मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण की अंतिम सूची प्रकाशित: मनेन्द्रगढ़/एमसीबी: 13 अक्टूबर 2025: भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली से प्राप्त अनुमोदन के बाद जिले में मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी. राहुल वेंकट के आदेशानुसार नई व्यवस्था के अंतर्गत नये मतदान केन्द्रों का गठन, स्थल एवं अनुभाग परिवर्तन तथा नये अनुभाग निर्माण से संबंधित प्रस्तावों को आयोग की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। निर्देशानुसार रिटर्निंग ऑफिसर के हैंडबुक के अध्याय 2 के पौरा 2.9.1 के अंतर्गत विधानसभावार मतदान केन्द्रों की अंतिम सूची प्रारूप-6 में तैयार की गई है। यह सूची 10 अक्टूबर 2025 को जिले के संबंधित तहसील कार्यालयों, स्थानीय निकायों, पंचायत भवनों सहित अन्य सूचना पटलों पर जन अवलोकन हेतु प्रकाशित कर दी गई है। जिला प्रशासन ने सभी मतदाताओं एवं नागरिकों से अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्र की अंतिम सूची का अवलोकन कर आवश्यक जानकारी प्राप्त करें। इस प्रकाशन की सूचना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, इंद्रावती भवन, पुराना मंत्रालय परिसर, रायपुर को भी प्रेषित कर दी गई है।
मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण की अंतिम सूची प्रकाशित: मनेन्द्रगढ़/एमसीबी: 13 अक्टूबर 2025: भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली से प्राप्त अनुमोदन के बाद जिले में मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी. राहुल वेंकट के आदेशानुसार नई व्यवस्था के अंतर्गत नये मतदान केन्द्रों का गठन, स्थल एवं अनुभाग परिवर्तन तथा नये अनुभाग निर्माण से संबंधित प्रस्तावों को आयोग की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। निर्देशानुसार रिटर्निंग ऑफिसर के हैंडबुक के अध्याय 2 के पौरा 2.9.1 के अंतर्गत विधानसभावार मतदान केन्द्रों की अंतिम सूची प्रारूप-6 में तैयार की गई है। यह सूची 10 अक्टूबर 2025 को जिले के संबंधित तहसील कार्यालयों, स्थानीय निकायों, पंचायत भवनों सहित अन्य सूचना पटलों पर जन अवलोकन हेतु प्रकाशित कर दी गई है। जिला प्रशासन ने सभी मतदाताओं एवं नागरिकों से अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्र की अंतिम सूची का अवलोकन कर आवश्यक जानकारी प्राप्त करें। इस प्रकाशन की सूचना मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, इंद्रावती भवन, पुराना मंत्रालय परिसर, रायपुर को भी प्रेषित कर दी गई है।
- बिल्हा के केसला में कार गैरेज से नई बैटरी लगाकर लौट रहे कार चालक की कर में लगी आग, कार जलकर हुआ खाक शनिवार की रात 10:30 बजे कालर कार चालक नाम मोहर सिंह पता ग्राम ऊटगन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम 7:00 बजे के करीब कालर कार चालक मोहर सिंह बिल्हा के केसला के पास स्थित एक कार गैरेज से अपनी सेकेंड हैंड कार में नई बैटरी लगवा कर अपने गांव की और लौट रहे थे वह कार गैरेज से कुछ दूर आगे ही निकले थे कि अचानक से उनकी कार में सॉर्ट सर्किट हुई और कर में आग लग गई मोहर सिंह ने कर में आग लगाता देख बाहर निकल कर अपनी जान बचाई मोहर सिंह बताते हैं कि वह किसान है बड़ी मुश्किल से 2014 मॉडल की कार सीजी cg 04 एचडी 0908 को 185000 में लिए थे कार को खरीदे अभी 1 वर्ष नहीं हुवे है कार में बैटरी प्रॉब्लम थी इसलिए उन्होंने केसला के एक कार गेराज में नई बैटरी लगवाई जो पावर जोन कंपनी की थी नई बैटरी लगाने के बाद अचानक से कार में आग लगी है उन्हें बैटरी में खराबी का संकेत लग रहा है घटना के तुरंत बाद कालर मोहर सिंह के द्वारा डायल 112 को घटना की सूचना दी गई जिसके बाद फायर ब्रिगेड की वाहन और डायल 112 की टीम घटना स्थल पहुंची और कार को बुझाया गया लेकिन तब तक कार पूरी तरह से जलकर खाक हो चुकी थी कालर ने घटना की शिकायत बिल्हा थाना में दर्ज कराने की बात कही है और कार में हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए उन्होंने गैरज संचालक और पावर जोन बैटरी कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट करने की बात कही है फिलहाल जली हुई कार अब तक घटना स्थल पर ही मौजूद है1
- शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार की रिपोर्ट1
- https://youtu.be/LgamixKakVA?si=nswqDEspPFBoCkzJ 👆👆👆👆👆👆👆👆 👇👇👇👇👇👇👇👇 *देखें खबर विस्तार से..* ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ *भूपेंद्र लहरे@ इलेक्ट्रानिक मीडिया समूह हर छोटी बड़ी खबरों के लिए हमारे चैनल के साथ बने रहें, subscribe करना न भूलें,हमारे चैनल के बेहतरीन एंकर के साथ देखें खबर विस्तार से यदि आपको रिपोर्टर बनकर अपना नाम पत्रकारिता में रौशन करना है तो हमें संपर्क करें मो. 9399836726, 8720007747*1
- Post by SAURABH AGRAHARI1
- दबंग सचिव की गुंडागर्दी सरकारी जमीन पर कब्जा कर ग्रामीणों को दी जान से मारने की धमकी उमरिया/ जिले के मानपुर तहसील अंतर्गत ग्राम बड़छड़ में एक पंचायत सचिव की दबंगई और भ्रष्टाचार का रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। अपनी शक्ति और पद के मद में चूर ग्राम पंचायत भरौली के सचिव रमेश्वर तिवारी पर ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने और विरोध करने पर ग्रामीणों को लाठी-डंडों से डराने-धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। सरकारी जमीन पर बन रहा निजी किला ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को सौंपे गए शिकायती पत्र के अनुसार, खसरा नंबर 2200/1 की सरकारी भूमि पर सचिव ने नवंबर 2025 से ही अपनी गिद्ध दृष्टि जमा ली थी। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन का उपयोग गांव के लोग पिछले 50 वर्षों से खेती-किसानी के लिए कर रहे थे, वहां अब सचिव ने अवैध रूप से मकान निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। यह केवल जमीन का विवाद नहीं है, बल्कि एक सरकारी लोक सेवक द्वारा अपने पद का सरेआम दुरुपयोग है। सचिव ने न केवल नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं, बल्कि ग्रामीणों के पुश्तैनी अधिकारों का भी हनन किया है। खेत में आए तो मार दिए जाओगे इस मामले में जब गरीब ग्रामीणों ने अपनी रोजी-रोटी और हक के लिए आवाज उठाई, तो उन्हें न्याय के बजाय धमकियां मिलीं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सचिव और उनके गुर्गे लाठी-डंडे लेकर लोगों को खेतों में जाने से रोकते हैं। महिलाओं और किसानों को सरेआम अपमानित किया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे परिवार को रामेश्वर तिवारी से जान का खतरा है। क्या सो रहा है प्रशासन? ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायती पत्र पर गांव के दर्जनों लोगों शीला बाई कोल, उमा बाई, शकुन कोल, आदि के हस्ताक्षर इस बात का प्रमाण हैं कि पूरा गांव इस अन्याय के खिलाफ खड़ा है। ग्रामीणों की मांग है कि सचिव द्वारा किए गए अवैध कब्जे को तत्काल बुलडोजर चलाकर ढहाया जाए। सरकारी पद का दुरुपयोग करने के आरोप में सचिव पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि वे निर्भय होकर अपने खेतों में जा सकें। यह मामला प्रदेश प्रशासन की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। यदि रक्षक ही भक्षक बन जाएगा, तो आम जनता कहां जाएगी, ग्राम बड़छड़ के निवासी अब कलेक्टर के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।1
- उड़ना चौक में कांग्रेस के कार्यकर्ता ले लूंगा मनीषा ने आने का समय दिए थे 12:00 बजे का आने में देरी हुई 2:00 बजे पहुंचे वहां पर कांग्रेस कार्यकर्ता और कोई नहीं थे तीन से चार लोग थे उससे ज्यादा पुलिस बल मौजूद थे 40 से 50 पुलिस धरना प्रदर्शन भारी चूक हुई कांग्रेस से4
- बिलासपुर कलेक्टर पहुंचे ग्राम रहंगी एवं मुढ़िपार सुशासन शिविर में,लोगों की समस्याओं का किया समाधान आज शनिवार की दोपहर 3:00 बजे पी आर ओ द्वारा जारी किये गया प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी के अनुसार आज शनिवार को बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने सुशासन सप्ताह के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित किए जा रहे समाधान शिविरों का जायज़ा लिया। उन्होंने बिल्हा ब्लॉक के दो ग्राम रहंगी और मुढ़ीपार का दौरा कर शिविर में मिल रहे समस्याओं और इनके निराकरण की फील्ड स्तर पर समीक्षा की। शिविर में पहुंचे ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी और इनके निराकरण के निर्देश दिए। रहंगी के पंचायत भवन में शिविर आयोजित थी। बड़ी संख्या में लोग विभिन्न कामों को लेकर पहुंचे थे। ग्राम में करीब साढ़े 9 सौ लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं। इसके लिए विशेष शिविर लगाकर सबका कार्ड बनाने को कहा। बताया गया कि ग्राम में दो बच्चियां कुपोषित हैं। उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराकर स्वस्थ करने के निर्देश कार्यकर्ता को दिए। पंचायत भवन के सामने अवैध कब्जे को हटाने को भी कलेक्टर ने कहा है। कलेक्टर ने शिविर में मौजूद किसानों से पूछा कि धान बेचने में कोई दिक्कत तो नहीं है। किसानों ने कहा कि सुगमता से बिक्री हो रही है। उन्होंने सरपंच से चर्चा कर गांव के विकास कार्य और सामान्य हालचाल की जानकारी ली। कलेक्टर इसके बाद आगे ग्राम मुढ़ीपार पहुंचे। उन्होंने यहां प्रमुख रूप से पीएम आवास का मुआयना किया। मणिशंकर श्रीवास नाम के हितग्राही ने स्वीकृत राशि में अपनी बचत और लोन मिलकर बड़े आकार के और सुंदर आवास बना रहे हैं। उन्होंने हितग्राही की प्रशंसा करते हुए उनसे काफी देर तक चर्चा की। गांव में 8 हितग्राही किश्त मिलने के बाद भी मकान निर्माण कार्य शुरू नहीं किए हैं। कलेक्टर ने उनमें से एक जितेंद्र रात्रे के घर पहुंचकर इसका कारण जानना चाहा। उन्होंने ऐसे सभी हितग्राहियों से पंद्रह दिनों में कार्य शुरू करने की चेतावनी दी, अन्यथा सरकारी राशि की वसूली की जाएगी।ग्रामीण इलाकों में इस तरह के सुशासन शिविर 25 दिसम्बर तक संचालित किए जाएंगे। दौरे में सहायक कलेक्टर अरविन्थ कुमारन और जनपद सीईओ कुमार लहरें भी साथ थे।1
- Post by Durgesh Kumar Gupta1
- शिकार समझकर सामने लगे हिरण के पोस्टर पर मगरमच्छ टूट पड़ा। पूरी ताकत लगाने के बाद भी जब उसे समझ आया कि यह असली शिकार नहीं बल्कि सिर्फ एक पोस्टर है, तब तक देर हो चुकी थी। न शिकार मिला, न इज़्ज़त बची। इस मज़ेदार पल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग बेचारे मगरमच्छ के लिए हंसते-हंसते तरस भी खा रहे हैं। #ViralVideo #FunnyReels #Wildlife #Crocodile #PosterFail #FunnyMoment #InternetLaughs1