लोकेशन : लातूर,महाराष्ट्र मुस्लिम महिला को धार्मिक पहचान के आधार पर गालियां दी और दुर्व्यवहार किया। लातूर शहर के गरुड चौक का एक हिंदू युवक जयचंद हणमंत बरबडे एक मुस्लिम महिला को गंदी गालियां देता और पैसे देकर अश्लील प्रस्ताव करता दिख रहा है। घटना उस समय की है जब महिला अपने पति और बच्चे के साथ थी, और मामूली सी टक्कर के बाद आरोपी ने मुस्लिम पहचान के आधार पर अपमानजनक व्यवहार किया। सबसे चिंता की बात यह है कि वहां मौजूद किसी ने भी उसे रोकने की कोशिश नहीं की। वीडियो के वायरल होने के बाद शहर में आक्रोश का माहौल है। पुलिस ने विवेकानंद चौक थाने में मामला दर्ज किया है, लेकिन आरोपी पर सिर्फ मामूली धाराएं लगाई गई हैं जिससे उसे तुरंत जमानत मिल गई। यह घटना न केवल इंसानियत को शर्मसार करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सांप्रदायिक नफरत किस हद तक बढ़ चुकी है। अब सवाल ये है कि क्या इस मुस्लिम महिला को न्याय मिलेगा? ( लांड्या = मुस्लिम समुदाय के खिलाफ गाली के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला शब्द)
लोकेशन : लातूर,महाराष्ट्र मुस्लिम महिला को धार्मिक पहचान के आधार पर गालियां दी और दुर्व्यवहार किया। लातूर शहर के गरुड चौक का एक हिंदू युवक जयचंद हणमंत बरबडे एक मुस्लिम महिला को गंदी गालियां देता और पैसे देकर अश्लील प्रस्ताव करता दिख रहा है। घटना उस समय की है जब महिला अपने पति और बच्चे के साथ थी, और मामूली सी टक्कर के बाद आरोपी ने मुस्लिम पहचान के आधार पर अपमानजनक व्यवहार किया। सबसे चिंता की बात यह है कि वहां मौजूद किसी ने भी उसे रोकने की कोशिश नहीं की। वीडियो के वायरल होने के बाद शहर में आक्रोश का माहौल है। पुलिस ने विवेकानंद चौक थाने में मामला दर्ज किया है, लेकिन आरोपी पर सिर्फ मामूली धाराएं लगाई गई हैं जिससे उसे तुरंत जमानत मिल गई। यह घटना न केवल इंसानियत को शर्मसार करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सांप्रदायिक नफरत किस हद तक बढ़ चुकी है। अब सवाल ये है कि क्या इस मुस्लिम महिला को न्याय मिलेगा? ( लांड्या = मुस्लिम समुदाय के खिलाफ गाली के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला शब्द)
- বিশ্রামগঞ্জ স্থিত **প্রমোদনগর আয়ুষ্মান আরোগ্য মন্দির প্রাঙ্গনে** সিপাহীজলা জেলাভিত্তিক **জাতীয় পোলিও দিবস–২০২৫** উপলক্ষে এক বিশেষ কর্মসূচির আয়োজন করা হয়। কর্মসূচিতে বক্তব্য রাখতে গিয়ে সিপাহীজলা জেলার সভাধিপতি **সুপ্রিয়া দাস দত্ত** বলেন, “**শিশুরাই আমাদের আগামীর ভবিষ্যৎ। তাদের সুস্বাস্থ্য ও নিরাপত্তার ক্ষেত্রে কোনো রকম ঘাটতি যেন না থাকে, সেই দিকে আমাদের সকলকে সচেতন থাকতে হবে।** পোলিও মুক্ত সমাজ গঠনে এই ধরনের কর্মসূচির গুরুত্ব অপরিসীম।” এই অনুষ্ঠানে আরও উপস্থিত ছিলেন **চড়িলাম ব্লকের BAC চেয়ারম্যান জাকলু দেববর্মা**, সিপাহীজলা জেলার **CMO ডা. দেবাশীষ দাস**, **ডা. পুজা দেব** সহ স্বাস্থ্য দপ্তরের আধিকারিক ও কর্মীরা। কর্মসূচির মাধ্যমে পোলিও টিকাকরণ সম্পর্কে জনসাধারণের মধ্যে সচেতনতা বৃদ্ধি এবং শিশুদের পোলিও প্রতিরোধে টিকা প্রদানের গুরুত্ব তুলে ধরা হয়।1
- Post by Gouranga Majumder1
- খবরের থেকেও সেরা খবর খবরের খবর সঞ্জিত সরকার1
- নরেন্দ্র মোদির সভা দেখতে গিয়ে তাহেরপুরে রেলে কাটা পড়ে মারা গেলেন তিনজন রেল সুত্রের খবর এনাদের প্রত্যেকের ই বাড়ি মুরশিদাবাদে1
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- লক্ষণ ঘোষের উদ্যোগে হাতিশালাতে অনুষ্ঠিত হলো এক ধর্মীয় অনুষ্ঠান ।1
- সালারে উনুনের আগুন কেড়ে নিলো : এক প্রতিবন্ধী তরুণীর প্রাণ1
- ডুম্বুর তীর্থমুখ মেলা ২০২৬-কে সুশৃঙ্খল, নিরাপদ ও আন্তর্জাতিক মানে উন্নীত করার লক্ষ্যে শনিবার আগরতলার সেক্রেটারিয়েটের দুই নম্বর হলঘরে অনুষ্ঠিত হল রাজ্যস্তরের প্রস্তুতি বৈঠক। বৈঠকে উপস্থিত ছিলেন ত্রিপুরা সরকারের জনজাতি কল্যাণ, হস্ততাঁত–হস্তশিল্প ও রেশম দপ্তরের মন্ত্রী বিকাশ দেববর্মা। এছাড়াও উপস্থিত ছিলেন গোমতী জেলার শীর্ষ প্রশাসনিক আধিকারিকরা, বিভিন্ন দপ্তরের প্রতিনিধি এবং নিরাপত্তা ও স্বাস্থ্য পরিষেবার কর্তারা। বৈঠকে মেলা উপলক্ষে সার্বিক প্রস্তুতির প্রতিটি দিক খুঁটিয়ে পর্যালোচনা করা হয়। অবকাঠামো উন্নয়ন থেকে শুরু করে যাতায়াত ব্যবস্থা, পানীয় জল ও বিদ্যুৎ সরবরাহ, স্বাস্থ্য ও স্যানিটেশন, নিরাপত্তা পরিকল্পনা, পর্যটন প্রচার এবং সাংস্কৃতিক আয়োজন—কোনও ক্ষেত্রই আলোচনার বাইরে থাকেনি।সভায় মন্ত্রী বিকাশ দেববর্মা স্পষ্ট ভাষায় জানান, “ডুম্বুর তীর্থমুখ কেবল একটি ধর্মীয় সমাবেশ নয়—এটি আমাদের সংস্কৃতি, বিশ্বাস ও ঐতিহ্যের জীবন্ত প্রতীক। লক্ষ লক্ষ ভক্ত ও পর্যটকের নিরাপত্তা এবং সুবিধাই হবে প্রশাসনের সর্বোচ্চ অগ্রাধিকার।” তিনি নির্দেশ দেন, মেলা প্রাঙ্গণ ও সংলগ্ন এলাকায় পরিচ্ছন্নতা বজায় রাখা, সুসংহত ট্রাফিক ব্যবস্থাপনা এবং জরুরি স্বাস্থ্য পরিষেবার জন্য আগাম ও কার্যকর পরিকল্পনা গ্রহণ করতে হবে।একই সঙ্গে স্থানীয় জনজাতি শিল্পীদের সক্রিয় অংশগ্রহণ নিশ্চিত করার ওপর বিশেষ জোর দেওয়া হয়। হস্ততাঁত ও হস্তশিল্পের প্রদর্শনী ও বিপণনের মাধ্যমে যাতে মেলার অর্থনৈতিক সুফল সরাসরি স্থানীয় মানুষের কাছে পৌঁছয়, সে বিষয়েও দিকনির্দেশ দেন মন্ত্রী।প্রশাসনের তরফে জানানো হয়েছে, আগামী মাসগুলিতে ধারাবাহিক সমন্বয় বৈঠকের মাধ্যমে প্রস্তুতিকে চূড়ান্ত রূপ দেওয়া হবে। রাজ্যের অন্যতম বৃহৎ ধর্মীয় ও সাংস্কৃতিক আয়োজন ডুম্বুর তীর্থমুখ মেলা ২০২৬—এবারও যেন শৃঙ্খলা, নিরাপত্তা ও ঐতিহ্যের সুষম মেলবন্ধনে স্মরণীয় হয়ে ওঠে, সেই লক্ষ্যেই এগোচ্ছে প্রশাসন।1