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लोधी म 3 तीसरो ब्लॉग्स आय गयो फाइनली जय अवंती जय लोधेश्वर
Devendra Damahe
लोधी म 3 तीसरो ब्लॉग्स आय गयो फाइनली जय अवंती जय लोधेश्वर
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- लोधी म 3 तीसरो ब्लॉग्स आय गयो फाइनली जय अवंती जय लोधेश्वर1
- 🗞️ आमगाव येथे अटलजींना अभिवादन; भाजपचा पदवीधर मेळावा संपन्न https://youtu.be/tofU3dK_pzY 🗞️ आमगाव-देवरी विधानसभा क्षेत्रातील पदाधिकारी व पदवीधरांची मोठ्या संख्येने उपस्थिती https://youtu.be/tofU3dK_pzY 📞 बातमी व जाहिराती करिता संपर्क करा सत्य को जानो न्यूज संपादक : नरेश बोपचे मो. 86984914861
- मतदान नहीं,प्रभाग 4 में जनता की आवाज, क्षेत्रीय कार्यकर्ता को टिकिट मिले, मांग उठी,,7066032143, सहायता करे1
- बिल्ली की शिकार करने की रफ्तार इंसान को हैरान कर देती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, शिकार के दौरान बिल्ली का रिएक्शन टाइम सिर्फ़ 20 से 70 मिलीसेकंड होता है। तेज़ नज़र, संवेदनशील मूंछें और बिजली जैसी रिफ्लेक्स उसे पलक झपकने से पहले हमला करने की ताकत देती हैं। यही वजह है कि बिल्ली को प्रकृति का परफेक्ट हंटर माना जाता है। 😲👀 #cat #catreflexes #catreaction #cathunting #animalfacts #knowledge #viral #explore #nature1
- Post by Shani Kumar1
- केन्या में फर्जी वकील का खुलासा: 26 मुकदमे जीतकर न्याय व्यवस्था को चकमा केन्या की न्यायिक व्यवस्था उस वक्त हैरान रह गई, जब ब्रायन म्वेंडा (Brian Mwenda) नामक एक शख्स के फर्जी वकील होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ। बिना किसी लॉ डिग्री और वैध लाइसेंस के म्वेंडा ने न सिर्फ अदालतों में पेशी दी, बल्कि असली और अनुभवी वकीलों को मात देते हुए कुल 26 मुकदमे जीत लिए। जांच में सामने आया कि ब्रायन म्वेंडा ने एक पंजीकृत वकील की फर्जी पहचान और नाम का इस्तेमाल कर हाई कोर्ट और मजिस्ट्रेट कोर्ट में केस लड़े। वह पेशेवर अंदाज़ में दलीलें रखता था, कानूनी धाराओं का हवाला देता था और न्यायाधीशों के सामने आत्मविश्वास के साथ बहस करता था, जिससे किसी को उस पर शक नहीं हुआ। मामला तब उजागर हुआ, जब केन्या लॉ सोसाइटी (LSK) को रिकॉर्ड में गड़बड़ी नजर आई और संबंधित वकील की पहचान को लेकर संदेह पैदा हुआ। जांच के बाद म्वेंडा की सच्चाई सामने आई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद न्यायिक और कानूनी हलकों में हलचल मच गई। सवाल उठने लगे कि आखिर बिना डिग्री और लाइसेंस के कोई व्यक्ति इतने लंबे समय तक अदालतों में कैसे पेश होता रहा और केस जीतता रहा। इस घटना ने कोर्ट में वकीलों की पहचान सत्यापन प्रक्रिया और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल ब्रायन म्वेंडा से पूछताछ जारी है और उसके द्वारा लड़े गए सभी मामलों की दोबारा समीक्षा की जा रही है। केन्या प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि इस मामले से सबक लेते हुए न्याय व्यवस्था में सख्त सुधार किए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी चूक दोबारा न हो।1
- good morning 🌄 Radhe Radhe doston 😊💐2
- 26 December 2025 ki badi khabren1