Shuru
Apke Nagar Ki App…
बरहज बाजार 😈🏍️
SS
Sushil Singh Chauhan
बरहज बाजार 😈🏍️
More news from Barhaj and nearby areas
- #शोकसभा अपने #342_बरहज_विधान_सभा_क्षेत्र के हमारे पिता तुल्य एवं नगर पालिका परिषद बरहज में"बड़े बाबू"आदरणीय मनोज गुप्ता जी की पुत्रवधू के स्वर्गवास हो जाने के उपरांत उनके ब्रह्मभोज के कार्यक्रम में अपने छोटे भाई प्रीतम जयसवाल एवं राहुल जायसवाल संग परिजनों के बीच पहुंचकर दुःख साझा किया। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।1
- _Darad Dil Ke Badha Ke Gail _Neelkamal Singh Hard Vibration Dholki Bass Mix Dj Abhishek Barhaj1
- घाघरा नदी---बरहज Ghaghra Nadi1
- बुलन्दशहर सलेमपुर पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ ! Today24 News UP_UK1
- Let's Go With Dysun Solar Our Installation at Durga Vihar, Dehradun, Uttarakhand Name of Project: Sustainable HousinG Project Name of Client: Rupchand Capacity of Roof Top Solar Power Plant: 2 KW Capital Cost of Solar Power Plant: INR 140000.00 Jai Hind Regards Team Sustainable Himalayas https://dysun.in/ https://sustainablehimalayas.in/ Mail :sustainblehimalayasgmail.com1
- नाली के अभाव मे दलित बस्ती मे हुआ जल जमाव, सुधि लेने वाला कोई नहीं। Ballia -जनपद के नगरा ब्लाक अंतर्गत दलित बस्ती बड़सरा सलेमपुर मे जल निकासी कि समस्या हुई विकराल। वर्षात शुरू होते ही दलित बस्ती मे जल जमाव कि स्थिति हुई उत्पन्न।ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान से बार बार आग्रह करने के बावजूद जल जमाव की समस्या पर ध्यान नहीं दिया और अब आना जाना मुश्किल हो हो गया है। एक तरफ तंग गलिया और दूसरी तरफ घनी आबादी होने के नाते कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है।ग्राम सभा बड़सरा सलेमपुर के हरिजन बस्ती के मेन गली का ये हाल है, जहा बरसात का पानी निकलने कि कोई सुविधा नहीं है।अगर यहां नाली होती तो पानी निकल जाता, लेकिन इसके बारे में नाही ग्राम प्रधान कुछ सोच रहे हैं और नाही कोई अधिकारी, सुदामा राम के घर से सीधा कोटेदार के घर तक लोगो को आने जाने में बहुत कठिनाइयो का सामना करना पड़ रहा है।इस समस्या कि सुधि लेने वाला कोई नहीं। #DmBallia #sdmrasra #B D O Nagrablock1
- जब मैं पढ़ाई करती थी तब हिन्दी के मास्टर साहब बहुत ही सहज और सरल स्वाभाविक तरीके से हर विषय पर बेहतर तरीके से समझाते थे, आज भी उनकी यादों का धरोहर ज़हन में है।। कक्षा 5 में टोना मेंट के लिए वाराणसी में ही हर हुआ के समकक्ष हम सारे सहपाठियों को ले गया गया था,सब बच्चे स्वयं कि कला कौशल कि प्रस्तुति बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, यूं समझिए मेरे दादा जी सात गांवों के सरपंच थे, जिस कारण बस मुझे किसी से भी डर नहीं लगता था, मैं छोटी थी फिर भी हमें आज भी याद है, मैंने भी एक गाना गाया था,काश कुश से भरली डगरिया धरी बचाकर पांव रे,माटी उपरा छानी छप्पर यहयी हमरा गांव रे________मै काफी तेज तर्रार थी, फिर पढ़ाई-लिखाई में तल्लीन रहती थी, मैं लड़की हूं ऐसा विचार तो कभी आया ही नहीं बल्कि मैं घर में सबसे बड़ी थी, मनोरंजन का साधन एक मात्र त्योहार ही आते थे, हमारे समय में,हर त्यौहार का अलग-अलग यथार्थ और अजीब रौनक लेकर आते थे, अर्से बीते पर महक मिट्टी का आज भी चहल-पहल कि खुशबू लिए धरोहर बदलते मौसम में एहसास करवा ही जाता है, सावनी बयार काली घटाएं तीज़ त्योहार अजीब सा रौनक लेकर आते थे, अनछुए अन्तर्मन में अजीब सी हलचल लिए मन के उपवन में मंडराती रहती थी एहसास, आज भी याद आते हैं निश्छल मन भोला बचपन अबोध बचपन चंचल चितवन जैसे चलचित्र कि भांति मंडराने लगते हैं, यादों के दहरी पर बैठे स्वजल नैनों से निहारती मन का मधुबन सुख गया है गुलशन_____क्या यही होता है जीवन....!! श्वेता त्रिपाठी स्वरचित1
- जय श्री राम आप सभी को l मैने और कहीं तो देखा नहींं इसलिए ये कह पाना कि भारत के सबसे बड़े हनुमान जी की प्रतिमा है मुश्किल है लेकिन हैं तो बिशाल l ये प्रतिमा देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले रनीहवां गांव में प्राण प्रतिष्ठित है, वहाँ का दृश्य बड़ा ही मनमोहक और मनोहर है l आप एक बार जरूर दर्शन करें l पुरी प्रतिमा का चित्र देखने के लिए फोटो पे क्लिक करें राधे राधे ,1