गुमला के सीलम स्थित 218 सीआरपीएफ कैंप में जवान ने खुद को मारी गोली, मौके पर हुई मौत गुमला। सीलम स्थित 218 सीआरपीएफ कैंप में सीआरपीएफ के एक जवान ने खुद को गोली मार ली। घटना के बाद उसकी मौत हो गई। मृत जवान हिमाचल प्रदेश का रहने वाला था और उसका नाम संजय कुमार है। घटना के बाद गुमला के एसपी हरविंदर सिंह, एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल, थाना प्रभारी विनोद कुमार सहित अन्य पदाधिकारी सीआरपीएफ कैंप पहुंचे। घटना के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। बताया जाता है कि 20 नवंबर को ही वह 15 दिन की छुट्टी के बाद ड्यूटी ज्वाइन किया था। उसकी मां की तबीयत खराब रहती है जिसको लेकर वह छुट्टी में था और छुट्टी समाप्त कर वापस ड्यूटी में आया था। सोमवार की शाम 3 सदस्य डॉक्टरों की टीम के द्वारा जवान का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। वहीं, पूरे घटना की जानकारी जवान के परिजनों को दी गई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
गुमला के सीलम स्थित 218 सीआरपीएफ कैंप में जवान ने खुद को मारी गोली, मौके पर हुई मौत गुमला। सीलम स्थित 218 सीआरपीएफ कैंप में सीआरपीएफ के एक जवान ने खुद को गोली मार ली। घटना के बाद उसकी मौत हो गई। मृत जवान हिमाचल प्रदेश का रहने वाला था और उसका नाम संजय कुमार है। घटना के बाद गुमला के एसपी हरविंदर सिंह, एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल, थाना प्रभारी विनोद कुमार सहित अन्य पदाधिकारी सीआरपीएफ कैंप पहुंचे। घटना के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। बताया जाता है कि 20 नवंबर को ही वह 15 दिन की छुट्टी के बाद ड्यूटी ज्वाइन किया था। उसकी मां की तबीयत खराब रहती है जिसको लेकर वह छुट्टी में था और छुट्टी समाप्त कर वापस ड्यूटी में आया था। सोमवार की शाम 3 सदस्य डॉक्टरों की टीम के द्वारा जवान का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। वहीं, पूरे घटना की जानकारी जवान के परिजनों को दी गई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
- Sunder SinghGairsain, Chamoli🙏on 2 December 2023
- आदिवासी बच्चे रो रो के परेशान1
- जशपुर न्यायालय परिसर में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और अपने लंबे समय से लंबित मामलों का आपसी सहमति से निपटारा कराया। शनिवार की शाम पांच बजे मिली जानकारी के अनुसार नेशनल लोक अदालत में राजीनामा योग्य एवं प्री-लिटिगेशन प्रकरणों की सुनवाई की गई। विभिन्न मामलों में पक्षकारों के बीच समझौते के माध्यम से विवादों का समाधान किया गया, जिससे लोगों को न्यायालयी प्रक्रिया से राहत मिली। लोक अदालत के माध्यम से समय और खर्च दोनों की बचत हुई।1
- ranchi ramgarh1
- झारखंड में स्कॉलरशिप का आंदोलन हुआ सफल हेमंत सोरेन ने कहा?नहीं मिल पाएगा स्कॉलरशिप।#jharkhand।1
- धान मंडी की खुली राज किसान रोने लगे/ किसान बर्बाद हो गया जाने पूरी सच 🙄🙄#news #jashpur Hamar jasjpurधान मंडी की खुली राज किसान रोने लगे/ किसान आत्महत्या करने पर मजबूर 🙄🙄#news #jashpur Hamar jasjpur1
- Post by Omprakash Yaduwanshi1
- पैसे लेकर महिला ने कराया था गैंग रेप का झूठा केस, पुलिस ने की तफ्तीएस, महिला समेत पांच आरोपी गिरफ्तार। दिनांक-12.12.25, धारा-308(5)/231/308(4)/76/352/चान्हों थाना कांड सं० 181/25 351(2) (3)/61(2) भा०न्या०सं०-2023 के अनुसंधान के क्रम में प्राथमिकी नामजद अभियुक्त साबिर खान, नसीम अहमद, नसीहा खातून, विक्की खान, इम्तेयाज आलम को वादी के विरुद्ध मारपीट, रंगदारी मांगने एवं अपराधिक अतिचार करते हुए महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोप में दिनांक-13.12.25 को पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार किया गया। कांड के अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी है कि अभियुक्त साबिर खान एवं नसीम अहमद के द्वारा पूर्व के दुश्मनी को लेकर अपने ही गाँव के सद्दाम अंसारी एवं अन्य के विरुद्ध फर्जी तरीके से षडयंत्र के तहत् नसीहा खातून को फर्जी गैंग रेप का केस करने के लिए पैसे देकर तैयार किया गया एवं षडयंत्र के तहत् दिनांक 02.09.2025 को बेड़ो पहुँचकर फर्जी घटनास्थल का चिन्हित किया गया एवं फर्जी गवाह बनाते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध झूठा केस बेड़ों थाना में थाना कांड सं0-85/25 दर्ज करवाया गया। चूंकि साबिर खान बलसोकरा के एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं जिसका दुरुपयोग करते हुए कांड के अनुसंधान को प्रभावित करने का काम किया गया एवं अनुसंधान में व्यवधान उत्पन्न किया। सभी अभियुक्तों ने अपना अपना स्वीकारोक्ति बयान दिया जिसमें सभी अपना अपराध को स्वीकार किये हैं।1
- जशपुर जिले के धान खरीदी केंद्रों ने सर्वर फेल होने से दिनभर किसान होते रहे परेशान, धान खरीदी ठप—किसान रहे परेशान। जशपुर जिले के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों में पूरे दिन सर्वर फेल रहने से धान खरीदी व्यवस्था प्रभावित रही। सुबह से शाम तक सर्वर में बार-बार तकनीकी गड़बड़ी आने के कारण किसान खरीदी केंद्रों पर भटकते रहे। शनिवार की शाम पांच बजे मिली जानकारी के अनुसार मनोरा धान खरीदी केंद्रों पर सर्वर डाउन रहने से न तो पंजीयन संबंधी कार्य हो सका और न ही धान खरीदी की प्रक्रिया आगे बढ़ पाई। इससे किसानों के साथ-साथ समिति प्रबंधक और कर्मचारी भी परेशान नजर आए। धान खरीदी समितियों ने बताया कि लगातार तकनीकी समस्याओं के चलते खरीदी कार्य बाधित हो रहा है। उन्होंने व्यवस्था सुधारने के लिए शीघ्र तकनीकी हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि किसानों को अनावश्यक परेशानी से राहत मिल सके।1