दसवें तीर्थंकर शीतलनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव *भगवान महावीर की पॉलिसी इस भव में भी यश और परभव में भी यश मिलेगा* -- मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज जो सम्यकदर्शी जीव है वह हमेशा स्वस्थ रहेगा तथा नरक गति त्रियंच गति नपुंसक गति स्त्री गति विकलांग गरीब दरिद्रता अल्पायु आदि में नहीं जाता है। सम्यकदर्शन चार गतियों में हो सकता है। जो जीव नरक गति का बंद करता है उसे नरक गति आयु कहते हैं। स्त्री पर्याय से पुरुषार्थ कर वापस स्त्री पर्याय में नही जाएगी। संयम धारण कर जीवन-यापन करें, व्रत वहीं धारण करता है जिसे देव गति का बंध होगा। भगवान महावीर स्वामी की पॉलिसी में इस भव में भी यश और परभव में भी यश मिलेगा। जबकि शासन व बीमा कंपनियों की पॉलिसी में आपके मरने के बाद परिवार वालों को रुपया मिलेगा। लोगों ने यथार्थ में धर्म को समझा नहीं। दरिद्रता कर्म वाला दरिद्र व्यक्ति के घर ही जन्म लेगा और अच्छे कर्म करने वाला संपन्न व अच्छा घर में जन्म लेगा। जिसने सम्यकदर्शन प्राप्त कर लिया वह कभी भी गरीब, नापुंसक, स्त्री आदि नहीं होगा। इस पर्याय में आप कुछ कर पाए या नहीं कर पाए लेकिन सम्यकदर्शन अवश्य प्राप्त कर ले, समझों आपका बेड़ा पार और मोक्ष का टिकट पक्का। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर चातुर्मास हेतु विराजमान आचार्य आर्जव सागर मुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज ने रत्नकरण्डक श्रावकाचार ग्रंथ श्रवण कराते हुए कहा कि हमने कई स्थानों पर ऐसी मूर्तियां देखी है जिनके अभिषेक कर-करके लोगों ने मूर्ति की वीतरागता समाप्त कर दी है। अगर व्यक्ति के मन में मान, कषाय समाप्त नहीं हुई है तो कितना ही भगवान का अभिषेक एवं पूजा-अर्चना कर लो वह संसार का कारण बनेगा।आपको अच्छा घर, धन -संपत्ति अवश्य मिल जाएगी लेकिन मोक्ष का मार्ग प्रशस्त नहीं होगा। वह आत्म शांति नहीं मिलेगी जो एक समयदृष्टि जीव को मिलती है। परिग्रह को आप पाप नहीं समझते हैं, इसे जब तक पाप नहीं समझोगे परिग्रह से नहीं छूट पाओगे। सम्यकदृष्टि जीव परिग्रह को पाप समझते हैं और मिथ्यादृष्टि जीव परिग्रह को पुण्य समझते हैं। जिसके पास जितना अधिक परिग्रह है वह उतना ही अधिक टेंशन और परेशानी में रहता है। जिनका मान, कषाय, अहंकार मिथ्यात्व के कारण समाप्त नहीं हुआ, वह कितना ही अनुष्ठान कर लें यह संसार का कारण ही बनेगा। सम्यकत्व के साथ अनुष्ठान करोंगे तथा परिग्रह को पाप समझोगे तो मोक्ष का कारण बनता है। आप सभी अपनी-अपनी दृष्टि से समझ लो कि आप सम्यकदृष्टि हो कि मिथ्यादृष्टि हो। जैन धर्म के दसवें तीर्थंकर शीतलनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव मंगलवार 30 सितंबर को प्रातः नगर सहित क्षेत्र के सभी दिगंबर जैन जिनालयों में बड़े ही हर्षोल्लास एवं उत्साह पूर्वक मनाकर भगवान के अभिषेक, शांतिधारा कर निर्वाण कांड पाठ बोलकर मोक्ष फल चढ़ाया जाएगा।
दसवें तीर्थंकर शीतलनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव *भगवान महावीर की पॉलिसी इस भव में भी यश और परभव में भी यश मिलेगा* -- मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज जो सम्यकदर्शी जीव है वह हमेशा स्वस्थ रहेगा तथा नरक गति त्रियंच गति नपुंसक गति स्त्री गति विकलांग गरीब दरिद्रता अल्पायु आदि में नहीं जाता है। सम्यकदर्शन चार गतियों में हो सकता है। जो जीव नरक गति का बंद करता है उसे नरक गति आयु कहते हैं। स्त्री पर्याय से पुरुषार्थ कर वापस स्त्री पर्याय में नही जाएगी। संयम धारण कर जीवन-यापन करें, व्रत वहीं धारण करता है जिसे देव गति का बंध होगा। भगवान महावीर स्वामी की पॉलिसी में इस भव में भी यश और परभव में भी यश मिलेगा। जबकि शासन व बीमा कंपनियों की पॉलिसी में आपके मरने के बाद परिवार वालों को रुपया मिलेगा। लोगों ने यथार्थ में धर्म को समझा नहीं। दरिद्रता कर्म वाला दरिद्र व्यक्ति के घर ही जन्म लेगा और अच्छे कर्म करने वाला संपन्न व अच्छा घर में जन्म लेगा। जिसने सम्यकदर्शन प्राप्त कर लिया वह कभी भी गरीब, नापुंसक, स्त्री आदि नहीं होगा। इस पर्याय में आप कुछ कर पाए या नहीं कर पाए लेकिन सम्यकदर्शन अवश्य प्राप्त कर ले, समझों आपका बेड़ा पार और मोक्ष का टिकट पक्का। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर चातुर्मास हेतु विराजमान आचार्य आर्जव सागर मुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री सानंद सागर मुनिराज ने रत्नकरण्डक श्रावकाचार ग्रंथ श्रवण कराते हुए कहा कि हमने कई स्थानों पर ऐसी मूर्तियां देखी है जिनके अभिषेक कर-करके लोगों ने मूर्ति की वीतरागता समाप्त कर दी है। अगर व्यक्ति के मन में मान, कषाय समाप्त नहीं हुई है तो कितना ही भगवान का अभिषेक एवं पूजा-अर्चना कर लो वह संसार का कारण बनेगा।आपको अच्छा घर, धन -संपत्ति अवश्य मिल जाएगी लेकिन मोक्ष का मार्ग प्रशस्त नहीं होगा। वह आत्म शांति नहीं मिलेगी जो एक समयदृष्टि जीव को मिलती है। परिग्रह को आप पाप नहीं समझते हैं, इसे जब तक पाप नहीं समझोगे परिग्रह से नहीं छूट पाओगे। सम्यकदृष्टि जीव परिग्रह को पाप समझते हैं और मिथ्यादृष्टि जीव परिग्रह को पुण्य समझते हैं। जिसके पास जितना अधिक परिग्रह है वह उतना ही अधिक टेंशन और परेशानी में रहता है। जिनका मान, कषाय, अहंकार मिथ्यात्व के कारण समाप्त नहीं हुआ, वह कितना ही अनुष्ठान कर लें यह संसार का कारण ही बनेगा। सम्यकत्व के साथ अनुष्ठान करोंगे तथा परिग्रह को पाप समझोगे तो मोक्ष का कारण बनता है। आप सभी अपनी-अपनी दृष्टि से समझ लो कि आप सम्यकदृष्टि हो कि मिथ्यादृष्टि हो। जैन धर्म के दसवें तीर्थंकर शीतलनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव मंगलवार 30 सितंबर को प्रातः नगर सहित क्षेत्र के सभी दिगंबर जैन जिनालयों में बड़े ही हर्षोल्लास एवं उत्साह पूर्वक मनाकर भगवान के अभिषेक, शांतिधारा कर निर्वाण कांड पाठ बोलकर मोक्ष फल चढ़ाया जाएगा।
- इन्दौर ... विजय दिवस पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट ने सम्मानित किया इन्दौर। श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट द्वारा विजय दिवस 16 दिसम्बर पर 07 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड से सम्मानीत किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल, समाज सेवी मदन परमालिया ने बताया की इस अवसर पर समाज में अपनी सेवाए देने वाली 7 मातृ-शक्तियों को इन्दिरा अवॉर्ड दिया गया। इसमें श्रीमती साधना भण्डारी, नीता नामदेव, किरण जिरेती, भाग्यश्री खरखड़िया, शशी यादव, डॉ. पायल प्रमाणीक, हेमलता धीमान को इण्डीयन कॉफी हाउस रीगल तिराहा पुलिस अधिक्क्षक कार्यालय समीप मुख्य अतिथि अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव व पुर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, श्याम सुन्दर यादव, राधेश्याम पटेल, चेतन सिंह चौधरी, अभ्यास मण्डल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता, शिवाजी मोहिते के आतिथ्य में दिया गया। इस अवसर पर राधेश्याम पटेल ने कहा कि, इन्दिरा माता इन्दिरा नहीं राष्ट्रमाता थी जिन्होंने हिन्दुस्तान का सर झूकने नहीं दिया और ना ही अमेरिका के आगे हाथ टेके। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंटक नेता श्री श्यामसुंदर यादव ने इन्दिराजी के बारे में सम्पूर्ण इतिहास दौराया और मॉ दुर्गा के स्वरूप की वन्दना की। इस अवसर पर प्रारंभ में राष्ट्रीय देशभक्ति गीतगायक आफताब आलम कुरैशी ने देशभक्ति गीत एवं कवियत्री श्रीमती महिमा मनस्वती दवे ने काव्य पाठ किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत नरेन्द्र सूर्यवंशी, गणेश वर्मा, जगदीश सतैया, जगदीश जोशी आदि ने किया। संचालन मदन परमालिया ने किया एवं आभार राहूल निहोरे ने माना। बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) का पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र देश बनना 1971 में हुआ था, जिसका अंतिम दिन 16 दिसंबर 1971 था, जब पाकिस्तानी सेना ने भारत और बांग्लादेश मुक्ति वाहिनी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, जिससे बांग्लादेश मुक्ति संग्राम समाप्त हुआ और बांग्लादेश का जन्म हुआ. पृष्ठभूमिः 1947 भारत के विभाजन के बाद, पाकिस्तान दो हिस्सों - पश्चिमी पाकिस्तान (वर्तमान पाकिस्तान) और पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) में बंटा था, जो भाषाई और सांस्कृतिक रूप से अलग थे. 1970 का चुनावः पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली लोगों ने अपनी भाषाई और सांस्कृतिक पहचान के लिए आवाज उठाई, जिसे पश्चिमी पाकिस्तान द्वारा दबाया गया. 1971 का युद्ध पाकिस्तान सेना के अत्याचारों के खिलाफ पूर्वी पाकिस्तान में आंदोलन शुरु हुआ. भारत ने इसमें हस्तक्षेप किया और 3 दिसंबर 1971 को भारत-पाकिस्तान युद्ध शुरु हुआ. परिणामः 16 दिसंबर 1971 को ढाका में पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण के साथ, पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र, बांग्लादेश के रूप में उभरा. यह भारत के लिए विजय दिवस भी कहलाता है। मदन परमालिया1
- पढ़ाई का बैग लेकर घर से निकली बेटी… माँ-पापा को लगा उनका बच्चा अपने भविष्य को संवार रहा है, लेकिन हकीकत कुछ और ही थी। यह वीडियो समाज के लिए एक चेतावनी है कि केवल भरोसा ही नहीं, संवाद और समझ भी उतनी ही ज़रूरी है। गलत संगत और भावनात्मक बहकावे में युवा कब फँस जाते हैं, इस सच्चाई को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। वीडियो पूरा देखें, अपनी राय कमेंट में लिखें1
- Post by Shivnarayan Maskole1
- Post by Ramniwas Prajapati1
- Post by Pushpendra Rajak1
- मध्य प्रदेश: संत और उनके शिष्यों द्वारा मौलाना मौज दरगाह परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ! वीडियो सामने आने के बाद उज्जैन में शिप्रा नदी किनारे स्थित मौलाना मौज दरगाह कमेटी ने इस पर आपत्ति जताते हुए विरोध किया है। कमेटी का कहना है कि संत ने उनसे कव्वाली और चादर चढ़ाने की अनुमति ली थी, लेकिन हनुमान चालीसा पाठ की जानकारी नहीं दी गई थी जिससे हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।1
- नगर कन्नौद के मुख्य बाजार से नगर परिषद ने हटाया अतिक्रमण कन्नौद,नगर कन्नौद के बस स्टैंड से लेकर राजवाड़ा चौक तक मुख्य बाज़ार मार्ग से नगर परिषद एवं पुलिस प्रशासन द्वारा दोपहर के समय अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई इस दौरान सीएमओ अनिल जोशी एवं नगर परिषद के अमले की उपस्थिति में दुकानों के बाहर रखा सामान दुकानदारों द्वारा स्वयं हटाया गया दो दुकानों के बाहर लगे लोहे के स्टैंड एवं टेबल तकत को नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा जप्त कर लिया गया इसके साथ ही सभी दुकानदारों को सीएमओ अनिल जोशी द्वारा आगे से दुकानों के सामने बाहर सामान नहीं रखने की हिदायत भी दी गई मंगलवार दोपहर 3 बजे सीएमओ जोशी ने बताया कि बुलडोजर उपलब्ध नहीं हो पाया, आगे से आवागमन में बाधित दुकानों के बाहर हो रहे अतिक्रमण को बुलडोजर के माध्यम से हटाया जाएगा1
- मथुरा बस हादसे को लेकर चश्मदीद यात्री ने जो बताया, वह कई सवाल खड़े करता है। यात्री के अनुसार आग ज्यादा नहीं लगी थी, लेकिन पुलिस और दमकल गाड़ियां मौके पर देर से पहुंचीं। हादसे के वक्त बस के गेट लॉक हो गए थे, जिस वजह से यात्रियों को खिड़कियों से कूदकर अपनी जान बचानी पड़ी। पुलिस का कहना है कि इस दर्दनाक हादसे में 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 यात्री घायल बताए जा रहे हैं। घटना का वीडियो और बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।1
- डीआईजी राजेश सिंह चंदेल दो दिवसीय पधारे जहां पर उन्होंने सोमवार को एसपी कार्यालय का निरीक्षण किया वही आज विदिशा के पुलिस लाइन में, सैनिकों की परेड ली इस संबंध में हमने डीआईजी से चर्चा की2