नई लेदरी मोहाड़ा वार्ड में सार्वजनिक पंडाल को लेकर विवाद: मनेंद्रगढ़/एमसीबी: नगर पंचायत नई लेदरी के मोहाड़ा दफाई 11 नंबर वार्ड में स्थित सार्वजनिक पंडाल, जो करीब 30 वर्षों से पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है, अब विवादों में घिर गया है। वार्डवासी श्रीमती कल्पना विश्वकर्मा का कहना है कि इस पंडाल में वर्षों से भगवान की मूर्ति स्थापित कर पूजा, भजन-कीर्तन और बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहे हैं। लेकिन हाल ही में जब भगवान विश्वकर्मा पूजा मनाने की तैयारी चल रही थी, तो पंडाल की चाबी वार्डवासियों को नहीं मिली। आरोप पूर्व पार्षद एवं वर्तमान मितानिन श्रीमती रामरति यादव पर लगा है। वार्डवासियों के अनुसार, उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि- “मैं किसी कीमत पर चाबी नहीं दूंगी, यह पंडाल मेरी मेहनत से बना है। आप लोग यहां पूजा-अर्चना नहीं कर सकते।” स्थानीय लोगों ने इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि- “यह सार्वजनिक पंडाल है, पूरे वार्ड की आस्था और संस्कृति से जुड़ा स्थान है। किसी एक व्यक्ति का स्वामित्व नहीं हो सकता।” कल्पना विश्वकर्मा का मानना है कि ‘ममता की मूरत’ कही जाने वाली महिला यदि भगवान की पूजा-अर्चना रोकेंगी तो यह समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस विवाद का तत्काल समाधान किया जाए ताकि भविष्य में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम बाधित न हों।
नई लेदरी मोहाड़ा वार्ड में सार्वजनिक पंडाल को लेकर विवाद: मनेंद्रगढ़/एमसीबी: नगर पंचायत नई लेदरी के मोहाड़ा दफाई 11 नंबर वार्ड में स्थित सार्वजनिक पंडाल, जो करीब 30 वर्षों से पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है, अब विवादों में घिर गया है। वार्डवासी श्रीमती कल्पना विश्वकर्मा का कहना है कि इस पंडाल में वर्षों से भगवान की मूर्ति स्थापित कर पूजा, भजन-कीर्तन और बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहे हैं। लेकिन हाल ही में जब भगवान विश्वकर्मा पूजा मनाने की तैयारी चल रही थी, तो पंडाल की चाबी वार्डवासियों को नहीं मिली। आरोप पूर्व पार्षद एवं वर्तमान मितानिन श्रीमती रामरति यादव पर लगा है। वार्डवासियों के अनुसार, उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि- “मैं किसी कीमत पर चाबी नहीं दूंगी, यह पंडाल मेरी मेहनत से बना है। आप लोग यहां पूजा-अर्चना नहीं कर सकते।” स्थानीय लोगों ने इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि- “यह सार्वजनिक पंडाल है, पूरे वार्ड की आस्था और संस्कृति से जुड़ा स्थान है। किसी एक व्यक्ति का स्वामित्व नहीं हो सकता।” कल्पना विश्वकर्मा का मानना है कि ‘ममता की मूरत’ कही जाने वाली महिला यदि भगवान की पूजा-अर्चना रोकेंगी तो यह समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस विवाद का तत्काल समाधान किया जाए ताकि भविष्य में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम बाधित न हों।
- बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक व बोदरी नगर अध्यक्ष के मुख्य आतिथ्य मैं मदर प्राइड वर्ल्ड स्कूल चकरभाठा में वार्षिक उत्सव कार्यक्रम हुवा शंपन्न शनिवार की रात 09:00 बजे बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक जी के नए सचिव से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की रात 7.:30 बजे बिल्हा विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक नगर पालिका बोदरी चकरभाठा रेलवे स्टेशन के पास स्थित मदर्स प्राईड वर्ल्ड स्कूल के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए साथ में विशिष्ट अतिथि नगर पालिका बोदरी अध्यक्ष नीलम विजय वर्मा भी शामिल हुए कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने एक से बढ़कर एक शानदार गीत एवं डांस की प्रस्तुति दी जिन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया कार्यक्रम को देखने के लिए स्कूली बच्चों के पेरेंट्स नगर के गढमानए नागरिक उपस्थित रहे अतिथियों के कार्यक्रम इस्थाल पर पहुंचते ही स्कूली बच्चों ने शानदार बैंड की धुन पर जोरदार स्वागत किया जिससे अतिथि गौरवान्वित हुवे कार्यक्रम स्थल पर खाने पीने की चीजों के साथ आनंद मेले का भी आयोजन किया गया था जहां बने ना ना प्रकार के पकवानों का दर्शकों ने जमकर लुफ्त उठाया तत्पश्चात स्कूल के चेयरमैन सबीनो डिसूजा वाइस चेयरमैन रामकुमार आर्य एवं प्रिंसिपल श्रीमती वंदना डिसूजा के द्वारा अतिथियों को मोमेंट प्रदान कर फूल माला से भव्य स्वागत किया गया इस अवसर पर बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह मदर प्राइड अंग्रेजी माध्यम स्कूल बहुत ही कम समय 4 से,5 सालो में क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है जो बच्चों को उच्च क्वालिटी के अंग्रेजी माध्यम के शिक्षा प्रदान कर रहा है बच्चों के शिक्षा अगर शुरू में ही अच्छी हो तो बच्चे आगे जाकर अपने कामयाबी के रास्ते खुद चुन सकते है इस इंग्लिश मीडियम स्कूल में नगर सहित आसपास गांव के बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम की सिक्छा ले रहे है जो आने वाले वर्षो में जब बड़े होते जाएंगे तो उनके शिक्षा में निखार आता जायेगा मैं इस इस्कूल में पड़ने वाले बच्चे और सुंदर फूलो की तरह डांस करने वाले बच्चों के उज्वल भविष्य की कामना करता हु उन्होंने इस इंग्लिश मीडियम स्कूल की दीक्षा और शिक्षा की तारीफ करते हुए स्कूल के भी उज्जवल भविष्य की कामना की1
- Post by Durgesh Kumar Gupta1
- https://youtu.be/LgamixKakVA?si=nswqDEspPFBoCkzJ 👆👆👆👆👆👆👆👆 👇👇👇👇👇👇👇👇 *देखें खबर विस्तार से..* ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ *भूपेंद्र लहरे@ इलेक्ट्रानिक मीडिया समूह हर छोटी बड़ी खबरों के लिए हमारे चैनल के साथ बने रहें, subscribe करना न भूलें,हमारे चैनल के बेहतरीन एंकर के साथ देखें खबर विस्तार से यदि आपको रिपोर्टर बनकर अपना नाम पत्रकारिता में रौशन करना है तो हमें संपर्क करें मो. 9399836726, 8720007747*1
- Post by SAURABH AGRAHARI1
- दबंग सचिव की गुंडागर्दी सरकारी जमीन पर कब्जा कर ग्रामीणों को दी जान से मारने की धमकी उमरिया/ जिले के मानपुर तहसील अंतर्गत ग्राम बड़छड़ में एक पंचायत सचिव की दबंगई और भ्रष्टाचार का रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। अपनी शक्ति और पद के मद में चूर ग्राम पंचायत भरौली के सचिव रमेश्वर तिवारी पर ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने और विरोध करने पर ग्रामीणों को लाठी-डंडों से डराने-धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। सरकारी जमीन पर बन रहा निजी किला ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को सौंपे गए शिकायती पत्र के अनुसार, खसरा नंबर 2200/1 की सरकारी भूमि पर सचिव ने नवंबर 2025 से ही अपनी गिद्ध दृष्टि जमा ली थी। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन का उपयोग गांव के लोग पिछले 50 वर्षों से खेती-किसानी के लिए कर रहे थे, वहां अब सचिव ने अवैध रूप से मकान निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। यह केवल जमीन का विवाद नहीं है, बल्कि एक सरकारी लोक सेवक द्वारा अपने पद का सरेआम दुरुपयोग है। सचिव ने न केवल नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं, बल्कि ग्रामीणों के पुश्तैनी अधिकारों का भी हनन किया है। खेत में आए तो मार दिए जाओगे इस मामले में जब गरीब ग्रामीणों ने अपनी रोजी-रोटी और हक के लिए आवाज उठाई, तो उन्हें न्याय के बजाय धमकियां मिलीं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सचिव और उनके गुर्गे लाठी-डंडे लेकर लोगों को खेतों में जाने से रोकते हैं। महिलाओं और किसानों को सरेआम अपमानित किया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे परिवार को रामेश्वर तिवारी से जान का खतरा है। क्या सो रहा है प्रशासन? ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायती पत्र पर गांव के दर्जनों लोगों शीला बाई कोल, उमा बाई, शकुन कोल, आदि के हस्ताक्षर इस बात का प्रमाण हैं कि पूरा गांव इस अन्याय के खिलाफ खड़ा है। ग्रामीणों की मांग है कि सचिव द्वारा किए गए अवैध कब्जे को तत्काल बुलडोजर चलाकर ढहाया जाए। सरकारी पद का दुरुपयोग करने के आरोप में सचिव पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि वे निर्भय होकर अपने खेतों में जा सकें। यह मामला प्रदेश प्रशासन की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। यदि रक्षक ही भक्षक बन जाएगा, तो आम जनता कहां जाएगी, ग्राम बड़छड़ के निवासी अब कलेक्टर के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।1
- उड़ना चौक में कांग्रेस के कार्यकर्ता ले लूंगा मनीषा ने आने का समय दिए थे 12:00 बजे का आने में देरी हुई 2:00 बजे पहुंचे वहां पर कांग्रेस कार्यकर्ता और कोई नहीं थे तीन से चार लोग थे उससे ज्यादा पुलिस बल मौजूद थे 40 से 50 पुलिस धरना प्रदर्शन भारी चूक हुई कांग्रेस से4
- शहडोल ब्यौहारी से दुर्गेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट1
- सुशासन सप्ताह अंतर्गत सिलतरा मे आयोजित "प्रशासन गांव की ओर" कार्यक्रम में शामिल हुए बिल्हा विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक शुक्रवार की रात 8.30 बजे बिल्हा विधायक धरम लाल कौशिक जी के निज सचिव द्वारा जारी किये गए प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी अनुसार पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने सुशासन सप्ताह अंतर्गत 19-25 दिसम्बर, 2025 तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी अभियान “प्रशासन गाँव की ओर” कार्यक्रम के पहले दिन बिल्हा विधानसभा के जनपद पंचायत बिल्हा अंतर्गत जोन सिलतरा में आयोजित कर्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने इस दौरान ग्रामीणजनों से आत्मीय संवाद कर उनकी आवश्यकताओं, समस्याओं एवं सुझावों को गंभीरता से सुना गया। कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों का अन्नप्रासन संस्कार संपन्न कराया, स्वयं सहायता समूह की सशक्त बहनों को आर्थिक सहयोग स्वरूप चेक प्रदान किए तथा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को उनके अधिकार व सामग्री ससम्मान वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि “प्रशासन गाँव की ओर” केवल एक नारा नहीं है, बल्कि प्रभावी शासन को ग्रामीण लोगों के करीब लाने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी प्रयास है। प्रशासन गांव की ओर अभियान का मुख्य उद्देश्य जन शिकायतों का प्रभावी निवारण, सेवा वितरण आवेदनों का समय पर निपटान, सुशासन की कार्य प्रणालियों का दस्तावेजीकरण है। उन्होंने कहा कि सुशासन का अर्थ है सीधे जनता के बीच जाकर उनकी वास्तविक स्थिति को समझना और त्वरित समाधान देना। प्रशासनिक व्यवस्था तभी सफल मानी जाती है जब अंतिम व्यक्ति की बात सीधे शासन तक पहुँचे। हमारी सरकार ‘विष्णु के सुशासन’ की भावना के अनुरूप अब शासन केवल नीतियों तक सीमित नहीं, बल्कि सीधे जनता तक पहुँचकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहा है जहाँ प्रशासन स्वयं गाँव की चौखट पर उपस्थित है। यही संवेदनशीलता, पारदर्शिता और जनसेवा के प्रति समर्पण हमारी सरकार की पहचान है। श्री कौशिक ने कहा कि ग्रामीणों से पीएम आवास योजना योजना, महतारी वंदन योजना, धान के बोनस, आयुष्मान योजना के में ग्रामीणों से जानकारी लेते हुए उनकी समस्याओं के बारे में पूछा और उनका तत्काल समाधान भी किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, भाजपा कार्यकर्ता, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।1
- शिकार समझकर सामने लगे हिरण के पोस्टर पर मगरमच्छ टूट पड़ा। पूरी ताकत लगाने के बाद भी जब उसे समझ आया कि यह असली शिकार नहीं बल्कि सिर्फ एक पोस्टर है, तब तक देर हो चुकी थी। न शिकार मिला, न इज़्ज़त बची। इस मज़ेदार पल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग बेचारे मगरमच्छ के लिए हंसते-हंसते तरस भी खा रहे हैं। #ViralVideo #FunnyReels #Wildlife #Crocodile #PosterFail #FunnyMoment #InternetLaughs1