आज दिनांक 29 अगस्त 2025 को छत्तीसगढ़ सुशासन तिहार के विरुद्ध 106 वाँ दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी सुविधाओं जैसे बिजली सड़क पुलिया पानी वन अधिकार पट्टा कूप निर्माण सोलर पंप ड्यूल पंप इत्यादि मांग किया गया है लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार देने में असफल रही! माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के आगमन में 20 अगस्त 2025 को जिला सूरजपुर मे कार्यक्रम मे हम हड़ताल करता मुख्यमंत्री महोदय से मंच पर मिलने के लिए अनुमति हेतु कलेक्टर महोदय के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम पत्र भेजा था परमिशन तो नहीं दिया गया लेकिन हड़ताल वालों मे से खासकर लाल जी बौद्ध को मुख्यमंत्री तक पहुंचने से रोकने के लिए दो बोलेरो से पुलिस कि ड्यूटी कलेक्टर जिला सूरजपुर एवं पुलिस अधीक्षक को अन्य मंत्री या नेता गणों के मिली भगत से लगा दिया गया 20 अगस्त 2025 को सुबह के 4:00 बजे भोर से शाम को 4:00 तक लाल जी का घर एवं आने जाने का रास्ता का घेराव कर दिया गया जिस कारण हम हड़ताल करता को लेकर मुख्यमंत्री से नहीं मिल सके यही है दिन के लगभग 4:00 पता चला कि मुख्यमंत्री जी का आगमन रुक गया देश की आजादी और स्वतंत्रता जिसे आज भारत के नागरिक स्वतंत्रता और आजादी बोल रहे हैं वह मुख्यमंत्री स्वयं अपने आगमन पर जो 97 दिन से अपनी पीड़ा को लेकर के हड़ताल पर बैठे थे उनसे मिलने तक का भी अधिकार नहीं मिला मुख्यमंत्री का कार्यक्रम स्थगित हो गया लेकिन यह दुर्भाग्य है कि ऐसे देश में शासन और सत्ता और प्रशासन चल रहा है जो पहले से मैं बोलता था की छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन अधिकारी मिलकर कभी भी हम लोगों से सडयंत्र कर सकते हैं वह आज 20 अगस्त 2025 को पुलिस को नाकाबंदी करने से स्पष्ट हो गया कि कभी भी लाल जी बौद्ध केजीवन में खतरा हो सकता है क्योंकि प्रशासन और शासन खुद जान मरवा सकता है या किसी बड़े धारा में फंसा सकता है हम हड़ताल कर्ता देखते हम लोगों की बात आप तक अधिकारियों द्वारा पहुंचाया गया है या नहीं तो मैं स्वयं लालजी बौद्ध आपके व्हाट्सएप नंबर में ज्ञापन भेजा हूं अगर पहुंचा है तो माननीय मुख्यमंत्री महोदय सपहा लोगों की विकास लेकर आपको स्वयं आना होगा बिजली पक्की सड़क पुलिया सीसी रोड वन अधिकार पट्टा इत्यादि की सौगात लेकर आते हैं या खाली ही हाथ झूलाते सूरजपुर की धरती पर पहुंच रहे हैं यह अब आने पर ही पता चलेगा हम लोगों की याद आती है या नहीं सूरजपुर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री महोदय से पूछूंगा कि सुशासन तिहार का मतलब क्या होता है यही कि वंचित पीड़ित लोगों को विकास ना देना आपके जिला कलेक्टर सूरजपुर फॉरेस्ट के रेंजर या विभाग के अधिकारियों द्वारा पीड़ित करना सुशासन तिहार माना जाता है यह मंचों से आपको बताना होगा ताकि उपस्थित सभी आम जनता सुन सके लालजी बौद्ध के घर का सुकृति आदेश लेने के लिए बोले थे क्या पूरे छत्तीसगढ़ या जिला सूरजपुर या बिहार पुर क्षेत्र के अंदर मैं अकेला व्यक्ति शासकीय वन हो या राजस्व भूमि में घर पक्का बनाया हूं कि आपके अधिकारी हड़ताल कर्ताओ के ऊपर दबाव डालकर तरह-तरह का षड्यंत्र करवाकर हड़ताल तोड़ने की साजिश भी की जा रही है नहीं तो मंच से ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करना पड़ेगा अनिश्चितकालीन हड़ताल करता भी आपके कार्यक्रम में पहुंचेंगे और अपनी बात सभी के समक्ष रखा जाएगा अल्पसंख्यक बौद्ध समुदाय के परिवार लालजी बौद्ध वार्ड पंच परिवार सहित ग्राम सपहा को टारगेट में रखकर अब जान माल एवं चल अचल संपत्ति का खतरा करने की षड्यंत्र भी शुरू हो गई 31 जुलाई 2025 को वन परिक्षेत्र अधिकारी बिहार पुर के द्वारा मकान बनाने की सुकृति दस्तावेज प्रस्तुत करने की मांग किया गया जो पूरे परिक्षेत्र के अंदर लगभग मैं पहला व्यक्ति एक होंगे जिसे नोटिस जारी की गई और 7 दिन के भीतर दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया पता किया कि मात्र एक व्यक्ति को कैसे नोटिस जारी कर रहे हैं तो बदले में पता चला कि कलेक्टर साहब ने सभा कक्ष कलेक्ट्रेट सूरजपुर मे सभी अधिकारियों की उपस्थिति में मुझे डांटकर कहा गया है की लाल जी बौद्ध को अब तक क्यों नहीं करवाई नोटिस जारी मकान संबंधित किया इसलिए मुझे करना पड़ा इससे पता चलता है कि हमारे जिला के मुखिया कलेक्टर महोदय एवं रेंजर और अन्य विभागों के षड्यंत्रकारी अधिकारी कर्मचारियों से पूछना चाहता हूं कि क्या ग्रामीण इलाके में अभी तक फॉरेस्ट या राजस्व भूमि पर मात्र लाल जी बौद्ध का मकान बना है जो बिना सुकृति और दस्तावेज के बाकी लोगों का क्या दस्तावेज आपके माध्यम से मकान निर्माण सोलर पंप लगाने रेत की ढुलाई कूप निर्माण आवास निर्माण जमीन की जुताई ईट के लिए लकड़ी ढुलाई बोल्डर ढुलाई जैसे अन्य कार्य करने के लिए तहसील क्षेत्र एवं वन परिक्षेत्र के अंदर कितने ग्रामीणों को स्वीकृति आदेश दिया गया है तो उसका सुकृति दस्तावेज की सत्यापित कॉपी आप लोगों के माध्यम से लाल जी बौद्ध को दिया जाए ताकि उसी के हिसाब से मैं भी बनवा सकूं तब तक के लिए मुझे मौका दिया जाए मांग किया हूं हम लोगों का हक मांगना शासन एवं जिला कलेक्टर के निगाह में जुर्म बन गया हक से वंचित करने के लिए तरह तरह का षड्यंत्र हो रहा है 01 अगस्त 2025 के बाद जो भी जान माल का खतरा है या चल अचल संपत्ति की नुस्कान होगी वह केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार तथा जिला कलेक्टर महोदय सूरजपुर की होगी लालजी बौद्ध और उनके परिवार के साथ पूर्व एवं वर्तमान तथा भविष्य में घटना घटी है और आगे जो भी मेरा नुस्कान यह घटना घटेगी वह भी इन्हीं लोगों कि जिम्मेदारी होगी आज दिनांक 2 अगस्त 2025 को हमारे ग्राम सपहा निवासी वरिष्ठ पदाधिकारी बिहारपुर क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी के श्री सियाराम नाई के द्वारा ग्रामीण से यह कहां जा रहा है कि संपूर्ण गांव मे घर घर बिजली लगने से बिजली बिल आने लगेगी कुछ लोग मोटर का टेंपरेरी कराने के नामपर जो घर में फ्री रूप से पंखा कूलर टीवी इत्यादि चला रहे हो तो उसको भी बिजली बिल देना पड़ेगा इसलिए हड़तालीयों का समर्थन मत करना तब हम सभी के लिए बहुत गहरा दुख लगा है कि ऐसे होते हैं सरकार के कार्यकर्ता पदाधिकारी इसीलिए हक से वंचित समाज मारा जाता रहा है बिहारपुर क्षेत्र के बिजली वितरण कर्मचारियों अधिकारियों से हड़ताल कर्ताओ का निवेदन है कि टेंपरेरी पूरे गांव में करें और घर-घर बिजली पंखा कुलर बल्ब इत्यादि सभी चलाएं वरना विवाद की स्थिति उत्पन्न बन रही है सियाराम नाई जी के बातों से जिसकी जिम्मेदारी बिजली विभाग एवं मुख्यमंत्री महोदय की होगी हड़ताल पानी, बिजली, सड़क,पुलिया,सामुदायिक भवन, वन अधिकार पट्टा, सोलर पंप, ड्यूल पंप इत्यादि का मांग आवेदन के माध्यम से सुशासन तिहार मे किया गया है सरपंच श्री नागेश्वरी पंडो ग्राम सपहा एवं उनके पुत्र श्री राम रतन पंडो शिक्षक हाथी चूआ के द्वारा गांव वालों को लाल जी बौद्ध के विरुद्ध भड़काया जा रहा है विकास न देने एवं तरह-तरह के भड़काव की धमकी दिया गया धमकी देने वालों पर भी करवाई की मांग की गई है सभी तरह के समस्याओं का समाधान होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा 16 अगस्त 2025 से ग्राम सपहा के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के अन्य पंचायत मे शोषित वंचित पीड़ित परिवारों को भी शामिल कर ग्राम स्तर पंचायत स्तर जनपद स्तर तहसील स्तर जिला स्तर राज्य स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल सुशासन तिहार एवं वादा खिलाफी के विरुद्ध जन आंदोलन चलाया जाएग सरकार मूलभूत सुविधाओं को पूरा करती है या कब तक आंख में पट्टी बांधकर सुशासन तिहार उत्सव मना रही है जनता भी देख रही है जब छत्तीसगढ़ शासन के पास कुछ भी नहीं है तो आवेदन क्यों मंगवाए और मंगा करके धमकी दे रहा है आम पब्लिक जैसे जी रहा था वैसे जी रहा था तो क्या जरूरत पड़ी सिविर लगाने की सरकार को इसलिए निमंत्रण देकर थाली परोस कर थाली में कुछ नहीं दिया है आम जनता का अपमान की है सरकार हड़ताल समय सुबह 11:00 से लेकर दोपहर के 2:00 तक बीच उपस्थित करने का संशोधन किया गया है जो खेती-बाड़ी मजदूरी करना पड़ रहा है जिस कारण से उपस्थिति निर्धारित से समय कम और आगे पीछे हो सकता है क्योंकि सरकार हम लोगों पर ध्यान नहीं दे रही है मांग पूरा होने में समय लग सकता है लेकिन हड़ताल निरंतर जारी रखेगी 15 अगस्त 2025 तक मे मांग पूरा नहीं हुआअंग्रेजों के चले जाने के बाद भी 75 वर्षों से गुलाम बना कर ग्राम पंचायत सपहा को मूलभूत सुविधाओं जैसे अधिकारों से वंचित रखा इसी तरह छत्तीसगढ़ के तमाम ग्राम पंचायत के लोगों को भी सरकार एवं जनता द्वारा चुने गए जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने मिलकर आज भी गुलामी की जंजीर बांधकर ग्राम वासियों को रखा गया है सुशासन तिहार जश्न सरकार मना रही है अपनी कुशासन छिपाना चाह रही है इसका प्रमाण गांव की स्थिति साबित कर रही है इसका संदेश पूरे दुनिया और देश को सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचाया गया और आगे भी पहुंचाया जाएगा कम संख्या देखकर भ्रमित ना हो शोषित वंचित पीड़ित लोगों का समर्थक लेकर जहां पर विकास की आवश्यकता है वहां विकास होना चाहिए एक बार पुन: सदियों से गुलाम बनाए गए लोगों को उनको एहसास कराया जाएगा की 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता शोषित पीड़ित वंचित परिवार को नहीं मिली है जबकि विदेशी अंग्रेज शोषित वंचित पीड़ित परिवार को आजादी देकर चले गए लेकिन केंद्र और राज्य शासन प्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों के द्वारा जबरदस्ती का स्वतंत्रता दिवस हम लोगों से मनवाया जा रहा है जिन लोगों ने शोषित वंचित पीड़ित किया है मात्र उन्हें स्वतंत्रता मिली है और वही लोग स्वतंत्रता मनाऐगे हम लोग आज भी गुलाम हैं और आज भी गुलामी की जीवन जी रहे हैं गांव गांव के लोगों को आजाद होने तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा अभी तक हड़ताल कर्ताओ में से बच्चे उल्टी दस्त बुखार एवं बड़े बुजुर्ग टाइफाइड जैसे कई बीमारियों का शिकार भी हुए जितना देरी मांग पूरा होने में शासन करेगा उतना ही अधिक लोग हड़ताल में शामिल होते चले जाएं आज तक जो सरकार आप लोगों से वादा करती चली आ रही थी वह पूरा झूठा था क्योंकि यह सुशासन तिहार से साबित हो गया की नाकाम सरकार है और वह जो आप लोगों की हितैषी नहीं है यह षड्यंत्रकारी सरकार है छत्तीसगढ़ सुशासन तिहार के विरुद्ध अनिश्चित कालीन हड़ताल का कर रहे नेतृत्व लाल जी बौद्ध वार्ड पंच सपहा ने अपने जीते जी फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम इत्यादि सोशल मीडिया के माध्यम से गवाही के रूप में अपनी बात सबके सामने रख दे रहा हूं क्योंकि मेरे और मेरे परिवार के साथ बहुत बड़ा अप्रीय घटना घटने की संभावना बन चुकी है क्योंकि तरह-तरह से ग्रामीणों को धमकाया डराया जा रहा है और उनको लाल जी से अलग करने की साजिश दिन रात रची जा रही है इसलिए मेरे साथ कभी भी मेरा या मेरे परिवार बच्चों का मर्डर मारपीट घर मकान जमीन की छति किया जा सकता है किसी बड़े धारा में फसाने जैसी कृत घटना घट सकती है जिसमे 10 जुलाई 2025 को एसडीएम भैया थान के द्वारा विकास न देने की धमकी 31/7/2025 रेंजर द्वारा जारी नोटिस एवं 20 अगस्त 2025 को पुलिस द्वारा घर एवं रास्ते का घेराव करना बहुत बड़ा प्रूफ सामने आया है जिसमें पूरा घटना का जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ शासन जिला कलेक्टर एस पी समेत छोटे-बड़े अधिकारी कर्मचारीऔर तथा भा. ज. पा. के कार्यकर्ता पदाधिकारियो और जनप्रतिनिधि गण के साथ-सा अन्य लोगों की होगी गांव व क्षेत्र मे अच्छी स्वास्थ्य सुविधा एवं शुद्ध पानी अच्छी सड़के ना होने के कारण तेज बुखार से अवध कुमार विश्वकर्मा के पुत्री रेनू 5 वर्ष की दिनांक 23 अगस्त 2025 को समय सुबह 9:00 बजे लगभग दर्दनाक मृत्यु हो गई गरीबों वंचित को कोई पूछने वाला नहीं है लेकिन पंच लाल जी बौद्ध ह्यूमन राइट्स ( मानवाधिकार आयोग छत्तीसगढ़ एवं भारत सरकार) एवं हाई कोर्ट छत्तीसगढ़ और सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के माध्यम से उन सभी जिम्मेदार जनप्रतिनिधियो पंच से लेकर राष्ट्रपति तथा चौकीदार से लेकर कलेक्टर तक मे सपहा गांव कि रेनू विश्वकर्मा की दर्दनाक मौत या सपहा जैसे अन्य ग्राम या क्षेत्र की अव्यवस्था के करण मौतें जो हो रही हैं उसका जिम्मेदार इनमें से किसको बनाया जाता है जिसकी भरपाई समय रहते हो सके वह जिम्मेदार कौन है बताना पड़ेगा और उनसे ग्रामीणों की हुई क्षति का समस्त मुआवजा वसुला जा सके एक-एक को अपना हिसाब देना पड़ेगा सुशासन के नाम पर जो सरकारे कु शासन ग्रामीण इलाकों में चल रहे हैं अब ग्रामीणों की आवाज सपहा से चलकर छत्तीसगढ़ के विधानसभा एवं दिल्ली के संसद भवन तक गूंजेगा दिनांक 28 अगस्त 2025 को एसडीएम मैडम भैया थान लिंक कोर्ट बिहार पुर तहसीलदार बिहार पुर के साथ में हड़ताल के नेतृत्व कर्ता लाल जी बौद्ध पंच के साथ मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश पर कलेक्टर जिला सूरजपुर के पहल के अनुसार एसडीएम मैडम भैया थान ने वार्तालाप कर मूलभूत सुविधाओं को लेकर विवरण जो सुशासन तिहाड़ में मांग किया गया है उसे मांग के अनुसार चर्चाएं और पहल करने की कोशिश की बात कही गई लंबे समय से अनिश्चितकालीन हड़ताल गांव में चल रहा है उसको खत्म करने की भी जानकारी दी ली गई जिसमें लालजी बौद्ध के तरफ से साफ-साफ कहा गया है की गांव की भौगोलिक स्थिति और मुख्य मांगों के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जो प्रशासनिक जिम्मेदारी लेकर मौके पर आवेदन के हिसाब से भ्रमण करें और उसके बाद सभी पहलुओं पर विशेष ध्यान रखते हुए अभी तक शासन एवं जिला प्रशासन एवं विभागों द्वारा क्या-क्या कारवाइयां पुरी की गई है और क्या-क्या प्रक्रिया में चल रही हैं वह सभी कितने दिन में पूरे किए जाएंगे सभी का लिखित रूप से मिलने पर उपस्थित ग्रामीण एवं हड़ताल करता के समक्ष विचार विमर्श कर तथा स्थिति को ध्यान में रखते हुए हड़ताल जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी या मंत्रीगण के समक्ष हड़ताल को समाप्त किया जा सकता है जिसके लिए एसडीएम मैडम ने आगे एक सप्ताह के अंदर ग्राम पंचायत सपहा के मांग के अनुसार दिए गए आवेदन के तहत गांव के विकास कार्यों के लिए कहां-कहां विशेष आवश्यकता है उसका संबंधित विभाग एवं अधिकारियों के साथ भ्रमण करते हुए धरना प्रदर्शन स्थल पहुंचने के लिए मसौदा तैयार किया गया है अगर प्रशासनिक अमला का पहल सही रहा विकास की मांग को कितना गंभीरता से शासन ले रहा है पिछली कई वर्षों से झूठ लिखित आश्वासन देते आए हैं क्या अबकी बार भी षड्यंत्र कर चाल चलने की प्रयास की जा रही है हड़ताल समाप्त कर अपनी बदनामी को रोकना चाह रही है तो ऐसा सोचना गलत होगा क्योंकि जैसे ही अधिकतम एक माह के ऊपर समय जाएगा वैसे ही पुन: हड़ताली लोग अपने हड़ताल को फिर से जारी रखेंगे इसलिए क्षेत्र एवं जिला एवं राज्य के समस्त मीडिया प्रभारी से मेरा विनम्र निवेदन है कि या तो एसडीएम मैडम से तिथि तय करें या मुझे पता चलेगा तो आप लोगों को डेट फिक्स बताऊंगा लेकिन आप लोगों कि उपस्थित प्रार्थनीय मेरे तरफ से है
आज दिनांक 29 अगस्त 2025 को छत्तीसगढ़ सुशासन तिहार के विरुद्ध 106 वाँ दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी सुविधाओं जैसे बिजली सड़क पुलिया पानी वन अधिकार पट्टा कूप निर्माण सोलर पंप ड्यूल पंप इत्यादि मांग किया गया है लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार देने में असफल रही! माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के आगमन में 20 अगस्त 2025 को जिला सूरजपुर मे कार्यक्रम मे हम हड़ताल करता मुख्यमंत्री महोदय से मंच पर मिलने के लिए अनुमति हेतु कलेक्टर महोदय के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम पत्र भेजा था परमिशन तो नहीं दिया गया लेकिन हड़ताल वालों मे से खासकर लाल जी बौद्ध को मुख्यमंत्री तक पहुंचने से रोकने के लिए दो बोलेरो से पुलिस कि ड्यूटी कलेक्टर जिला सूरजपुर एवं पुलिस अधीक्षक को अन्य मंत्री या नेता गणों के मिली भगत से लगा दिया गया 20 अगस्त 2025 को सुबह के 4:00 बजे भोर से शाम को 4:00 तक लाल जी का घर एवं आने जाने का रास्ता का घेराव कर दिया गया जिस कारण हम हड़ताल करता को लेकर मुख्यमंत्री से नहीं मिल सके यही है दिन के लगभग 4:00 पता चला कि मुख्यमंत्री जी का आगमन रुक गया देश की आजादी और स्वतंत्रता जिसे आज भारत के नागरिक स्वतंत्रता और आजादी बोल रहे हैं वह मुख्यमंत्री स्वयं अपने आगमन पर जो 97 दिन से अपनी पीड़ा को लेकर के हड़ताल पर बैठे थे उनसे मिलने तक का भी अधिकार नहीं मिला मुख्यमंत्री का कार्यक्रम स्थगित हो गया लेकिन यह दुर्भाग्य है कि ऐसे देश में शासन और सत्ता और प्रशासन चल रहा है जो पहले से मैं बोलता था की छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन अधिकारी मिलकर कभी भी हम लोगों से सडयंत्र कर सकते हैं वह आज 20 अगस्त 2025 को पुलिस को नाकाबंदी करने से स्पष्ट हो गया कि कभी भी लाल जी बौद्ध केजीवन में खतरा हो सकता है क्योंकि प्रशासन और शासन खुद जान मरवा सकता है या किसी बड़े धारा में फंसा सकता है हम हड़ताल कर्ता देखते हम लोगों की बात आप तक अधिकारियों द्वारा पहुंचाया गया है या नहीं तो मैं स्वयं लालजी बौद्ध आपके व्हाट्सएप नंबर में ज्ञापन भेजा हूं अगर पहुंचा है तो माननीय मुख्यमंत्री महोदय सपहा लोगों की विकास लेकर आपको स्वयं आना होगा बिजली पक्की सड़क पुलिया सीसी रोड वन अधिकार पट्टा इत्यादि की सौगात लेकर आते हैं या खाली ही हाथ झूलाते सूरजपुर की धरती पर पहुंच रहे हैं यह अब आने पर ही पता चलेगा हम लोगों की याद आती है या नहीं सूरजपुर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री महोदय से पूछूंगा कि सुशासन तिहार का मतलब क्या होता है यही कि वंचित पीड़ित लोगों को विकास ना देना आपके जिला कलेक्टर सूरजपुर फॉरेस्ट के रेंजर या विभाग के अधिकारियों द्वारा पीड़ित करना सुशासन तिहार माना जाता है यह मंचों से आपको बताना होगा ताकि उपस्थित सभी आम जनता सुन सके लालजी बौद्ध के घर का सुकृति आदेश लेने के लिए बोले थे क्या पूरे छत्तीसगढ़ या जिला सूरजपुर या बिहार पुर क्षेत्र के अंदर मैं अकेला व्यक्ति शासकीय वन हो या राजस्व भूमि में घर पक्का बनाया हूं कि आपके अधिकारी हड़ताल कर्ताओ के ऊपर दबाव डालकर तरह-तरह का षड्यंत्र करवाकर हड़ताल तोड़ने की साजिश भी की जा रही है नहीं तो मंच से ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करना पड़ेगा अनिश्चितकालीन हड़ताल करता भी आपके कार्यक्रम में पहुंचेंगे और अपनी बात सभी के समक्ष रखा जाएगा अल्पसंख्यक बौद्ध समुदाय के परिवार लालजी बौद्ध वार्ड पंच परिवार सहित ग्राम सपहा को टारगेट में रखकर अब जान माल एवं चल अचल संपत्ति का खतरा करने की षड्यंत्र भी शुरू हो गई 31 जुलाई 2025 को वन परिक्षेत्र अधिकारी बिहार पुर के द्वारा मकान बनाने की सुकृति दस्तावेज प्रस्तुत करने की मांग किया गया जो पूरे परिक्षेत्र के अंदर लगभग मैं पहला व्यक्ति एक होंगे जिसे नोटिस जारी की गई और 7 दिन के भीतर दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया पता किया कि मात्र एक व्यक्ति को कैसे नोटिस जारी कर रहे हैं तो बदले में पता चला कि कलेक्टर साहब ने सभा कक्ष कलेक्ट्रेट सूरजपुर मे सभी अधिकारियों की उपस्थिति में मुझे डांटकर कहा गया है की लाल जी बौद्ध को अब तक क्यों नहीं करवाई नोटिस जारी मकान संबंधित किया इसलिए मुझे करना पड़ा इससे पता चलता है कि हमारे जिला के मुखिया कलेक्टर महोदय एवं रेंजर और अन्य विभागों के षड्यंत्रकारी अधिकारी कर्मचारियों से पूछना चाहता हूं कि क्या ग्रामीण इलाके में अभी तक फॉरेस्ट या राजस्व भूमि पर मात्र लाल जी बौद्ध का मकान बना है जो बिना सुकृति और दस्तावेज के बाकी लोगों का क्या दस्तावेज आपके माध्यम से मकान निर्माण सोलर पंप लगाने रेत की ढुलाई कूप निर्माण आवास निर्माण जमीन की जुताई ईट के लिए लकड़ी ढुलाई बोल्डर ढुलाई जैसे अन्य कार्य करने के लिए तहसील क्षेत्र एवं वन परिक्षेत्र के अंदर कितने ग्रामीणों को स्वीकृति आदेश दिया गया है तो उसका सुकृति दस्तावेज की सत्यापित कॉपी आप लोगों के माध्यम से लाल जी बौद्ध को दिया जाए ताकि उसी के हिसाब से मैं भी बनवा सकूं तब तक के लिए मुझे मौका दिया जाए मांग किया हूं हम लोगों का हक मांगना शासन एवं जिला कलेक्टर के निगाह में जुर्म बन गया हक से वंचित करने के लिए तरह तरह का षड्यंत्र हो रहा है 01 अगस्त 2025 के बाद जो भी जान माल का खतरा है या चल अचल संपत्ति की नुस्कान होगी वह केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार तथा जिला कलेक्टर महोदय सूरजपुर की होगी लालजी बौद्ध और उनके परिवार के साथ पूर्व एवं वर्तमान तथा भविष्य में घटना घटी है और आगे जो भी मेरा नुस्कान यह घटना घटेगी वह भी इन्हीं लोगों कि जिम्मेदारी होगी आज दिनांक 2 अगस्त 2025 को हमारे ग्राम सपहा निवासी वरिष्ठ पदाधिकारी बिहारपुर क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी के श्री सियाराम नाई के द्वारा ग्रामीण से यह कहां जा रहा है कि संपूर्ण गांव मे घर घर बिजली लगने से बिजली बिल आने लगेगी कुछ लोग मोटर का टेंपरेरी कराने के नामपर जो घर में फ्री रूप से पंखा कूलर टीवी इत्यादि चला रहे हो तो उसको भी बिजली बिल देना पड़ेगा इसलिए हड़तालीयों का समर्थन मत करना तब हम सभी के लिए बहुत गहरा दुख लगा है कि ऐसे होते हैं सरकार के कार्यकर्ता पदाधिकारी इसीलिए हक से वंचित समाज मारा जाता रहा है बिहारपुर क्षेत्र के बिजली वितरण कर्मचारियों अधिकारियों से हड़ताल कर्ताओ का निवेदन है कि टेंपरेरी पूरे गांव में करें और घर-घर बिजली पंखा कुलर बल्ब इत्यादि सभी चलाएं वरना विवाद की स्थिति उत्पन्न बन रही है सियाराम नाई जी के बातों से जिसकी जिम्मेदारी बिजली विभाग एवं मुख्यमंत्री महोदय की होगी हड़ताल पानी, बिजली, सड़क,पुलिया,सामुदायिक भवन, वन अधिकार पट्टा, सोलर पंप, ड्यूल पंप इत्यादि का मांग आवेदन के माध्यम से सुशासन तिहार मे किया गया है सरपंच श्री नागेश्वरी पंडो ग्राम सपहा एवं उनके पुत्र श्री राम रतन पंडो शिक्षक हाथी चूआ के द्वारा गांव वालों को लाल जी बौद्ध के विरुद्ध भड़काया जा रहा है विकास न देने एवं तरह-तरह के भड़काव की धमकी दिया गया धमकी देने वालों पर भी करवाई की मांग की गई है सभी तरह के समस्याओं का समाधान होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा 16 अगस्त 2025 से ग्राम सपहा के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के अन्य पंचायत मे शोषित वंचित पीड़ित परिवारों को भी शामिल कर ग्राम स्तर पंचायत स्तर जनपद स्तर तहसील स्तर जिला स्तर राज्य स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल सुशासन तिहार एवं वादा खिलाफी के विरुद्ध जन आंदोलन चलाया जाएग सरकार मूलभूत सुविधाओं को पूरा करती है या कब तक आंख में पट्टी बांधकर सुशासन तिहार उत्सव मना रही है जनता भी देख रही है जब छत्तीसगढ़ शासन के पास कुछ भी नहीं है तो आवेदन क्यों मंगवाए और मंगा करके धमकी दे रहा है आम पब्लिक जैसे जी रहा था वैसे जी रहा था तो क्या जरूरत पड़ी सिविर लगाने की सरकार को इसलिए निमंत्रण देकर थाली परोस कर थाली में कुछ नहीं दिया है आम जनता का अपमान की है सरकार हड़ताल समय सुबह 11:00 से लेकर दोपहर के 2:00 तक बीच उपस्थित करने का संशोधन किया गया है जो खेती-बाड़ी मजदूरी करना पड़ रहा है जिस कारण से उपस्थिति निर्धारित से समय कम और आगे पीछे हो सकता है क्योंकि सरकार हम लोगों पर ध्यान नहीं दे रही है मांग पूरा होने में समय लग सकता है लेकिन हड़ताल निरंतर जारी रखेगी 15 अगस्त 2025 तक मे मांग पूरा नहीं हुआअंग्रेजों के चले जाने के बाद भी 75 वर्षों से गुलाम बना कर ग्राम पंचायत सपहा को मूलभूत सुविधाओं जैसे अधिकारों से वंचित रखा इसी तरह छत्तीसगढ़ के तमाम ग्राम पंचायत के लोगों को भी सरकार एवं जनता द्वारा चुने गए जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने मिलकर आज भी गुलामी की जंजीर बांधकर ग्राम वासियों को रखा गया है सुशासन तिहार जश्न सरकार मना रही है अपनी कुशासन छिपाना चाह रही है इसका प्रमाण गांव की स्थिति साबित कर रही है इसका संदेश पूरे दुनिया और देश को सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचाया गया और आगे भी पहुंचाया जाएगा कम संख्या देखकर भ्रमित ना हो शोषित वंचित पीड़ित लोगों का समर्थक लेकर जहां पर विकास की आवश्यकता है वहां विकास होना चाहिए एक बार पुन: सदियों से गुलाम बनाए गए लोगों को उनको एहसास कराया जाएगा की 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता शोषित पीड़ित वंचित परिवार को नहीं मिली है जबकि विदेशी अंग्रेज शोषित वंचित पीड़ित परिवार को आजादी देकर चले गए लेकिन केंद्र और राज्य शासन प्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों के द्वारा जबरदस्ती का स्वतंत्रता दिवस हम लोगों से मनवाया जा रहा है जिन लोगों ने शोषित वंचित पीड़ित किया है मात्र उन्हें स्वतंत्रता मिली है और वही लोग स्वतंत्रता मनाऐगे हम लोग आज भी गुलाम हैं और आज भी गुलामी की जीवन जी रहे हैं गांव गांव के लोगों को आजाद होने तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा अभी तक हड़ताल कर्ताओ में से बच्चे उल्टी दस्त बुखार एवं बड़े बुजुर्ग टाइफाइड जैसे कई बीमारियों का शिकार भी हुए जितना देरी मांग पूरा होने में शासन करेगा उतना ही अधिक लोग हड़ताल में शामिल होते चले जाएं आज तक जो सरकार आप लोगों से वादा करती चली आ रही थी वह पूरा झूठा था क्योंकि यह सुशासन तिहार से साबित हो गया की नाकाम सरकार है और वह जो आप लोगों की हितैषी नहीं है यह षड्यंत्रकारी सरकार है छत्तीसगढ़ सुशासन तिहार के विरुद्ध अनिश्चित कालीन हड़ताल का कर रहे नेतृत्व लाल जी बौद्ध वार्ड पंच सपहा ने अपने जीते जी फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम इत्यादि सोशल मीडिया के माध्यम से गवाही के रूप में अपनी बात सबके सामने रख दे रहा हूं क्योंकि मेरे और मेरे परिवार के साथ बहुत बड़ा अप्रीय घटना घटने की संभावना बन चुकी है क्योंकि तरह-तरह से ग्रामीणों को धमकाया डराया जा रहा है और उनको लाल जी से अलग करने की साजिश दिन रात रची जा रही है इसलिए मेरे साथ कभी भी मेरा या मेरे परिवार बच्चों का मर्डर मारपीट घर मकान जमीन की छति किया जा सकता है किसी बड़े धारा में फसाने जैसी कृत घटना घट सकती है जिसमे 10 जुलाई 2025 को एसडीएम भैया थान के द्वारा विकास न देने की धमकी 31/7/2025 रेंजर द्वारा जारी नोटिस एवं 20 अगस्त 2025 को पुलिस द्वारा घर एवं रास्ते का घेराव करना बहुत बड़ा प्रूफ सामने आया है जिसमें पूरा घटना का जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ शासन जिला कलेक्टर एस पी समेत छोटे-बड़े अधिकारी कर्मचारीऔर तथा भा. ज. पा. के कार्यकर्ता पदाधिकारियो और जनप्रतिनिधि गण के साथ-सा अन्य लोगों की होगी गांव व क्षेत्र मे अच्छी स्वास्थ्य सुविधा एवं शुद्ध पानी अच्छी सड़के ना होने के कारण तेज बुखार से अवध कुमार विश्वकर्मा के पुत्री रेनू 5 वर्ष की दिनांक 23 अगस्त 2025 को समय सुबह 9:00 बजे लगभग दर्दनाक मृत्यु हो गई गरीबों वंचित को कोई पूछने वाला नहीं है लेकिन पंच लाल जी बौद्ध ह्यूमन राइट्स ( मानवाधिकार आयोग छत्तीसगढ़ एवं भारत सरकार) एवं हाई कोर्ट छत्तीसगढ़ और सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के माध्यम से उन सभी जिम्मेदार जनप्रतिनिधियो पंच से लेकर राष्ट्रपति तथा चौकीदार से लेकर कलेक्टर तक मे सपहा गांव कि रेनू विश्वकर्मा की दर्दनाक मौत या सपहा जैसे अन्य ग्राम या क्षेत्र की अव्यवस्था के करण मौतें जो हो रही हैं उसका जिम्मेदार इनमें से किसको बनाया जाता है जिसकी भरपाई समय रहते हो सके वह जिम्मेदार कौन है बताना पड़ेगा और उनसे ग्रामीणों की हुई क्षति का समस्त मुआवजा वसुला जा सके एक-एक को अपना हिसाब देना पड़ेगा सुशासन के नाम पर जो सरकारे कु शासन ग्रामीण इलाकों में चल रहे हैं अब ग्रामीणों की आवाज सपहा से चलकर छत्तीसगढ़ के विधानसभा एवं दिल्ली के संसद भवन तक गूंजेगा दिनांक 28 अगस्त 2025 को एसडीएम मैडम भैया थान लिंक कोर्ट बिहार पुर तहसीलदार बिहार पुर के साथ में हड़ताल के नेतृत्व कर्ता लाल जी बौद्ध पंच के साथ मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश पर कलेक्टर जिला सूरजपुर के पहल के अनुसार एसडीएम मैडम भैया थान ने वार्तालाप कर मूलभूत सुविधाओं को लेकर विवरण जो सुशासन तिहाड़ में मांग किया गया है उसे मांग के अनुसार चर्चाएं और पहल करने की कोशिश की बात कही गई लंबे समय से अनिश्चितकालीन हड़ताल गांव में चल रहा है उसको खत्म करने की भी जानकारी दी ली गई जिसमें लालजी बौद्ध के तरफ से साफ-साफ कहा गया है की गांव की भौगोलिक स्थिति और मुख्य मांगों के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जो प्रशासनिक जिम्मेदारी लेकर मौके पर आवेदन के हिसाब से भ्रमण करें और उसके बाद सभी पहलुओं पर विशेष ध्यान रखते हुए अभी तक शासन एवं जिला प्रशासन एवं विभागों द्वारा क्या-क्या कारवाइयां पुरी की गई है और क्या-क्या प्रक्रिया में चल रही हैं वह सभी कितने दिन में पूरे किए जाएंगे सभी का लिखित रूप से मिलने पर उपस्थित ग्रामीण एवं हड़ताल करता के समक्ष विचार विमर्श कर तथा स्थिति को ध्यान में रखते हुए हड़ताल जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी या मंत्रीगण के समक्ष हड़ताल को समाप्त किया जा सकता है जिसके लिए एसडीएम मैडम ने आगे एक सप्ताह के अंदर ग्राम पंचायत सपहा के मांग के अनुसार दिए गए आवेदन के तहत गांव के विकास कार्यों के लिए कहां-कहां विशेष आवश्यकता है उसका संबंधित विभाग एवं अधिकारियों के साथ भ्रमण करते हुए धरना प्रदर्शन स्थल पहुंचने के लिए मसौदा तैयार किया गया है अगर प्रशासनिक अमला का पहल सही रहा विकास की मांग को कितना गंभीरता से शासन ले रहा है पिछली कई वर्षों से झूठ लिखित आश्वासन देते आए हैं क्या अबकी बार भी षड्यंत्र कर चाल चलने की प्रयास की जा रही है हड़ताल समाप्त कर अपनी बदनामी को रोकना चाह रही है तो ऐसा सोचना गलत होगा क्योंकि जैसे ही अधिकतम एक माह के ऊपर समय जाएगा वैसे ही पुन: हड़ताली लोग अपने हड़ताल को फिर से जारी रखेंगे इसलिए क्षेत्र एवं जिला एवं राज्य के समस्त मीडिया प्रभारी से मेरा विनम्र निवेदन है कि या तो एसडीएम मैडम से तिथि तय करें या मुझे पता चलेगा तो आप लोगों को डेट फिक्स बताऊंगा लेकिन आप लोगों कि उपस्थित प्रार्थनीय मेरे तरफ से है
- लालजी बौद्ध प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय मानवाधिकार रिडेप्शन सोशल वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ इंडिया की तरफ से बिजली विहीन 17 पंचायत के हड़ताल कर्ताओं के बिजली विस्तार के उचित मांग पर लिखित समर्थन दिया गया और छत्तीसगढ़ सरकार को आह्वान किया गया है कि जल्द से जल्द मांग को पूरा किया जाए9
- ward number-7 gandhinager ambikapur ka ye ward badhal awashtha mai!!khas report himanshu raj patrkar ambikapur .7805838076.3
- रंका में कंपकंपाती ठंड से जनजीवन बेहाल, अलाव व्यवस्था को लेकर प्रशासन पर गंभीर सवाल1
- Post by SAMBHU RAVI1
- RIMS का जमीन था तो कैसे हो गया रजिस्ट्री ओर मोटेशन कौन है जिम्मेवार इनको होना पड़ा घर से बेघर पूछता है भारत #झारखंड #RIMS1
- Post by Chandan Mehta1
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- gandhinager ambikapurward kramank-7 ka adrsh anganbadi kendr ki samshya byan karti sahayika .plz watch my news.himanshu raj patrkar ambikapur cg.7805838076.2