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बजट घोषणा जल्द पूरी हो: सीएम साहब 🙏
Surendra Kumar Meena
बजट घोषणा जल्द पूरी हो: सीएम साहब 🙏
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- मंदसौर पशुपतिनाथ लोक का लोकार्पण होगा बहुत जल्द1
- चंदेरी में अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस पर हुआ हार्टफुलनेस मेडिटेशन कार्यक्रम आयोजित1
- मुंगावली पुलिस थाने में पत्रकार पर झूठा प्रकरण दर्ज करने के संबंध में नगर के समस्त पत्रकारों ने एसडीओपी को सोपा ज्ञापन अशोकनगर। मुंगावली थाने में दिवाकर न्यूज़ चैनल के संवाददाता के केशव सिकरवार पर हुए झूठे प्रकरण के संबंध में नगर के समस्त पत्रकारों ने एसडीओपी को दिया ज्ञापन जिसमें कहा गया कि पत्रकार साथी केशव सिंह सिकरवार जो कि दिवाकर न्यूज चैनल एवं समाचार पत्र चंचल एक्सप्रेस में संवाददाता हैं। जिन्होंने बालिका छात्रावास मुंगावली की अधीक्षिका के विरुद्ध समाचार पत्र में खबर प्रकाशित दिनांक 15 एवं 16 दिसंबर 2025 को की थी। साथ ही 10 दिसंबर 2025 को अधीक्षिका के हॉस्टल में भ्रष्टाचार संबंधी सूचना के अधिकार के तहत जानकारी चाही गई थी। इससे आक्रोशित होकर और अपने द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए अधीक्षिका श्रीमति मीरा निराला द्वारा पत्रकार के विरुद्ध झूठा प्रकरण दर्ज मुंगावली थाने में दर्ज कराया गया। पूर्व में भी अधीक्षिका के द्वारा अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध भी झूठे प्रकरणों में फसाने के लिए आवेदन दिए। जिनकी छाया प्रति भी संलग्न हैं। यदि पत्रकारों पर इस प्रकार के मिथ्या, मनगढ़ंत पूर्वक षड्यंत्र कर आरोप और प्रकरण दर्ज होते रहे तो पत्रकार निष्पक्ष पत्रकारिता कैसे कर पाएंगे। इस तरह यह चौथे स्तंभ पर और उसकी स्वतंत्रता पर आघात है। ज्ञापन के दौरान समस्त पत्रकारों ने एक पत्रकार पर दर्ज मामले की निष्पक्ष जांच कर इस झूठे प्रकरण को निरस्त करने की अपील की। ज्ञापन के दौरान नगर के सभी वरिष्ठ पत्रकार साथी मौजूद रहे।4
- आलोट मंडी सोयाबीन ka bhav 22/12/20251
- चांदामऊ अग्निकांड पर बवाल, लवजिहाद के आरोपों को लेकर सड़कों पर उतरे विश्व हिंदू बजरंग दल सकल हिंद समाज,घटना में: तीन की मौत2
- Post by बिजय चोहन1
- हर दिन मजदूरों व जनता के खिलाफ नए बिल ला रही सरकार -सीटू के राजस्थान राज्य सम्मेलन में मजदूरों के हक में उठी जोरदार आवाज जयपुर/ कोटा। भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) राजस्थान का राज्य सम्मेलन जयपुर में 20-21-22 दिसंबर को आयोजित हो रहा है। सीटू मीडिया प्रभारी व राज्य सदस्य मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को महासचिव की रिपोर्ट पर व्यापक चर्चा हुई और मजदूरों-कर्मचारियों के हितों से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। राष्ट्रीय नेताओं ने मोदी सरकार की मजदूर-विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए संघर्ष तेज करने का आह्वान किया। फरवरी में संयुक्त हड़ताल की तैयारी का निर्देश सीटू के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड तपन सेन ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि फरवरी महीने में राष्ट्रीय श्रम संगठनों की ओर से संयुक्त हड़ताल का आह्वान हो सकता है। इसके लिए सभी इकाइयों को तैयार रहना होगा और संघर्ष के मैदान में उतरना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि मजदूर वर्ग को एकजुट होकर सरकार की नीतियों का मुकाबला करना होगा। परमाणु शांति अधिनियम देश व जनता से खिलवाड़ कॉमरेड तपन सेन ने केंद्र सरकार द्वारा परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में लाए गए सिविल लायबिलिटी फॉर न्यूक्लियर डैमेज (शांति अधिनियम) की तीखी आलोचना की। इसे देश की सुरक्षा और जनता के साथ भारी खिलवाड़ करार देते हुए बताया कि निजी व विदेशी परमाणु संयंत्रों में कोई दुर्घटना होने पर विदेशी कंपनी जिम्मेदार नहीं होगी और प्रभावित नागरिकों को कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। यह देश की संप्रभुता पर सीधा हमला है।इसके खिलाफ 23 दिसंबर को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया। मनरेगा को बर्बाद करने का आरोप सम्मेलन में मनरेगा योजना पर भी गहन चर्चा हुई। आरोप लगाया गया कि केंद्र सरकार ने योजना का नाम बदलकर अपना अंशदान 90% से घटाकर 60% कर दिया है और 40% बोझ राज्य सरकारों पर डाल दिया है। इससे ग्रामीण गरीबों को काम मिलना और मुश्किल हो जाएगा तथा योजना को पूरी तरह खत्म करने की साजिश रची जा रही है। चार लेबर कोड मजदूर-विरोधी कॉमरेड के.एन. उमेशसीटू के राष्ट्रीय सचिव कॉमरेड के.एन. उमेश ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए मौजूदा देश के हालात और मोदी सरकार की मजदूर-विरोधी नीतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरकार हर दिन मजदूरों व जनता के खिलाफ नए बिल ला रही है। चारों लेबर कोड पूरी तरह मजदूर-विरोधी हैं, जिनसे मजदूरों के अधिकार छीने जा रहे हैं। इनका डटकर विरोध करने का आह्वान किया गया। सम्मेलन में पारित प्रमुख प्रस्ताव सम्मेलन में न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए करने की मांग, सांप्रदायिकता के खिलाफ प्रस्ताव, आंगनवाड़ी, मिड-डे मील व योजना कर्मियों का वेतन बढ़ाने तथा उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित कर सभी सुविधाएं देने की मांग, सभी जगह ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने तथा विश्वविद्यालयों में सरकार द्वारा अनुदान देकर पेंशन व्यवस्था लागू करने का प्रस्ताव, मजदूर आंदोलनों में पुलिस हस्तक्षेप बंद करने की मांग, परमाणु बिजली क्षेत्र में विदेशी कंपनियों को लाभ पहुंचाने वाले शांति विधेयक के खिलाफ प्रस्ताव, मनरेगा को कमजोर करने वाली नई नीतियों के खिलाफ प्रस्ताव, निजीकरण व प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ प्रस्ताव, जे.के. कोटा में सीटू के नेतृत्व में चल रहे मजदूर आंदोलन को पूर्ण समर्थन आदि प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए।4
- प्रेस बरता रखी गई1
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