*प्राथमिक शाला मुरेर के एक शिक्षक बगैर छुट्टी के एक माह से नदारत तो दूसरा शिक्षक लापरवाह* आदिवासी अंचल कुरई विकासखंड के अंतर्गत जन शिक्षा केंद्र घाटकोहका के घने जंगल की वादियो में बसे प्राथमिक शाला मुरेर में दो शिक्षक पदस्थ हैं एवं शाला में पांच बच्चे अध्यनरत हैं एक शिक्षक जो शैलेंद्र मरावी विगत एक माह से भी अधिक समय से बगैर अवकाश के शाला से नदारत है जिसकी शिकायत साला के एक शिक्षक ने जन शिक्षा केंद्र एवं संकुल को दे दी गई है एवं जांच के बाद का शिक्षक का पिछले माह का वेतन भी रोक दिया गया है ग्रामीणों ने बताया कि हमारे स्कूल के दोनों शिक्षक लापरवाह है जो दोनों शिक्षक सिवनी बरघाट क्षेत्र से डेली अप डाउन करते हैं जो शैलेंद्र मरावी शराब पीकर भी स्कूल आ जाते हैं एवं फिलहाल कई दिनों से स्कूल में भी नहीं आ रहे हैं एवं दूसरा शिक्षक हेमंत साहू ये भी इनका कोई आने-जाने की टाइम टेबल नहीं है कभी 12 बजे तो कभी 2 बजे आते हैं एवं समय से पहले चले जाते हैं हमारे गांव के बच्चे जब सुबह 10 बजे स्कूल जाते हैं एवं शिक्षको के नहीं आने के बाद घर स्कूली बच्चे बस्ता लेकर लौटकर चले जाते हैं जब बस्ता लेकर बच्चे घर चले जाते हैं तो मास्टर नदी नाला खेतवाड़ी से पड़कर एक दो बच्चों को साथ लेकर बच्चों के उपस्थिति दर्ज करते हैं। ऐसी स्थिति में हमारे बच्चे कैसे शाला पढ़ायें । इस दौरान ग्राम के दीवान इरपाचे, रेशमा बाई परते, फूलों बाई काकोडिया, व अन्य लोगों ने शिकायत में बताया एवं कहां गया कि हमारे स्कूल की जांच करने कोई अधिकारी भी नहीं आते ना साल के संबंध में कभी कोई चीज पूछते हमारी बात अधिकारियों तक पहुंचे एवं लापरवाह शिक्षा को को तत्काल हटाकर दूसरे टीचरों को भिजवाया जाये ताकि शाला में पढ़ने वाले बच्चों का अध्यापन कार्य ठीक से हो सके। इनका कहना है मेरे द्वारा समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाती है मैं जब भी जाता हूं वहां एक शिक्षक हेमंत साहू मुझे उपस्थित मिलता है एवं एक शिक्षक शैलेंद्र मडावी 18 सितंबर से बगैर सूचना के स्कूल से नजारत है जिसकी जांच कर बीआरसी कार्यालय को भेज दी गई है जिसका एक माह का वेतन भी रोक दिया गया है *कमलेश परिहार कमलेश परिहार जन शिक्षक जन शिक्षक घाटकोंहका*
*प्राथमिक शाला मुरेर के एक शिक्षक बगैर छुट्टी के एक माह से नदारत तो दूसरा शिक्षक लापरवाह* आदिवासी अंचल कुरई विकासखंड के अंतर्गत जन शिक्षा केंद्र घाटकोहका के घने जंगल की वादियो में बसे प्राथमिक शाला मुरेर में दो शिक्षक पदस्थ हैं एवं शाला में पांच बच्चे अध्यनरत हैं एक शिक्षक जो शैलेंद्र मरावी विगत एक माह से भी अधिक समय से बगैर अवकाश के शाला से नदारत है जिसकी शिकायत साला के एक शिक्षक ने जन शिक्षा केंद्र एवं संकुल को दे दी गई है एवं जांच के बाद का शिक्षक का पिछले माह का वेतन भी रोक दिया गया है ग्रामीणों ने बताया कि हमारे स्कूल के दोनों शिक्षक लापरवाह है जो दोनों शिक्षक सिवनी बरघाट क्षेत्र से डेली अप डाउन करते हैं जो शैलेंद्र मरावी शराब पीकर भी स्कूल आ जाते हैं एवं फिलहाल कई दिनों से स्कूल में भी नहीं आ रहे हैं एवं दूसरा शिक्षक हेमंत साहू ये भी इनका कोई आने-जाने की टाइम टेबल नहीं है कभी 12 बजे तो कभी 2 बजे आते हैं एवं समय से पहले चले जाते हैं हमारे गांव के बच्चे जब सुबह 10 बजे स्कूल जाते हैं एवं शिक्षको
के नहीं आने के बाद घर स्कूली बच्चे बस्ता लेकर लौटकर चले जाते हैं जब बस्ता लेकर बच्चे घर चले जाते हैं तो मास्टर नदी नाला खेतवाड़ी से पड़कर एक दो बच्चों को साथ लेकर बच्चों के उपस्थिति दर्ज करते हैं। ऐसी स्थिति में हमारे बच्चे कैसे शाला पढ़ायें । इस दौरान ग्राम के दीवान इरपाचे, रेशमा बाई परते, फूलों बाई काकोडिया, व अन्य लोगों ने शिकायत में बताया एवं कहां गया कि हमारे स्कूल की जांच करने कोई अधिकारी भी नहीं आते ना साल के संबंध में कभी कोई चीज पूछते हमारी बात अधिकारियों तक पहुंचे एवं लापरवाह शिक्षा को को तत्काल हटाकर दूसरे टीचरों को भिजवाया जाये ताकि शाला में पढ़ने वाले बच्चों का अध्यापन कार्य ठीक से हो सके। इनका कहना है मेरे द्वारा समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाती है मैं जब भी जाता हूं वहां एक शिक्षक हेमंत साहू मुझे उपस्थित मिलता है एवं एक शिक्षक शैलेंद्र मडावी 18 सितंबर से बगैर सूचना के स्कूल से नजारत है जिसकी जांच कर बीआरसी कार्यालय को भेज दी गई है जिसका एक माह का वेतन भी रोक दिया गया है *कमलेश परिहार कमलेश परिहार जन शिक्षक जन शिक्षक घाटकोंहका*
- *शमशाद पहलवान दिल्ली ने जीता प्रथम पुरस्कार* आज दिन बुधवार को कुरई विकासखंड के में बादलपार में विशाल इनामी दंगल का आयोजन किया गया जिसमें दिल्ली, आगरा, प्रयागराज, हरियाणा, खंडवा,हरियाणा, सिवनी, छिंदवाड़ा एवं क्षेत्रीय पहलवान सहित दंगल पहुंचकर अपने दाव पेंच लगाकर कला प्रदर्शन दिखाए जिसमें प्रथम पुरस्कार शमशाद पहलवान दिल्ली ने 31 हजार रुपए जीता एवं सौरभ पहलवान उपविजेता रहे, द्वितीय पुरस्कार राहुल दिल्ली एवं आकाश पहलवान प्रयागराज के बीच आपसी की कुश्ती रही जो 21 000 रखी गई थी, तृतीय पहलवान कालू खंडवा ने 11000 जीता इन्होंने अपने प्रतिद्वंदी प्रवीण पहलवान हरियाणा को पछाड़ा,चतुर्थ काली घटा दिल्ली 7000 इन्होंने अमन पहलवान को पछाड़ा,पंचम पुरस्कार राजेंद्र हरियाणा 5 000 इन्होंने उमेंद्र पहलवान खंडवा को पछाड़ा इस दौरान दंगल में विधायक कमल मार्सकोले ,पूर्व विधायक अर्जुनसिंह ककोडिया, सम्माननीय चेतन सिंह चौहान जी, जिला पंचायत सदस्य तेज सिंह रघुवंशी, जिला पंचायत सदस्य घनश्याम सनोडिया, घुमक्कड़ जनजाति प्रदेश अध्यक्ष देवीसिंह चौहान, जनपद अध्यक्ष लोचन सिंह मार्सकोले, मंडल अध्यक्ष चंद्रभान रघुवंशी,महामंत्री परसराम चौहान, जनपद सदस्य राधेश्याम धुर्वे, मयंक तिवारी सहित सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन एवं बड़ी संख्या में दर्शक लोग ने कुश्ती का प्रदर्शन बड़ी रोमांचक मुकाबला का आनंद लिया।2
- छिंदवाड़ा mp बिग न्यूज बहुत दूर गए थे इलाज को… कुनाल की मासूम जुबानी, जहर की पूरी कहानी एंकर - देश में चर्चित जहरीले कफ सिरप के मामलों के बीच जाटाछापर से एक राहत भरी खबर सामने आई है। पांच वर्षीय कुनाल 115 दिनों के लंबे इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी लेकर सुरक्षित अपने घर लौट आया है। 24 अगस्त को कुनाल की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। जांच में सामने आया कि बुखार के इलाज के लिए दिए गए कफ सिरप के सेवन से उसकी दोनों किडनियां खराब हो गई थीं। 31 अगस्त को कुनाल के पिता टिक्कू यादववंशी उसे इलाज के लिए नागपुर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां से बाद में उसे एम्स रेफर किया गया। लगातार 115 दिनों तक चले इलाज, डायलिसिस और डॉक्टरों की मेहनत के बाद सोमवार रात कुनाल को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। मंगलवार को जैसे ही कुनाल अपने घर पहुंचा, तीन महीनों से सूना पड़ा घर फिर से आबाद हो गया। रिश्तेदारों और आसपास के लोग कुनाल को देखने के लिए उसके घर पहुंचने लगे। मीडिया से बातचीत में कुनाल ने बताया कि उसे बुखार आया था और इलाज के लिए बहुत दूर ले जाया गया था। कुनाल ने कहा कि अब वह ठीक महसूस कर रहा है। हालांकि बीमारी के असर से कुनाल की आंखों और पैरों में अभी भी परेशानी बनी हुई है। परिजनों के अनुसार डॉक्टरों ने समय के साथ उसकी हालत में सुधार होने की उम्मीद जताई है। गौरतलब है कि जहरीले कफ सिरप के सेवन से अब तक 27 बच्चों की मौत हो चुकी है। इनमें से सिर्फ तीन बच्चे ही अस्पताल से जिंदा लौट पाए हैं, जिनमें कुनाल भी शामिल है।4
- रायपुर में मैंग्नटो मॉल तोड़ फोड़ कर रहे हैं ये हिन्दू संगठन ये बहुत गलत हैं ये किसके अधिकार से कर रहे हैं1
- यूरिया से धरती मां को बचाओ मोदी की अपील, उन्नाव रेप पीड़िता से राहुल की मुलाकात, प्रियंका को प्रधानमंत्री बनाओ बांग्लादेश सुधर जाएगा, गाजा पट्टी के लिए कैंडल और बांग्लादेश में हिंदू के लिए आंसू भी नहीं बोले योगी और राज- उद्धव साथ साथ फड़नवीस बोले जैसे यूक्रेन रशिया.... देखिए छ बड़ी खबरें राजपथ न्यूज़ पर1
- नरसिंहपुर - कृषि उपज मंडी में व्यापारियों का कब्जा तीन दिन में मंडी सचिव ने खाली करने के दिये निर्देश1
- साईंखेड़ा मुक्तिधाम भ्रष्टाचार की चपेट में साईंखेड़ा। नगर परिषद द्वारा दो अलग-अलग विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) के माध्यम से लगभग 80 लाख रुपये की लागत से नगर के मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार का दावा राष्ट्रीय पर्वों पर जनप्रतिनिधियों द्वारा बड़े-बड़े मंचों से किया गया था, लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों की पोल खोलती नजर आ रही है। निर्माणाधीन श्मशान घाट की वर्तमान स्थिति देखकर आमजन हैरान है। चुनाव के बाद चुने जनप्रतिनिधियों की परिषद के गठन के कुछ माह बाद मुक्ती धाम का कार्य आरंभ किया गया। पूर्ण गुणवत्ता के कार्यों से बनी मुक्तिधाम की बाउंड्री वॉल धराशायी हो रही है, जो निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। दिवंगत आत्मा के साथ अंतिम संस्कार हेतु आए परिजनों के लिए बनाए गए टीनशेड में लगे टाइल्स उखड़ते नजर आ रहे हैं, परिजनों के बैठने के लिए भी कोई उचित व्यवस्था नजर नहीं आती । शव का अंतिम संस्कार करने के लिए न चेकर (लकड़ी को जमाने हेतु लोहे के खंबे) है और न ही मूलभूत व्यवस्थाएं, जिससे शोकाकुल परिवारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परिषद द्वारा कुछ माह पूर्व हजारों रुपये खर्च कर किए गए पौधारोपण भी अब नदारद हैं। न तो पौधे बचे हैं और न ही ट्री गार्ड दिखाई दे रहे हैं। योजना के अनुसार मुक्तिधाम में मार्ग निर्माण के लिए पावर ब्लॉक लगाए जाने थे, लेकिन बिना उचित अर्थवर्क किए ही पतली गिट्टी पर उन्हें रख दिया गया, जो बारिश में कीचड़ में दब गए। अब वे ब्लॉक अलग रखे हुए हैं और उनके दोबारा लगने को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। शासन द्वारा हर कार्य की समय-सीमा तय होती है, लेकिन नगर परिषद साईंखेड़ा के मुक्तिधाम निर्माण की समय-सीमा कब पूरी होगी, यह कहना मुश्किल है। यह हालात नगर परिषद के तथाकथित विकास कार्यों की सच्चाई उजागर कर रहे हैं।2
- दमोह - अटल जी की प्रतिमा का हुआ अनावरण, विधायक उमा देवी खटीक रही मौजूद EXPRESS MP CG NEWS1
- टैलेंट या शिक्षा के नाम पर लापरवाही! पीएम श्री विद्यालय घोंटा से वायरल वीडियो ने खोली व्यवस्था की पोल पी एम श्री एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय घोंटा, विकास खंड मवई, जिला मंडला से छात्राओं द्वारा बनाया गया एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसने विद्यालय की कार्यप्रणाली और अनुशासन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में विद्यालय परिसर के भीतर ऐसी गतिविधियाँ दिखाई दे रही हैं, जो किसी भी शासकीय शिक्षण संस्थान की मर्यादा के विपरीत हैं। यह स्थिति इस बात की ओर संकेत करती है कि विद्यालय में न तो नियमित रूप से शिक्षक उपस्थित रहते हैं और न ही प्राचार्य स्तर से उचित निगरानी एवं अनुशासन कायम है। जब विद्या के मंदिर में जिम्मेदार ही अपने कर्तव्यों से विमुख होंगे, तो विद्यार्थियों का ध्यान पढ़ाई से भटकना स्वाभाविक है। चिंता का विषय यह है कि वार्षिक परीक्षाओं में मात्र एक माह का समय शेष है, लेकिन विद्यार्थियों का कीमती समय अध्ययन के बजाय अनावश्यक गतिविधियों और वीडियो बनाने में व्यतीत हो रहा है। खाली समय में बनाए गए ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिससे न केवल विद्यालय की छवि धूमिल हो रही है बल्कि बच्चों के भविष्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय जानकारी के अनुसार, इससे पूर्व भी विद्यालय में कई प्रकार की अनियमितताएँ सामने आ चुकी हैं, किंतु समय रहते ठोस कार्रवाई न होने के कारण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। यह सीधे तौर पर शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही को दर्शाता है। जिला शिक्षा अधिकारी एवं शासन-प्रशासन से विनम्र अनुरोध है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए, शिक्षकों की उपस्थिति की समीक्षा की जाए तथा जो भी जिम्मेदार पाए जाएँ, उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाए, ताकि विद्यार्थियों का भविष्य सुरक्षित रह सके और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। यह वायरल वीडियो केवल एक घटना नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार की तत्काल आवश्यकता का संकेत है। वीडियो स्रोत: श्री सपूत दास #शिक्षा_के_नाम_पर_लापरवाही #विद्यालय_व्यवस्था #बच्चों_का_भविष्य #जांच_की_मांग #पीएम_श्री_विद्यालय1