विदिशा में एक पिता ने अपनी जीवित बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया....घर में युवती का पुतला बनाकर अर्थी तैयार की गई, परिजनों ने मातम मनाया....युवती की अंतिम यात्रा में रिश्तेदार और मोहल्ले वाले शामिल हुए...भाई ने जीवित बहन को मुखाग्नि दी और पूरे विधि विधान से अंतिम क्रिया कर्म किया गया.... विदिशा में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जहां एक पिता ने अपनी जीवित बेटी को मृत मानकर अंतिम संस्कार कर दिया.... मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के चूना वाली गली का है.... 23 वर्षीय सविता कुशवाह ने बरईपुरा के रहने वाले संजू रजक से प्रेम विवाह किया तो परिवार के लोगों को ये रास नहीं आया.... दरअसल युवती का भाई सौरभ कुशवाहा और संजू रजक दोनों दोस्त थे.... 11 दिसंबर के दिन संजू सौरभ की बहन सविता को लेकर भाग गया जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली थाने में 13 तारीख को दर्ज कराई..... सविता 18 तारीख को थाने पे पेश हुई और उसने पुलिस को बताया कि उसने संजू रजक से भोपाल के आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया है....लड़की के परिजनों ने युवती को कई बार समझाने का प्रयास किया उसे समाज और संबंधों की दुहाई दी लेकिन वह नहीं मानी तो परिजनों ने गुस्से में उसे मृत स्वीकार कर अंतिम संस्कार कर दिया..... परिजनों का कहना है कि अब वह अपनी जीवित युवती की तेरई कर गंगा जी जाकर पिंडदान करेंगे....एडिशनल एसपी प्रशांत के अनुसार मामले में गुम इंसान की कायमी की गई थी और बालिग युवती के कथन लेकर जरूरी कार्यवाही की गई है.... @highlight
विदिशा में एक पिता ने अपनी जीवित बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया....घर में युवती का पुतला बनाकर अर्थी तैयार की गई, परिजनों ने मातम मनाया....युवती की अंतिम यात्रा में रिश्तेदार और मोहल्ले वाले शामिल हुए...भाई ने जीवित बहन को मुखाग्नि दी और पूरे विधि विधान से अंतिम क्रिया कर्म किया गया.... विदिशा में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जहां एक पिता ने अपनी जीवित बेटी को मृत मानकर अंतिम संस्कार कर दिया.... मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के चूना वाली गली का है.... 23 वर्षीय सविता कुशवाह ने बरईपुरा के रहने वाले संजू रजक से प्रेम विवाह किया तो परिवार के लोगों को ये रास नहीं आया.... दरअसल युवती का भाई सौरभ कुशवाहा और संजू रजक दोनों दोस्त थे.... 11 दिसंबर के दिन संजू सौरभ की बहन सविता को लेकर भाग गया जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली थाने में 13 तारीख को दर्ज कराई..... सविता 18 तारीख को थाने पे पेश हुई और उसने पुलिस को बताया कि उसने संजू रजक से भोपाल के आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया है....लड़की के परिजनों ने युवती को कई बार समझाने का प्रयास किया उसे समाज और संबंधों की दुहाई दी लेकिन वह नहीं मानी तो परिजनों ने गुस्से में उसे मृत स्वीकार कर अंतिम संस्कार कर दिया..... परिजनों का कहना है कि अब वह अपनी जीवित युवती की तेरई कर गंगा जी जाकर पिंडदान करेंगे....एडिशनल एसपी प्रशांत के अनुसार मामले में गुम इंसान की कायमी की गई थी और बालिग युवती के कथन लेकर जरूरी कार्यवाही की गई है.... @highlight
- IGNTU अमरकंटक की छात्रा ने प्रोफेसर पर लगाए गंभीर आरोप । जांच में जुटी पुलिस Anuppur police Bsp24news Anuppur news rajendragram news kotma news Bijuri news Pushaprajgarh News IGNTU Amarkatak University #anuppur #anuppurnews #bsp24news #JituPatwari #cmmohanyadav1
- 🔴 ID कार्ड गिरते ही भड़का पुलिस अफसर, बीच सड़क युवती को जड़े थप्पड़ — VIDEO वायरल > 📍अहमदाबाद से सामने आया यह मामला एक बार फिर पुलिस के व्यवहार और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। बीच सड़क एक युवती के साथ हुई कथित मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखने के बाद लोग हैरानी, गुस्से और चिंता का इज़हार कर रहे हैं। > 🔹 क्या है पूरा मामला? पीड़ित युवती की पहचान बंसारी ठक्कर के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, घटना उस समय हुई जब युवती सड़क से गुजर रही थी। इसी दौरान एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसे रोका और ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने को कहा। > युवती ने पुलिसकर्मी को अपना लाइसेंस दिखाया। इसके बाद जब बातचीत के दौरान पुलिस अधिकारी का ID कार्ड युवती के हाथ से गलती से गिर गया, तो अधिकारी अचानक भड़क गया। > प्रत्यक्षदर्शियों और वायरल वीडियो में आरोप लगाया जा रहा है कि इसी बात पर पुलिसकर्मी ने युवती से ऊंची आवाज़ में बात करना शुरू किया और देखते ही देखते बीच सड़क उसे थप्पड़ मार दिए। > 🔹 चोट, डर और अफरा-तफरी थप्पड़ों के बाद युवती की आंख के ऊपर चोट लगने और खून निकलने की बात सामने आई है। मौके पर मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही हालात तनावपूर्ण हो गए। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि घटना के बाद युवती घबराई हुई और डरी-सहमी नजर आती है। > इस पूरी घटना ने सड़क पर मौजूद लोगों को भी स्तब्ध कर दिया। कई लोग यह सवाल करते नजर आए कि क्या एक छोटी-सी गलती पर इस तरह का व्यवहार उचित है। 🔹 FIR कराने पहुंची तो वहां भी परेशानी? पीड़िता का आरोप है कि वह जब इस घटना की शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंची, तो वहां भी उसे धमकाया गया और शिकायत दर्ज करने से इनकार किया गया। बताया गया कि युवती देर रात तक थाने में बैठी रही और आखिरकार उसने लिखित शिकायत दी। इस दौरान कथित तौर पर उसे यह भी कहा गया कि उसके खिलाफ क्रॉस कंप्लेंट दर्ज की जा सकती है। > 🔹 वीडियो वायरल, सवाल तेज इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि— > क्या पुलिस को नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार करने का अधिकार है? क्या महिलाओं की सुरक्षा सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गई है? क्या कानून सभी के लिए बराबर है? सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। > 🔹 अहम समय पर सामने आया मामला यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब हाल ही में पुलिस अधिकारियों को नागरिकों से सम्मान, संयम और संवेदनशीलता के साथ पेश आने की सख्त हिदायतें दी गई थीं। खास तौर पर महिलाओं, बुजुर्गों और आम नागरिकों के साथ व्यवहार को लेकर पुलिस विभाग को बार-बार निर्देश दिए जाते रहे हैं। ऐसे में यह घटना इन निर्देशों पर भी सवाल खड़े करती है। > 🔹 महिला सुरक्षा पर फिर बहस महिला अधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि— > “अगर एक महिला के साथ बीच सड़क पुलिस द्वारा इस तरह का व्यवहार होता है, तो आम नागरिक खुद को कितना सुरक्षित महसूस करेगा?” उनका कहना है कि पुलिस व्यवस्था पर भरोसा तभी मजबूत होगा जब गलत करने वालों पर बिना भेदभाव के कार्रवाई होगी। > 🔹 पुलिस की छवि और जवाबदेही पुलिस को समाज का रक्षक माना जाता है। लेकिन जब इसी व्यवस्था से जुड़े किसी अधिकारी पर इस तरह के आरोप लगते हैं, तो पूरी व्यवस्था की छवि पर असर पड़ता है। विशेषज्ञों का मानना है कि— ऐसी घटनाओं में त्वरित और पारदर्शी जांच जरूरी है दोषी पाए जाने पर कड़ी विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए पीड़िता को न्याय और सुरक्षा का भरोसा मिलना चाहिए > 🔹 अब आगे क्या? फिलहाल यह मामला जांच का विषय बताया जा रहा है। संबंधित विभाग द्वारा तथ्यों की पुष्टि की जा रही है। वीडियो और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल मजबूती से खड़ा कर दिया है कि— ❓ क्या खाकी कानून से ऊपर है? ❓ महिलाओं की गरिमा और सम्मान की रक्षा कौन करेगा? ❓ ऐसी घटनाओं पर कब सख्त और उदाहरणात्मक कार्रवाई होगी? --- 📌 संपादकीय नोट यह खबर उपलब्ध जानकारी, वायरल वीडियो और पीड़िता के आरोपों पर आधारित है। मामले की जांच संबंधित विभाग द्वारा की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही अंतिम स्थिति स्पष्ट होगी। --- 📰 Sach Tak Patrika News 🎤 संवाददाता: दीपक विश्वकर्मा 🗣️ “हमारी सबसे बड़ी ताकत — सच ही हमारी ताकत है।”1
- *गांजा तस्करी करते दो गिरफ्तार* *ढीमरखेडा पुलिस की कार्रवाई* श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय जिला कटनी श्री अभिनय विश्वकर्मा (आई पी.एस.) द्वारा जिले में जुआ, सटटा, शराब तथा मादक पदार्थ की तस्करी में प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किये गये थे जो निर्देश के पालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री डॉ संतोष डेडरिया एव एस.डी.ओ.पी. श्रीमति आंकाक्षा चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में अवैध मादक पदार्थ की विक्रय एवं परिवहन में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुये थाना प्रभारी ढीमरखेडा निरीक्षक अभिषेक चौबे के नेतृत्व में ढीमरखेडा पुलिस टीम द्वारा सफलता प्राप्त की है। प्रथम प्रकरण में ग्राम झिन्नापिपरिया चंढी माता मंदिर के पास एक व्यक्ति मोटर सायकिल होण्डा कंपनी की सीडी 100 सफेद काले रंग की जिसकी पैटोल टंकी पर सफेद प्लास्टिक की बोरी रखे हुये था झिन्नापिपरिया तरफ से आ रहा था जो पुलिस को देखरकर घबरा गया और भागने की कोशिश करने लगा जिसे हमराह स्टाफ घेराबंदी कर पकडा जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम बृजभान पिता अमर सिंह परस्ते उम्र 25 साल निवासी मखडार थाना कुंडम जिला जबलपुर का होना बताया जिसकी मोटर सायकिल से 01 सफेद रंग की प्लास्टिक की बोरी में कुल 2 किलो 400 ग्राम मादक पदार्थ गांजा एवं एक मोटर सायकिल जप्त कर धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। इसी तरह दूसरे प्रकरण में ढीमरखेडा पुलिस टीम द्वारा मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करते हुयें ग्राम खमतरा बिचुआ मोड मेनरोड एक व्यक्ति एक काले रंग का बैग हाथ में लिये खड़ा था जो पुलिस को देख घबराकर भागने की कोशिश करने लगा जिसे हमराह स्टाफ घेराबंदी कर पकडा जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम पंचम पिता अमर सिंह उम्र 46 साल निवासी ग्राम जामूनचुआ थाना ढीमरखेडा का होना बताया हाथ में लिये काले रंग के बैग में कुल 3 किलो 100 ग्राम मादक पदार्थ गांजा बरामद किया गया। तथा आरोपी के विरुद्ध धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। भूमिका :- थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक चौबे, उनि सुरेश सउनि जयपाल सिंह, आर 608 पंकज सिंह, आर. 730 डुमनदास, आर 10 जागेश्वर, आर कमोद कोल, आर. 692 देवेन्द्र अहिरवार, आर गंधर्व की महत्तवपूर्ण भूमिका रही।3
- गोटेगांव में आचार्य श्री 108 समय सागर जी महाराज के प्रथम नगर आगमन पर जनसमुदाय ने की भव्य आगवानी व जगह जगह पूजन1
- “कुमारी जिला पंचायत में चुनावी तूफान 🌪️ — ‘साहिल लोधी जिंदाबाद’ के नारों से गूंजा पूरा क्षेत्र”1
- दबंग सचिव की गुंडागर्दी सरकारी जमीन पर कब्जा कर ग्रामीणों को दी जान से मारने की धमकी उमरिया/ जिले के मानपुर तहसील अंतर्गत ग्राम बड़छड़ में एक पंचायत सचिव की दबंगई और भ्रष्टाचार का रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। अपनी शक्ति और पद के मद में चूर ग्राम पंचायत भरौली के सचिव रमेश्वर तिवारी पर ग्रामीणों ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने और विरोध करने पर ग्रामीणों को लाठी-डंडों से डराने-धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। सरकारी जमीन पर बन रहा निजी किला ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को सौंपे गए शिकायती पत्र के अनुसार, खसरा नंबर 2200/1 की सरकारी भूमि पर सचिव ने नवंबर 2025 से ही अपनी गिद्ध दृष्टि जमा ली थी। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन का उपयोग गांव के लोग पिछले 50 वर्षों से खेती-किसानी के लिए कर रहे थे, वहां अब सचिव ने अवैध रूप से मकान निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। यह केवल जमीन का विवाद नहीं है, बल्कि एक सरकारी लोक सेवक द्वारा अपने पद का सरेआम दुरुपयोग है। सचिव ने न केवल नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं, बल्कि ग्रामीणों के पुश्तैनी अधिकारों का भी हनन किया है। खेत में आए तो मार दिए जाओगे इस मामले में जब गरीब ग्रामीणों ने अपनी रोजी-रोटी और हक के लिए आवाज उठाई, तो उन्हें न्याय के बजाय धमकियां मिलीं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सचिव और उनके गुर्गे लाठी-डंडे लेकर लोगों को खेतों में जाने से रोकते हैं। महिलाओं और किसानों को सरेआम अपमानित किया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे परिवार को रामेश्वर तिवारी से जान का खतरा है। क्या सो रहा है प्रशासन? ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायती पत्र पर गांव के दर्जनों लोगों शीला बाई कोल, उमा बाई, शकुन कोल, आदि के हस्ताक्षर इस बात का प्रमाण हैं कि पूरा गांव इस अन्याय के खिलाफ खड़ा है। ग्रामीणों की मांग है कि सचिव द्वारा किए गए अवैध कब्जे को तत्काल बुलडोजर चलाकर ढहाया जाए। सरकारी पद का दुरुपयोग करने के आरोप में सचिव पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि वे निर्भय होकर अपने खेतों में जा सकें। यह मामला प्रदेश प्रशासन की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। यदि रक्षक ही भक्षक बन जाएगा, तो आम जनता कहां जाएगी, ग्राम बड़छड़ के निवासी अब कलेक्टर के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।1
- किसान,मजदूरो की जन समस्याएं बिजली पानी खाद आदि गरीब लोगों.... मध्य प्रदेश जोड़ों अभियान में।1
- मंडला - रिहायशी इलाके में बाघ का मूवमेंट.. ग्रामीणों में दहशत का माहौल... वन विभाग ने की ग्रामीणों से सावधान और सतर्क रहने की अपील.1