इसके विषय में राजीव दीक्षित जी ने कहा था उसे समय कांग्रेस की सरकार थी यह बात कांग्रेस के लिए उचित कही गई थी किंतु लोग इसका दो उपयोग करके प्रेमानंद जैसे महाराज को टारगेट कर उन पर विरोध कर रहे हैं यदि आज के समय में कांग्रेस सरकार होती तो प्रेमानंद जी महाराज पर वह अपराध लग जाता की स्वराज में आसाराम बापू फंसे हुए हैं यह षड्यंत्र नहीं था तो क्या था मोदी सरकार में प्रेमानंद महाराज को कितना गलत बोला गया जनता चाहती थी तो इन्हें नीचे गिर सकती थी जनता चाहती है तो इन्हें ऊपर भी उठा सकती है किंतु जनता को भड़काने वाले जो आज काम कर रहे हैं यह वही नेता है जो आज के समय में विपक्ष में बैठे हैं यह यही चाहते हैं कि हमारी भी सरकार होनी चाहिए किंतु यह नहीं चाहते कि जो सरकार चल रहा है उसके समर्थन में यदि हम उतरेंगे तो हमारा दुनिया में कितना नाम होगा नहीं इन्हें तो आतंकवाद मचा कर मोदी का नाम निशा करना है और अपना नाम ऊपर करना है किसी को कहते हैं गधे की गांड में हाथ डालना
इसके विषय में राजीव दीक्षित जी ने कहा था उसे समय कांग्रेस की सरकार थी यह बात कांग्रेस के लिए उचित कही गई थी किंतु लोग इसका दो उपयोग करके प्रेमानंद जैसे महाराज को टारगेट कर उन पर विरोध कर रहे हैं यदि आज के समय में कांग्रेस सरकार होती तो प्रेमानंद जी महाराज पर वह अपराध लग जाता की स्वराज में आसाराम बापू फंसे हुए हैं यह षड्यंत्र नहीं था तो क्या था मोदी सरकार में प्रेमानंद महाराज को कितना गलत बोला गया जनता चाहती थी तो इन्हें नीचे गिर सकती थी जनता चाहती है तो इन्हें ऊपर भी उठा सकती है किंतु जनता को भड़काने वाले जो आज काम कर रहे हैं यह वही नेता है जो आज के समय में विपक्ष में बैठे हैं यह यही चाहते हैं कि हमारी भी सरकार होनी चाहिए किंतु यह नहीं चाहते कि जो सरकार चल रहा है उसके समर्थन में यदि हम उतरेंगे तो हमारा दुनिया में कितना नाम होगा नहीं इन्हें तो आतंकवाद मचा कर मोदी का नाम निशा करना है और अपना नाम ऊपर करना है किसी को कहते हैं गधे की गांड में हाथ डालना
- इसके विषय में राजीव दीक्षित जी ने कहा था उसे समय कांग्रेस की सरकार थी यह बात कांग्रेस के लिए उचित कही गई थी किंतु लोग इसका दो उपयोग करके प्रेमानंद जैसे महाराज को टारगेट कर उन पर विरोध कर रहे हैं यदि आज के समय में कांग्रेस सरकार होती तो प्रेमानंद जी महाराज पर वह अपराध लग जाता की स्वराज में आसाराम बापू फंसे हुए हैं यह षड्यंत्र नहीं था तो क्या था मोदी सरकार में प्रेमानंद महाराज को कितना गलत बोला गया जनता चाहती थी तो इन्हें नीचे गिर सकती थी जनता चाहती है तो इन्हें ऊपर भी उठा सकती है किंतु जनता को भड़काने वाले जो आज काम कर रहे हैं यह वही नेता है जो आज के समय में विपक्ष में बैठे हैं यह यही चाहते हैं कि हमारी भी सरकार होनी चाहिए किंतु यह नहीं चाहते कि जो सरकार चल रहा है उसके समर्थन में यदि हम उतरेंगे तो हमारा दुनिया में कितना नाम होगा नहीं इन्हें तो आतंकवाद मचा कर मोदी का नाम निशा करना है और अपना नाम ऊपर करना है किसी को कहते हैं गधे की गांड में हाथ डालना1
- Post by Kaif Army1
- मर गई इंसानियत ! दुपट्टे से नवजात का गला कसा शव कूढे के ढेर में मिला, कुत्तों ने नोंचा,शरीर पर जख्म थे,शव की पूरे अमरोहा में चर्चा, पुलिस ने शुरू की जांच अमरोहा के नगर कोतवाली क्षेत्र में एक बंद पड़े स्कूल के खंडहर से कपड़े में लिपटा नवजात का शव बरामद हुआ है। नवजात के गले में दुपट्टे का फंदा लगा हुआ था।यह घटना मुहल्ला कुरैशी स्थित चौपाल के पास एक बंद पड़े स्कूल के खंडहर भवन की है। कुछ बच्चे खेलते हुए वहां पहुंचे और कूड़े के ढेर पर कपड़े में लिपटा नवजात का शव देखा। बच्चों के शोर मचाने पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई।सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक पंकज तोमर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।स्थानीय लोगों के बीच चर्चा है कि किसी अविवाहित युवती ने बदनामी के डर से बच्चे को जन्म देने के बाद यहां फेंक दिया होगा। मुहल्ले के लोग इस घटना को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं।प्रभारी निरीक्षक पंकज तोमर ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी।1
- लो भाई। साथ में रील बनाते-बनाते हो गया कुछ ऐसा। दो युवक ने आपस में रचाई शादी। वीडियो बनाकर डाल सोशल मीडिया पर आ रही है अलग-अलग प्रतिक्रियाएं। आप भी वीडियो देखें और बताएं क्या यह भारतीय संस्कृति के हिसाब से सही है..???1
- Post by Somit kumar1
- उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा के गजरौला में प्रेम धाम चर्च में गजरौला – क्रिसमस की धूमधाम से मनाई जाने वाली उत्सवात्मक आयोजना "प्रेमधाम गजरौला" असम्प्शन चर्च में उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुई। इस धार्मिक उत्सव के माध्यम से सम्पूर्ण विश्वासप्रद लोगों ने उसकी आनंदमयी आत्मा का आनंद लिया। फ़ादर दीपक सोत्रा, ने प्रभावशाली प्रवचन दिए और सभी से विशेष ध्यान देने का आग्रह किया कि विश्वशांति की महत्ता को गहराई से समझें। चर्च को सुंदरता से सजाया गया, जहां क्रिब, लाइट्स और आकर्षक सजावटों ने धार्मिक उत्सव की आत्मा को बढ़ावा दिया। फ़ादर सुदीप, फ़ादर आनंद, सिस्टर संध्या, सिस्टर रेम्या, सिस्टर जेन और सिस्टर उषा जैसे अन्य धार्मिक अधिकारी भी शामिल थे और इस धार्मिक उत्सव के गौरव में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उपस्थित लोगों ने इस मास में एकता और धार्मिक महत्व का अनुभव किया और दुनिया की शांति और प्रेम के महत्व को समझने का प्रयास किया। रिपोर्ट सरजीत सिंह नवीन अमरोहा4
- यूपी सरकार का बड़ा फैसला... अब जन्मतिथि प्रमाण के रूप में मान्य नहीं होगा आधार कार्ड उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम निर्णय लेते हुए स्पष्ट किया है कि अब आधार कार्ड को जन्मतिथि के प्रमाण के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा. नियोजन विभाग ने इसको लेकर सभी विभागों को दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि आधार में दर्ज जन्म तिथि सत्यापित नहीं होती, इसलिए इसे आधिकारिक DOB डॉक्यूमेंट नहीं माना जा सकता. उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि आधार कार्ड अब जन्मतिथि प्रमाण पत्र के रूप में मान्य नहीं होगा. नियोजन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि आधार कार्ड में दर्ज जन्मतिथि किसी भी प्रमाणित दस्तावेज के आधार पर तय नहीं होती है, इसलिए इसे आधिकारिक जन्म तिथि प्रमाण पत्र के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता.1
- Post by Somit kumar1