राजस्थानी भाषा में कालजयी रचनाकार "सुरेश सोनी सिंथेलियन" का सम्मान राष्ट्रीय कवि चौपाल में जीभ ने जब तर्क छीले,आंख बोली थी अहा। औरत हूं मैं, जग की सृष्टा वृष्टा बन सिखलाती जाना,... रात रात भर जागे यारों बारूदों के ढेरों पे, पौधे अब वृक्ष हुए, वृक्ष बने ठूंठ से.. राष्ट्रीय कवि चौपाल की 548 वीं कड़ी महा कवि, सरस्वती पुत्र, भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को महाकवि को कवि के नमन* समर्पित रही .. आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता में श्री मती इन्दिरा व्यास, मुख्य अतिथि में सुरेश सोनी सिंथेलियन, विशिष्ट अतिथि में डाॅ बसन्ती हर्ष, सरोज भाटी व सरदार अली परिहार आदि मंचासीन हुए आज कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए रामेश्वर साधक ने स्व बौद्धिक में कहा कि यथार्थ साहित्य समर्पित नेतृत्वधारी (नेता) न्यायकारी ही होगा, यथार्थ साहित्यकार में ही राष्ट्र धर्म के मर्म को समझ है, व नेतृत्व करने का अधिकारी भी है, उसका हृदय स्वार्थ राग द्वैष से परे रहकर.. ईश्वरीय कार्य में उद्धत रहता है,... आज की साहित्य सभा की अध्यक्ष इंन्द्रा व्यास ने अटल जी के अनुशासन को कालजयी आदर्श में स्थायित्व हो गये, साथ ही कविता में औरत हूं मैं, जग की सृष्टा वृष्टा बन सिखलाती जाना,... आज के मुख्य अतिथि सुरेश सोनी सिंथेलियन ने काव्य धर्म पर केन्द्रित स्व उद्बोधन के बाद अपनी काव्य रचना "जीभ ने जब तर्क छीले,आंख बोली थी "अहा।" पांख भर पुलकी थी पुतली, न्याय मिलता है कहां ?" शानदार रचना सुनाई... विशिष्ट अतिथि डॉ बसन्ती हर्ष ने ऐसा जीना भी क्या जीना आंतकवाद पर केन्द्रित नव रचना का लोकार्पण किया,.. विशिष्ट अतिथि योद्धा जननी सरोज भाटी ने : तूम नारी नहीं नारायणी हो,.. योद्धा की पत्नी जीवन चर्या पर केन्द्रित नवाचार भरी रचना सुनाई, सरदार अली परिहार : मां म्हारी हे.. थां बिन जीणो दोरो.. थां बिन रेणो दोरो,... इससे पूर्व साधक ने ईश वंदना की आज विशेष कार्यक्रम में राजस्थानी भाषा में कालजयी रचनाकार सुरेश सोनी सिंथेलियन का शाॅल, श्री फल माल्यार्पण के द्वारा सम्मान किया गया, डॉ हरिदास हर्ष : पौधे अब वृक्ष हुए, वृक्ष बने ठूंठ से.. दर्शन भरी रचना से सभी कवि हृदय का मन मोह लिया शिव दाधीच बीकानेरी : रात रात भर जागे यारों बारूदों के ढेरों पे, सीने पर जब गोली खाई भारत मां के बेटों ने।... पम्मी कोचर आचार्य : इधर की बात उधर की बात बनाउं कैसे, उन बातों बिना रिश्ते रिझाऊं कैसे,.. लीलाधर सोनी : सजग रहना वीर सिपाही सरहद आठों प्रहर, सरहद आठों प्रहर बरसादो दुश्मनों पे कहर, कैलाश टाक : जहां मौत का है, तांडव वहां जीना भी कोई जीना है। खतरे में है हिन्दू, महफूज यहां हसीना हैं।।... जुगल किशोर पुरोहित : इस जमीं पर थे अटल जी, वीरता की शान थे, थे रत्न इस देश के, वीरता की शान थे राजकुमार ग्रोवर : अटल जी का निर्मल मन था, निर्मल धन था, कार्य उनका कविता लेखन था, उनका घर जनता का मन था,... कृष्णा वर्मा : राष्ट्र नव निर्माण की नींव धरी समभाव, सामंजस्य की बनाई नई मिसाल मधुरिमा सिंह : भारत की राजनीति के, व्योम के पटल के, ध्रुव तारा चमक उठा एक सितारा,... के के व्यास : ता उम्र मिल सके नहीं, कयामत तक मेरी जरूरत बाकी है, .. हरिकिशन व्यास : हे नो जवानों देश ने गीत गाया है, बढ़ते चलो बढ़ते चलो, पैगाम आया है, सिराजुद्दीन भुट्टा : नव वर्ष 2026 की दें शुभकामनाएं, सद् व्यवहार में सबको रिझांएं,.. कैलाश चारण देशनोक : संसार है एक नदियां सुख दूख दो किनारे है गीत सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया आज कार्यक्रम में 20 साहित्य वृंद ने नव रचना का लोकार्पण किया कार्यक्रम में घनश्याम सोलंकी, महेश हर्ष, भवानी सिंह, साकिर पत्रकार, परमेश्वर सोनी, छोटू खां, नत्थू, बृज गोपाल सोनी, शिव प्रकाश शर्मा, आदि कई गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन रसीले - चुटिले अंदाज में मय दृष्टांत शेरों शायरी के साथ शिव प्रकाश दाधिच बीकानेरी ने किया, जबकि आभार साधक ने व्यक्त किया
राजस्थानी भाषा में कालजयी रचनाकार "सुरेश सोनी सिंथेलियन" का सम्मान राष्ट्रीय कवि चौपाल में जीभ ने जब तर्क छीले,आंख बोली थी अहा। औरत हूं मैं, जग की सृष्टा वृष्टा बन सिखलाती जाना,... रात रात भर जागे यारों बारूदों के ढेरों पे, पौधे अब वृक्ष हुए, वृक्ष बने ठूंठ से.. राष्ट्रीय कवि चौपाल की 548 वीं कड़ी महा कवि, सरस्वती पुत्र, भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को महाकवि को कवि के नमन* समर्पित रही .. आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता में श्री मती इन्दिरा व्यास, मुख्य अतिथि में सुरेश सोनी सिंथेलियन, विशिष्ट अतिथि में डाॅ बसन्ती हर्ष, सरोज भाटी व सरदार अली परिहार आदि मंचासीन हुए आज कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए रामेश्वर साधक ने स्व बौद्धिक में कहा कि यथार्थ साहित्य समर्पित नेतृत्वधारी (नेता) न्यायकारी ही होगा, यथार्थ साहित्यकार में ही राष्ट्र धर्म के मर्म को समझ है, व नेतृत्व करने का अधिकारी भी है, उसका हृदय स्वार्थ राग द्वैष से परे रहकर.. ईश्वरीय कार्य में उद्धत रहता है,... आज की साहित्य सभा की अध्यक्ष इंन्द्रा व्यास ने अटल जी के अनुशासन को कालजयी आदर्श में स्थायित्व हो गये, साथ ही कविता में औरत हूं मैं, जग की सृष्टा वृष्टा बन सिखलाती जाना,... आज के मुख्य अतिथि सुरेश सोनी सिंथेलियन ने काव्य धर्म पर केन्द्रित स्व उद्बोधन के बाद अपनी काव्य रचना "जीभ ने जब तर्क छीले,आंख बोली थी "अहा।" पांख भर पुलकी थी पुतली, न्याय मिलता है कहां ?" शानदार रचना सुनाई... विशिष्ट अतिथि डॉ बसन्ती हर्ष ने ऐसा जीना भी क्या जीना आंतकवाद पर केन्द्रित नव रचना का लोकार्पण किया,.. विशिष्ट अतिथि योद्धा जननी सरोज भाटी ने : तूम नारी नहीं नारायणी हो,.. योद्धा की पत्नी जीवन चर्या पर केन्द्रित नवाचार भरी रचना सुनाई, सरदार अली परिहार : मां म्हारी हे.. थां बिन जीणो दोरो.. थां बिन रेणो दोरो,... इससे पूर्व साधक ने ईश वंदना की आज विशेष कार्यक्रम में राजस्थानी भाषा में कालजयी रचनाकार सुरेश सोनी सिंथेलियन का शाॅल, श्री फल माल्यार्पण के द्वारा सम्मान किया गया, डॉ हरिदास हर्ष : पौधे अब वृक्ष हुए, वृक्ष बने ठूंठ से.. दर्शन भरी रचना से सभी कवि हृदय का मन मोह लिया शिव दाधीच बीकानेरी : रात रात भर जागे यारों बारूदों के ढेरों पे, सीने पर जब गोली खाई भारत मां के बेटों ने।... पम्मी कोचर आचार्य : इधर की बात उधर की बात बनाउं कैसे, उन बातों बिना रिश्ते रिझाऊं कैसे,.. लीलाधर सोनी : सजग रहना वीर सिपाही सरहद आठों प्रहर, सरहद आठों प्रहर बरसादो दुश्मनों पे कहर, कैलाश टाक : जहां मौत का है, तांडव वहां जीना भी कोई जीना है। खतरे में है हिन्दू, महफूज यहां हसीना हैं।।... जुगल किशोर पुरोहित : इस जमीं पर थे अटल जी, वीरता की शान थे, थे रत्न इस देश के, वीरता की शान थे राजकुमार ग्रोवर : अटल जी का निर्मल मन था, निर्मल धन था, कार्य उनका कविता लेखन था, उनका घर जनता का मन था,... कृष्णा वर्मा : राष्ट्र नव निर्माण की नींव धरी समभाव, सामंजस्य की बनाई नई मिसाल मधुरिमा सिंह : भारत की राजनीति के, व्योम के पटल के, ध्रुव तारा चमक उठा एक सितारा,... के के व्यास : ता उम्र मिल सके नहीं, कयामत तक मेरी जरूरत बाकी है, .. हरिकिशन व्यास : हे नो जवानों देश ने गीत गाया है, बढ़ते चलो बढ़ते चलो, पैगाम आया है, सिराजुद्दीन भुट्टा : नव वर्ष 2026 की दें शुभकामनाएं, सद् व्यवहार में सबको रिझांएं,.. कैलाश चारण देशनोक : संसार है एक नदियां सुख दूख दो किनारे है गीत सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया आज कार्यक्रम में 20 साहित्य वृंद ने नव रचना का लोकार्पण किया कार्यक्रम में घनश्याम सोलंकी, महेश हर्ष, भवानी सिंह, साकिर पत्रकार, परमेश्वर सोनी, छोटू खां, नत्थू, बृज गोपाल सोनी, शिव प्रकाश शर्मा, आदि कई गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन रसीले - चुटिले अंदाज में मय दृष्टांत शेरों शायरी के साथ शिव प्रकाश दाधिच बीकानेरी ने किया, जबकि आभार साधक ने व्यक्त किया
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- राजेंद्र राठौड़ का भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत* विराटनगर विधानसभा क्षेत्र में राजेंद्र राठौड़ वरिष्ठ नेता भाजपा का जयपुर-पावटा दौरे के दौरान त्रिवेणी मंडल अध्यक्ष प्रमोद सैनी के नेतृत्व में आतेला पुलिया निजी होटल पर सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत । भाजपा कार्यकर्ताओं ने होटल हॉलीडे फन रिसोर्ट पावटा में पहुंचे , पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव कोटपुतली, विधायक कुलदीप धनकड़, त्रिवेणी मंडल अध्यक्ष प्रमोद सैनी, सरदामल यादव किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष,जयसिंह पारीक पूर्व जिला पार्षद, राकेश सैनी पंचायत समिति सदस्य, श्यामलाल पूर्व महामंत्री, मुकेश प्रजापत, जयराम वर्मा,सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता व ग्रामीण लोग मौजूद थे1
- लालसोट. श्री संकल्प श्याम सेवा समिति के तत्वावधान आज 28 दिसंबर 2025 को खटवा रोड स्थित वार्ड नंबर 19 में स्थित निर्माण धिन खाटू श्याम मंदिर पर श्री श्याम संकल्प सेवा समिति द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विशाल पोष बड़ा महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें आए हुए भक्तगणों को बिठाकर पंगत प्रसादी कराई गई। जिसमें 15 हजार लोगों के लिए प्रसादी तैयार की गई जिसमें बड़े, पुवे, और आलू टमाटर की सब्जी प्रसादी में वितरित की गई। इस दौरान महिला व पुरुष पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण करते हुए नजर आए व भक्तगणों द्वारा पंगत प्रसादी कराई गई। जिसमें कुल 10 क्विंटल दाल, 15 कटै बैशन, 80 पीपा तेल, 60 कटटे आटा काम में लिया गया। इस दौरान श्री संकल्प श्याम सेवा समिति के सदस्य चौथमल पंडा, हरकेश चायवाला, छित्रमल, राधेश्याम डीडवाना, विश्राम पतासी वाला, पप्पू पानी वाला, हीरा लाल सैनी , जगदीश सेन, धर्मेंद्र, आदि लोग मौजूद रहे। वही मंच संचालन मुकेश अमवार व जेपी सैनी द्वारा किया गया। यह जानकारी श्याम संकल्प सेवा समिति के सदस्य विश्राम पतासी वाले द्वारा दी गई।4
- Post by रमेश सिंह1
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