अस्पताल में इलाज, दवाइयां और जांच नि:शुल्क तो फिर किस बात का पार्किंग शुल्क ? - अनुतोष रोत भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत ने बताया कि सरकार की ओर से जिला अस्पताल में इलाज, दवाइयां और जांच जैसी तमाम सुविधाएं नि:शुल्क हैं, इसके बावजूद पार्किंग ठेकेदार द्वारा मरीजों और उनके परिजनों से मनमर्जी से पैसा वसूला जा रहा था। इतना ही नहीं, कई बार पार्किंग शुल्क को लेकर आम जनता के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाएं भी सामने आई थीं। इसी "अवैध वसूली" और "गुंडागर्दी" के खिलाफ बीपीएमएम पिछले 16 दिनों से अस्पताल परिसर में धरने पर बैठा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर और प्रशासन के साथ कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पा रहा था। मंगलवार को डॉ. महेंद्र डामोर ने मध्यस्थता करते हुए मौखिक आश्वासन दिया है कि मरीजों और उनके परिजनों के लिए पार्किंग पूरी तरह नि:शुल्क रहेगी। इस आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा की है।
अस्पताल में इलाज, दवाइयां और जांच नि:शुल्क तो फिर किस बात का पार्किंग शुल्क ? - अनुतोष रोत भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत ने बताया कि सरकार की ओर से जिला अस्पताल में इलाज, दवाइयां और जांच जैसी तमाम सुविधाएं नि:शुल्क हैं, इसके बावजूद पार्किंग ठेकेदार द्वारा मरीजों और उनके परिजनों से मनमर्जी से पैसा वसूला जा रहा था। इतना ही नहीं, कई बार पार्किंग शुल्क को लेकर आम जनता के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाएं भी सामने आई थीं। इसी "अवैध वसूली" और "गुंडागर्दी" के खिलाफ बीपीएमएम पिछले 16 दिनों से अस्पताल परिसर में धरने पर बैठा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर और प्रशासन के साथ कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पा रहा था। मंगलवार को डॉ. महेंद्र डामोर ने मध्यस्थता करते हुए मौखिक आश्वासन दिया है कि मरीजों और उनके परिजनों के लिए पार्किंग पूरी तरह नि:शुल्क रहेगी। इस आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा की है।
- दिनेश खोड़निया ने की पत्रकार वार्ता : बोले मेरा बाबूलाल कटारा से नहीं कोई लेना देना, आरपीएससी मेंबर बनाने के लिए नहीं की कोई सिफारिश संवाददाता - संतोष व्यास डूंगरपुर। पेपर पर लीक प्रकरण में ईडी की पूछताछ में बाबूलाल कटारा द्वारा डूंगरपुर जिले के कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश खोड़निया से आरपीएससी मेंबर बनाने के लिए हुई सौदेबाजी का मामला सामने आने के बाद दिनेश खोड़निया ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता करते हुए अपना बयान जारी किया है। खोड़निया ने कहा कि बाबूलाल कटारा से मेरा कोई लेना देना नहीं ओर न ही उन्होंने आरपीएससी मेंबर बनाने के लिए कोई सिफारिश बाबूलाल कटारा के लिए की थी। उन्होंने अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं पर उनकी छवि बिगाड़ने के लिए षड्यंत्र रचने के आरोप लगाए है।1
- गोगुंदा में आत्मनिर्भर भारत के तहत उदयपुर भाजपा देहात महिला मोर्चा सम्मेलन आयोजित आज बुधवार क़रीब साय 6 बजे मिली जानकारी के अनुसार गोगुंदा पंचायत समिति सभागार में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत उदयपुर भाजपा देहात महिला मोर्चा सम्मेलन आयोजित हुआ। मुख्य वक्ता प्रदेश उपाध्यक्ष पिंकी मंडावत रहीं तथा अध्यक्षता प्रधान सुंदर देवी गमेती ने की। सम्मेलन में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं, विशेषकर लखपति दीदी योजना पर चर्चा हुई। राजीविका के माध्यम से महिलाएं साबुन, गुलाल, शहद, सिलाई, पापड़ आदि कार्य कर आत्मनिर्भर बन रही हैं।1
- बांसवाड़ा राजस्थान में श्री बेणेश्वर महादेव मंदिर में हो रहे 108 सुंदरकांड श्री नंदकिशोर जी शास्त्री अहमदाबाद वाले के मुख्य मंडल द्वारा संगीत में सुंदरकांड पाठ बहुत ही सुंदर लय में।1
- सिरोही। पिंडवाडा; पिंडवाडा तहसील के ग्राम पंचायत रोहिडा हल्का पिपेला मे सरकारी बिला नाम भूमि से सरपंच व भाजपा मंत्री पवन राठौड़ द्वारा रात को खुलेआम JCB व डंपरो से पत्थर व मिट्टी का धड़ल्ले से अवेध खनन किया जा रहा हैं! गाँव पिपेला से रात मे पत्थर व मिट्टी से डंपर भर कर स्वरूपगंज मालाजी वाला कुआ वहा पर परिवहन किया जा रहा हैं! लगभग तीन महीने से शिकायत के ऊपर शिकायत होती जा रही हैं लेकिन आज दिन तक कोई ठोस कार्यवाई नहीं की जा रही हैं? ऐसा क्या कारण हैं जो एक सरपंच व भाजपा नेता के द्वारा अवेध खनन किया जा रहा हैं लेकिन कोई कार्यवाई नहीं की जा रही हैं ! क्या अब भी प्रशासन चुप रहेगा या कोई होगी कार्यवाई ?1
- नंदलाल पुरबिया न्यू द्वारकेश न्यूज़ चैनल नांदोली राजसमंद राजस्थान द्वारा1
- Post by Sandip Bagri3
- ग्राम मेवदा को ग्राम पंचायत मुंगाना में ही रखने की मांग, ग्रामीणों ने जताया विरोध — मतदान बहिष्कार की चेतावनी कपासन (चित्तौड़गढ़)। राजस्व ग्राम मेवदा के ग्रामीणों ने ग्राम मेवदा को ग्राम पंचायत मुंगाना से हटाकर ग्राम पंचायत देवरिया में शामिल किए जाने के प्रस्ताव का कड़ा विरोध जताते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी कपासन को एक सामूहिक ज्ञापन सौंप कर चेतावनी दी कि मांग नहीं मानी गई तो समस्त ग्रामवासी मतदान बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि ग्राम मेवदा, ग्राम पंचायत मुंगाना से मात्र 1 किलोमीटर दूरी पर स्थित है तथा स्टेट हाईवे से जुड़ा हुआ है। तहसील, उपखंड कार्यालय, न्यायालय, पटवार हल्का मुंगाना एवं कृषि संबंधी कार्यों के लिए कपासन जाने हेतु भी मुंगाना मार्ग ही सबसे सुगम और सुविधाजनक है। ऐसे में ग्राम मेवदा को मुंगाना पंचायत से हटाना जनहित के विपरीत कहा गया। ग्रामीणों ने कहा कि प्रस्तावित देवरिया ग्राम पंचायत की दूरी मेवदा से लगभग 4 किलोमीटर पड़ती है तथा मार्ग भी खराब होने के कारण वहाँ तक आवागमन ग्रामीणों के लिए कठिन व असुविधाजनक हो जाएगा। प्रशासनिक, राजस्व एवं पंचायत सेवाओं के लिए अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी, जिससे समय व आर्थिक हानि होगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि राजस्व ग्राम मेवदा को ग्राम पंचायत मुंगाना में ही यथावत् रखा जाए, अन्यथा समस्त ग्रामीण आगामी चुनाव में मतदान बहिष्कार करने के लिए बाध्य होंगे।2
- बीपीएमएम द्वारा जिला अस्पताल में पार्किंग शुल्क को लेकर चल रहा धरना 16वें दिन प्रशासन की मध्यस्थता के बाद हुआ समाप्त अस्पताल अधीक्षक ने पार्किंग शुल्क नही लेने का दिया सशर्त मौखिक आश्वासन संवाददाता - संतोष व्यास डूंगरपुर। जिला अस्पताल में पार्किंग शुल्क की मनमानी और अवैध वसूली के खिलाफ भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा (बीपीएमएम) द्वारा पिछले 16 दिनों से चलाया जा रहा महापड़ाव (धरना) आखिरकार समाप्त हो गया है। कड़ाके की ठंड और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मोर्चा के कार्यकर्ता विगत 16 दिन से अस्पताल के मुख्य द्वार पर डटे हुए थे, जिससे प्रशासन पर भारी दबाव देखा जा रहा था। अधीक्षक के मौखिक आश्वासन के बाद धरना स्थगित करने पर बनी सहमति : आंदोलन के 16वें दिन अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने धरना स्थल पर पहुंचकर मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ लंबी चर्चा की। वार्ता के दौरान अधीक्षक ने कार्यकर्ताओं की जायज मांगों पर सहमति जताते हुए सशर्त मौखिक आश्वासन दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों से अब पार्किंग का कोई पैसा नहीं वसूला जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पार्किंग शुल्क की समीक्षा की जाएगी और आम जनता को राहत देने के लिए नियमों में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पार्किंग व्यवस्था को सुचारू बनाने और टेंडर प्रक्रिया को लेकर आगामी 'अस्पताल कमेटी' की बैठक में चर्चा की जाएगी। बैठक में टेंडर को लेकर जो भी नियम या निर्णय तय होंगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।1