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- श्री राम जन्मभूमि / अयोध्या 🛕 आज प्रातः 🌅 दर्शन। जय श्री राम 🙏🏹1
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- रतलाम जिले में वैकेंसी निकली हुई है जनपद पंचायत बजाना दिनांक 22.12.2025 10:00 बजे से 4:00 बजे तक किसी भाई को जब के लिए अप्लाई करना हो जब 100% मिलेगा सुरक्षा जवान सुपरवाइजर अधिकारी आयु 19 से 40 वर्ष तक अप्लाई कर सकते हैं लंबाई 168 सेंटीमीटर होनी चाहिए सैलरी 14000 से 32000 रुपए रहेगी दिए गए नंबर पर संपर्क करें मोबाइल नंबर 90091680792
- Post by Neetesh Borasi1
- Post by All india indore News/ Rakesh yadav1
- यह कुत्ता है इसके ऊपर 140000 रुपए वीडियो पर जिस किसी को भी मिल जाए प्लीज हमारे भाई रईस को फोन लगे उनके नंबर दे रखे हैं इसमें1
- इन्दौर ... विजय दिवस पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट ने सम्मानित किया इन्दौर। श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट द्वारा विजय दिवस 16 दिसम्बर पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से सम्मानीत किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल, समाज सेवी मदन परमालिया ने बताया की इस अवसर पर समाज में अपनी सेवाए देने वाली 7 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड दिया गया। इसमें श्रीमती साधना भण्डारी, नीता नामदेव, किरण जिरेती, भाग्यश्री खरखड़िया, शशी यादव, डॉ. पायल प्रमाणीक, हेमलता धीमान को इण्डीयन कॉफी हाउस रीगल तिराहा पुलिस अधिक्क्षक कार्यालय समीप मुख्य अतिथि अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव व पुर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, श्याम सुन्दर यादव, राधेश्याम पटेल, चेतन सिंह चौधरी, अभ्यास मण्डल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता, शिवाजी मोहिते के आतिथ्य में दिया गया। इस अवसर पर राधेश्याम पटेल ने कहा कि, इन्दिरा माता इन्दिरा नहीं राष्ट्रमाता थी जिन्होंने हिन्दुस्तान का सर झूकने नहीं दिया और ना ही अमेरिका के आगे हाथ टेके। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंटक नेता श्री श्यामसुंदर यादव ने इन्दिराजी के बारे में सम्पूर्ण इतिहास दौराया और मॉ दुर्गा के स्वरूप की वन्दना की। इस अवसर पर प्रारंभ में राष्ट्रीय देशभक्ति गीतगायक आफताब आलम कुरैशी ने देशभक्ति गीत एवं कवियत्री श्रीमती महिमा मनस्वती दवे ने काव्य पाठ किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत नरेन्द्र सूर्यवंशी, गणेश वर्मा, जगदीश सतैया, जगदीश जोशी आदि ने किया। संचालन मदन परमालिया ने किया एवं आभार राहूल निहोरे ने माना। बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) का पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र देश बनना 1971 में हुआ था, जिसका अंतिम दिन 16 दिसंबर 1971 था, जब पाकिस्तानी सेना ने भारत और बांग्लादेश मुक्ति वाहिनी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, जिससे बांग्लादेश मुक्ति संग्राम समाप्त हुआ और बांग्लादेश का जन्म हुआ. पृष्ठभूमिः 1947 भारत के विभाजन के बाद, पाकिस्तान दो हिस्सों - पश्चिमी पाकिस्तान (वर्तमान पाकिस्तान) और पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) में बंटा था, जो भाषाई और सांस्कृतिक रूप से अलग थे. 1970 का चुनावः पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली लोगों ने अपनी भाषाई और सांस्कृतिक पहचान के लिए आवाज उठाई, जिसे पश्चिमी पाकिस्तान द्वारा दबाया गया. 1971 का युद्ध पाकिस्तान सेना के अत्याचारों के खिलाफ पूर्वी पाकिस्तान में आंदोलन शुरु हुआ. भारत ने इसमें हस्तक्षेप किया और 3 दिसंबर 1971 को भारत-पाकिस्तान युद्ध शुरु हुआ. परिणामः 16 दिसंबर 1971 को ढाका में पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण के साथ, पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र, बांग्लादेश के रूप में उभरा. यह भारत के लिए विजय दिवस भी कहलाता है। मदन परमालिया1
- जय हो 👍🚩1