-जल योजना पूरी तरह फेल, प्रशासन मौन #जलजीवनमिशन_फेल #सिहावल_प्यासा #हरघर_सवाल #जवाबदेही_कहां #सीधी_जिला1
- सतना में मासूमों को HIV का 'जहर' देने वाला कौन ? 200 डोनरों के रिकॉर्ड में छिपे हैं गुनहगार, जांच तेज सतना से एक ऐसा मामला जो सिर्फ लापरवाही नहीं… बल्कि मासूमों के साथ किया गया 'खूनी पाप'है. यहां थैलेसीमिया से पीड़ित 5 मासूम बच्चे अपनी बीमारी से लड़ने के लिए अस्पताल में खून चढ़वाने आए थे, लेकिन सिस्टम की अनदेखी ने उन्हें ताउम्र का दर्द दे दिया. ये बच्चे अब एचआईवी (HIV) पॉजिटिव हो गए हैं. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि महीनों तक इस खौफनाक सच को छिपाया क्यों गया? इसके अलावा सवाल ये भी है कि गलती कहां हुई और ये संक्रमित खून कहां से कैसे आया?1
- ग्राम पंचायत कड़ियार में आवर पशु से किसान परेशान हैं ग्राम कड़ियार आवर पशु के नहीं कोई गोड़ न ही अलमा की सुविधा है किसी भी प्रकार की व्यवस्था की है ग्राम पंचायत कड़ियार के पासटाइम ही नहीं है1
- https://youtube.com/@rohitpathakjarmohra?si=I8ov7tx7jRTtXkik मां शारदा की पूरी वीडियो पाने के लिए चैनल को सब्सक्राइब से लाइक करें संध्या भजन चैनल को 8821934 125 पर आप संपर्क कर सकते हैं मां शारदा के दर्शन पाने के लिए4
- झखौरा गांव का सवाल: हिंदू नहीं, फिर मस्जिद कैसे? स्थानीय लोगों के बीच उठ रहे सवाल। आपको क्या लगता है—सब सामान्य है या जांच जरूरी? अपनी राय कमेंट में दें। #Satna #Jhakhora #LocalNews #PublicApp #MPUpdates #Sawal1
- *मानपुर नगर में हुआ बाघ का भृमण, भड़ारी नदी में एक ब्यक्ति को किया जखमी ब्यौहारी दुर्गेश कुमार गुप्ता बांधव गढ़ रिजर्व फारेष्ट के टाइगर शहरों में भी भृमण करने लगेहैं, दिनांक 23 - 12 - 2025 मंगलवार को दोपहर मानपुर वार्ड नम्बर 03 (सिगुड़ी) और पटेहरा के बीच निकलने वाली भड़ारी नदी में एक यूवक को जोखिम चोंटिल किया है, जिसकी खबर लगते ही वन एवं पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तब तक मोहल्ले का उमेश कुशवा ने चोंटिल यूवक को बाईक से हॉस्पिटल लेजा रहेथे, तभी रास्ते में मानपुर रेंज मुकेश अहिरवार जी द्वारा यूवक को अपने बुलेरो में लेकर मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एडमिट करवाकर इलॉज चालू करवाया गया, जिसके बाद मानपुर पुलिस, रेंजर एवं एसडीओ ने पूरे स्टॉप के सांथ रात्रि 07 बजे तक टाइगर के ढूंढ़ते रहे, मौके पर ड्रोन कैमरा एवं दो हांथी लगाकर तलास किया जा रहाथा, बड़े मेहनत के बाद घटना स्थल से दूर नामदेव के अरहल खेत में रात्रि तकरीबन 06 45 बजे टाइगर दिखा, जिसे खदेड़ कर कुठुलि - पटेहरा के जंगल क्षेत्र तरफ भड़ारी नदी पार करवाया गया | चोंटिल यूवक भैयालाल पिता दुर्गा कुशवाहा उम्र 25 वर्ष ने बताया कि बस्ती पास पटेहरा रोड भड़ारी नदी पुलिया के पास मैने भैंस लौटाने गया, तभी बाघ ने अंजाने में पीछे से मुह फाड़कर मेरे ऊपर हमला कर दिया, तब मेरे पीठमें पंजा लगाथा, तभी अपने जान को बचाने के लिये मैं बहती नदी के धारमें छलांग लगाकर लेट गया, तब वह बाघ पुनह लौटकर मेरे कंद्धे को अपने जबड़े मे दबेचा, तब में गुहार लगाकर जोर से रोने लगा, तभी वहां अन्य कई चरवाहों ने सोर करके भाग को दूर भगाने में शफल रहे | मानपुर रेंजर ने बताया कि पैर के पहचान से पहचान हुआ है कि यह नर बाघ है, क्षेत्रवासियों से अपील किये कि यह कभी भी फिर चक्कर लगा शक्ताहै इसलिये क्षेत्रवासी कृपया सावधानी रखें टाइगर की मूमेंट मिलते ही वन विभाग को त्वरित जानकारी दें |1
- फूलपुर में व्यवसायी को लगातार जान से मारने की धमकी, पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल प्रयागराज। थाना फूलपुर क्षेत्र में एक स्थानीय व्यवसायी को लगातार जान से मारने की धमकियां मिलने का मामला सामने आया है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है। पीड़ित व्यवसायी कृष्ण कुमार केसरवानी, निवासी ग्राम प्रतापपुर खुर्द, थाना फूलपुर, ने इस संबंध में उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित के अनुसार, 28 नवंबर 2025 की रात्रि लगभग 10:49 बजे उन्हें एक अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन आया, जिसमें कॉल करने वाले ने भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। फोन करने वाले ने अपना नाम बताने से इनकार किया और गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। कृष्ण कुमार केसरवानी का कहना है कि इसके बाद भी उन्हें लगातार धमकी भरे फोन कॉल आ रहे हैं, जिनकी कॉल रिकॉर्डिंग उनके पास सुरक्षित है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 30 नवंबर 2025 की रात्रि जब वह प्रयागराज में एक वैवाहिक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तब दोपहिया वाहन सवार 3 से 4 अज्ञात व्यक्ति काफी देर तक उनका पीछा करते रहे। किसी तरह सुरक्षित स्थान पर रुकने के बाद वे लोग वहां से चले गए। पीड़ित व्यवसायी का आरोप है कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत थाना फूलपुर में दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे उन्हें और उनके परिवार को जान-माल का गंभीर खतरा बना हुआ है। व्यवसायी ने पुलिस प्रशासन से तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराने तथा धमकी देने वाले अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था और पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।1
- #खाक चौक में सादगी की मिसाल बने डीएम मनीष वर्मा #प्रयागराज के खाक चौक में एक खास दृश्य देखने को मिला, जब जिला #अधिकारी #मनीष वर्मा साधु-संतों के बीच खुद रोटियां सेकते नजर आए। मेले के दौरान उन्होंने जमीन पर बैठकर साधु-संतों से आत्मीयता से बातचीत की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। डीएम मनीष वर्मा पहले भी अपनी सादगी और संवेदनशीलता के लिए चर्चा में रहे हैं। कभी जमीन पर बैठकर फरियादियों की सुनवाई करना, तो कभी आमजन से सीधे संवाद करना—इन छोटे-छोटे अंदाज़ों ने उन्हें लोगों के बीच लोकप्रिय बनाया है। आज का यह दृश्य भी उनकी मानवीय सोच और सेवा भावना को दर्शाता है। प्रशासन और जनता के बीच दूरी घटाने के साथ-साथ यह तरीका सेवा और संवेदना का सकारात्मक संदेश देता है। संगम नगरी प्रयागराज में साधु-संतों के साथ बैठकर रोटी सेकते उनका यह अंदाज़ लोगों के दिल को छू रहा है। #खाकचौक #मनीषवर्मा #सादगी #प्रयागराज #जनसेवा1