गन्ना ओवरलोडिंग से सड़कें बनी खतरे का जाल, प्रशासन मौन बलरामपुर में गन्ना ओवरलोडिंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। सड़क पर चलने वाले राहगीरों व मोटरसाइकिल सवारों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। आए दिन दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।ओवरलोड गन्ना गाड़ियां इतनी भरी होती हैं कि एक-एक फीट तक बाहर लटकता हुआ गन्ना सड़क पर खतरा बन जाता है। ऊपर की ऊँचाई इतनी बढ़ जाती है कि बिजली के तारों में फँसने का डर हर समय बना रहता है, जिससे बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है। लोगों का आरोप है कि पुलिस बिना हेलमेट वालों का तो तुरंत चालान काट देती है, लेकिन ओवरलोडिंग पर कार्रवाई नहीं होती। अगर जनता की सुरक्षा इतनी जरूरी है, तो ओवरलोड गन्ना गाड़ियों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या मिल मालिकों की मिलीभगत से ओवरलोडिंग को छूट मिल रही है? आखिर जिले के जिम्मेदार अधिकारी कहां हैं? क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार है?जनता अब यह जानना चाहती है क्या बलरामपुर प्रशासन ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए गंभीर है या फिर खामोशी ही जवाब है?
गन्ना ओवरलोडिंग से सड़कें बनी खतरे का जाल, प्रशासन मौन बलरामपुर में गन्ना ओवरलोडिंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। सड़क पर चलने वाले राहगीरों व मोटरसाइकिल सवारों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। आए दिन दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।ओवरलोड गन्ना गाड़ियां इतनी भरी होती हैं कि एक-एक फीट तक बाहर लटकता हुआ गन्ना सड़क पर खतरा बन जाता है। ऊपर की ऊँचाई इतनी बढ़ जाती है कि बिजली के तारों में फँसने का डर हर समय बना रहता है, जिससे बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है। लोगों का आरोप है कि पुलिस बिना हेलमेट वालों का तो तुरंत चालान काट देती है, लेकिन ओवरलोडिंग पर कार्रवाई नहीं होती। अगर जनता की सुरक्षा इतनी जरूरी है, तो ओवरलोड गन्ना गाड़ियों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या मिल मालिकों की मिलीभगत से ओवरलोडिंग को छूट मिल रही है? आखिर जिले के जिम्मेदार अधिकारी कहां हैं? क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार है?जनता अब यह जानना चाहती है क्या बलरामपुर प्रशासन ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए गंभीर है या फिर खामोशी ही जवाब है?
- गन्ना ओवरलोडिंग से सड़कें बनी खतरे का जाल, प्रशासन मौन बलरामपुर में गन्ना ओवरलोडिंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। सड़क पर चलने वाले राहगीरों व मोटरसाइकिल सवारों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। आए दिन दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।ओवरलोड गन्ना गाड़ियां इतनी भरी होती हैं कि एक-एक फीट तक बाहर लटकता हुआ गन्ना सड़क पर खतरा बन जाता है। ऊपर की ऊँचाई इतनी बढ़ जाती है कि बिजली के तारों में फँसने का डर हर समय बना रहता है, जिससे बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है। लोगों का आरोप है कि पुलिस बिना हेलमेट वालों का तो तुरंत चालान काट देती है, लेकिन ओवरलोडिंग पर कार्रवाई नहीं होती। अगर जनता की सुरक्षा इतनी जरूरी है, तो ओवरलोड गन्ना गाड़ियों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या मिल मालिकों की मिलीभगत से ओवरलोडिंग को छूट मिल रही है? आखिर जिले के जिम्मेदार अधिकारी कहां हैं? क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार है?जनता अब यह जानना चाहती है क्या बलरामपुर प्रशासन ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए गंभीर है या फिर खामोशी ही जवाब है?1
- बलरामपुर नगरपालिका के सभाषदों और अधिकारियो के बीच देखें किस बात पर बनी सहमति..2
- श्रावस्ती से आग उबलती खबर! पूर्व प्रधान मनीष चौधरी पर आज सुबह उनके खेत कलूई पयागपुर में विपक्षी सुशील कुमार मिश्रा ने सपाट गोली चलाई। मनीष प्रधान गंभीर रूप से घायल, इलाज के लिए रेफर। प्रशासन, अब देर नहीं—आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करो, नहीं तो समाज खुद न्याय लेगा! #Shravasti #JusticeNow #UPPolice #UPNews #NoTolerance1
- Post by Pritam Sharma1
- मोबाइल कैमरे आज पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट हो चुके हैं, लेकिन प्रोफेशनल फोटोग्राफर अब भी DSLR और मिररलेस कैमरे पर भरोसा करते हैं। वजह है बड़ा सेंसर, बेहतर लो-लाइट परफॉर्मेंस, असली ज़ूम और मैनुअल कंट्रोल। मोबाइल सहूलियत देता है, लेकिन डिटेल, डेप्थ और परफेक्ट शॉट के लिए प्रोफेशनल कैमरे की जरूरत आज भी बनी हुई है। #Photography #ProfessionalCamera #DSLR #Mirrorless #MobileCamera #PhotoLovers #TechExplained #CameraVsMobile #ContentCreators1
- सड़क हादसे में युवक की मौत , एक अन्य घायल बहराइच। बहराइच - हुजूरपुर मार्ग के निंदुरा गांव के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई और एक युवक गम्भीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिये भर्ती कराया गया। प्राप्त सूचना के अनुसार सोमवार की शाम करीब साढ़े 6 बजे रानीपुर थाने के निंदुरा गांव निवासी कैलाश (25) पुत्र सुकई गांव के ही सत्योंम (32) पुत्र जगदीश के बाइक से कही जाने के लिये बाइक से निकले। इस दौरान गांव के पास तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर ने टक्कर मार दी। हादसे की सूचना पाकर थाना प्रभारी संतोष अवस्थी मौके पर पहुंचे और दोनों घायल युवकों को मेडिकल कालेज भेजा। जहां चिकित्सक ने कैलाश को मृत घोषित कर दिया। मृतक के पास से एयरगन मिली।2
- अयोध्या लखनऊ नेशनल हाईवे 27 रोड पर भीषण हादसा फोर व्हीलर ने बाइक को मारी टक्कर1
- बलरामपुर। भारतीय किसान यूनियन (भारत) संगठन की मासिक बैठक सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित की गई। बैठक के उपरांत संगठन के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी बलरामपुर को ज्ञापन सौंपते हुए क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार और किसानों की समस्याओं को लेकर छह सूत्रीय मांगें रखीं।किसान यूनियन ने आरोप लगाया कि जनपद के गन्ना क्रय केंद्रों पर शासन के स्पष्ट आदेश के बावजूद गन्ना लोडिंग व अनलोडिंग के नाम पर अवैध वसूली जारी है। सरायखास, जखौली, मददो भट्ठा सहित कई गन्ना क्रय केंद्रों पर मनमानी वसूली की जा रही है, जिससे किसान परेशान हैं।संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिल बढ़ाकर अवैध वसूली की जा रही है। साथ ही किसानों ने मांग की कि जनपद में स्थापित सभी धान क्रय केंद्रों की सूची सार्वजनिक की जाए, जिससे किसानों को सही जानकारी मिल सके।ज्ञापन में ठंड के मौसम को देखते हुए प्रत्येक चौराहे पर अलाव की व्यवस्था करने की मांग की गई। इसके अलावा प्राइवेट स्कूलों द्वारा ड्रेस और किताबों के नाम पर की जा रही अवैध वसूली पर तत्काल रोक लगाने की भी मांग उठाई गई।किसान यूनियन ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने की घोषणा की गई है, लेकिन इसके बावजूद बिजली विभाग द्वारा फर्जी वसूली की जा रही है। संगठन ने किसानों को निःशुल्क मोटर कनेक्शन उपलब्ध कराने की मांग की। इस दौरान जिलाध्यक्ष तिलक राम वर्मा, कोषाध्यक्ष सुरेशचंद्र वर्मा, जिला महासचिव राजू पाठक, जिला संगठन मंत्री पुत्तूलाल, महिला जिलाध्यक्ष फातिमा, संगठन मंत्री राम उग्र वर्मा सहित बड़ी संख्या में किसान यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।1