Shuru
Apke Nagar Ki App…
चोरों को किया गिरफ्तार
सुरेश गुर्जर
चोरों को किया गिरफ्तार
More news from Kota and nearby areas
- #protest ढाका में 17 दिसंबर को भारतीय दूतावास के बाहर जुलाई ओइक्या नाम को संगठन का विरोध प्रदर्शन...1
- राजस्थान ब्रेकिंग न्यूज़ और पब्लिक एप का सुबह का ताजा अपडेट। राजस्थान ब्रेकिंग न्यूज़ चैनल हेड रमेश गांधी ने आज सुबह सर्किट हाउस में यूडीएच मंत्री झवर सिंह खर्रा से विशेष भेटवार्ता की।1
- #गौसेवकों का एसडीएम बसवा को ज्ञापन बोले #गौसेवकों उनकी #माता #बहनों और हिन्दू #राष्ट्र निर्माण की मांग करने वालों के खिलाफ #अमर्यादित पोस्ट डालने वालों के खिलाफ हो #कार्रवाई1
- Aaj karera me kohre ke karan bazar me soonsan1
- भीम आर्मी और जयस नेता बोले—सत्ता बहुजन आवाज़ से डर रही है।1
- कई वर्षों से अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के संस्थापक अरविंद चौहान जी के द्वारा ग्वालियर चंबल संभाग में गरीबों की कर रहे निस्वार्थ सेवा...........👀🌹 ग्वालियर महाराज बाड़ा पर ठंड से राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रोड पर सोए हुए ग़रीब जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरण ....। अचलनाथ मानव सेवा संस्थान के द्वारा संस्थापक:- अरविंद चौहान ।1
- #Crime गोरखपुर: 30 टन मिलावटी चना पकड़ा: चमड़ा रंगने वाला औरामाइन केमिकल लगाकर चने को पीला चमकदार बनाया जा रहा था। ये केमिकल प्रतिबंधित और जहरीला है। मां तारा ट्रेडर्स इस चने की 375 बोरी बेच भी चुका है...1
- #दौसा : वीसीआर भरने पहुंचे एईएन मुकेश मीणा को बैठाया लालसोट #विधायक #रामविलास_मीणा बोले कोई #वीसीआर #भरने आए तो बिठा लो #गाड़ी की हवा निकाल दो ज्यादा करें तो #पेड़ के #बांध दो जो होगा देखा जाएगा । वीडियो हो रहा सोशल मीडिया पर वायरल Jvvnl Dausa Bhajanlal Sharma CMO Rajasthan Ashok Gehlot Rajendra Singh Gudha BJP Rajasthan Madan Rathore Avinash gehlot #jvvnljaipur #viralvedio #latestupdate #viralrajasthan #Arti_Dogra1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1