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गोला के तिरला मैदान में करमाली लोहरा महासभा की बैठक हुई संपन्न
Dilip Karmali
गोला के तिरला मैदान में करमाली लोहरा महासभा की बैठक हुई संपन्न
- User8924JharkhandJharkhand chaibasa mein Dil ek aaiyega bhai vah wala Tel ham log ko bahut jarurat hai aur aap Jahan aaye Ho Gumla mein vahan bahut dur padta hai isliye aap yahan aane ka kasht kijiegaon 8 October
- User4864Gobindpur, Dhanbad💣on 7 October
- महेंद्र पाल सिंह नयागांवNarwar, Shivpuri👏on 7 October
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- मुख्यमंत्री लघु कुटीर बोर्ड के तहत 25 दिवसीय सोहराई पेंटिंग प्रशिक्षण का शुभारंभ1
- मैं रवि गुप्ता सूरु लोकल न्यूज़ चैनल आपका स्वागत करता हूं । सरायकेला की बेटी छवि कवि (मिश्रा) विगत दिनों अस्मक न्रिधन हो गया जो सरायकेला के लिए बहुत छती की बात है। उनके परिवार के सदस्य एवं उनके सहपाठी जो बिगद दिनों में उनके साथ खेल पढ़ाई किये । उनकी याद में 2 मिनट का मौन रखा एवं पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि दी गई।3
- क्या हुआ था निलेश हंसदा के साथ और क्यों नहीं मिला न्याय?” आदिवासी सरकार होने के बावजूद आज आदिवासी समाज इतना बेहाल क्यों है? इस वीडियो में हम बात करेंगे निलेश हंसदा के मामले की— 👉 आखिर उनके साथ क्या हुआ? 👉 जांच और न्याय की प्रक्रिया कहाँ और क्यों फेल हुई? 👉 आदिवासी हितों की बात करने वाली सरकार में ही आदिवासी सुरक्षित क्यों नहीं? यह वीडियो सिर्फ एक व्यक्ति की कहानी नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल है। अगर आप भी सच जानना चाहते हैं और चुप्पी को तोड़ना चाहते हैं, तो यह वीडियो अंत तक ज़रूर देखें। ✊ न्याय की मांग, सवाल सिस्टम से 📢 आवाज़ उठाइए, वीडियो शेयर कीजिए #NileshHansda #आदिवासी_न्याय #TribalJustice #AdivasiRights #SystemFailure #JusticeForNilesh #Jharkhand #TribalVoice1
- रांची रातू रोड मधु कम तालाब के पास बहुत ही अच्छा प्रदर्शन सुबह से शाम तक बच्चों को अपने ही पैसे से खिलाया गया फुटबॉल और जीतने के बाद बत्तख और टॉफी प्राइस में दिया गया1
- pair hath Rahe ya Na Rahe hosla buland hona chahie koi bhi mehnat karke aage Ja sakta hai aapke pass buddhi hona chahie Ronhe gaon ka Dinesh Oraon ne karke dikhaya hai1
- झरिया के मातृ सदन में एक प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। मृतका की पहचान सोनाली कुमारी सेन (35) के रूप में हुई है, जो झरिया के खास परघा की रहने वाली थी। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर कृष्ण अग्रवाल के इलाज के बावजूद महिला की जान नहीं बचाई जा सकी। परिजनों ने मीडिया को बताया कि सोनाली कुमारी सेन को दर्द होने के शनिवार की सुबह मातृ सदन में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कही थी, लेकिन प्रसव के बाद महिला की जान चली गई। इस घटना से परिजनों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। मौके पर पहुंची झरिया पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। मृतका के पति रामकुमार मोदक ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतका की दो बेटियां हैं, साक्षी कुमारी (8) और गोलू कुमारी (5)। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आगे की कार्रवाई कर रही है। वह मृतका के परिजन और अस्पताल के प्रबंधक के द्वारा शनिवार की मध्य रात्रि 1:30 बजे तक वार्ता चला रहा, वहीं मृतका के देवर ने क्या कुछ कहा चलिए आपको सुनाते हैं झरिया से नयन मोदक की रिपोर्ट4
- हजारीबाग में सड़क हादसाः ऑटो और वेगनर 24 की भीषण टक्कर, कई घायल1
- social media mein pahla vyakti jo hai ek hi pair se cycle Chala karke Facebook per Instagram per video Banakar ek lakh followers complete Kiya aur Ronhe gaon Dinesh Oraon1
- *आरपीएफ रांची द्वारा नवजात शिशु को सुरक्षित बचाया गया* कमांडेंट श्री पवन कुमार के निर्देशानुसार आरपीएफ रांची द्वारा ड्यूटी के दौरान सतर्कता बरती जा रही है। इसी क्रम में दिनांक 20.12.2025 को जांच के दौरान आरपीएफ पोस्ट रांची में ड्यूटी पर तैनात शिफ्ट अधिकारी एएसआई अरुण कुमार एवं महिला कांस्टेबल राखी कुमारी द्वारा रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर जीआरपी/रांची के समीप ओवरब्रिज के नीचे एक लगभग 03 माह के नवजात शिशु बालक को लावारिस अवस्था में पाया गया। घटना की सूचना तत्काल जीआरपी/रांची को दी गई। महिला कांस्टेबल राखी कुमारी द्वारा शिशु को सुरक्षित रूप से जीआरपी/रांची लाया गया तथा उसे सुरक्षित अभिरक्षा में रखा गया। इसके पश्चात आसपास मौजूद यात्रियों से पूछताछ की गई, किंतु कोई भी व्यक्ति शिशु के संबंध में कोई जानकारी नहीं दे सका। आगे की जांच के क्रम में स्टेशन परिसर के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया, जिसमें एक अज्ञात पुरुष व्यक्ति शिशु को लेकर जाते हुए दिखाई दिया। हालांकि, फुटेज में शिशु को रखने का सटीक स्थान स्पष्ट नहीं था तथा उक्त व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित नहीं हो सकी। इसके आधार पर रेलवे स्टेशन परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में व्यापक खोजबीन की गई, लेकिन संबंधित व्यक्ति का पता नहीं चल सका। सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूर्ण करने के उपरांत शिशु बालक को जीआरपी/रांची की उपस्थिति में चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (सीडब्ल्यूसी), रांची को सुरक्षित रूप से सुपुर्द कर दिया गया।1