हजारीबाग साहित्य जगत में नई रोशनी — अनंत ज्ञान की दो कृतियों का भव्य विमोचन “यू आर नॉट एलिजिबल” और “आधा सूरज” ने छुए संवेदना के नए आयाम — युवा लेखक की कलम में परंपरा और आधुनिकता का संगम हजारीबाग | हजारीबाग के साहित्यिक परिदृश्य में रविवार का दिन यादगार बन गया, जब युवा कवि और लेखक अनंत ज्ञान की दो नई कृतियों — अंग्रेज़ी कविता संग्रह (आप पात्र नहीं हैं) “You Are Not Eligible” और लघुकथा संग्रह “आधा सूरज” का भव्य विमोचन मिरेकल कोचिंग सेंटर के सभागार में हुआ। यह आयोजन झारखंड जन संस्कृति मंच, हजारीबाग के तत्वावधान में संपन्न हुआ, जिसमें शहर के वरिष्ठ साहित्यकारों, कवियों और पाठकों की बड़ी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। अध्यक्षता प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार प्रमोद रंजन मौजूद रहे। प्रमोद रंजन ने कहा —“अनंत ज्ञान की लेखनी में आधुनिकता और परंपरा का अद्भुत संगम है। उनकी रचनाएँ आत्मा को छूने वाली हैं और आज के पाठकों के लिए बेहद प्रासंगिक हैं।” अपने अध्यक्षीय संबोधन में सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा “अनंत जैसे युवा लेखक हमारे समाज की नई सोच और संवेदना के प्रतीक हैं। उनके शब्दों में प्रकृति, समाज और मनुष्य का संवाद झलकता है।” डॉ. प्रमिला गुप्ता ने कहा कि “अनंत की कविताएँ आत्मसंवाद की तरह हैं, जो पाठक को भीतर तक झकझोर देती हैं।” पूनम त्रिवेदी ‘शलाघ्या’ ने उनकी लेखनी को “जीवन के अनुभवों और मानवीय संवेदनाओं का गहन प्रतिबिंब” बताया। अन्य वक्ताओं में सुप्रिया रश्मि, डॉ साकेत पाठक, विजय राणा, मेजर संजय कुमार, अरविंद झा, टीपी पोद्दार, आसिफ इक़बाल, राजश्री, और वासुदेव पंडित शामिल रहे, जिन्होंने अनंत ज्ञान की रचनात्मकता की खुलकर सराहना की। लेखक अनंत ज्ञान ने अपने संबोधन में कहा — “ये दोनों पुस्तकें मेरे जीवन, संघर्षों और अनुभूतियों की झलक हैं। ‘You Are Not Eligible’ मेरे भीतर के प्रश्नों की यात्रा है, जबकि ‘आधा सूरज’ अधूरे सपनों और संघर्षों की कहानी है जो हम सबके भीतर जीवित हैं।” कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रमिला गुप्ता ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन शंकर गुप्ता ने दिया। आयोजन की सफलता में वासुदेव पंडित, पीयूष कुमार और शंकर गुप्ता का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कविताओं और लघुकथाओं के वाचन ने पूरे सभागार को भावनाओं से भर दिया, जहाँ हर श्रोता ने युवा लेखक की संवेदना और अभिव्यक्ति की गहराई को महसूस किया।
हजारीबाग साहित्य जगत में नई रोशनी — अनंत ज्ञान की दो कृतियों का भव्य विमोचन “यू आर नॉट एलिजिबल” और “आधा सूरज” ने छुए संवेदना के नए आयाम — युवा लेखक की कलम में परंपरा और आधुनिकता का संगम हजारीबाग | हजारीबाग के साहित्यिक परिदृश्य में रविवार का दिन यादगार बन गया, जब युवा कवि और लेखक अनंत ज्ञान की दो नई कृतियों — अंग्रेज़ी कविता संग्रह (आप पात्र नहीं हैं) “You Are Not Eligible” और लघुकथा संग्रह “आधा सूरज” का भव्य विमोचन मिरेकल कोचिंग सेंटर के सभागार में हुआ। यह आयोजन झारखंड जन संस्कृति मंच, हजारीबाग के तत्वावधान में संपन्न हुआ, जिसमें शहर के वरिष्ठ साहित्यकारों, कवियों और पाठकों की बड़ी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। अध्यक्षता प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार प्रमोद रंजन मौजूद रहे। प्रमोद रंजन ने कहा —“अनंत ज्ञान की लेखनी में आधुनिकता और परंपरा का अद्भुत संगम है। उनकी रचनाएँ आत्मा को छूने वाली हैं और आज के पाठकों के लिए बेहद प्रासंगिक हैं।” अपने अध्यक्षीय संबोधन में सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा “अनंत जैसे युवा लेखक हमारे समाज की नई सोच और संवेदना के प्रतीक हैं। उनके शब्दों में प्रकृति, समाज और मनुष्य का संवाद झलकता है।” डॉ. प्रमिला गुप्ता ने कहा कि “अनंत की कविताएँ आत्मसंवाद की तरह हैं, जो पाठक को भीतर तक झकझोर देती हैं।” पूनम त्रिवेदी ‘शलाघ्या’ ने उनकी लेखनी को “जीवन के अनुभवों और मानवीय संवेदनाओं का गहन प्रतिबिंब” बताया। अन्य वक्ताओं में सुप्रिया रश्मि, डॉ साकेत पाठक, विजय राणा, मेजर संजय कुमार, अरविंद झा, टीपी पोद्दार, आसिफ इक़बाल, राजश्री, और वासुदेव पंडित शामिल रहे, जिन्होंने अनंत ज्ञान की रचनात्मकता की खुलकर सराहना की। लेखक अनंत ज्ञान ने अपने संबोधन में कहा — “ये दोनों पुस्तकें मेरे जीवन, संघर्षों और अनुभूतियों की झलक हैं। ‘You Are Not Eligible’ मेरे भीतर के प्रश्नों की यात्रा है, जबकि ‘आधा सूरज’ अधूरे सपनों और संघर्षों की कहानी है जो हम सबके भीतर जीवित हैं।” कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रमिला गुप्ता ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन शंकर गुप्ता ने दिया। आयोजन की सफलता में वासुदेव पंडित, पीयूष कुमार और शंकर गुप्ता का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कविताओं और लघुकथाओं के वाचन ने पूरे सभागार को भावनाओं से भर दिया, जहाँ हर श्रोता ने युवा लेखक की संवेदना और अभिव्यक्ति की गहराई को महसूस किया।
- 🎤 बहरीन के सिंगर फ्लिप्पेराची, जिनकी अलग पहचान वाली आवाज़ कभी चर्चा में रही थी, एक बार फिर सुर्खियों में लौट आए हैं। वजह बना फिल्म ‘धुरंधर’ का एक सीन, जिसमें अक्षय खन्ना की दमदार मौजूदगी के साथ उनका म्यूज़िक फिर से लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। via @flipperachay #Dhurandhar #AkshayeKhanna #Flipperachi #ViralMusic #MusicComeback #IndianCinema #ViralReels #TrendingMusic #InstagramTrends #MovieBuzz1
- गोला DVC चौक और रजरप्पा मोड़ में रोड के किनारे गाड़ी खड़ा ना करे1
- नरेंद्र मोदी ने जॉर्डन में एक आकर्षक सांस्कृतिक प्रदर्शन देखा क्योंकि नर्तकियों ने भारतीय संस्कृति की समृद्धि को दर्शाते हुए एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन दिया।1
- Post by Pato Devi makhari Sama pachrukhi1
- Post by Sujeet Kumar2
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दावे खोखले, 108 एंबुलेंस सेवा की स्थिति खराब। #पांडेडीह गांव में एक डिलीवरी मरीज को लेने आई एंबुलेंस खराब हो गई, जिससे मरीज को लगभग एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। बाद में दूसरी एंबुलेंस बुलाई गई, जिससे मरीज को जमुआ रेफरल अस्पताल ले जाया जा सका। झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल कदम उठाने चाहिए।1
- मतलबी लोग कभी आपके...1
- जॉर्डन में प्रधानमंत्री की स्वागत देख पाकिस्तान का उदास चारों और मोदी के नारे।1
- Post by Seema Kumari1