पोस्ट को पूरा पढ़िए और शेर करिए ताकि दूसरे भी लाभांवित हो। 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🌤️ *दिनांक - 07 दिसम्बर 2024* 🌤️ *दिन - शनिवार* 🌤️ *विक्रम संवत - 2081* 🌤️ *शक संवत -1946* 🌤️ *अयन - दक्षिणायन* 🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु* 🌤️ *मास - मार्गशीर्ष* 🌤️ *पक्ष - शुक्ल* 🌤️ *तिथि - षष्ठी सुबह 11:05 तक तत्पश्चात सप्तमी* 🌤️ *नक्षत्र - धनिष्ठा शाम 04:50 तक तत्पश्चात शतभिषा* 🌤️ *योग - व्याघात सुबह 08:042 तक तत्पश्चात हर्षण* 🌤️ *राहुकाल - सुबह 09:47 से सुबह 11:09 तक* 🌤️ *सूर्योदय 07:04* 🌤️ *सूर्यास्त - 5:55* 👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा मे* 🚩 *व्रत पर्व विवरण - चंपा षष्ठी,पंचक (आरंभ :प्रातः 05:07)* 💥 *विशेष- षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* 💥 *ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')* 💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')* 💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)* 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 कुंडली दिखाने के लिए इस नंबर पर संपर्क करे ૯૭૨૬૬૭૬૬૮૦ 🌷 *घातक रोगों से मुक्ति पाने का उपाय* 🌷 👉🏻 *08 दिसम्बर 2024 रविवार को (सूर्योदय से सुबह 09:44 तक) रविवारी सप्तमी है।* 🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें। बड़ दादा के १०८ फेरे लें । सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ्य दें व भोग दिखाएँ, दान करें । तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ ये मंत्र बोलें :-* 🌷 *"जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महा द्युतिम । तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर ।।"* 💥 *नोट : घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।* 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🌷 *विजया सप्तमी* 🌷 ➡️ *08 दिसम्बर 2024 रविवार को विजया सप्तमी है।* 👉🏼 *विजया सप्तमी (इस दिन किया स्नान, दान, ध्यान, जप, तप, होम, उपवास सब कुछ बड़े-बड़े पातकों का नाशक है । - ब्रह्म पुराण)*👏🏼 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🌷 *रविवार सप्तमी* 🌷 🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता |* 🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे | इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिये |* 🌞 *सूर्य भगवान पूजन विधि* 🌞 🙏🏻 *१) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें |* 🙏🏻 *२) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें |* 🌞 *सूर्य भगवान अर्घ्य मंत्र* 🌞 🌷 *1. ॐ मित्राय नमः।* 🌷 *2. ॐ रवये नमः।* 🌷 *3. ॐ सूर्याय नमः।* 🌷 *4. ॐ भानवे नमः।* 🌷 *5. ॐ खगाय नमः।* 🌷 *6. ॐ पूष्णे नमः।* 🌷 *7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।* 🌷 *8. ॐ मरीचये नमः।* 🌷 *9. ॐ आदित्याय नमः।* 🌷 *10. ॐ सवित्रे नमः।* 🌷 *11. ॐ अर्काय नमः।* 🌷 *12. ॐ भास्कराय नमः।* 🌷 *13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।* 📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर* 📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ (गुजरात)* 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏 *⛅विशेष - षष्ठी को नीम-भक्षण (पत्ती फल खाने या दातुन मुंह में डालने) से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* *🔹लक्ष्मी के नाराज होने के कारण🔹* *🔸१] कमल-पुष्प, बिल्वपत्र को लाँघने अथवा पैरों से कुचलने पर लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती हैं ।* *🔸२] जो निर्वस्त्र होकर स्नान करता है, नदियों, तालाबों के जल में मल-मूत्र त्यागता है उसको लक्ष्मी अपने शत्रु कर्ज के हवाले कर देती हैं ।* *🔸३] जो भूमि या भवन की दीवारों पर अनावश्यक लिखता है, कुत्सित अन्न खाता है उस पर भी लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं ।* *🔸४] जो पैर से पैर रगडकर धोता है, अतिथियों का सम्मान नहीं करता, याचकों को दुत्कारता है, पशु-पक्षियों को चारा, दाना आदि नहीं डालता है, गाय पर प्रहार करता है, ऐसे व्यक्ति को लक्ष्मी तुरंत छोड़ देती हैं ।* *🔸५] जो संध्या के समय घर-प्रतिष्ठान में झाड़ू लगाता है, जो प्रात: एवं संध्याकाल में ईश्वर की आराधना नहीं करता, तुलसी के पौधे की उपेक्षा, अनादर करता है उसको लक्ष्मी उसके दुर्भाग्य के हाथों में सौंप देती हैं ।* *🌞🌞*
पोस्ट को पूरा पढ़िए और शेर करिए ताकि दूसरे भी लाभांवित हो। 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🌤️ *दिनांक - 07 दिसम्बर 2024* 🌤️ *दिन - शनिवार* 🌤️ *विक्रम संवत - 2081* 🌤️ *शक संवत -1946* 🌤️ *अयन - दक्षिणायन* 🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु* 🌤️ *मास - मार्गशीर्ष* 🌤️ *पक्ष - शुक्ल* 🌤️ *तिथि - षष्ठी सुबह 11:05 तक तत्पश्चात सप्तमी* 🌤️ *नक्षत्र - धनिष्ठा शाम 04:50 तक तत्पश्चात शतभिषा* 🌤️ *योग - व्याघात सुबह 08:042 तक तत्पश्चात हर्षण* 🌤️ *राहुकाल - सुबह 09:47 से सुबह 11:09 तक* 🌤️ *सूर्योदय 07:04* 🌤️ *सूर्यास्त - 5:55* 👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा मे* 🚩 *व्रत पर्व विवरण - चंपा षष्ठी,पंचक (आरंभ :प्रातः 05:07)* 💥 *विशेष- षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* 💥 *ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')* 💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')* 💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)* 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 कुंडली दिखाने के लिए इस नंबर पर संपर्क करे ૯૭૨૬૬૭૬૬૮૦ 🌷 *घातक रोगों से मुक्ति पाने का उपाय* 🌷 👉🏻 *08 दिसम्बर 2024 रविवार को (सूर्योदय से सुबह 09:44 तक) रविवारी सप्तमी है।* 🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें। बड़ दादा के १०८ फेरे लें । सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ्य दें व भोग दिखाएँ, दान करें । तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ ये मंत्र बोलें :-* 🌷 *"जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महा द्युतिम । तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर ।।"* 💥 *नोट : घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।* 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🌷 *विजया सप्तमी* 🌷 ➡️ *08 दिसम्बर 2024 रविवार को विजया सप्तमी है।* 👉🏼 *विजया सप्तमी (इस दिन किया स्नान, दान, ध्यान, जप, तप, होम, उपवास सब कुछ बड़े-बड़े पातकों का नाशक है । - ब्रह्म पुराण)*👏🏼 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🌷 *रविवार सप्तमी* 🌷 🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता |* 🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे | इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिये |* 🌞 *सूर्य भगवान पूजन विधि* 🌞 🙏🏻 *१) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें |* 🙏🏻 *२) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें |* 🌞 *सूर्य भगवान अर्घ्य मंत्र* 🌞 🌷 *1. ॐ मित्राय नमः।* 🌷 *2. ॐ रवये नमः।* 🌷 *3. ॐ सूर्याय नमः।* 🌷 *4. ॐ भानवे नमः।* 🌷 *5. ॐ खगाय नमः।* 🌷 *6. ॐ पूष्णे नमः।* 🌷 *7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।* 🌷 *8. ॐ मरीचये नमः।* 🌷 *9. ॐ आदित्याय नमः।* 🌷 *10. ॐ सवित्रे नमः।* 🌷 *11. ॐ अर्काय नमः।* 🌷 *12. ॐ भास्कराय नमः।* 🌷 *13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।* 📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर* 📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ (गुजरात)* 🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞 🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏 *⛅विशेष - षष्ठी को नीम-भक्षण (पत्ती फल खाने या दातुन मुंह में डालने) से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* *🔹लक्ष्मी के नाराज होने के कारण🔹* *🔸१] कमल-पुष्प, बिल्वपत्र को लाँघने अथवा पैरों से कुचलने पर लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती हैं ।* *🔸२] जो निर्वस्त्र होकर स्नान करता है, नदियों, तालाबों के जल में मल-मूत्र त्यागता है उसको लक्ष्मी अपने शत्रु कर्ज के हवाले कर देती हैं ।* *🔸३] जो भूमि या भवन की दीवारों पर अनावश्यक लिखता है, कुत्सित अन्न खाता है उस पर भी लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं ।* *🔸४] जो पैर से पैर रगडकर धोता है, अतिथियों का सम्मान नहीं करता, याचकों को दुत्कारता है, पशु-पक्षियों को चारा, दाना आदि नहीं डालता है, गाय पर प्रहार करता है, ऐसे व्यक्ति को लक्ष्मी तुरंत छोड़ देती हैं ।* *🔸५] जो संध्या के समय घर-प्रतिष्ठान में झाड़ू लगाता है, जो प्रात: एवं संध्याकाल में ईश्वर की आराधना नहीं करता, तुलसी के पौधे की उपेक्षा, अनादर करता है उसको लक्ष्मी उसके दुर्भाग्य के हाथों में सौंप देती हैं ।* *🌞🌞*
- ડાભેલ મદ્રેસા મુકામે કલામે પાકની તિલાવત પૂર્ણ થતા પર દુઆ કરવામાં આવી, રમઝાન માસ મુસ્લિમો નો પવિત્ર મહિનો છે, આ મહિના માં મુસ્લિમો રોઝા નમાઝ ઝકાત સહિત ની અડાયગી કરે છે..મુસ્લિમો માટે રમઝાન મહિનાનું ખૂબ મહત્વ છે. આ મહિનો મુસ્લિમ સમુદાય માટે સૌથી પવિત્ર મહિનાઓમાંનો એક છે,આ આખા મહિના દરમિયાન, મુસ્લિમ સમુદાયના લોકો ઉપવાસ રાખે છે કલામે પાક ની તીલાવત અને અલ્લાહની ઇબાદત કરે છે.આખા મહિના દરમિયાન રોઝા, નમાઝ ઝકાત ની વિશેષ અડયગી કરવામાં આવે છે તેમજ રાત્રી દરમિયાન તરાવિહ ની નમાઝ અદા કરવામાં આવે છે, એવીજ રીતે ડાભેલ મદ્રેસા મુકામે રમઝાન માસ દરમિયાન ત્રણ વાર કલામે પાક પૂર્ણ કરવામાં આવે છે, જેને લઇ ત્રીજુ કલામે પાક પૂર્ણ થતા ધર્મ ગુરુ ધ્વારા વિશેશ દુઆ ગુજારવામાં આવી, જેમાં ગુજરાત મહારાષ્ટ્ર સહિત સમગ્ર ભારત ભર માંથી મોટી સંખ્યામાં મુસ્લિમ બિરાદરો ઉપસ્થિત રહ્યા1
- Bs ma ke Lia mahent karni hai bhot ❤️🥺1
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