राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दिल जीतने वाला पल ।। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने एक बार फिर सादगी और अपनापन दिखाते हुए लोगों का दिल जीत लिया। आदित्यपुर के आकाशवाणी चौक पर उस समय भावुक पल देखने को मिला, जब राष्ट्रपति अपने काफिले से अचानक उतरकर पैदल ही आम लोगों से मिलने पहुंच गईं। बताया जा रहा है कि एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जब राष्ट्रपति का काफिला आकाशवाणी चौक से गुजर रहा था, तभी बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने हाथ हिलाकर और उत्साह के साथ उनका स्वागत किया। लोगों का प्रेम और जोश देखकर राष्ट्रपति खुद को रोक नहीं पाईं और उन्होंने अपनी कार रुकवाकर नीचे उतरने का निर्णय लिया।।इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पैदल चलकर लोगों के बीच पहुंचीं और उनका अभिवादन स्वीकार किया। राष्ट्रपति को अपने इतने करीब पाकर लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। कुछ पल के लिए पूरा चौक "राष्ट्रपति जिंदाबाद" के नारों से गूंज उठा। राष्ट्रपति के इस आत्मीय व्यवहार ने वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल को छू लिया। उनका यह कदम न सिर्फ सादगी का परिचायक बना, बल्कि आम जनता से उनके गहरे जुड़ाव को भी दर्शाता है। यह पल लंबे समय तक लोगों की यादों में खास बनकर रहेगा।इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पैदल चलकर लोगों के बीच पहुंचीं और उनका अभिवादन स्वीकार किया। राष्ट्रपति को अपने इतने करीब पाकर लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। कुछ पल के लिए पूरा चौक "राष्ट्रपति जिंदाबाद" के नारों से गूंज उठा। राष्ट्रपति के इस आत्मीय व्यवहार ने वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल को छू लिया। उनका यह कदम न सिर्फ सादगी का परिचायक बना, बल्कि आम जनता से उनके गहरे जुड़ाव को भी दर्शाता है। यह पल लंबे समय तक लोगों की यादों में खास बनकर रहेगा।
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- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दिल जीतने वाला पल ।। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने एक बार फिर सादगी और अपनापन दिखाते हुए लोगों का दिल जीत लिया। आदित्यपुर के आकाशवाणी चौक पर उस समय भावुक पल देखने को मिला, जब राष्ट्रपति अपने काफिले से अचानक उतरकर पैदल ही आम लोगों से मिलने पहुंच गईं। बताया जा रहा है कि एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जब राष्ट्रपति का काफिला आकाशवाणी चौक से गुजर रहा था, तभी बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने हाथ हिलाकर और उत्साह के साथ उनका स्वागत किया। लोगों का प्रेम और जोश देखकर राष्ट्रपति खुद को रोक नहीं पाईं और उन्होंने अपनी कार रुकवाकर नीचे उतरने का निर्णय लिया।।इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पैदल चलकर लोगों के बीच पहुंचीं और उनका अभिवादन स्वीकार किया। राष्ट्रपति को अपने इतने करीब पाकर लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। कुछ पल के लिए पूरा चौक "राष्ट्रपति जिंदाबाद" के नारों से गूंज उठा। राष्ट्रपति के इस आत्मीय व्यवहार ने वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल को छू लिया। उनका यह कदम न सिर्फ सादगी का परिचायक बना, बल्कि आम जनता से उनके गहरे जुड़ाव को भी दर्शाता है। यह पल लंबे समय तक लोगों की यादों में खास बनकर रहेगा।इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पैदल चलकर लोगों के बीच पहुंचीं और उनका अभिवादन स्वीकार किया। राष्ट्रपति को अपने इतने करीब पाकर लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। कुछ पल के लिए पूरा चौक "राष्ट्रपति जिंदाबाद" के नारों से गूंज उठा। राष्ट्रपति के इस आत्मीय व्यवहार ने वहां मौजूद हर व्यक्ति के दिल को छू लिया। उनका यह कदम न सिर्फ सादगी का परिचायक बना, बल्कि आम जनता से उनके गहरे जुड़ाव को भी दर्शाता है। यह पल लंबे समय तक लोगों की यादों में खास बनकर रहेगा।1
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