*उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टीबी फोरम कमेटी की बैठक* *टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत 100 दिवसीय कैंपेन के माध्यम से घर घर होगी टीबी की जांच* *07 दिसंबर से 16 मार्च 2024 तक चलेगा टीबी जागरूकता सह जांच अभियान* *"टी.बी. मुक्त भारत अभियान*” के तहत आज समाहरणालय सभाकक्ष में 12 दिसंबर को उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट टीबी फोरम कमिटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विशेष रूप से 7 दिसंबर से 16 मार्च 2024 तक चलाए जाने वाले 100 दिवसीय जन जागरूकता सह जांच अभियान की सफलता पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य हजारीबाग जिले में टीबी की बीमारी से रोकथाम के विभिन्न अवयवों से आम जनमानस को जागरूक करना है। इस कार्यक्रम के तहत सभी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी के लक्षणों का घर घर व्यापक जांच अभियान चलाकर प्रभावित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका निःशुल्क इलाज करवाना है। साथ ही इस 100 दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से सभी पंचायतों के प्रत्येक संवेदनशील संदिग्ध मरीजों कि पहचान जैसे,पिछले पांच वर्ष के टीबी मरीज,पिछले तीन वर्षों के टीबी मरीजों के सम्पर्क वाले लोग, कुपोषित, वृद्ध (60 वर्ष के उपर वाले),सूगर (मधुमेह) के मरीज,एच आई वी के मरीज, धूम्रपान करने वाले लोग ,कैंसर के मरीज, डायलिसिस के मरीज तथा टीबी लक्षण वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान किए जायेंगे। स्वास्थ्य विभाग टीबी रोगियों की पहचान करने और उनका तत्काल उपचार सुनिश्चित करने के लिए घर-घर अभियान चलाएगा। यह कार्य सहिया,दीदी के द्वारा घर-घर जाकर किया जायेगा जिसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जांच के क्रम में प्राप्त सूची के अनुसार संदिग्ध सभी मरीजो का एक्स-रे और बलगम की जांच निःशुल्क कराया जायेगा। उपायुक्त ने आगे कहा कि टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने सभी नागरिकों से इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने का आग्रह किया। उपायुक्त ने विशेष रूप से कमजोर समूहों मसलन झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों के निवासी, वृद्धाश्रमों में रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति, पहले से बीमार रोगी और मजदूर पर ध्यान देने को कहा। इस अवसर पर टीबी रोग से लड़कर सफलता पाने वाले (टीबी सर्वाइवर) लोगों ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि टीबी एक जानलेवा बीमारी है लेकिन समय पर जांच और इलाज से इनसे बचा जा सकता है। मौके पर उपायुक्त द्वारा उपस्थित लोगों को टीबी के बारे में जागरूकता फैलाने की शपथ दिलाई गई।
*उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टीबी फोरम कमेटी की बैठक* *टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत 100 दिवसीय कैंपेन के माध्यम से घर घर होगी टीबी की जांच* *07 दिसंबर से 16 मार्च 2024 तक चलेगा टीबी जागरूकता सह जांच अभियान* *"टी.बी. मुक्त भारत अभियान*” के तहत आज समाहरणालय सभाकक्ष में 12 दिसंबर को उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट टीबी फोरम कमिटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विशेष रूप से 7 दिसंबर से 16 मार्च 2024 तक चलाए जाने वाले 100 दिवसीय जन जागरूकता सह जांच अभियान की सफलता पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया
कि 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य हजारीबाग जिले में टीबी की बीमारी से रोकथाम के विभिन्न अवयवों से आम जनमानस को जागरूक करना है। इस कार्यक्रम के तहत सभी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी के लक्षणों का घर घर व्यापक जांच अभियान चलाकर प्रभावित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका निःशुल्क इलाज करवाना है। साथ ही इस 100 दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से सभी पंचायतों के प्रत्येक संवेदनशील संदिग्ध मरीजों कि पहचान जैसे,पिछले पांच वर्ष के टीबी मरीज,पिछले तीन वर्षों के टीबी मरीजों के सम्पर्क वाले लोग, कुपोषित, वृद्ध (60 वर्ष के उपर
वाले),सूगर (मधुमेह) के मरीज,एच आई वी के मरीज, धूम्रपान करने वाले लोग ,कैंसर के मरीज, डायलिसिस के मरीज तथा टीबी लक्षण वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान किए जायेंगे। स्वास्थ्य विभाग टीबी रोगियों की पहचान करने और उनका तत्काल उपचार सुनिश्चित करने के लिए घर-घर अभियान चलाएगा। यह कार्य सहिया,दीदी के द्वारा घर-घर जाकर किया जायेगा जिसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जांच के क्रम में प्राप्त सूची के अनुसार संदिग्ध सभी मरीजो का एक्स-रे और बलगम की जांच निःशुल्क कराया जायेगा। उपायुक्त ने आगे कहा कि टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने सभी नागरिकों
से इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने का आग्रह किया। उपायुक्त ने विशेष रूप से कमजोर समूहों मसलन झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों के निवासी, वृद्धाश्रमों में रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति, पहले से बीमार रोगी और मजदूर पर ध्यान देने को कहा। इस अवसर पर टीबी रोग से लड़कर सफलता पाने वाले (टीबी सर्वाइवर) लोगों ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि टीबी एक जानलेवा बीमारी है लेकिन समय पर जांच और इलाज से इनसे बचा जा सकता है। मौके पर उपायुक्त द्वारा उपस्थित लोगों को टीबी के बारे में जागरूकता फैलाने की शपथ दिलाई गई।
- सिकरी ओपी पुलिस ने चलाया मोटर साइकिल जांच अभियान!! केरेडारी : आए दिन क्षेत्र में बढ़ रहे सड़क दुर्घटना और आपराधिक मामलों पर विराम लगने के लिए सिकरी ओपी पुलिस सुनील कुमार सिंह ने हजारीबाग टंडवा मुख्य सड़क के राजा बागी में 11 दिसंबर को मोटर साइकिल जांच चलाया! इस दौरान दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट और वाहन के कागजात की जांच पड़ताल किया गया! इस संदर्भ में ओपी प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि हजारीबाग टंडवा मुख्य सड़क राज्य पथ संख्या 7 पर दोपहिया वाहन चालकों की लापरवाही से ड्राइविंग के दौरान नित्य नए घटनाएं हो रही हैं जिस पर रोक लगाने के उद्देश्य और क्षेत्र में अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए वाहन के कागजात और वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस हेलमेट की संघनता पूर्वक जांच किया जा रहा है! दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट लगा कर वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ड्राइविंग करने की भी हिदायत दी जा रही है! इसी कड़ी में 11 दिसंबर को 14 दोपहिया वाहन के कागजात हेलमेट की जांच की गई! इस दौरान वाहन के कागजात ड्राइविंग लाइसेंस हेलमेट नहीं रखने वाले 14 वाहन चालकों पर आर्थिक दंड के लिए अग्रेत्तर कार्रवाई के लिए भेजी गई है! साथ हीं मोटर साइकिल जांच के दौरान दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट लगा कर वैध ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन के अपडेट कागजात रखने की भी बात बताई गई साथ हीं चार पहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट लगा कर गाड़ी चलाने की बात कही गई! मौके पर सिकरी ओपी प्रभारी सुनील सिंह समेत ओपी के पुलिस बल मौजूद थे!1
- *उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टीबी फोरम कमेटी की बैठक* *टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत 100 दिवसीय कैंपेन के माध्यम से घर घर होगी टीबी की जांच* *07 दिसंबर से 16 मार्च 2024 तक चलेगा टीबी जागरूकता सह जांच अभियान* *"टी.बी. मुक्त भारत अभियान*” के तहत आज समाहरणालय सभाकक्ष में 12 दिसंबर को उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट टीबी फोरम कमिटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विशेष रूप से 7 दिसंबर से 16 मार्च 2024 तक चलाए जाने वाले 100 दिवसीय जन जागरूकता सह जांच अभियान की सफलता पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य हजारीबाग जिले में टीबी की बीमारी से रोकथाम के विभिन्न अवयवों से आम जनमानस को जागरूक करना है। इस कार्यक्रम के तहत सभी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी के लक्षणों का घर घर व्यापक जांच अभियान चलाकर प्रभावित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका निःशुल्क इलाज करवाना है। साथ ही इस 100 दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से सभी पंचायतों के प्रत्येक संवेदनशील संदिग्ध मरीजों कि पहचान जैसे,पिछले पांच वर्ष के टीबी मरीज,पिछले तीन वर्षों के टीबी मरीजों के सम्पर्क वाले लोग, कुपोषित, वृद्ध (60 वर्ष के उपर वाले),सूगर (मधुमेह) के मरीज,एच आई वी के मरीज, धूम्रपान करने वाले लोग ,कैंसर के मरीज, डायलिसिस के मरीज तथा टीबी लक्षण वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान किए जायेंगे। स्वास्थ्य विभाग टीबी रोगियों की पहचान करने और उनका तत्काल उपचार सुनिश्चित करने के लिए घर-घर अभियान चलाएगा। यह कार्य सहिया,दीदी के द्वारा घर-घर जाकर किया जायेगा जिसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जांच के क्रम में प्राप्त सूची के अनुसार संदिग्ध सभी मरीजो का एक्स-रे और बलगम की जांच निःशुल्क कराया जायेगा। उपायुक्त ने आगे कहा कि टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने सभी नागरिकों से इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने का आग्रह किया। उपायुक्त ने विशेष रूप से कमजोर समूहों मसलन झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों के निवासी, वृद्धाश्रमों में रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति, पहले से बीमार रोगी और मजदूर पर ध्यान देने को कहा। इस अवसर पर टीबी रोग से लड़कर सफलता पाने वाले (टीबी सर्वाइवर) लोगों ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि टीबी एक जानलेवा बीमारी है लेकिन समय पर जांच और इलाज से इनसे बचा जा सकता है। मौके पर उपायुक्त द्वारा उपस्थित लोगों को टीबी के बारे में जागरूकता फैलाने की शपथ दिलाई गई।4
- कांग्रेस ने हज़ारीबाग़ विधान सीटों में मिली हार पर की समीक्षा बैठक ! मांडू विधान सभा में मिली हार को कहा एक्सीडेंटल हार! #viralvideos #mandu #hazaribagh1
- विधानसभा में गरजे टाइगर जयराम महतो देखें वीडियो👇🏻1
- Post by Rajaul Ansari1
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- ह*त्या के मामले का खुलासा: #पुलिस ने पकड़े मुख्य आरोपी #हजारीबाग में गो*ली मारकर की गई ह*त्या की गुत्थी सुलझी, दो गिरफ्तार हजारीबाग, #झारखंड – दिनांक पांच दिसंबर 2024 को #बड़कागांव थाना क्षेत्र के साधु कुटिया के पीछे एक व्यक्ति का श*व मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। श*व की पहचान रेलीगढ़ा दो तला निवासी दीपक सिंह (उम्र 30 वर्ष) के रूप में की गई। मृ*तक की गोली मारकर ह*त्या की गई थी। ह*त्याकांड का पर्दाफाश इस ह*त्याकांड का खुलासा करने के लिए हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और पुलिस निरीक्षक बड़कागांव अंचल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इस टीम ने जांच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर संतोष कुमार उर्फ होरिल भुईया और यूरबी करमाली उर्फ अभिराज को गिरफ्तार किया। ह*त्याकांड की साजिश गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि हजारीबाग जेल में बंद मिलन तुरी के इशारे पर इस ह*त्याकांड को अंजाम दिया गया। मिलन तुरी ने इस ह*त्याकांड की साजिश रची थी और यूरबी करमाली के माध्यम से संतोष कुमार उर्फ होरिल भुईया को इसे अंजाम देने के लिए भेजा था। ह*त्या के बाद, मिलन तुरी ने यूरबी करमाली को 25,000 रुपये दिए थे, जिसमें से 17,000 रुपये संतोष कुमार को दिए गए थे। #बरामद सामग्री संतोष कुमार उर्फ होरिल भुईया के पास से मृतक दीपक सिंह का मोबाइल, ह*त्या के बदले मिले 17,000 रुपये में से बचे 16,300 रुपये और ह*त्या में प्रयुक्त हथियार बरामद किया गया है। ह*त्याकांड का मुख्य कारण अब तक की जांच में ह*त्या का मुख्य कारण पैसे के लेन-देन और मिलन तुरी से दीपक सिंह का आपसी विवाद बताया गया है। #गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण 1. संतोष कुमार उर्फ होरिल भुईया (उम्र 22 वर्ष), पिता- स्वर्गीय इन्द्रदेव भुईया, निवासी - करियातपुर, थाना - बरही जिला - हजारीबाग, वर्तमान पता - तुफान चौक गिद्दी, थाना गिद्दी, जिला हजारीबाग। 2. यूरबी करमाली उर्फ अभिराज (उम्र 18 वर्ष), पिता - मुन्ना करमाली, निवासी - वाशरी कॉलोनी, थाना - गिद्दी, जिला - हजारीबाग। #बरामद सामान का विवरण 1. मृ*तक का OPPO कम्पनी का मोबाइल। 2. ह*त्या में प्रयुक्त हथियार (पिस्टल)। 3. ह*त्या के लिए दिए गए पैसों में से 16,300 रुपये। 4. अभियुक्त का जूता। 5. ह*त्या के बाद पैसे की लेन-देन का विवरण। 6. अभियुक्त यूरबी करमाली और संतोष कुमार के पास से मोबाइल। #छापामारी टीम में शामिल पुलिसकर्मी 1. पवन कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बड़कागांव। 2. अनिल कुमार, पुलिस निरीक्षक, बड़कागांव अंचल। 3. कुन्दन कुमार, थाना प्रभारी, गिद्दी थाना। 4. पु. अ.नि. रथु उरांव, गिद्दी थाना। 5. स. अ.नि. मोहन कुमार, गिद्दी थाना। 6. स. अ.नि. चंदन उरांव, गिद्दी थाना। 7. गिद्दी थाना रिजर्व गार्ड के हवलदार इन्द्रदेव मोची और गोबर्धन राम। इस कार्रवाई से पुलिस ने एक बड़ा अप*राध का खुलासा किया है और इलाके में शांति एवं सुरक्षा को बनाए रखने का प्रयास किया है। पुलिस की तत्परता और सूझबूझ से यह मामला सुलझाया गया है और दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। Hazaribagh news DC Hazaribagh Sp Hazaribagh SP Hazaribagh Hazaribagh_Police Hazaribag Today News1
- Post by Akash barik1