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संजना अहिरवार बरुआसागर
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- सागर आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण से ही विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त होगा - केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार By नीरज वैद्यराज पत्रकार 07582888100 सागर. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली से प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर म.प्र. में संचालित योजनाओं की समीक्षा कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में आयोजित किया गया. इस समीक्षा बैठक में डॉ. वीरेन्द्र कुमार जी, माननीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली एवं अध्यक्ष, डॉ. अम्बेडकर प्रतिष्ठान, नई दिल्ली उपस्थित रहे. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सागर सांसद डॉ. लता वानखेड़े एवं विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की उपस्थिति रही. समीक्षा बैठक में डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र की समन्वयक प्रो. चंदा ने स्वागत वक्तव्य देते हुए केंद्र की गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी साझा की. प्रो. राजेश गौतम ने डॉ. अम्बेडकर चेयर द्वारा की जा रही गतिविधियों एवं उल्लेखनीय कार्यक्रमों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी. इसी क्रम में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. डी.के. नेमा ने नशा मुक्त भारत अभियान का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित विभिन्न गतिविधियों एवं जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी दी. सागर सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की योजनाओं एवं विभिन्न गतिविधियों के संचालन में आगे बढ़कर अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है. उन्होंने कहा कि नशा जैसी कुरीतियों को दूर करने के लिए बहुत व्यापक स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में इस कुरीति को दूर करके ही हम विकसित भारत के निर्माण में सहयोग कर सकते हैं. इस अवसर पर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि माननीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र सिंह जी का बुंदेलखंड और इस विश्वविद्यालय से विशेष लगाव है जिसके कारण हमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से लगातार सहयोग मिल रहा है. मंत्रालय के सहयोग से ही हमने डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र, डॉ. अम्बेडकर चेयर जैसे दो केन्द्रों को शुरू किया तथा छात्रावासों के निर्माण कार्य को पूरा किया. विश्वविद्यालय ने बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना एवं अन्य कई योजनाओं के तहत विभिन्न प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे हैं जिनमें पूरा सहयोग हमें प्राप्त होगा. कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने विशेष आग्रह करते हुए कहा कि मंत्रालय द्वारा यूजीसी नेट हेतु कोचिंग की स्कीम को फिर से शुरू की जाए ताकि इस अंचल के विद्यार्थियों को नेट परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा सफलता मिल सके और साथ ही शोध पाठ्यक्रमों में उनका अधिक संख्या में प्रवेश हो सके क्योंकि अब पी-एचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश नेट परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रारम्भ हो गया है. विश्वविद्यालय समाज के सभी वंचित वर्गों के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहा है. नशा मुक्त भारत और विकसित भारत की दिशा में ठोस ढंग से कार्य कर रहा है और हम मंत्रालय और सांसद महोदया के सहयोग से और आगे बढ़कर विकसित भारत की दिशा में योगदान कर पायेंगे. केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार जी ने कहा कि मुझे सागर शहर और इस विश्वविद्यालय में आना सबसे ज्यादा सुकून देता है. यहाँ आने पर अतीत की स्मृतियाँ ताजा हो जाती हैं. अपनी माटी से ही अपनी पहचान है. आत्मीयता की अनुभूति सबसे अधिक अपनी मिट्टी और अपनी धरती पर ही होती है. उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति और उपलब्धियों की सराहना की. उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपके भीतर बहुत ऊर्जा और क्षमता है. अपनी प्रतिभा को निखारिये और देश के काम में स्वयं को संलग्न कीजिये. उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान को और आगे बढ़ाने के लिए ऐसे गावों और क्षेत्रों को चिन्हित कीजिये जहां जागरूकता और विकास की सबसे ज्यादा आवश्यकता है. उन्होंने सागर सांसद रहते हुए अपने कई कार्यक्षेत्रों और जैसे राजघाट परियोजना, लाखा बंजारा झील को राष्ट्रीय संवर्धन योजना में शामिल कराना, राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना में सागर को शामिल करना, सागर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड करने जैसे कई महत्त्वपूर्ण कार्यों में संलग्नता को स्मरण किया. उन्होंने कहा कि सागर में एक समय पानी की बहुत कमी थी. पानी के मूल्य को समझना हम सबका कर्तव्य है. इससे वर्तमान एवं भविष्य दोनों जुड़ा है. उन्होंने विश्वविद्यालय में स्थापित डॉ. गौर संग्रहालय को विकसित करने हेतु सुझाव देते हुए कहा कि संग्रहालय अतीत से भविष्य को जोड़ता है इसलिए इसे भव्य रूप में बनाएं और विकसित करें. उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की कई योजनाओं की चर्चा की और कहा कि मंत्रालय की विभिन्न योजनायें कई आयामों पर कार्य करती हैं. सभी को इससे परिचित और जागरूक होना चाहिए. आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण से ही विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की विकसित भारत निर्माण की संकल्पना को साकार करने में युवाओं की भूमिका को महत्त्वपूर्ण बताया और कहा कि जब तक योजनाओं का क्रियान्वयन सफलतापूर्वक नहीं होगा तक तक समाज सशक्त नहीं हो सकता. *पुरा छात्र केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार एवं सांसद लता वानखेड़े का शिक्षकों ने किया स्वागत* इस अवसर पर पुरा छात्र केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार एवं सांसद डॉ. लता वानखेड़े का विश्वविद्यालय के प्रो.वाय. एस. ठाकुर, प्रो. डी. के. नेमा, प्रो अजीत जायसवाल, डॉ पंकज तिवारी, प्रो. नवीन कानगो, प्रो. अशोक अहिरवार, प्रो. राजेन्द्र यादव, प्रो. कालीनाथ झा, प्रो. यू. के. पाटिल, प्रो. उत्सव आनंद, प्रो. कासव, डॉ. टेकाम, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. रानी दुबे, डॉ.रश्मि जैन, डॉ. विवेक जायसवाल आदि विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, शोधार्थी एवं कर्मचारियों ने पुष्प गुच्छ एवं मालाओं से भव्य स्वागत किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. शालिनी चोइथरानी ने किया और आभार ज्ञापन कुलसचिव डॉ. सत्यप्रकाश उपाध्याय ने किया. *एनसीसी कैडेट्स ने दिया गार्ड ऑफ़ ऑनर, गौर समाधि पर अतिथियों ने दी पुष्पांजलि* विश्वविद्यालय में डॉ. वीरेंद्र कुमार, कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता एवं अतिथियों के आगमन पर विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया. सभी अतिथियों ने गौर समाधि स्थल पहुँचकर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. गौर को पुष्प अर्पित कर नमन किया. *नशा मुक्त भारत पर आधारित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति* विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा नशा मुक्त भारत पर आधारित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी. *गौर संग्रहालय का किया अवलोकन* कैबिनेट मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार, कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता एवं अन्य अतिथियों ने गौर संग्रहालय का अवलोकन किया. प्रो. श्वेता यादव, प्रो. नवीन कानगो एवं डॉ. गौतम प्रसाद ने संग्रहालय के विभिन्न प्रभागों के बारे में जानकारी दी.4