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शिव पुराण के अनुसार है,: 12 ज्योतिर्लिंगों के नाम 1 - सोमनाथ (गुजरात, प्रभास पाटन) 2 - मल्लिकार्जुन (आंध्र प्रदेश, श्रीशैल) महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश, उज्जैन) 3- ओम्कारेश्वर (मध्य प्रदेश, खंडवा) 4 - केदारनाथ (उत्तराखंड, हिमालय) 5 - भीमशंकर (महाराष्ट्र, पुणे) 6 - काशी विश्वनाथ (उत्तर प्रदेश, वाराणसी) 7 - त्र्यंबकेश्वर (महाराष्ट्र, नासिक) 8 - वैद्यनाथ (झारखंड, देवघर) 9 - नागेश्वर (गुजरात, द्वारका) 10 - रामेश्वर (तमिलनाडु, रामेश्वरम) 11 - घृष्णेश्वर (महाराष्ट्र, औरंगाबाद) 12 - महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश)
Sanjay Soni
शिव पुराण के अनुसार है,: 12 ज्योतिर्लिंगों के नाम 1 - सोमनाथ (गुजरात, प्रभास पाटन) 2 - मल्लिकार्जुन (आंध्र प्रदेश, श्रीशैल) महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश, उज्जैन) 3- ओम्कारेश्वर (मध्य प्रदेश, खंडवा) 4 - केदारनाथ (उत्तराखंड, हिमालय) 5 - भीमशंकर (महाराष्ट्र, पुणे) 6 - काशी विश्वनाथ (उत्तर प्रदेश, वाराणसी) 7 - त्र्यंबकेश्वर (महाराष्ट्र, नासिक) 8 - वैद्यनाथ (झारखंड, देवघर) 9 - नागेश्वर (गुजरात, द्वारका) 10 - रामेश्वर (तमिलनाडु, रामेश्वरम) 11 - घृष्णेश्वर (महाराष्ट्र, औरंगाबाद) 12 - महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश)
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- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो समाज और सिस्टम—दोनों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वीडियो में दिख रहा है कि विनय प्रताप सिंह नामक युवक कुछ दबंगों से जान बचाकर भागते हुए एक होटल में घुसता है और होटल संचालक से मदद की गुहार लगाता है। युवक खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कहता है—“भाईसाहब, इन गुंडों से बचा लो।” लेकिन हैरानी की बात यह है कि होटल में मौजूद कर्मचारी और संचालक मदद करने के बजाय उल्टा उसे होटल से बाहर निकाल देते हैं। बाहर पहले से मौजूद दबंग युवक को बेरहमी से पीटते रहते हैं। इसी दौरान वहां से गुजर रहे शाहिद खान नामक व्यक्ति हालात देखकर रुकते हैं और दबंगों से मारपीट की वजह पूछते हैं। बात बढ़ती है, दबंग शाहिद से भी उलझ जाते हैं, लेकिन शाहिद हिम्मत दिखाते हुए उनमें से एक का डंडा छीन लेते हैं और अकेले ही उन्हें खदेड़ देते हैं। उनकी बहादुरी से विनय प्रताप सिंह की जान बच पाती है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस होटल में 8–10 लोग मौजूद थे, वहां एक भी व्यक्ति मदद के लिए आगे क्यों नहीं आया? क्या डर इतना हावी हो गया है कि इंसानियत मौन हो जाती है? क्या कानून पर भरोसा खत्म हो चुका है? #teekamgarh इस पूरी घटना में शाहिद खान की हिम्मत और इंसानियत की लोग सराहना कर रहे हैं, वहीं होटल संचालक और मूकदर्शकों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। यह वीडियो सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि हमारे समाज की सच्चाई दिखाता है—जहां एक अकेला इंसान खड़ा होता है और भीड़ चुप रहती है। सवाल सिर्फ ये नहीं कि गुंडे क्यों थे, सवाल ये है कि बाकी लोग इंसान क्यों नहीं बने?1
- ब्रेकिंग... कानपुर के बिठूर में भारी संख्या में लोग पहुंचकर थाने का कर रहे है घेराव बीते दिन बाइक सवार युवक की सड़क के किनारे रखे ईंटों में गिरकर हुई थी मौत, परिजन पुलिस पर लापरवाही का लगा रहे आरोप।1
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- 🙏🚩 श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग 🙏🚩1
- kya karenge yaar Aisa hi hota hai1
- राहुल गांधी–सोनिया के समर्थन में कांग्रेस का प्रदर्शन, सैकड़ों हिरासत में खबर उन्नाव से है जहां, राहुल गांधी और सोनिया गांधी के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन की कोशिश की। मनी लॉन्ड्रिंग के कथित मामले को फर्जी बताते हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान हालात बिगड़ते देख पुलिस ने सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय में एकत्र हुए। यहां से सभी कार्यकर्ता भाजपा जिला कार्यालय का घेराव करने के लिए नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ने लगे। कार्यकर्ताओं के हाथों में पार्टी के झंडे थे और वे “लोकतंत्र बचाओ”, “ईडी का दुरुपयोग बंद करो” और “राहुल गांधी जिंदाबाद” जैसे नारे लगा रहे थे। जैसे ही मार्च कांग्रेस कार्यालय के बाहर पहुंचा, पहले से तैनात भारी पुलिस बल ने बैरिकेडिंग आगे बस लगा कर उन्हें रोक लिया। पुलिस अधिकारियों ने बिना अनुमति मार्च और प्रदर्शन को कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बताया। कार्यकर्ताओं के आगे बढ़ने के प्रयास के बाद पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हल्की नोकझोंक भी देखने को मिली स्थिति तनावपूर्ण होती देख पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को बसों में भरकर पुलिस लाइन भेजा गया। इस दौरान कार्यकर्ता लगातार केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया। यह सरकार लगातार ईडी और सीबीआई को अपने कब्जे में लेकर हमारे नेताओं राहुल गांधी जी और सोनिया गांधी जी को परेशान कर रही थी। परसों उनका नकाब उतर गया है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि ईडी गलत तरीके से काम कर रही थी। हम लोग भाजपा कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन यह प्रशासन हमें रोक रहा है। प्रशासन पूरी तरह भाजपा सरकार के इशारों पर काम कर रहा है। घेराव का मुख्य कारण यही है कि ईडी बेवजह हमारे नेताओं को प्रताड़ित कर रही है।1
- उन्नाव में dream11 खेलने वाले के घर एडी का छापा1
- बच्चे की माँ की जुबानी..!!* *✍️बच्चे की माँ ने लगाया पति पर गंभीर हत्या का आरोप,पति/पत्नी के विवाद पर कोर्ट पर केस चलने के बाद से चार से अपने मायके में रहना बताया गया! *✍️माँ ने अपने बच्चे का आत्महत्या का आरोप ग़लत बताते हुए ससुराल पक्च पर लगाये गंभीर आरोप!!* माँ ने अपने बच्चे की हत्या का पोस्टमार्टम के बाद कार्यवाही की माँग..? *✍️बच्चे की हत्या या सुसाइड पुलिस जाँच का विषय..? *✍️बच्चे की मौत के बाद से ससुराल पक्छ कोई नहीं आया बच्चे के साथ मोर्चरी में..?* #kanpurnews1