*नगर पंचायत में फफूंद में बंदर पकड़ो अभियान किया शुरू* *पहले दिन 55 बंदर पकड़े गए* *फफूंद,औरैया।* कस्बे में बंदरों के बढ़ते आतंक से परेशान नागरिकों को राहत देने के लिए नगर पंचायत ने बंदर पकड़ो अभियान शुरू किया है। अभियान के पहले दिन थाना परिसर व आसपास के इलाकों से 55 बंदरों को पकड़ा गया है। कस्बे में छह माह के अंदर बंदरों के हमलों में 20 से अधिक लोग घायल हो चुके थे। जिससे लोगों में दहशत का माहौल था। रात में बंदर सड़कों पर डेरा जमाए रहते थे।जिससे लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। कस्बे के मुख्य बाजार, पक्का तालाब, थाना परिसर व अन्य व्यस्त क्षेत्रों में बंदरों के झुंड का जमावड़ा रहता था। मथुरा से आई टीम ने बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया टीम ने 55 बंदरों को पकड़ा और उन्हें जंगल में छोड़ने के लिए ले गए। अधिशासी अधिकारी विनय कुमार पांडेय ने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।
*नगर पंचायत में फफूंद में बंदर पकड़ो अभियान किया शुरू* *पहले दिन 55 बंदर पकड़े गए* *फफूंद,औरैया।* कस्बे में बंदरों के बढ़ते आतंक से परेशान नागरिकों को राहत देने के लिए नगर पंचायत ने बंदर पकड़ो अभियान शुरू किया है। अभियान के पहले दिन थाना परिसर व आसपास के इलाकों से 55 बंदरों को पकड़ा गया है। कस्बे में छह माह के अंदर बंदरों के हमलों में 20 से अधिक लोग घायल हो चुके थे। जिससे लोगों में दहशत का माहौल था। रात में बंदर सड़कों पर डेरा जमाए रहते थे।जिससे लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। कस्बे के मुख्य बाजार, पक्का तालाब, थाना परिसर व अन्य व्यस्त क्षेत्रों में बंदरों के झुंड का जमावड़ा रहता था। मथुरा से आई टीम ने बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया टीम ने 55 बंदरों को पकड़ा और उन्हें जंगल में छोड़ने के लिए ले गए। अधिशासी अधिकारी विनय कुमार पांडेय ने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।
- इटावा में डबल डेकर बसों की मनमानी पर यात्रियों का आक्रोश इटावा, 17 दिसम्बर 2025 – इटावा जिले में परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से चल रही डबल डेकर बसों की मनमानी का खामियाजा रोजाना यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। टूरिस्ट परमिट का हवाला देकर दर्जनों बसें दिल्ली के लिए सवारियों से खचाखच भरी जाती हैं और रास्ते में यात्रियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। यात्रियों ने आरोप लगाया है कि: - 🚌 बसें तादात से ज्यादा सवारियां भरकर चलती हैं और बीच रास्ते में ही उन्हें जबरन उतारकर दूसरी गाड़ियों में शिफ्ट किया जाता है। - 🎒 लगेज लेकर चलने वाले यात्रियों को भी बीच रास्ते में उतारकर दूसरी बसों में बैठने को मजबूर किया जाता है। - 🤬 विरोध करने पर यात्रियों के साथ गाली-गलौज और हाथापाई तक की जाती है। - ❄️ कड़ाके की ठंड में रात 3 बजे के बाद गाड़ियों को रोककर यात्रियों को शिफ्ट करने का सिलसिला आम हो गया है। 17 दिसम्बर की सुबह लगभग 4:30 बजे काजी हाईवे, मनिया मऊ पेट्रोल पंप पर आम्रपाली डबल डेकर बस (UP 75 AT 3626) से दिल्ली से बकेवर लौट रहे एडवोकेट/पत्रकार मनोज कुमार दीक्षित और उनके परिवार के साथ भी यही घटना घटी। यात्रियों को जबरन उतारकर जी.आर.एस. नामक बस में बैठाया गया। बस स्टाफ ने अभद्रता करते हुए गाली-गलौज की और जूते मारकर उतार देने की धमकी दी। यात्रियों ने बताया कि बस स्टाफ खुलेआम कहता है कि “जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और परिवहन अधिकारी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते”। जनअपील जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और परिवहन विभाग से आम जनता की अपील है कि इन मानकों के विपरीत चल रही गाड़ियों पर तत्काल रोक लगाई जाए। अन्यथा किसी भी दिन बड़ा हादसा या गंभीर बवाल हो सकता है, जो प्रशासन के लिए सरदर्द साबित होगा। मनोज दीक्षित अधिवक्ता/पत्रकार की घटना को लेकर अधिवक्ता और पत्रकारों में भारी आक्रोश देखा गया। रमेश यादव पत्रकार नव भारत टाइम्स इटावा1
- Post by Journalists1
- राजेन्द्र सिंह धुऑंधार कन्नौज। बीती रात अपने घर से लेंटर डलवाने की बात कहकर निकले युवक का खून से रक्तरंजित शव मिलने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। युवक की ईंट से कूचकर हत्या की गई है। मौके पर खून से सनी ईंट भी मिली है। घटना की जानकारी पर स्थानीय पुलिस बल के अलावा पुलिस अधिकारी , डॉग स्क्वायट, फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची है। जानकारी के मुताबिक, सौंरिख थाना के नादेमऊ चौकी क्षेत्र के गांव कांकरकुई निवासी 26 वर्षीय श्यामसुंदर पुत्र शिवपाल के पांच बच्चे जिनमें चार बेटियां और एक बेटा है। इसके अलावा श्यामसुंदर अपने परिवार में चार बहनों में अकेला भाई था। युवक के अभी किसी भी बच्चे की शादी नहीं हुई है। परिवार का भरण पोषण करने के लिए श्यामसुंदर निकट के गांव मधपुरी में रहने वाले उदयवीर की कंक्रीट मशीन चलता था। बीती रात 9 बजे के करीब अपने परिजनों से श्यामसुंदर यह कहकर घर से निकला था कि वह लेंटर डलवाने जा रहा है। इसके बाद वह शुक्रवार की सुबह तक घर वापस नहीं लौटा। जिसके बाद परिजनों द्वारा उसकी खोजबीन की जा रही थी। इसी बीच शुक्रवार की सुबह मधपुरी गांव में एक स्थान पर जब ग्रामीणों ने युवक का शव पड़ा देखा तो हड़कंप मच गया। युवक का सर कुचला हुआ नजर आ रहा था, जबकि पास में खून पड़ा होने के अलावा एक ईंट भी खून से सनी हुई पड़ी थी। मामले की सूचना पुलिस को दी गई तो स्थानीय चौकी पुलिस के अलावा सौंरिख और इंदरगढ़ थाना पुलिस के अलावा डॉग स्क्वायट, फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। इसके बाद एसडीएम तिर्वा राजेश कुमार और एसपी विनोद कुमार भी मौके पर पहुंचे। मामले की सूचना पर श्यामसुंदर के परिजन भी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद मृतक की पहचान श्यामसुंदर के रूप में परिजनों ने की। परिजनों ने मिक्सर मशीन मालिक उदयवीर पर हत्या का आरोप लगाते हुए सौंरिख थाना पुलिस को तहरीर दी है। इससे पहले पुलिस द्वारा मृतक युवक की पोस्टमार्टम प्रक्रिया के दौरान परिजनों ने कुछ देर हंगामा भी किया, उनका कहना था कि, पुलिस पहले हत्या की रिपोर्ट दर्ज करे, इसके बाद शव उठने दिया जायेगा। पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद परिजन शांत हो सके थे। फिलहाल पुलिस ने डॉग स्क्वायट और फोरेंसिक टीम आदि की मदद से मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी, वहीं मृतक युवक के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया था। घटनास्थल पर जहां ग्रामीणों की बड़ी संख्या में भीड़ लगी हुई थी, वहीं ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस की जांच पड़ताल के दौरान डॉग स्क्वायट टीम जब खोजबीन कर रही थी, इस दौरान डॉग मशीन मालिक के घर की ओर भी पहुंचा था। फिलहाल पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल जारी थी। घटना को लेकर जहां ग्रामीणों में हड़कंप का माहौल नजर आ रहा था, वहीं मृतक के शव पर परिजनों के करुण क्रंदन का सिलसिला जारी था। पुलिस कप्तान विनोद कुमार का कहना था कि, पुलिस प्रत्येक एंगल पर घटनाक्रम की जांच पड़ताल कर रही है, जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा और दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।2
- घाटमपुर #शीतलहर को देखते हुए जिलाधिकारी ने#विद्यालयों में अवकाश किया घोषित@ #schoolstudents #gspnewsup1
- पूजा कर रहे नाबालिग की पीट-पीटकर हत्याः करीब 15 लोगों ने रॉड-फावड़े से मारा; लड़के ने आखिरी वीडियो में सुनाई आपबीती बैतूल में हमलावरों ने एक नाबालिग को रॉड, फावड़े, पत्थर और लाठी से पीटा। बुधवार देर रात जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। नाबालिग ने दम तोड़ने से पहले पुलिस को बयान देकर पूरा घटनाक्रम बताया। मामला गंज इलाके का है। जानकारी के अनुसार, काला पाठा निवासी विवेक मरकाम (17) सागौन बाबा दरबार में पूजा कर रहा था, तभी अनिकेत उर्फ अन्नू ठाकुर उसके 10-15 साथियों के साथ आया और विवेक को जबरन उठाकर चुन्नीढाना ले गया। यहां उसकी जमकर पिटाई करदी शरीर में कई चोट, ICU में दम तोड़ा मारपीट के दौरान विवेक गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर ही बेहोश हो गया। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। घायल को देर शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।1
- ससुराल ने दामाद का जूते-चप्पलों से किया स्वागत - औरैया के फफूंद थाना क्षेत्र में कई घंटे तक युवक के साथ अमानवीय तांडव चलता रहा, प्रेम विवाह के बाद पत्नी को ननिहाल से लेने आए युवक को जूतों की मा/ला पहनाकर पेड़ से बां/धा गया, पी/टा गया और गांव में घुमाया गया।1
- सिरसाकालर मे किसान पुलिस की झड़प. पुलिस ने गिरेबान पकड़ी1
- "المرأة ريحانة" पैग़म्बर (स) फ़रमाते हैं: औरत घर में फूल है The Prophet (S) says: “Al-marʼatu rayhānah"which means the woman is like a flower in the home. و ليست بقهرمانة " यानी वो घर की कारगुज़ार नहीं है कि उससे कहें कि ये काम क्यूँ नहीं किया, औरत एक फूल है। फूल की देखभाल की जाती है, उसे हिफ़ाज़त दी जाती है। A woman is a flower. A flower is cared for and given protection. वो भी आपको अपनी ख़ुशबू, अपने रंग और अपनी ख़ूबियों से फ़ायदा पहुँचाती है। And she too benefits you with her fragrance, her color and her qualities. देखिए, इस्लाम औरत को इसी नज़र से देखता है। See, Islam views women in this way.1
- काकोरी कांड के शहीदों को नमन कर दी श्रृद्धांजलि हमीरपुर। देशभक्तों की देश के प्रति भूमिका के मद्देनजर सुमेरपुर कस्बे में वर्णिता संस्था के तत्वावधान में विमर्श विविधा के अन्तर्गत जिनका देश ऋणी है के तहत संस्था के अध्यक्ष डा. भवानीदीन ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह सही मायने में मातृभूमि के मतवाले थे। आजादी के संघर्ष के लिए धन की आवश्यकता पर काकोरी में ट्रेन में लूटने का दस देशभक्तों ने प्लान बनाया था, और 9 अगस्त 1925 को काकोरी स्टेशन में ट्रेन को लूटने में क्रांतिकारियों को लगभग छः हजार रुपए मिले। बाद में सभी क्रांतिकारी अलग अलग स्थानों से पकड़े गए। 40 क्रांतिकारियों पर मुकदमा चलाकर अंग्रेजों ने कई देशभक्तों को अलग अलग तरह की सजायें दी। इसी क्रम में 19 दिसम्बर 1927 को बिस्मिल, अशफाक और रोशन सिंह को फांसी पर लटका दिया गया। इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। इस कार्यक्रम में अशोक अवस्थी, सिद्धा, महावीर प्रजापति इलेक्ट्रीशियन, रिचा, रामनरायन सोनकर, विकास, प्रेम, सागर, सतेन्द्र, राहुल प्रजापति आदि शामिल रहे।1