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मध्यप्रदेश के सिंगरौली में अडानी समूह बिना अनुमति जंगल काटकर कोयला खनन करना चाहता है। सरपंच बहन चंदा पानिका और गाँव वाले जल, जंगल, जमीन बचाने की बहादुरी से लड़ रहे हैं। हम उनके साथ हैं! सभी से अपील आदिवासी अधिकार और पर्यावरण बचाने के लिए एकजुट होकर आगे आएं!
RK itoriya
मध्यप्रदेश के सिंगरौली में अडानी समूह बिना अनुमति जंगल काटकर कोयला खनन करना चाहता है। सरपंच बहन चंदा पानिका और गाँव वाले जल, जंगल, जमीन बचाने की बहादुरी से लड़ रहे हैं। हम उनके साथ हैं! सभी से अपील आदिवासी अधिकार और पर्यावरण बचाने के लिए एकजुट होकर आगे आएं!
- UUser3952Pichhore Or Dabra, Gwalior🙏on 12 September
- UUser10612Indergarh, Datia💣on 11 September
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- एक्सप्रेस में आज बेशुमार भीड़, यात्रियों को भारी परेशानी आज गोमती एक्सप्रेस में अत्यधिक भीड़ देखने को मिली। सामान्य डिब्बों के साथ-साथ आरक्षित कोचों में भी यात्रियों की संख्या क्षमता से कहीं अधिक रही। कई यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी, यात्रियों के अनुसार छुट्टियों/आकस्मिक यात्रा मांग और सीमित वैकल्पिक ट्रेनों के कारण भीड़ बढ़ी। रेलवे प्रशासन से अतिरिक्त कोच लगाने और भीड़ प्रबंधन के प्रभावी इंतज़ाम की मांग की जा रही है। > सलाह: यात्री यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति जांचें और संभव हो तो आरक्षण के साथ ही यात्रा करें।1
- 107 साल की उम्र में गेंदारानी को अनोखी विदाई, कोंच में शोक नहीं—सम्मान और उत्सव की शव यात्रा जालौन के कोंच नगर में रविवार दोपहर एक ऐसी शव यात्रा निकली, जिसने हर किसी का ध्यान खींच लिया। 107 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कहने वाली बुजुर्ग महिला गेंदारानी की अंतिम यात्रा परंपरागत शोक के बजाय सम्मान, कृतज्ञता और उत्सव के भाव के साथ निकाली गई। परिजनों के अनुसार, गेंदारानी ने लंबा, सादा और सुखद जीवन जिया। परिवार की कई पीढ़ियों को स्नेह, संस्कार और मार्गदर्शन देने वाली गेंदारानी के प्रति आभार जताते हुए परिजनों ने तय किया कि उनकी विदाई आँसुओं से नहीं, बल्कि मुस्कान और सम्मान के साथ होगी। इसी सोच के साथ अंतिम यात्रा को “विदाई उत्सव” का रूप दिया गया। शव यात्रा में परिजन और नगरवासी शांत भाव से शामिल हुए। वातावरण में ग़म की जगह संतोष और श्रद्धा दिखाई दी—मानो एक पूर्ण जीवन की सार्थक पूर्णाहुति हो रही हो। स्थानीय लोगों ने इसे जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और बुजुर्गों के सम्मान की मिसाल बताया। कोंच नगर में निकली यह अनोखी अंतिम यात्रा न सिर्फ चर्चा का विषय बनी, बल्कि यह संदेश भी दे गई कि दीर्घायु और सुसंपन्न जीवन की विदाई सम्मान और कृतज्ञता के साथ भी की जा सकती है।1
- Post by Rajesh singh Kushwaha Mirgpura1
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- अयोध्या धाम श्रीकनक भवन मंदिर के दर्शन 14-12-2025।1
- सरकारी प्रचार बैनरों से ढके ट्रैफिक पोल, नियमों पर सवाल उरई (जालौन)। शहर में इन दिनों सरकारी प्रचार बैनरों की भरमार इस कदर दिखाई दे रही है कि यातायात व्यवस्था से जुड़े ट्रैफिक पोल और संकेतक तक ढक गए हैं। कालपी रोड सहित प्रमुख मार्गों पर लगे ट्रैफिक संकेत कई स्थानों पर स्पष्ट नहीं रह गए हैं, जिससे सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इसी प्रकार कोई मीडिया हाउस या विपक्षी दल बिना अनुमति के होर्डिंग लगाए, तो प्रशासन तत्काल कार्रवाई करता है, लेकिन सरकारी प्रचार सामग्री के मामले में नियमों की अनदेखी की जा रही है। नागरिकों का यह भी आरोप है कि एक ओर यातायात नियमों के उल्लंघन पर दोपहिया वाहनों के चालान किए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर नियमों के विरुद्ध लगाए गए बैनर–पोस्टरों पर प्रशासन की नजर नहीं जाती। इससे दोहरे मापदंड का संदेश जनता के बीच जा रहा है। जनता का कहना है कि शहर की जनता सब देख रही है और यह भी समझ रही है कि केवल पोस्टर-बैनरों से जनसमर्थन नहीं मिलता। सड़क सुरक्षा से जुड़े संकेतों को ढकना न सिर्फ नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आमजन के लिए जोखिम भी पैदा करता है।1
- जालौन: रात के अंधेरे में चल रहे अवैध खनन पर प्रशासन का शिकंजा जालौन जिले में अवैध मिट्टी खनन के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी और सख्त कार्रवाई करते हुए खनन माफियाओं की कमर तोड़ दी। उरई कोतवाली क्षेत्र के फैक्ट्री एरिया चौकी अंतर्गत पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम ने देर रात अचानक छापेमारी कर अवैध खनन का भंडाफोड़ किया। कार्रवाई के दौरान मौके से एक जेसीबी मशीन और छह ट्रैक्टरों को जब्त किया गया, जिससे इलाके में खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया। प्रशासन को लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं कि इस क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है। जांच में सामने आया कि अटल नामक व्यक्ति सरकारी कार्य का हवाला देकर रात के समय खुलेआम खनन करा रहा था, जिससे न केवल राजस्व को नुकसान हो रहा था बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे थे। अचानक हुई इस कार्रवाई से साफ संदेश गया है कि अवैध खनन करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।1