नहाते वक्त शैंपू मांगना पड़ा भारी! गोरखपुर में पति ने पत्नी को पीटा, बोला– मायके भाग जाओ वरना जान से मार दूंगा गोरखपुर से घरेलू हिंसा का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां नहाते समय पत्नी द्वारा सिर्फ शैंपू मांगने पर पति आगबबूला हो गया और लात-घूंसों से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट के बाद आरोपी पति ने पत्नी को जान से मारने की धमकी देते हुए मायके चले जाने को कहा। मामला एम्स थाना क्षेत्र का है। यहां झरना टोला निवासी रंजना तिवारी ने अपने पति प्रदीप कुमार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता के मुताबिक, उसकी शादी करीब एक साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही पति छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करता था। शुरुआत में उसने यह सोचकर सब कुछ सह लिया कि समय के साथ हालात सुधर जाएंगे, लेकिन हिंसा बढ़ती चली गई। 22 दिसंबर की सुबह बना दर्दनाक मोड़ 22 दिसंबर की सुबह करीब 9 बजे रंजना बाथरूम में नहा रही थी। उसने पति से शैंपू देने को कहा। बस इसी बात पर पति भड़क गया और बाहर से गाली-गलौज करने लगा। जब रंजना ने गालियों का विरोध किया, तो पति ने बाथरूम से बाहर खींचकर बाल पकड़ लिए और लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। पीड़िता का आरोप है कि वह दर्द से चीखती रही, लेकिन पति का दिल नहीं पसीजा। जब वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गई, तब जाकर मारपीट रुकी। इस हमले में उसके शरीर पर कई गंभीर चोटें आई हैं। धमकी से दहशत में महिला रंजना का कहना है कि अब पति उसे लगातार धमका रहा है कि मायके चली जाओ, नहीं तो जान से मार दूंगा। उसे डर है कि उसके साथ कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। क्या है पुलिस का बयान इस मामले में एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नहाते वक्त शैंपू मांगना पड़ा भारी! गोरखपुर में पति ने पत्नी को पीटा, बोला– मायके भाग जाओ वरना जान से मार दूंगा गोरखपुर से घरेलू हिंसा का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां नहाते समय पत्नी द्वारा सिर्फ शैंपू मांगने पर पति आगबबूला हो गया और लात-घूंसों से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट के बाद आरोपी पति ने पत्नी को जान से मारने की धमकी देते हुए मायके चले जाने को कहा। मामला एम्स थाना क्षेत्र का है। यहां झरना टोला निवासी रंजना तिवारी ने अपने पति प्रदीप कुमार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता के मुताबिक, उसकी शादी करीब एक साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही पति छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करता था। शुरुआत में उसने यह सोचकर सब कुछ सह लिया कि समय के साथ हालात सुधर जाएंगे, लेकिन हिंसा बढ़ती चली गई। 22 दिसंबर की सुबह बना दर्दनाक मोड़ 22 दिसंबर की सुबह करीब 9 बजे रंजना बाथरूम में नहा रही थी। उसने पति से शैंपू देने को कहा। बस इसी बात पर पति भड़क गया और बाहर से गाली-गलौज करने लगा। जब रंजना ने गालियों का विरोध किया, तो पति ने बाथरूम से बाहर खींचकर बाल पकड़ लिए और लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। पीड़िता का आरोप है कि वह दर्द से चीखती रही, लेकिन पति का दिल नहीं पसीजा। जब वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गई, तब जाकर मारपीट रुकी। इस हमले में उसके शरीर पर कई गंभीर चोटें आई हैं। धमकी से दहशत में महिला रंजना का कहना है कि अब पति उसे लगातार धमका रहा है कि मायके चली जाओ, नहीं तो जान से मार दूंगा। उसे डर है कि उसके साथ कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। क्या है पुलिस का बयान इस मामले में एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- पुरानी रंजिश को लेकर स्कूल में घुसकर छात्र को मारा चाकू हालत गंभीर.....1
- नहाते वक्त शैंपू मांगना पड़ा भारी! गोरखपुर में पति ने पत्नी को पीटा, बोला– मायके भाग जाओ वरना जान से मार दूंगा गोरखपुर से घरेलू हिंसा का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां नहाते समय पत्नी द्वारा सिर्फ शैंपू मांगने पर पति आगबबूला हो गया और लात-घूंसों से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट के बाद आरोपी पति ने पत्नी को जान से मारने की धमकी देते हुए मायके चले जाने को कहा। मामला एम्स थाना क्षेत्र का है। यहां झरना टोला निवासी रंजना तिवारी ने अपने पति प्रदीप कुमार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता के मुताबिक, उसकी शादी करीब एक साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही पति छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करता था। शुरुआत में उसने यह सोचकर सब कुछ सह लिया कि समय के साथ हालात सुधर जाएंगे, लेकिन हिंसा बढ़ती चली गई। 22 दिसंबर की सुबह बना दर्दनाक मोड़ 22 दिसंबर की सुबह करीब 9 बजे रंजना बाथरूम में नहा रही थी। उसने पति से शैंपू देने को कहा। बस इसी बात पर पति भड़क गया और बाहर से गाली-गलौज करने लगा। जब रंजना ने गालियों का विरोध किया, तो पति ने बाथरूम से बाहर खींचकर बाल पकड़ लिए और लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। पीड़िता का आरोप है कि वह दर्द से चीखती रही, लेकिन पति का दिल नहीं पसीजा। जब वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गई, तब जाकर मारपीट रुकी। इस हमले में उसके शरीर पर कई गंभीर चोटें आई हैं। धमकी से दहशत में महिला रंजना का कहना है कि अब पति उसे लगातार धमका रहा है कि मायके चली जाओ, नहीं तो जान से मार दूंगा। उसे डर है कि उसके साथ कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। क्या है पुलिस का बयान इस मामले में एम्स थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।1
- रामकेश मीणा ,टोडाभीम, करौली,राजस्थान 🇮🇳 एक मिमिक्री आर्टिस्ट ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आवाज़ में स्कूल की एक शिक्षिका को फोन किया. कॉल की शुरुआत में लेट स्कूल आने को लेकर सवाल पूछे गए, जिस पर शिक्षिका ने सामने वाले को सामान्य व्यक्ति समझकर अभद्र लहजे में जवाब दे दिया. लेकिन जैसे ही कॉल करने वाले ने अपना नाम “योगी आदित्यनाथ” बताया, शिक्षिका के तेवर तुरंत बदल गए. वह घबरा गईं और फोन पर ही “सर… सर…” कहकर बात करने लगीं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. #YogiAdityanath #MimicryCall #ViralVideo #UPNews #FunnyVideo #StateMirrorHindi1
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- गोरखपुर में आवासीय विकास का नया अध्याय पहली बार निजी क्षेत्र विकसित करेगा इंटीग्रेटेड टाउनशिप, खिचड़ी तक लॉन्च की तैयारी गोरखपुर में शहरी विकास के क्षेत्र में पहली बार बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब तक जहां इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित करने की जिम्मेदारी सिर्फ गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) के पास थी, वहीं अब निजी क्षेत्र को भी इसका लाइसेंस दे दिया गया है। खिचड़ी (मकर संक्रांति) तक शहर में तीन गेटेड इंटीग्रेटेड टाउनशिप लॉन्च करने की तैयारी है। अब तक GDA के अलावा जो भी कालोनियां विकसित हुई थीं, वे अवैध थीं। इन कालोनियों में सड़कें तो दिखाई देती थीं, लेकिन उनका अधिकृत नक्शा पास नहीं होता था, जिससे जमीन खरीदने के बाद लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था। 241 एकड़ में विकसित होंगी 3 टाउनशिप निजी क्षेत्र की ओमेक्स, ऐश्प्रा समूह और जीत एसोसिएट्स को इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित करने का लाइसेंस जारी कर दिया गया है। 1..ओमेक्स: सोनौली मार्ग पर ताल जहदा के पास करीब 120 एकड़ में टाउनशिप 2..ऐश्प्रा समूह: देवरिया बाईपास के पास ताल कंदला में 75 एकड़ 3..जीत एसोसिएट्स: रामनगर कड़जहा में लगभग 46 एकड़ तीनों परियोजनाओं को मिलाकर कुल 241 एकड़ क्षेत्र में टाउनशिप विकसित की जाएंगी। ये सभी पूरी तरह गेटेड और सुरक्षित होंगी। लाइसेंस जारी, DPR और RERA की प्रक्रिया शुरू तीनों कंपनियों को लाइसेंस जारी हो चुका है। अब कंपनियां डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) और लेआउट प्लान जमा करेंगी। इसके बाद रेरा से अनुमोदन मिलने पर इनकी औपचारिक लॉन्चिंग होगी। डीपीआर के बाद ही प्लॉट और फ्लैट की दरें सार्वजनिक की जाएंगी। GDA में समीक्षा बैठक, खिचड़ी तक लॉन्च का भरोसा GDA में तीनों कंपनियों के साथ बैठक हुई। विशेष कार्याधिकारी प्रखर उत्तम ने परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। ओमेक्स के प्रतिनिधियों ने एक सप्ताह में डीपीआर जमा करने और नए साल में खिचड़ी तक योजना लॉन्च करने का भरोसा दिया। ऐश्प्रा समूह और जीत एसोसिएट्स ने भी इसी समयसीमा में डीपीआर और लॉन्च का आश्वासन दिया। बैठक में जीत एसोसिएट्स के एमडी दीपक सिंह और ओमेक्स के महाप्रबंधक आशीष उपाध्याय मौजूद रहे। क्या-क्या सुविधाएं होंगी इंटीग्रेटेड टाउनशिप में आधुनिक शहरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी— पूरी तरह गेटेड और सुरक्षित कॉलोनी आवासीय के साथ कमर्शियल एरिया स्कूल और अस्पताल की सुविधा पर्याप्त पार्क और हरियाली मानक के अनुसार सड़क, नाली और बिजली व्यवस्था इसके साथ ही भूमि उपयोग परिवर्तन, सरकारी जमीन समायोजन और स्टांप शुल्क में छूट जैसी सहूलियतें भी मिलेंगी। जरूरतमंदों को भी मिलेगा आवास नियम के अनुसार, किसी भी निजी टाउनशिप में करीब 10 प्रतिशत हिस्सा EWS और LIG वर्ग के लिए आरक्षित किया जाता है। इन टाउनशिप में भी जरूरतमंदों को प्लॉट या फ्लैट उपलब्ध कराए जाएंगे, वह भी अन्य निवासियों जैसी सुविधाओं के साथ। इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को भी शहर में सुरक्षित और व्यवस्थित आवास मिल सकेगा। GDA उपाध्यक्ष ने कहा GDA के उपाध्यक्ष आनन्द वर्द्धन ने बताया कि तीनों इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं। कंपनियों ने 15 दिन के भीतर डीपीआर दाखिल करने का आश्वासन दिया है। रेरा से लेआउट अनुमोदन के बाद टाउनशिप लॉन्च की जाएगी। इन परियोजनाओं से गोरखपुर में नियोजित विकास को गति मिलेगी और जरूरतमंदों को भी आवास का अवसर मिलेगा।2