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रंका तमगे खुर्द के महिला सहयता समुह से पांच लाख के फर्जी निकासी का जांच की मांग
Sunil singh
रंका तमगे खुर्द के महिला सहयता समुह से पांच लाख के फर्जी निकासी का जांच की मांग
- User4350Dandai, Garhwa😤1 hr ago
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- *नामकुम अंचल में जमीन माफियाओं का खुला खेल, भू-रैयतों की जमीन पर रातों-रात म्यूटेशन का आरोप* रांची। रांची जिला के नामकुम अंचल में जमीन से जुड़ी गंभीर अनियमितताओं और हेराफेरी के आरोप सामने आ रहे हैं। स्थानीय भू-रैयतों का कहना है कि अंचल क्षेत्र में जमीन दलालों का नेटवर्क सक्रिय है, जो अंचल कार्यालय के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से गरीब व असहाय रैयतों की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर रहा है। ताजा मामला तेली महतो की जमीन से जुड़ा बताया जा रहा है। आरोप है कि जमीन दलालों ने बिना किसी वैध बंटवारे के, गोतिया लोगों के नाम पर फर्जी वंशावली तैयार कर ली और अंचल कार्यालय में रिकॉर्ड में हेरफेर कर रातों-रात म्यूटेशन करवा लिया। रैयतों का कहना है कि जब तक उन्हें इसकी जानकारी होती है, तब तक जमीन का दाखिल-खारिज पूरा कर दिया जाता है। *फर्जी वंशावली बनाकर जमीन हड़पने का आरोप* भू-रैयतों के अनुसार, जमीन का पारिवारिक बंटवारा नहीं होने के बावजूद कुछ लोग स्वयं को उत्तराधिकारी बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। इन दस्तावेजों को अंचल कार्यालय में स्वीकार कर लिया जा रहा है, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि बिना समुचित जांच-पड़ताल के म्यूटेशन कैसे संभव हो पा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अंचल कर्मियों की भूमिका संदिग्ध है और बिना “सेटिंग” के इस तरह की कार्रवाई संभव नहीं है। *थाना स्तर पर भी नहीं मिल रही सुनवाई* पीड़ित भू-रैयतों का कहना है कि जब वे न्याय की उम्मीद लेकर स्थानीय थाना पहुंचते हैं, तो वहां भी उनकी बात नहीं सुनी जाती। आरोप है कि थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे रैयतों के साथ गाली-गलौज की जाती है और उन्हें डराया-धमकाया जाता है। कई पीड़ितों का कहना है कि पुलिस उन्हें यह कहकर लौटा देती है कि यह “जमीन का मामला” है और वे इसमें हस्तक्षेप नहीं करेंगे। *प्रशासन की चुप्पी पर सवाल* नामकुम अंचल में लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि समय रहते इन मामलों की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो जमीन माफियाओं का हौसला और बढ़ेगा तथा आम भू-रैयत अपनी ही जमीन से बेदखल हो जाएंगे। जांच और कार्रवाई की मांग पीड़ित परिवारों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से मांग की है कि नामकुम अंचल में हुए सभी संदिग्ध म्यूटेशन मामलों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। साथ ही फर्जी वंशावली तैयार करने वाले जमीन दलालों, इसमें शामिल अंचल कर्मियों और लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि जमीन उनकी आजीविका का एकमात्र साधन है और यदि प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इन गंभीर आरोपों पर क्या रुख अपनाता है और भू-रैयतों को न्याय कब तक मिल पाता है।1
- #वीडियो में पैर पड़कर माफी मांग रहा शख्स बिजली विभाग का जेई विश्वनाथ प्रताप सिंह है। विश्वनाथ के खिलाफ रिटायर्ड फौजी ने तांबे के तार चोरी कर बेचने की शिकायत की थी। शिकायत पर विभाग ने कार्रवाई की तो जेई सहाब रिटायर फौजी के पैर पड़कर अब माफी मांगने उनके घर पहुंच गए। माफी मांगने का वीडियो CCTV में कैद हो गया। जेई सहाब मेरठ के शारदा रोड़ स्थित बिजली घर पर तैनात थे।1
- सोनभद्र पुलिस की बड़ी कारवाई कोडिफ सिरफ को लेकर फरार चल रहे चार अभियुक्त पर पुलिस द्वारा इनाम घोषित किया गया है1
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- 📍 चेनारी प्रखंड | विद्यालय की गंभीर समस्या चेनारी प्रखंड के एक विद्यालय में पीएचडी डिपार्टमेंट का चापाकल बिगड़ जाने से छोटे-छोटे बच्चे 500 मीटर दूर से पानी ढोने को मजबूर हो गए। दुर्भाग्य की बात यह है कि वार्ड प्रतिनिधि द्वारा पीएचडी डिपार्टमेंट में कॉल करने के बाद भी इस समस्या को नज़रअंदाज़ किया गया। ❓ सवाल यह है — क्या विद्यालय में पीने का पानी प्राथमिकता नहीं है? क्या बच्चों की परेशानी दिखाई नहीं देती? 👉 जब तक आवाज़ नहीं उठेगी, क्या ऐसे ही बच्चों से पानी ढुलवाया जाता रहेगा? 📢 प्रशासन से निवेदन: कृपया विद्यालयों की मूलभूत सुविधाओं पर तत्काल ध्यान दें। पीएचईडी डिपार्टमेंट में बात किया आश्वासन मिला है। Next day बनेगा मिस्त्री एवं कर्मी दूसरे क्षेत्र में चापाकल बनाने के लिए गए हैं। #Chenari #SchoolProblem #PHED #WaterCrisis #ChildrenRights #Education #Accountability #Bihar1
- mal je amar1
- Post by @PappuKumar-ky6qb you tube my channel1
- क्या आपने कभी बैंक में जाकर लंच टाइम का बहाना सुना है और काम में देरी हुई हो? तो यह वीडियो आपके लिए है! भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों के अनुसार, बैंककर्मी एक साथ लंच पर नहीं जा सकते। किसी न किसी कर्मचारी का आपके काम के लिए मौजूद रहना जरूरी है, ताकि बैंक का काम रुकने न पाए। अगर कोई बैंक कर्मचारी आपको लंच टाइम का बहाना बनाकर इंतजार करने को कहता है, तो आप 14448 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। यह RBI का टोल-फ्री नंबर है, और आपकी शिकायत का समय पर समाधान किया जाएगा। तो अब काम में देरी नहीं, अधिकार का इस्तेमाल करें!1
- आज मैं एक गाना गया आप लोगों को कैसा लगा बताइएगा1