_*व्यापारी की बेटी उठा ले गए!*_ जानिए अखिलेश यादव के राज में क्या होता था ?? एक बहुत बड़ा हिंदू व्यापारी.. जो समाजवादी पार्टी का नेता भी था, और जिनकी पहुंच सीधे अखिलेश यादव तक थी, उनकी बेटी को.. समाजवादी पार्टी के ही मुसलमान गुंडे उठा ले गए । पूरे एक महीने तक.. उससे *अपना दिल बहलाया,* मतलब समाजवादी पार्टी के नामी गिरामी मुस्लिम नेताओं (गुंडो) ने.. उस हिंदू बेटी के साथ.. एक महीने तक *अपनी वासना पूर्ति की!* इस बीच प्रतिष्ठित हिंदू व्यापारी ने.. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कई बार *गुहार लगाई,* तो वहां से आदेश आया कि चुप रहो। ज्यादा बात बड़ी तो.. मुस्लिम गुंडे एक महीने तक हवस का शिकार बनाने के बाद.. लड़की को वापस छोड़ गए! फिर प्रतिष्ठित हिंदू व्यापारिक ने कुछ दिनों बाद अपनी बेटी की शादी तय कर दी, तो एक बार फिर से तीन दिनों के लिए लड़की को उठा ले गए। और कह दिया कि, यदि पुलिस में शिकायत की, तो *जान की सलामती की गारंटी नहीं है।* *मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्पष्ट आदेश था* कि.. मुसलमानों और यादवों के खिलाफ.. कोई भी.. कैसी भी FIR दर्ज नहीं होनी चाहिये!अब यह आप सोच लीजिए कि.. आपको पूरे देश में.. कैसा माहौल चाहिए ??
_*व्यापारी की बेटी उठा ले गए!*_ जानिए अखिलेश यादव के राज में क्या होता था ?? एक बहुत बड़ा हिंदू व्यापारी.. जो समाजवादी पार्टी का नेता भी था, और जिनकी पहुंच सीधे अखिलेश यादव तक थी, उनकी बेटी को.. समाजवादी पार्टी के ही मुसलमान गुंडे उठा ले गए । पूरे एक महीने तक.. उससे *अपना दिल बहलाया,* मतलब समाजवादी पार्टी के नामी गिरामी मुस्लिम नेताओं (गुंडो) ने.. उस हिंदू बेटी के साथ.. एक महीने तक *अपनी वासना पूर्ति की!* इस बीच प्रतिष्ठित हिंदू व्यापारी ने.. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कई बार *गुहार लगाई,* तो वहां से आदेश आया कि चुप रहो। ज्यादा बात बड़ी तो.. मुस्लिम गुंडे एक महीने तक हवस का शिकार बनाने के बाद.. लड़की को वापस छोड़ गए! फिर प्रतिष्ठित हिंदू व्यापारिक ने कुछ दिनों बाद अपनी बेटी की शादी तय कर दी, तो एक बार फिर से तीन दिनों के लिए लड़की को उठा ले गए। और कह दिया कि, यदि पुलिस में शिकायत की, तो *जान की सलामती की गारंटी नहीं है।* *मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्पष्ट आदेश था* कि.. मुसलमानों और यादवों के खिलाफ.. कोई भी.. कैसी भी FIR दर्ज नहीं होनी चाहिये!अब यह आप सोच लीजिए कि.. आपको पूरे देश में.. कैसा माहौल चाहिए ??
- _*व्यापारी की बेटी उठा ले गए!*_ जानिए अखिलेश यादव के राज में क्या होता था ?? एक बहुत बड़ा हिंदू व्यापारी.. जो समाजवादी पार्टी का नेता भी था, और जिनकी पहुंच सीधे अखिलेश यादव तक थी, उनकी बेटी को.. समाजवादी पार्टी के ही मुसलमान गुंडे उठा ले गए । पूरे एक महीने तक.. उससे *अपना दिल बहलाया,* मतलब समाजवादी पार्टी के नामी गिरामी मुस्लिम नेताओं (गुंडो) ने.. उस हिंदू बेटी के साथ.. एक महीने तक *अपनी वासना पूर्ति की!* इस बीच प्रतिष्ठित हिंदू व्यापारी ने.. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कई बार *गुहार लगाई,* तो वहां से आदेश आया कि चुप रहो। ज्यादा बात बड़ी तो.. मुस्लिम गुंडे एक महीने तक हवस का शिकार बनाने के बाद.. लड़की को वापस छोड़ गए! फिर प्रतिष्ठित हिंदू व्यापारिक ने कुछ दिनों बाद अपनी बेटी की शादी तय कर दी, तो एक बार फिर से तीन दिनों के लिए लड़की को उठा ले गए। और कह दिया कि, यदि पुलिस में शिकायत की, तो *जान की सलामती की गारंटी नहीं है।* *मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्पष्ट आदेश था* कि.. मुसलमानों और यादवों के खिलाफ.. कोई भी.. कैसी भी FIR दर्ज नहीं होनी चाहिये!अब यह आप सोच लीजिए कि.. आपको पूरे देश में.. कैसा माहौल चाहिए ??1
- कल दिनांक 06/09/2024 दिन शुक्रवार को सिविल कोर्ट, अयोध्या से लौटकर सिविल कोर्ट, कासगंज की हमारी साथी अधिवक्ता श्रीमती मोहिनी तोमर जी के नृशंस हत्याकांड के विरोध में कासगंज पहुंचकर अपना समर्थन दिया व उक्त मामले की जानकारी की, 1. कल पुलिस द्वारा 6 निर्दोष अधिवक्ताओं के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर ली है जो कि मेरी राय में बिल्कुल गलत तथ्यों के आधार पर उक्त मामले में दोषियों को बचाने व पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं द्वारा शुरू किए जा रहे आंदोलन को रोकने हेतु दवाब में दर्ज कराई गई है तथा सम्पूर्ण प्रदेश में अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम की जायज मांग को टालने हेतु दर्ज की गई है, 2. पुलिस लीपापोती में लगी हुई है जिससे कि उक्त मामले को दबाया जा सके और सबसे मुख्य अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू किए जाने का मुद्दा फिर से ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए और आंदोलन पूरे प्रदेश में न हो सके, 3. उक्त मामले में निर्दोष सभी अधिवक्ता उपस्थित थे जिन्होंने सभी के सामने अपना पक्ष रखा कि किस तरह उनको उक्त मामले में फंसाया जा रहा है, 4. स्वर्गीय मोहिनी तोमर जी के पति ने पहले दिन गुमशुदगी दर्ज कराई थी और अब नामजद प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखाई गई है, 5. हम सभी को इस मामले में भी कहीं न कहीं ऊपरी राजनीति के कारण हापुड़ कांड की तरह अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम के मुख्य मुद्दे से फिर से भटकाने का प्रयास किया जा रहा है, 6. उक्त मामले में जानबूझकर अधिवक्ताओं को ही आरोपी बनाया गया है जिससे कि अधिवक्ता आपस में ही बंट जाएं और उक्त आंदोलन प्रदेशव्यापी रूप ना लेकर पहले ही समाप्त हो जाए, वाह री पुलिस, वाह री राजनीति !!! आंदोलन जारी रहेगा... हरजीत अरोड़ा, एडवोकेट, सिविल कोर्ट, आगरा... प्रत्याशी, बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश... मो.न. 8755766378, 8909207673.1
- कासगंज में महिला वकील की हत्या को लेकर वकीलो ने किया हड़ताल - महिला वकील को न्यायालय परिसर से दो बजे बदमाशो ने उठाया था - महामंत्री महिला वकील की नहर मे लाश मिली - महामन्त्री बार कौसिंल हत्यारो को गिरफ्तार करो , हत्यारो की फांसी , जमकर लगाए गये नारे - कई दर्जन वकीलो ने जिला प्रशासन के द्वारा दिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन - वकीलो ने परिवार एक सदस्या को , एक करोड़ की मुआवजा की मांग की - कासगंज घटना को लेकर पूरे यूपी मे वकील हड़ताल पर सुशील श्रीवास्तव अध्यक्ष,रामराज चौधरी महामंत्री के नेतृत्व में दिया गया ज्ञापन - धर्मेंद्र त्रिपाठी वशिष्ठ मिश्रा राम आसरे प्रसाद रामरक्षा भारती मोहनलाल मौर्या मौजूद रहे - दीनानाथ साहनी देवेंद्र निगम बीना चौधरी रमाकांती देवी अजय कुमार चौरसिया नीरज कनौजिया उपस्थित रहे -1
- कासगंज महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर के हत्या के विरोध में सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं के द्वारा प्रदर्शन के दौरान मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए! एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू हों! अधिवक्ता एकता ज़िंदाबाद1
- कासगंज महिला अधिवक्ता की ह*त्या को लेकर देवरिया अधिवक्ता संघ ने किया प्रदर्शन!1
- Advocate Mohini Tomar - Kasganj News : यूपी के वकील बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में...!1
- Kasganj I Lawyer I Murder I Sant Kabir Nagar I Protest I हत्याकांड के खिलाफ वकीलो में भारी आक्रोश1
- कासगंज में महिला अधिवक्ता की हत्या प्रकरण में सीतापुर अधिवक्ताओं ने सौंपा ज्ञापन...1