झील में डूबे युवक आलेख गौरव के परिजनों के साथ संकट की घड़ी में खड़े रहे सदर विधायक प्रदीप प्रसाद. आलेख गौरव की डूबने की घटना में विधायक ने निभाई मसीहा की भूमिका. हजारीबाग की झील से युवक का शव निकाला गया विधायक के निजी प्रयासों से. सरकार भरोसे लायक नहीं, अब खुद करना होगा काम – प्रदीप प्रसाद एनडीआरएफ नाकाम रही, चौपारण की टीम ने दिखाया कमाल : प्रदीप प्रसाद हजारीबाग के बाबू गांव, कोर्रा निवासी आलेख गौरव की सोमवार की सुबह झील में डूबने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई। जैसे ही यह समाचार उनके परिजनों और स्थानीय लोगों को मिला, सभी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। सभी ने अपने स्तर पर खोजबीन का प्रयास किया, लेकिन शव बरामद नहीं हो सका। घटना की सूचना मिलते ही पीड़ित परिजनों ने सदर विधायक प्रदीप प्रसाद को संपर्क किया। विधायक श्री प्रसाद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जिला प्रशासन से संपर्क स्थापित किया और एनडीआरएफ की टीम को बुलाने का आग्रह किया। श्री प्रसाद सोमवार की देर शाम स्वयं घटनास्थल पहुँचे और जिला प्रशासन व उच्च अधिकारियों से लगातार संवाद करते रहे। परंतु, बार-बार प्रयासों के बावजूद एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकी, जो अत्यंत पीड़ादायक और चिंता का विषय था। सरकारी तंत्र की निष्क्रियता को देखते हुए विधायक प्रदीप प्रसाद ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए चौपारण की एक प्रशिक्षित गोताखोर टीम को अपने निजी खर्च पर हजारीबाग बुलवाया। यह टीम रात्रि करीब 11:00 बजे तक झील में खोजबीन करती रही, परंतु शव नहीं मिल सका। अगले दिन मंगलवार को सुबह 6:00 बजे से पुनः खोजबीन का कार्य शुरू किया गया। लगभग आधे घंटे के अथक प्रयास के बाद, सुबह 6:30 बजे आलेख गौरव का शव बरामद कर लिया गया। इस पूरी घटना में सदर विधायक प्रदीप प्रसाद की सक्रियता और मानवीय संवेदनशीलता ने उन्हें पीड़ित परिवार के लिए एक मसीहा के रूप में प्रस्तुत किया। घटनास्थल पर उपस्थित पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक श्री प्रसाद ने कहा की हजारीबाग जैसे महत्वपूर्ण जिले के लिए यह अत्यंत दुखद बात है कि जब एक युवक की जान गई और तत्काल राहत की आवश्यकता थी, तब एनडीआरएफ की टीम उपलब्ध नहीं हो सकी। सरकार की तरफ से केवल आश्वासन दिए जाते रहे, लेकिन जमीन पर कोई ठोस सहायता नहीं मिली। उन्होंने आगे कहा की चौपारण जैसे छोटे से गाँव से आई टीम ने, जिसमें एक 65 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल थे, अपनी मेहनत के बल पर शव को बरामद किया। ये लोग अपनी सूझबूझ और साहस से वह कर गए, जो सरकार के पास संसाधनों के बावजूद नहीं हो सका। *विधायक ने घोषणा की* मेरा प्रयास रहेगा कि इस टीम को बेहतर प्रशिक्षण दिलाया जाए और उन्हें गोताखोरी व राहत कार्यों के लिए आवश्यक सभी औज़ार निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएं। इतना ही नहीं, ऐसे टीम के 1-2 सदस्यों को मासिक वेतन पर नियुक्त करने का प्रयास करूंगा, ताकि भविष्य में इस तरह की किसी भी दुर्घटना की स्थिति में तत्काल और प्रभावी सहायता प्रदान की जा सके। *श्री प्रसाद ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा की* सरकार के भरोसे सिर्फ घोषणाएं मिलती हैं, ज़मीन पर कार्य खुद करना पड़ता है। अगर हमने चौपारण की टीम को नहीं बुलवाया होता, तो शायद शव मिलना और भी मुश्किल हो जाता। यह टीम मात्र 1 से डेढ़ घंटे के भीतर हजारीबाग पहुंच गई और रात्रि 11 बजे तक लगातार कार्य करती रही। *मानवता और जनसेवा का उदाहरण बने विधायक प्रदीप प्रसाद* यह घटना एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि जब जनप्रतिनिधि संवेदनशीलता के साथ जनता के दुःख-सुख में भागीदारी निभाते हैं, तब जनता का विश्वास लोकतंत्र में और अधिक मजबूत होता है।प्रदीप प्रसाद ने अपने कर्मों से यह दिखाया कि वे केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि जनता के सच्चे सेवक हैं।
झील में डूबे युवक आलेख गौरव के परिजनों के साथ संकट की घड़ी में खड़े रहे सदर विधायक प्रदीप प्रसाद. आलेख गौरव की डूबने की घटना में विधायक ने निभाई मसीहा की भूमिका. हजारीबाग की झील से युवक का शव निकाला गया विधायक के निजी प्रयासों से. सरकार भरोसे लायक नहीं, अब खुद करना होगा काम – प्रदीप प्रसाद एनडीआरएफ नाकाम रही, चौपारण की टीम ने दिखाया कमाल : प्रदीप प्रसाद हजारीबाग के बाबू गांव, कोर्रा निवासी आलेख गौरव की सोमवार की सुबह झील में डूबने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई। जैसे ही यह समाचार उनके परिजनों और स्थानीय लोगों को मिला, सभी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। सभी ने अपने स्तर पर खोजबीन का प्रयास किया, लेकिन शव बरामद नहीं हो सका। घटना की सूचना मिलते ही पीड़ित परिजनों ने सदर विधायक प्रदीप प्रसाद को संपर्क किया। विधायक श्री प्रसाद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जिला प्रशासन से संपर्क स्थापित किया और एनडीआरएफ की टीम को बुलाने का आग्रह किया। श्री प्रसाद सोमवार की देर शाम स्वयं घटनास्थल पहुँचे और जिला प्रशासन व उच्च अधिकारियों से लगातार संवाद करते रहे। परंतु, बार-बार प्रयासों के बावजूद एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकी, जो अत्यंत पीड़ादायक और चिंता का विषय था। सरकारी तंत्र की निष्क्रियता को देखते हुए विधायक प्रदीप प्रसाद ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए चौपारण की एक प्रशिक्षित गोताखोर टीम को अपने निजी खर्च पर हजारीबाग बुलवाया। यह टीम रात्रि करीब 11:00 बजे तक झील में खोजबीन करती रही, परंतु शव नहीं मिल सका। अगले दिन मंगलवार को सुबह 6:00 बजे से पुनः खोजबीन का कार्य शुरू किया गया। लगभग आधे घंटे के अथक प्रयास के बाद, सुबह 6:30 बजे आलेख गौरव का शव बरामद कर लिया गया। इस पूरी घटना में सदर विधायक प्रदीप प्रसाद की सक्रियता और मानवीय संवेदनशीलता ने उन्हें पीड़ित परिवार के लिए एक मसीहा के रूप में प्रस्तुत किया। घटनास्थल पर उपस्थित पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक श्री प्रसाद ने कहा की हजारीबाग जैसे महत्वपूर्ण जिले के लिए यह अत्यंत दुखद बात है कि जब एक युवक की जान गई और तत्काल राहत की आवश्यकता थी, तब एनडीआरएफ की टीम उपलब्ध नहीं हो सकी। सरकार की तरफ से केवल आश्वासन दिए जाते रहे, लेकिन जमीन पर कोई ठोस सहायता नहीं मिली। उन्होंने आगे कहा की चौपारण जैसे छोटे से गाँव से आई टीम ने, जिसमें एक 65 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल थे, अपनी मेहनत के बल पर शव को बरामद किया। ये लोग अपनी सूझबूझ और साहस से वह कर गए, जो सरकार के पास संसाधनों के बावजूद नहीं हो सका। *विधायक ने घोषणा की* मेरा प्रयास रहेगा कि इस टीम को बेहतर प्रशिक्षण दिलाया जाए और उन्हें गोताखोरी व राहत कार्यों के लिए आवश्यक सभी औज़ार निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएं। इतना ही नहीं, ऐसे टीम के 1-2 सदस्यों को मासिक वेतन पर नियुक्त करने का प्रयास करूंगा, ताकि भविष्य में इस तरह की किसी भी दुर्घटना की स्थिति में तत्काल और प्रभावी सहायता प्रदान की जा सके। *श्री प्रसाद ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा की* सरकार के भरोसे सिर्फ घोषणाएं मिलती हैं, ज़मीन पर कार्य खुद करना पड़ता है। अगर हमने चौपारण की टीम को नहीं बुलवाया होता, तो शायद शव मिलना और भी मुश्किल हो जाता। यह टीम मात्र 1 से डेढ़ घंटे के भीतर हजारीबाग पहुंच गई और रात्रि 11 बजे तक लगातार कार्य करती रही। *मानवता और जनसेवा का उदाहरण बने विधायक प्रदीप प्रसाद* यह घटना एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि जब जनप्रतिनिधि संवेदनशीलता के साथ जनता के दुःख-सुख में भागीदारी निभाते हैं, तब जनता का विश्वास लोकतंत्र में और अधिक मजबूत होता है।प्रदीप प्रसाद ने अपने कर्मों से यह दिखाया कि वे केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि जनता के सच्चे सेवक हैं।
- Post by Dabang bihari Pandey ji1
- कार्मेल विद्यालय में 65वाँ वार्षिक खेलकूद समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हजारीबाग। कार्मेल विद्यालय परिसर में शनिवार को 65वाँ वार्षिक खेलकूद समारोह अत्यंत हर्षोल्लास, अनुशासन एवं गरिमामय वातावरण में भव्य रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान कार्मेल बैंड की छात्राओं द्वारा मुख्य अतिथि तन्वी (विशेष न्यायाधीश, हजारीबाग), विशिष्ट अतिथि मनोज कुमार रंजन (प्राथमिक शिक्षा निदेशक, झारखंड) तथा आकाश कुमार (जिला शिक्षा अधीक्षक, हजारीबाग) का भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि तन्वी द्वारा ध्वजारोहन एवं मशाल प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके उपरांत छात्राओं ने आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत कर अनुशासन और एकता का संदेश दिया। विभिन्न एथलेटिक प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपनी खेल प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। प्राइमरी एवं हाई स्कूल की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक एवं खेल प्रदर्शन ने दर्शकों का मन मोह लिया। समारोह के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य सि. सविथा मेरी ए.सी. ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा खेलकूद को शारीरिक एवं मानसिक विकास का महत्वपूर्ण माध्यम बताया। इस अवसर पर विद्यालय की मैनेजर सि. एम. वल्सा ए.सी., उप प्रधानाचार्या सि. सोफिया मेरी ए.सी., सि. अल्बेला, सि. रेणु, सि. हर्षित सहित समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन सत्र में झारखंड के प्राथमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार रंजन एवं जिला शिक्षा अधीक्षक आकाश कुमार ने उपस्थित होकर समारोह का विधिवत समापन किया। उन्होंने विद्यार्थियों के अनुशासन, प्रतिभा तथा कार्मेल विद्यालय की उत्कृष्ट शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक परंपराओं की सराहना करते हुए विद्यालय परिवार को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी। 👇👇 https://youtu.be/1TQdKcib8cI?si=yPOo3-hpJHkCE9JV1
- #जहां_चाह_वहां_राह ... इस कामयाब एवं होनहार बेटी की नसीहत को सुने और अपनाएं। PVM आज सचमुच इस बेटी आलिया परवीन को सम्मानित करके गौरांवित हुआ। ❤️ #ProudMoment #AirForce #AirForceSelection #Hazaribagh #jharkhand #hazaribaghnews #JharkhandNews1
- Post by Abhay Ahir kumar Yadav2
- तीन दिवसीय अंतरराज्यीय खेल प्रतियोगिता के लिए जेविएम के छात्र नवादा रवाना1
- झारखंड में स्कॉलरशिप का आंदोलन हुआ सफल हेमंत सोरेन ने कहा?नहीं मिल पाएगा स्कॉलरशिप।#jharkhand।1
- पैसे लेकर महिला ने कराया था गैंग रेप का झूठा केस, पुलिस ने की तफ्तीएस, महिला समेत पांच आरोपी गिरफ्तार। दिनांक-12.12.25, धारा-308(5)/231/308(4)/76/352/चान्हों थाना कांड सं० 181/25 351(2) (3)/61(2) भा०न्या०सं०-2023 के अनुसंधान के क्रम में प्राथमिकी नामजद अभियुक्त साबिर खान, नसीम अहमद, नसीहा खातून, विक्की खान, इम्तेयाज आलम को वादी के विरुद्ध मारपीट, रंगदारी मांगने एवं अपराधिक अतिचार करते हुए महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोप में दिनांक-13.12.25 को पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार किया गया। कांड के अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आयी है कि अभियुक्त साबिर खान एवं नसीम अहमद के द्वारा पूर्व के दुश्मनी को लेकर अपने ही गाँव के सद्दाम अंसारी एवं अन्य के विरुद्ध फर्जी तरीके से षडयंत्र के तहत् नसीहा खातून को फर्जी गैंग रेप का केस करने के लिए पैसे देकर तैयार किया गया एवं षडयंत्र के तहत् दिनांक 02.09.2025 को बेड़ो पहुँचकर फर्जी घटनास्थल का चिन्हित किया गया एवं फर्जी गवाह बनाते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध झूठा केस बेड़ों थाना में थाना कांड सं0-85/25 दर्ज करवाया गया। चूंकि साबिर खान बलसोकरा के एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं जिसका दुरुपयोग करते हुए कांड के अनुसंधान को प्रभावित करने का काम किया गया एवं अनुसंधान में व्यवधान उत्पन्न किया। सभी अभियुक्तों ने अपना अपना स्वीकारोक्ति बयान दिया जिसमें सभी अपना अपराध को स्वीकार किये हैं।1
- Post by Abhay Ahir kumar Yadav1