*दिनांक 31/08/2025 (राधाष्टमी) रविवार के दिन करिए पांच अर्चकों द्वारा संगीतमय माॅ गंगा आरती का दिव्य दर्शन प्रतिदिन शाम 6.30 से 7.30 तक* मंगला आरती एक अर्चक द्वारा प्रतिदिन प्रातः काल *स्थान - माॅ विंध्यवासिनी पक्का घाट विन्ध्याचल* आयोजक विन्ध्य विकास परिषद 🙏🙏🙏🙏 विन्ध्याचल धाम जो आदिशक्ति महारानी माँ विन्दुवासिनी का धाम है यही माँ विंदु की अधिष्ठात्री देवी है जिस प्रकार विंदु के बिना एक रेखा का सृजन नहीं हो सकता उसी प्रकार आदिशक्ति महारानी विन्दुवासिनी जिसे विन्ध्य पर्वत निवासिनी विन्ध्यवासिनी भी कहते है उसके बिना इस सृष्टि की परिकल्पना नहीं कि जा सकती माँ ही त्रिदेव की जननी है। माँ के इस विन्ध्य धाम में तीन विंदु एक समान दूरी पर तीन महा शक्तियों के साथ एक दुर्लभ त्रिकोण महा लक्ष्मी महा कालीऔर महा सरस्वती की शक्ति के साथ बनाती है जो यहाँ यात्रा करनेवाले यात्रियों को त्रिकोण दर्शन से जहाँ उनके जीवन के असंतुलन को संतुलित करने का काम करती है वहीं यहाँ प्रवाहित भागीरथी गंगा चौथी शक्ति के रूप में इस धाम को दुर्लभ बना एक जीवनदायनी शक्ति प्रदान करती है। विन्ध्य गंगा के महात्म पर प्रकाश डाले तो माँ गंगा ही है जो विन्ध्याचल धाम को इस धरा पर एक दुर्लभ तिर्थ बनाती है। क्यों की गंगा के गंगोत्री से गंगा सागर की पूरी अथक यात्रा को यदि देखें तो यही पर गंगा ने विश्राम किया है जिसका वर्णन विंध्यखण्ड की कथा औषनश उप महा पुराण में आया भी है जहाँ माँ गंगा ने पाण्डू देश के राजा पुण्यकृति को कहा है की विन्ध्याचल हमारा निवास स्थान है यहाँ मैं विशेष रूप से पाप का शमन करती हूँ यहाँ कोई मुझे सिर्फ अपनी नंगी आँखों से बस निहार ले तो मैं उसके सात जन्म के पाप नष्ट कर देती हूँ। क्यों कि इसी धाम में गंगा का संगम विन्ध्य पर्वत से हुआ है यहाँ माँ विन्ध्य पर्वत श्रृंखला के ऊपर से बही जिससे विन्ध्यपर्वत ने भगवती गंगा को अपनी सम्पूर्ण अथक यात्रा में थोड़ा विश्राम करनें का अवसर प्रदान किया । जिसका प्रमाण यहाँ शिवपुर का रामशिला है जहाँ त्रेता युग में स्वयं भगवान राम ने आकर विन्ध्य गंगा के संगम पर अपने पितरों का पिण्ड दान किया जिसके बाद उसे राम गया के नाम से जाना जाने लगा । विन्ध्य धाम का विन्ध्य गंगा का संगम ही इसे मणिद्वीप बनाता है भारत वर्ष के सम्पूर्ण शक्ति पीठों में विन्ध्याचल ही एक मात्र ऐसा शक्तिपीठ है जिसे भगवती पतित पावनी गंगा स्पर्श करती और इस धाम को ईसी स्पर्श से सिद्धिपीठ बना देती है। विन्ध्यपर्वत श्रृंखला से निकलने वाली दो नदियों ने भी इस धाम में गंगा के साथ संगम कर दुर्लभ तीर्थ बना दिया एक नदी है कर्णावती जिसका संगम गंगा से जहाँ हुआ है उस संगम तट पर स्नान करना ब्रह्महत्या जैसे महापाप को नष्ट करने वाला है यहीं त्रेता युग में रावण के वध से लगे महापाप से मुक्ति के लिए स्वयं भगवान श्री राम ने भी कर्णावती गंगा संगम तट पर स्नान किया। एक और नदी जिसे औघजला नदी कहते है उसका भी यहाँ गंगा से संगम हुआ है उसी संगम तट पर वामन भगवान का मंदिर है इस संगम तट पर स्नान से समस्त पाप नष्ट होते हैं और एक अश्वमेघ यज्ञ के फल की प्राप्ति होती है ऐसी हमारी पौराणिक मान्यता है। यहा पर माँ गंगा चन्द्रमा अकार मे है जिस गंगा घाट पर माँ गंगा की दैनिक आरती होती है उसे विन्ध्य धाम में माँ विन्ध्यवासिनी पक्का घाट के नाम से जाना जाता है यहीं माँ के लक्ष्मी कुण्ड विद्यमान है जहाँ माँ राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी माँ विन्ध्यवासिनी प्रतिदिन स्नान करने आती है ऐसी मान्यता है व दैनिक चारों आरती में होने वाले माँ के स्नान के चरणों का जल त्रिदेव की मूर्तियीं को स्नान करा कर सम्पूर्ण शक्ति के साथ माँ गंगा से जिस स्थल पर गिरता है उसे लक्ष्मी कुण्ड कहतें हैं वो विन्ध्याचल के माँ विन्ध्यवासिनी पक्का घाट पर स्थित है जहाँ माँ गंगा की दैनिक आरती लगभग पंद्रह वर्षों से होने वाली भव्य आरती दर्शन से भक्तों को माँ विन्ध्यवासिनी की सम्पूर्ण शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर भक्त सम्पूर्ण आनंद की प्राप्ति करता है
*दिनांक 31/08/2025 (राधाष्टमी) रविवार के दिन करिए पांच अर्चकों द्वारा संगीतमय माॅ गंगा आरती का दिव्य दर्शन प्रतिदिन शाम 6.30 से 7.30 तक* मंगला आरती एक अर्चक द्वारा प्रतिदिन प्रातः काल *स्थान - माॅ विंध्यवासिनी पक्का घाट विन्ध्याचल* आयोजक विन्ध्य विकास परिषद 🙏🙏🙏🙏 विन्ध्याचल धाम जो आदिशक्ति महारानी माँ विन्दुवासिनी का धाम है यही माँ विंदु की अधिष्ठात्री देवी है जिस प्रकार विंदु के बिना एक रेखा का सृजन नहीं हो सकता उसी प्रकार आदिशक्ति महारानी विन्दुवासिनी जिसे विन्ध्य पर्वत निवासिनी विन्ध्यवासिनी भी कहते है उसके बिना इस सृष्टि की परिकल्पना नहीं कि जा सकती माँ ही त्रिदेव की जननी है। माँ के इस विन्ध्य धाम में तीन विंदु एक समान दूरी पर तीन महा शक्तियों के साथ एक दुर्लभ त्रिकोण महा लक्ष्मी महा कालीऔर महा सरस्वती की शक्ति के साथ बनाती है जो यहाँ यात्रा करनेवाले यात्रियों को त्रिकोण दर्शन से जहाँ उनके जीवन के असंतुलन को संतुलित करने का काम करती है वहीं यहाँ प्रवाहित भागीरथी गंगा चौथी शक्ति के रूप में इस धाम को दुर्लभ बना एक जीवनदायनी शक्ति प्रदान करती है। विन्ध्य गंगा के महात्म पर प्रकाश डाले तो माँ गंगा ही है जो विन्ध्याचल धाम को इस धरा पर एक दुर्लभ तिर्थ बनाती है। क्यों की गंगा के गंगोत्री से गंगा सागर की पूरी अथक यात्रा को यदि देखें तो यही पर गंगा ने विश्राम किया है जिसका वर्णन विंध्यखण्ड की कथा औषनश उप महा पुराण में आया भी है जहाँ माँ गंगा ने पाण्डू देश के राजा पुण्यकृति को कहा है की विन्ध्याचल हमारा निवास स्थान है यहाँ मैं विशेष रूप से पाप का शमन करती हूँ यहाँ कोई मुझे सिर्फ अपनी नंगी आँखों से बस निहार ले तो मैं उसके सात जन्म के पाप नष्ट कर देती हूँ। क्यों कि इसी धाम में गंगा का संगम विन्ध्य पर्वत से हुआ है यहाँ माँ विन्ध्य पर्वत श्रृंखला के ऊपर से बही जिससे विन्ध्यपर्वत ने भगवती गंगा को अपनी सम्पूर्ण अथक यात्रा में थोड़ा विश्राम करनें का अवसर प्रदान किया । जिसका प्रमाण यहाँ शिवपुर का रामशिला है जहाँ त्रेता युग में स्वयं भगवान राम ने आकर विन्ध्य गंगा के संगम पर अपने पितरों का पिण्ड दान किया जिसके बाद उसे राम गया के नाम से जाना जाने लगा । विन्ध्य धाम का विन्ध्य गंगा का संगम ही इसे मणिद्वीप बनाता है भारत वर्ष के सम्पूर्ण शक्ति पीठों में विन्ध्याचल ही एक मात्र ऐसा शक्तिपीठ है जिसे भगवती पतित पावनी गंगा स्पर्श करती और इस धाम को ईसी स्पर्श से सिद्धिपीठ बना देती है। विन्ध्यपर्वत श्रृंखला से निकलने वाली दो नदियों ने भी इस धाम में गंगा के साथ संगम कर दुर्लभ तीर्थ बना दिया एक नदी है कर्णावती जिसका संगम गंगा से जहाँ हुआ है उस संगम तट पर स्नान करना ब्रह्महत्या जैसे महापाप को नष्ट करने वाला है यहीं त्रेता युग में रावण के वध से लगे महापाप से मुक्ति के लिए स्वयं भगवान श्री राम ने भी कर्णावती गंगा संगम तट पर स्नान किया। एक और नदी जिसे औघजला नदी कहते है उसका भी यहाँ गंगा से संगम हुआ है उसी संगम तट पर वामन भगवान का मंदिर है इस संगम तट पर स्नान से समस्त पाप नष्ट होते हैं और एक अश्वमेघ यज्ञ के फल की प्राप्ति होती है ऐसी हमारी पौराणिक मान्यता है। यहा पर माँ गंगा चन्द्रमा अकार मे है जिस गंगा घाट पर माँ गंगा की दैनिक आरती होती है उसे विन्ध्य धाम में माँ विन्ध्यवासिनी पक्का घाट के नाम से जाना जाता है यहीं माँ के लक्ष्मी कुण्ड विद्यमान है जहाँ माँ राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी माँ विन्ध्यवासिनी प्रतिदिन स्नान करने आती है ऐसी मान्यता है व दैनिक चारों आरती में होने वाले माँ के स्नान के चरणों का जल त्रिदेव की मूर्तियीं को स्नान करा कर सम्पूर्ण शक्ति के साथ माँ गंगा से जिस स्थल पर गिरता है उसे लक्ष्मी कुण्ड कहतें हैं वो विन्ध्याचल के माँ विन्ध्यवासिनी पक्का घाट पर स्थित है जहाँ माँ गंगा की दैनिक आरती लगभग पंद्रह वर्षों से होने वाली भव्य आरती दर्शन से भक्तों को माँ विन्ध्यवासिनी की सम्पूर्ण शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर भक्त सम्पूर्ण आनंद की प्राप्ति करता है
- गोदी मीडिया पत्रकार से कोई बात नहीं करना चाहता लेकिन फिर भी मुसलमानो की मस्जिद के बाहर जबरदस्ती कर रहे है , वन्दे मातरम बुलवा रहे है , मौलवी साहब ने बढ़िया सबक सिखाया ,1
- सीईपीसी (Carpet Export Promotion Council) को नया वाइस चेयरमैन मिल गया है। असलम महबूब की जीत के बाद कार्पेट इंडस्ट्री से जुड़े निर्यातकों और बुनकरों में खासा उत्साह देखने को मिला। जगह-जगह समर्थकों ने मिठाइयाँ बांटीं और फूल-मालाओं से स्वागत कर जीत की मुबारकबाद दी। नवनिर्वाचित वाइस चेयरमैन असलम महबूब ने हमारे संवाददाता से खास बातचीत में कहा कि यह जीत किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरी कार्पेट इंडस्ट्री की जीत है। उन्होंने बताया कि उनकी प्राथमिकता इंडस्ट्री को संकट से उबारना, सरकार के सामने लंबित मांगों को मजबूती से रखना और निर्यातकों को हर संभव सुविधा दिलाना है। इस वीडियो में जानिए— ▪️ असलम महबूब की पहली प्रतिक्रिया ▪️ इंडस्ट्री#CEPC #AslamMahboob #CEPCViceChairman #CarpetExportPromotionCouncil #CarpetIndustry #CarpetExport #IndianCarpet #BhadohiCarpet #MirzapurCarpet #UPIndustry #Exporters #IndianExport #BusinessNews #HindiBusinessNews #IndustryNews #BreakingNews #ExclusiveInterview #MakeInIndia #VocalForLocal1
- Post by BHADOHI REPUBLIC NEWS (BRN BHARAT)1
- मिर्ज़ापुर के ढाडीराम में बकरी चोरी करने वाले पकड़े गए1
- हर ग्रह कुछ कहता है, क्या लिखा है आपकी कुण्डली में ये जानना और किस उपाय को करने से जागृत होगा अष्टम भाव जिससे खुल जायेगा किस्मत का ताला जानना चाहते हो तो सम्पर्क जरूर करें अपना अपॉइंटमेंट बुक करें आज ही 9335524343 जय मां कामाख्या1
- *राजस्थान के कोटा के रामपुरा बाजार स्थित ज्वैलर्स पर ज्वैलरी स्टोन दिखा रहे एक व्यापारी को अचानक हार्ट अटैक आया, शोरूम मालिक ने CPR देकर जान बचाई, यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।*1
- उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के जागृति विहार सेक्टर-6 से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सड़क विवाद के बीच कथित तौर पर एक व्यक्ति ने रातों-रात सार्वजनिक सड़क पर पक्का मकान खड़ा कर दिया। सुबह जब स्थानीय निवासी बाहर निकले तो सड़क की जगह मकान देखकर हैरान रह गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रास्ता वर्षों से आम आवागमन के लिए इस्तेमाल हो रहा था। वहीं मकान मालिक का दावा है कि जमीन उसकी निजी संपत्ति है और उसने वैध रूप से निर्माण कराया है। मामले को लेकर क्षेत्र में तनाव का माहौल है और अब मेरठ नगर निगम से भूमि रिकॉर्ड की जांच कर कार्रवाई की मांग की जा रही है।1
- सीईपीसी को नया वाइस चेयरमैन मिल गया है। असलम महबूब की जीत के बाद कार्पेट इंडस्ट्री में जश्न का माहौल है।#CEPC #AslamMahboob #CEPCViceChairman #CarpetExportPromotionCouncil #CarpetIndustry #CarpetExport #IndianCarpet #BhadohiCarpet #MirzapurCarpet #UPIndustry #Exporters #IndianExport #BusinessNews #HindiBusinessNews #IndustryNews #BreakingNews #ExclusiveInterview #MakeInIndia #VocalForLocal1