Shuru
Apke Nagar Ki App…
मतदाता जागरूकता के तहत एस आई आर अभियान आसरा एन जी ओ के तहत चलाया गया झांसी। आसरा एनजीओ ने एक विशेष कैंप का आयोजन किया। इस कैंप का मुख्य उद्देश्य विशेष गहन पुनरीक्षण एस आई आर के प्रति लोगों को जागरूक करना ओर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने में सहायता करना था। आसरा एनजीओ की संस्थापक पूजा बंटी शर्मा ने बताया कि एस आई आर में बीएलओ घर घर जाकर मतदाता सूची का शुद्धि करण करने ओर मतदाताओं के नाम जोड़ने में काफी मेहनत कर रहे है। इसी क्रम में आसरा एनजीओ ने भी कैंप लगाकर मतदाता सूची में एस आई आर फॉर्म ऐसे लोगों के भरवाने में सहयोग किया जिन्हें इसके प्रति जानकारी नहीं थी। उन लोगों को जानकारियां भी दी ओर उनके फॉर्म भी भरवाएं गए।
प्रदीप यादव दादा पत्रकार बबीना झांसी
मतदाता जागरूकता के तहत एस आई आर अभियान आसरा एन जी ओ के तहत चलाया गया झांसी। आसरा एनजीओ ने एक विशेष कैंप का आयोजन किया। इस कैंप का मुख्य उद्देश्य विशेष गहन पुनरीक्षण एस आई आर के प्रति लोगों को जागरूक करना ओर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने में सहायता करना था। आसरा एनजीओ की संस्थापक पूजा बंटी शर्मा ने बताया कि एस आई आर में बीएलओ घर घर जाकर मतदाता सूची का शुद्धि करण करने ओर मतदाताओं के नाम जोड़ने में काफी मेहनत कर रहे है। इसी क्रम में आसरा एनजीओ ने भी कैंप लगाकर मतदाता सूची में एस आई आर फॉर्म ऐसे लोगों के भरवाने में सहयोग किया जिन्हें इसके प्रति जानकारी नहीं थी। उन लोगों को जानकारियां भी दी ओर उनके फॉर्म भी भरवाएं गए।
More news from Jhansi and nearby areas
- मतदाता जागरूकता के तहत एस आई आर अभियान आसरा एन जी ओ के तहत चलाया गया झांसी। आसरा एनजीओ ने एक विशेष कैंप का आयोजन किया। इस कैंप का मुख्य उद्देश्य विशेष गहन पुनरीक्षण एस आई आर के प्रति लोगों को जागरूक करना ओर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने में सहायता करना था। आसरा एनजीओ की संस्थापक पूजा बंटी शर्मा ने बताया कि एस आई आर में बीएलओ घर घर जाकर मतदाता सूची का शुद्धि करण करने ओर मतदाताओं के नाम जोड़ने में काफी मेहनत कर रहे है। इसी क्रम में आसरा एनजीओ ने भी कैंप लगाकर मतदाता सूची में एस आई आर फॉर्म ऐसे लोगों के भरवाने में सहयोग किया जिन्हें इसके प्रति जानकारी नहीं थी। उन लोगों को जानकारियां भी दी ओर उनके फॉर्म भी भरवाएं गए।4
- झांसी कोर्ट में सरेंडर के बाद, जेल भेजे गए पूर्व विधायक दीपक1
- Post by विकास वर्मा1
- लाडली बहनों को 2028 तक पांच हजार भी देने को तैयार हैं : मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कही ये बात.........1
- राजापुर से पढ़कर आ रहा है टीचर कि उनाव रोड पर हार्ट अटैक से मौत1
- बात सही है तो कमेंट करके बता देना#पांच उंगली एक बराबर नहीं होती#🙏♥️🙏#जय राम जी की भाई1
- ग्वालियर में शासकीय ज़मीन पर अतिक्रमण, दबंगों का आतंक—गरीब परिवार को घर छोड़ने पर किया मजबूर ग्वालियर शहर में शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ दबंगों के आतंक से त्रस्त एक गरीब परिवार को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा। पीड़ित परिवार ने हमारे संवाददाता से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि दबंगों की धमकियों और दबाव के कारण उनका सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न्याय की आस में हर संभव दरवाज़ा खटखटाया—एसपी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, स्थानीय पुलिस थाना और नगर निगम तक लिखित आवेदन दिए। अधिकारियों के सामने गुहार लगाई, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद कहीं से भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम शासकीय ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए हुए हैं और विरोध करने पर परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। न्याय न मिलने से निराश होकर आज पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और अपनी आपबीती सुनाई। परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता ने दबंगों को और ताकत दी है, जिसके चलते उन्हें अपने ही घर से बेदखल होना पड़ा। अब सवाल यह है कि जब एक गरीब परिवार सभी संवैधानिक और प्रशासनिक रास्ते अपनाने के बाद भी न्याय से वंचित रह जाए, तो भरोसा किस पर करे? क्या शासकीय ज़मीन पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन सख़्त कदम उठाएगा, या दबंगों का आतंक यूँ ही चलता रहेगा? प्रशासन से मांग: शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा और पुनर्वास दिया जाए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख़्त कार्रवाई हो। मीडिया के माध्यम से उठी इस आवाज़ के बाद अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय—या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?1
- तारबंदी में करेंट आने से युवक गई जान झांसी कटेरा यह मामला तहसील मऊरानीपुर थाना क्षेत्र कटेरा का है जहां पर ग्राम पडरा निवासी छोटे लाल (उम्र लगभग 32 वर्ष) अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए नदी में मछली पकड़ने जा रहा था। रास्ते में कुछ किसानों द्वारा खेतों की रखवाली के लिए कटीले तारों में करंट छोड़ा गया था। जानकारी के अभाव में छोटे लाल उसी तारबंदी की चपेट में आ गया, जिससे उसे तेज करंट लगा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। छोटे लाल अपने परिवार का एकमात्र सहारा था और उसके तीन छोटे बच्चे हैं, जिनकी जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। परिवार के सामने अब जीवनयापन का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि खेतों में इस तरह खुलेआम करंट छोड़ना बेहद खतरनाक है और पहले भी इसको लेकर आशंका जताई गई थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है।3