Shuru
Apke Nagar Ki App…
5 दिसंबर का किस्सा 5 दिसंबर को बताया जाएगा ऐसा क्या हुआ कि दोस्ती से ही तौबा कर ली
🚨👑MR. SINGH
5 दिसंबर का किस्सा 5 दिसंबर को बताया जाएगा ऐसा क्या हुआ कि दोस्ती से ही तौबा कर ली
More news from Uttarakhand and nearby areas
- आज 5 दिसम्बर को वृहस्पति मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे 3 38 पर इससे शक्तिशाली ग्रह यूनिवर्स में नहीं है गुरु...1
- Post by Dapik Kumar1
- लड़कियों को इतना ही बहादुर होना चाहिए पन्ना में गैारवी ट्रेवल कर रही थी तभी दो लड़के उनकी फोटो खींचने लगे, गौरवी को शक हुआ और उन्होंने उन लड़कों को वहीं सबक सिखाया ।1
- मशहूर यूट्यूबर सौरव जोशी के शादी वाले रिसेप्शन में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी! सौरव और उनकी पत्नी अवंतिका को दी बधाई...1
- अनुशासन और नेतृत्व क्षमता विकसित करें युवा : रेखा आर्या हिंदुस्तान स्काउट एवं गाइड समागम कार्यक्रम का समापन, विजेताओं को किया सम्मानित1
- जैसी करनी वैसी भरनी यम से डन्डे लगवाऊंगा ऐसा हिन्दू राष्ट्र बनाऊंगा1
- 🚨 पीलीभीत पुलिस का बड़ा खुलासा: फर्जी कॉल सेंटर चलाकर ठगी करने वाले 3 जालसाज गिरफ्तार 🚨 पीलीभीत, त्रिलोक न्यूज़। जिले में साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत घुंघचिहाई थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर लोगों की मेहनत की कमाई उड़ाने वाले तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। एएसपी विक्रम दहिया ने गुरुवार को पुलिस लाइन में इस पूरे मामले का खुलासा किया। गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। 💰 बरामदगी और आरोपी * बरामदगी: 9 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, ₹59,500 नकद, और अन्य आपत्तिजनक सामान (दुबई का सिम सहित)। * गिरफ्तार आरोपी: * अमृतपाल (सरगना) * धर्मेंद्र कुमार * प्रियांशु दीक्षित ✈️ दुबई कनेक्शन और ठगी का तरीका पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गिरोह का सरगना अमृतपाल 2024 में दुबई गया था, जहां उसने एक कॉल सेंटर में काम किया और ठगी का तरीका सीखा। वापस आकर, उसने अपने साथियों के साथ घर से ही अवैध कॉल सेंटर शुरू कर दिया। * गेमिंग ऐप का इस्तेमाल: ये जालसाज गेमिंग ऐप (जैसे एवियेटर और रम्मी) का सहारा लेते थे। * विश्वास जीतना: ये पीड़ितों को कॉल करके गेम खेलने के लिए प्रेरित करते थे। शुरुआत में, वे जानबूझकर उन्हें ऊंची दरों से जितवाते थे और रकम खाते में भेज देते थे। * खाता खाली करना: इस प्रक्रिया में, वे खाताधारक की गोपनीय जानकारी जुटा लेते थे और बाद में उसका पूरा अकाउंट खाली कर देते थे। 🧩 ठगी के नेटवर्क में साथियों की भूमिका * धर्मेंद्र कुमार: यह जनसेवा केंद्र चलाता था और ठगी की रकम निकालने के लिए अपने और श्रमिकों के बैंक खाते (पासबुक और मोबाइल नंबर) मुहैया कराता था। इसके लिए उसे 5% कमीशन मिलता था। * प्रियांशु दीक्षित: यह ब्लैकमार्केट में ₹1,000 में प्री-एक्टिवेटेड सिम उपलब्ध कराता था। वे ग्राहकों से सिम एक्टिवेट करने के बहाने अंगूठा लगवाकर सिम खुद रख लेते थे। 🌏 कई राज्यों से जुड़े तार पुलिस को जेएमआईएस पोर्टल पर पता चला है कि इन जालसाजों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे बैंक खातों पर ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार, कर्नाटक, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में साइबर फ्रॉड के मामलों में 'होल्ड' लगा हुआ है। एएसपी विक्रम दहिया ने बताया कि पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य खातों और पहलुओं की गहनता से जाँच कर रही है।1
- यूपी – गाजियाबाद में सर्राफा व्यापारी गिरधारीलाल की हत्या का CCTV सामने आया। नकाबपोश बदमाश दुकान लूटने के इरादे से अंदर घुसा। लाल मिर्ची दुकानदार की आंख में फेंकी, फिर चाकू जैसी वस्तु से ताबड़तोड़ प्रहार किए। बेटे ने हिम्मत दिखाकर हत्यारोपी अंकित को पकड़ा।1