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Rahul kumar
More news from Jalaun and nearby areas
- Post by Rahul kumar1
- एक्सप्रेस में आज बेशुमार भीड़, यात्रियों को भारी परेशानी आज गोमती एक्सप्रेस में अत्यधिक भीड़ देखने को मिली। सामान्य डिब्बों के साथ-साथ आरक्षित कोचों में भी यात्रियों की संख्या क्षमता से कहीं अधिक रही। कई यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ी, यात्रियों के अनुसार छुट्टियों/आकस्मिक यात्रा मांग और सीमित वैकल्पिक ट्रेनों के कारण भीड़ बढ़ी। रेलवे प्रशासन से अतिरिक्त कोच लगाने और भीड़ प्रबंधन के प्रभावी इंतज़ाम की मांग की जा रही है। > सलाह: यात्री यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति जांचें और संभव हो तो आरक्षण के साथ ही यात्रा करें।1
- झांसी में शादीशुदा गर्लफ्रेंड की लाश अस्पताल में छोड़कर बॉयफ्रेंड भाग गया। दोनों के बीच 3 साल से अफेयर था। महिला दो दिन पहले बॉयफ्रेंड के साथ रहने उसके घर पहुंच गई थी। शनिवार सुबह बॉयफ्रेंड ने गर्लफ्रेंड के बेटे को फोन किया। कहा- तुम्हारी मां ने जहर खा लिया है। मैं उन्हें अस्पताल लेकर जा रहा हूं। बेटा घरवालों के साथ आनन-फानन में CHC अस्पताल पहुंचा। देखा तो उसकी मां की मौत हो चुकी थी। बॉयफ्रेंड वहां नहीं था। महिला नीलम कुशवाहा के बेटे ने आरोप लगाया कि बॉयफ्रेंड रवि ने जहर खिलाकर मां की हत्या की। बेटे ने उसके खिलाफ देर शाम थाने में तहरीर दी। पूरा मामला चिरगांव के भरतपुरा गांव का है।1
- 107 साल की उम्र में गेंदारानी को अनोखी विदाई, कोंच में शोक नहीं—सम्मान और उत्सव की शव यात्रा जालौन के कोंच नगर में रविवार दोपहर एक ऐसी शव यात्रा निकली, जिसने हर किसी का ध्यान खींच लिया। 107 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कहने वाली बुजुर्ग महिला गेंदारानी की अंतिम यात्रा परंपरागत शोक के बजाय सम्मान, कृतज्ञता और उत्सव के भाव के साथ निकाली गई। परिजनों के अनुसार, गेंदारानी ने लंबा, सादा और सुखद जीवन जिया। परिवार की कई पीढ़ियों को स्नेह, संस्कार और मार्गदर्शन देने वाली गेंदारानी के प्रति आभार जताते हुए परिजनों ने तय किया कि उनकी विदाई आँसुओं से नहीं, बल्कि मुस्कान और सम्मान के साथ होगी। इसी सोच के साथ अंतिम यात्रा को “विदाई उत्सव” का रूप दिया गया। शव यात्रा में परिजन और नगरवासी शांत भाव से शामिल हुए। वातावरण में ग़म की जगह संतोष और श्रद्धा दिखाई दी—मानो एक पूर्ण जीवन की सार्थक पूर्णाहुति हो रही हो। स्थानीय लोगों ने इसे जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और बुजुर्गों के सम्मान की मिसाल बताया। कोंच नगर में निकली यह अनोखी अंतिम यात्रा न सिर्फ चर्चा का विषय बनी, बल्कि यह संदेश भी दे गई कि दीर्घायु और सुसंपन्न जीवन की विदाई सम्मान और कृतज्ञता के साथ भी की जा सकती है।1
- नगर पालिका परिषद औरैया की एक और लापरवाही महिलाएं जा रही है खुले में शौच महिला पिंक शौचालय बंद किए हुए हैं #SwachhSurvekshan2025 #swachhBharat #NarendraModi #nppAuraiya 14/12/20251
- 14 दिसंबर दिन रविवार प्राथमिक विद्यालय कृपालपुर झींझक कानपुर देहात में पल्स पोलियो अभियान का आयोजन किया जाना था बच्चे और सीमा देवी मंजू देवी संस्कार और सारे लोग समय पर आ गए लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से कोई भी नहीं आया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पता करने पर मालूम हुआ की कोई भी आशा ही नहीं आई है1
- दबंगों ने घर में घुसकर महिला व दामाद से की मारपीट दे डाली जान से मारने की धमकी मौदहा कोतवाली क्षेत्र के सिचौली पूर्व में दबंगों द्वारा घर में घुसकर महिला और उसके दामाद के साथ बेरहमी से मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है मामूली विवाद के बाद आरोपियों ने लाठी डंडों से हमला कर दोनों को घायल कर दिया और जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए पुलिस ने घायलों को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए भेजते हुए तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है कोतवाली प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी1
- सरकारी प्रचार बैनरों से ढके ट्रैफिक पोल, नियमों पर सवाल उरई (जालौन)। शहर में इन दिनों सरकारी प्रचार बैनरों की भरमार इस कदर दिखाई दे रही है कि यातायात व्यवस्था से जुड़े ट्रैफिक पोल और संकेतक तक ढक गए हैं। कालपी रोड सहित प्रमुख मार्गों पर लगे ट्रैफिक संकेत कई स्थानों पर स्पष्ट नहीं रह गए हैं, जिससे सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इसी प्रकार कोई मीडिया हाउस या विपक्षी दल बिना अनुमति के होर्डिंग लगाए, तो प्रशासन तत्काल कार्रवाई करता है, लेकिन सरकारी प्रचार सामग्री के मामले में नियमों की अनदेखी की जा रही है। नागरिकों का यह भी आरोप है कि एक ओर यातायात नियमों के उल्लंघन पर दोपहिया वाहनों के चालान किए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर नियमों के विरुद्ध लगाए गए बैनर–पोस्टरों पर प्रशासन की नजर नहीं जाती। इससे दोहरे मापदंड का संदेश जनता के बीच जा रहा है। जनता का कहना है कि शहर की जनता सब देख रही है और यह भी समझ रही है कि केवल पोस्टर-बैनरों से जनसमर्थन नहीं मिलता। सड़क सुरक्षा से जुड़े संकेतों को ढकना न सिर्फ नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आमजन के लिए जोखिम भी पैदा करता है।1