आकाशवाणी 31 8 2025 ई0 A N M सेंटर(एनम सेन्टर)! A N M (एनम)सेंटर भगवानपुर है! ग्राम पंचायत भगवानपुर है !ग्राम पंचायत भगवानपुर ,ब्लॉक बघौली, तहसील खलीलाबाद ,जनपद संत कबीर नगर ,उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आता है। यह एनम सेंटर गिर चुका है ,जैसा की तस्वीरों में दिखाई पड़ रहा है । दरवाजे नहीं है, खिड़कियां नहीं है, छत खराब हो चुके हैं । दिवाली टूटी हुई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले 2 साल से यह एनम सेंटर बन रहा है लेकिन अभी तक बना नहीं है । स्थानीय सूत्रों के माध्यम से ज्ञात होता है कि कोई जुबेर नामक ठीकेदार है जो खलीलाबाद का रहने वाला है अथवा खलीलाबाद क्षेत्र का रहने वाला है । उसने इसे बनाने का ठीका लिया है । पिछले तीन-चार माह पहले इस एनम इसेंटर का पैमाइश किया गया है । इसका (मापी,) पैमाईश किया गया है लेकिन अभी तक कोई काम प्रारंभ नहीं हुआ है। एएनएम सेंटर के अंदर इतनी गंदगी भरी पड़ी हुई है इसमें कौन बैठेगा ? इतनी घास लगे हुए हैं, कीड़े -मकोड़े हैं । बरसात में कभी भी गिर सकता है । जब तक कोई घटना ,दुर्घटना नहीं घटित हो जाती हे,तब तक शासन प्रशासन इसे संज्ञान में नहीं लेगा । इसका ठेका दिया गया है, तो ठेकेदार कहां गायब हो गया ? जुबेर ठेकेदार कहां गया? कितना धन दिया गया है ?क्या धन लेकर फरार हो गया या केवल दिखावा के लिए खाना पूर्ति कर दिया गया? एडवर्टाइज कर दिया गया, गया और पैसा गायब हो गया क्योंकि पिछले 2 साल से यही चल रहा है! अब बनेगा, तब बनेगा, कब बनेगा ? अभी तक पता नहीं है। अभी तक सिर्फ पैमाइश हुआ है ऐसा लगता है की शासन प्रशासन के लोग मिलकर इसका पूरा बजट गायब कर देना चाहते हैं। मुझे यह नहीं मालूम कि किस दृष्टि से अधिकारी आकर इस एएनएम सेंटर का निरीक्षण करते हैं और उन्हें यह सही सलामत दिखाई देता है ऐसा लगता है कि वह ए सी के अंदर बैठकर वहीं से अपने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट लगा देते हैं । जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है? क्या सीएमओ संत कबीर नगर अथवा स्वास्थ्य विभाग प्रभारी बघौली से आकर इसका निरीक्षण किया है अथवा विज्ञापन देकर के सभी पैसे हड़प जाते हैं और जमीनी हकीकत कुछ भी नहीं है, केवल सरकार और वरिष्ठ अधिकारियों को, स्वास्थ्य विभाग को तथा स्वास्थ्य मंत्रालय को गुमराह किया जारहा है । इस एनम सेंटर को बनवाने के लिए ठीका दिया गया है तो ठेकेदार कहां गायब हो गया? शासन प्रशासन क्यों नहीं उसकी तलाश कर रहा है? शासन प्रशासन के ऊपर कई प्रकार के प्रश्न खड़े हो रहे हैं तथा कई तरह के शंकाएं जनता के मन में उत्पन्न हो रहा है।क्या स्वास्थ्य मंत्रालय इसे संज्ञान में लेगा वरिष्ठ अधिकारी सोए हुए हैं कुंभकरणी नींद कब टूटे ?गीशासन प्रशासन को तत्काल संज्ञान में लेना चाहिए!
आकाशवाणी 31 8 2025 ई0 A N M सेंटर(एनम सेन्टर)! A N M (एनम)सेंटर भगवानपुर है! ग्राम पंचायत भगवानपुर है !ग्राम पंचायत भगवानपुर ,ब्लॉक बघौली, तहसील खलीलाबाद ,जनपद संत कबीर नगर ,उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आता है। यह एनम सेंटर गिर चुका है ,जैसा की तस्वीरों में दिखाई पड़ रहा है । दरवाजे नहीं है, खिड़कियां नहीं है, छत खराब हो चुके हैं । दिवाली टूटी हुई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले 2 साल से यह एनम सेंटर बन रहा है लेकिन अभी तक बना नहीं है । स्थानीय सूत्रों के माध्यम से ज्ञात होता है कि कोई जुबेर नामक ठीकेदार है जो खलीलाबाद का रहने वाला है अथवा खलीलाबाद क्षेत्र का रहने वाला है । उसने इसे बनाने का ठीका लिया है । पिछले तीन-चार माह पहले इस एनम इसेंटर का पैमाइश किया गया है । इसका (मापी,) पैमाईश किया गया है लेकिन अभी तक कोई काम प्रारंभ नहीं हुआ है। एएनएम सेंटर के अंदर इतनी गंदगी भरी पड़ी हुई है इसमें कौन बैठेगा ? इतनी घास लगे हुए हैं, कीड़े -मकोड़े हैं । बरसात में कभी भी गिर सकता है । जब तक कोई घटना ,दुर्घटना नहीं घटित हो जाती हे,तब तक शासन प्रशासन इसे संज्ञान में नहीं लेगा । इसका ठेका दिया गया है, तो ठेकेदार कहां गायब हो गया ? जुबेर ठेकेदार कहां गया? कितना धन दिया गया है ?क्या धन लेकर फरार हो गया या केवल दिखावा के लिए खाना पूर्ति कर दिया गया? एडवर्टाइज कर दिया गया, गया और पैसा गायब हो गया क्योंकि पिछले 2 साल से यही चल रहा है! अब बनेगा, तब बनेगा, कब बनेगा ? अभी तक पता नहीं है। अभी तक सिर्फ पैमाइश हुआ है ऐसा लगता है की शासन प्रशासन के लोग मिलकर इसका पूरा बजट गायब कर देना चाहते हैं। मुझे यह नहीं मालूम कि किस दृष्टि से अधिकारी आकर इस एएनएम सेंटर का निरीक्षण करते हैं और उन्हें यह सही सलामत दिखाई देता है ऐसा लगता है कि वह ए सी के अंदर बैठकर वहीं से अपने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट लगा देते हैं । जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है? क्या सीएमओ संत कबीर नगर अथवा स्वास्थ्य विभाग प्रभारी बघौली से आकर इसका निरीक्षण किया है अथवा विज्ञापन देकर के सभी पैसे हड़प जाते हैं और जमीनी हकीकत कुछ भी नहीं है, केवल सरकार और वरिष्ठ अधिकारियों को, स्वास्थ्य विभाग को तथा स्वास्थ्य मंत्रालय को गुमराह किया जारहा है । इस एनम सेंटर को बनवाने के लिए ठीका दिया गया है तो ठेकेदार कहां गायब हो गया? शासन प्रशासन क्यों नहीं उसकी तलाश कर रहा है? शासन प्रशासन के ऊपर कई प्रकार के प्रश्न खड़े हो रहे हैं तथा कई तरह के शंकाएं जनता के मन में उत्पन्न हो रहा है।क्या स्वास्थ्य मंत्रालय इसे संज्ञान में लेगा वरिष्ठ अधिकारी सोए हुए हैं कुंभकरणी नींद कब टूटे ?गीशासन प्रशासन को तत्काल संज्ञान में लेना चाहिए!
- User6837Ghanghata, Sant Kabeer Nagar😤on 3 September
- User3751Sahjanwa, Gorakhpur😂on 2 September
- User3751Sahjanwa, Gorakhpur👏on 2 September
- 5 किलो राशन से भी पेट नहीं भर रहा है...!! सूरत के श्रीनाथजी ज्वेलर्स में हुई लूट व ह"त्या के मामले में आरोपी पिंटू पासवान को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया। इसके बाद पुलिस उसे बीच बाजार पैदल चलाते हुए घटना स्थल पर ले गई, जहां पिंटू का परेड कराया गया।1
- #बस्ती #सांसद खेल स्पर्धा में मिले टी शर्ट को खिलाड़ियों ने फाड़ा1
- Post by नीरज रेडिमेड सेंटर सूरत साड़ी फैशन1
- आफत आ गई है प्रदेश के दुर्दांत माफिया बन रहे हैं अध्यात्मिक - रील में कोई भी गुंडा बन जाय....रियल लाइफ में गुंडा बना तो जेल या तो जहन्नुम - अब आसान नहीं माफियागीरी - बाहुबली गैंगस्टर अजय सिंह "सिपाही" से खास बातचीत पार्ट (2) #ambedkarnagar_news1
- Post by डॉ शिशिर यादव BAMS,MD1
- हिंदुओं को जिंदा जलाया जा रहा है कहां गए अमित शाह Viral video by social मिडिया1
- गोरखपुर में CM योगी की सुरक्षा में चूक कार से उतरते ही दौड़ी गाय, नगर निगम सुपरवाइजर सस्पेंड गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है। शुक्रवार शाम गोरखनाथ ओवरब्रिज के उद्घाटन के दौरान VVIP मूवमेंट के बीच एक गाय अचानक मुख्यमंत्री की कार तक पहुंच गई। यह घटना बीते 17 दिनों में सुरक्षा में हुई तीसरी चूक बताई जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री का काफिला रुका तो पहले सांसद रवि किशन कार से उतरे, उनके बाद CM योगी बाहर आए। उसी समय एक गाय दौड़ती हुई कार के पास पहुंच गई और मुख्यमंत्री की ओर बढ़ने लगी। हालात भांपते ही सुरक्षा में तैनात करीब 15 जवान सतर्क हो गए। उन्होंने तत्काल घेरा बनाकर गाय को रोका और सुरक्षित दूरी पर भगा दिया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो रविवार को सामने आया, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। शुरुआती जांच में गोरखनाथ क्षेत्र में तैनात नगर निगम सुपरवाइजर अरविंद कुमार की लापरवाही सामने आई है। पूरे इलाके में नगर निगम से जुड़े कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी उन्हीं के पास थी। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल के निर्देश पर इंटरनल जांच भी शुरू कर दी गई है। जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि VVIP मूवमेंट से पहले कड़े सुरक्षा घेरों और रूट चेकिंग के बावजूद गाय प्रतिबंधित क्षेत्र में कैसे पहुंची। हालांकि मुख्यमंत्री के हर कार्यक्रम से पहले पूरे मार्ग और आयोजन स्थल की सघन जांच की जाती है। इसके बावजूद बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं। प्रशासन अब इस चूक को गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दे रहा है।1
- प्यार करने का अंजाम1
- दैनिक भास्कर1