Shuru
Apke Nagar Ki App…
आज की गुना की न्यूज़
Deependra Singh Yadav
आज की गुना की न्यूज़
More news from Bhopal and nearby areas
- भोपाल आरिफ मसूद फैन्स क्लब के नेतृत्व में पार्षद लईका रफीक कुरैशी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हिजाब मामले को लेकर थाना तलैया में FIR दर्ज के लिए ज्ञापन दिया1
- झांसी के टहरोली तहशील का मामला दबंग कोटेदार की मनमानी से ग्रामीण परेशान, राशन के बदले दे रहा पैसे तहसील गरौठा के क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करवा बुजुर्ग डोडीया में एक दबंग कोटेदार की मनमानी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार द्वारा लोगों का अंगूठा लगवा कर राशन अंदर ही रख लेता है और कहता है कि ₹12 किलो के हिसाब से पैसे ले जाओ राशन नहीं मिलेगा जिससे गरीब और जरूरतमंद परिवारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कोटेदार कभी दुकान बंद रखता है तो कभी सर्वर खराब होने का बहाना बनाकर राशन वितरण टाल देता है। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनसे अंगूठा लगवा लिया जाता है, लेकिन राशन नहीं दिया जाता। और कभी राशन देता भी है तो उसमें से 2 किलो निकाल लेता है और कहता है कि यह हमारी मेहनत का है जहां शिकायत करनी है कर दो जब लोग विरोध करते हैं तो कोटेदार दबंगई दिखाते हुए अभद्र व्यवहार करता है और धमकी तक दे देता है। ग्रामीणों के अनुसार, राशन न मिलने के कारण गरीब परिवारों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है। मजदूरी करने वाले परिवार बाजार से महंगे दामों पर अनाज खरीदने को मजबूर हैं। महिलाओं और बुजुर्गों ने बताया कि सप्लाई विभाग में शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से मांग की है कि कोटेदार की जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि पात्र लोगों को उनका हक मिल सके। वहीं, सप्लाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिलने पर मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल दबंग कोटेदार की मनमानी से क्षेत्र के लोग परेशान हैं और प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।4
- #kotalive कल सुबह-सबह कोटा के केशवपुरा चौराहे पर दो बाइक सवार भिड़ गए... इनके झगड़े के बीच एंबुलेंस काफी देर तक फंसी रही...1
- राजस्थान ब्रेकिंग न्यूज़ और पब्लिक एप का सुबह का ताजा अपडेट। राजस्थान ब्रेकिंग न्यूज़ चैनल हेड रमेश गांधी ने आज सुबह सर्किट हाउस में यूडीएच मंत्री झवर सिंह खर्रा से विशेष भेटवार्ता की।1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1
- Post by Kedar purbiya1
- #protest ढाका में 17 दिसंबर को भारतीय दूतावास के बाहर जुलाई ओइक्या नाम को संगठन का विरोध प्रदर्शन...1
- मतदाता जागरूकता के तहत एस आई आर अभियान आसरा एन जी ओ के तहत चलाया गया झांसी। आसरा एनजीओ ने एक विशेष कैंप का आयोजन किया। इस कैंप का मुख्य उद्देश्य विशेष गहन पुनरीक्षण एस आई आर के प्रति लोगों को जागरूक करना ओर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने में सहायता करना था। आसरा एनजीओ की संस्थापक पूजा बंटी शर्मा ने बताया कि एस आई आर में बीएलओ घर घर जाकर मतदाता सूची का शुद्धि करण करने ओर मतदाताओं के नाम जोड़ने में काफी मेहनत कर रहे है। इसी क्रम में आसरा एनजीओ ने भी कैंप लगाकर मतदाता सूची में एस आई आर फॉर्म ऐसे लोगों के भरवाने में सहयोग किया जिन्हें इसके प्रति जानकारी नहीं थी। उन लोगों को जानकारियां भी दी ओर उनके फॉर्म भी भरवाएं गए।4
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1