आज आखिरी बार जा रहा हूं कॉलेज, फिर नहीं जाऊंगा…’ रामकेश के आखरी शब्द याद कर बेसुध हुई मां बयाना। मथुरा जिलान्तर्गत मगोर्रा स्थित कॉलेज जाते समय मंगलवार को चार दोस्तों की बस से कुचलकर मौत के बाद बयाना क्षेत्र निवासी तीनों मृतक छात्रों के घरों पर सन्नाटा पसर हुआ है। बयाना तहसील के गांव मडपुरिया नगला निवासी रितेश, शेरगढ़ के मुकुल और बयाना कस्बे के मोहल्ला पठानपाड़ा निवासी रामकेश की प्रैक्टिकल देने जाते समय बाइक और बस की आमने सामने की भिड़न्त में मौत हो गई थी। घर से कॉलेज जाने के लिए निकलते समय रामकेश की मां ने उसे घर में जरूरी काम का हवाला देकर कॉलेज जाने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन नियति को तो कुछ और ही मंजूर था। रामकेश आज लास्ट प्रैक्टिकल है उसके बाद फिर कॉलेज नहीं जाऊंगा, कहकर घर से निकल गया। रामकेश के मुंह से निकली यही बात सही साबित हो गई। क्योंकि रामकेश अब कभी भी कॉलेज नहीं जा पाएगा।
आज आखिरी बार जा रहा हूं कॉलेज, फिर नहीं जाऊंगा…’ रामकेश के आखरी शब्द याद कर बेसुध हुई मां बयाना। मथुरा जिलान्तर्गत मगोर्रा स्थित कॉलेज जाते समय मंगलवार को चार दोस्तों की बस से कुचलकर मौत के बाद बयाना क्षेत्र निवासी तीनों मृतक छात्रों के घरों पर सन्नाटा पसर हुआ है। बयाना तहसील के गांव मडपुरिया नगला निवासी रितेश, शेरगढ़ के मुकुल और बयाना कस्बे के मोहल्ला पठानपाड़ा निवासी रामकेश की प्रैक्टिकल देने जाते समय बाइक और बस की आमने सामने की भिड़न्त में मौत हो गई थी। घर से कॉलेज जाने के लिए निकलते समय रामकेश की मां ने उसे घर में जरूरी काम का हवाला देकर कॉलेज जाने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन नियति को तो कुछ और ही मंजूर था। रामकेश आज लास्ट प्रैक्टिकल है उसके बाद फिर कॉलेज नहीं जाऊंगा, कहकर घर से निकल गया। रामकेश के मुंह से निकली यही बात सही साबित हो गई। क्योंकि रामकेश अब कभी भी कॉलेज नहीं जा पाएगा।