तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण प्रारंभ उमरिया । आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल, गृह विभाग म.प्र. शासन एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में एवं यूनिसेफ मध्यप्रदेश के सहयोग से तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण का आयोजन बांधवगढ़ सभाकक्ष, जिला पंचायत कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि उमरिया जिला भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन-3 में आता है। जिला सिस्मिक जोन-3 में होने से भूकंप के प्रति संवेदनशील है, इस प्रकार के प्रशिक्षण से जिले में पदस्थ विभिन्न विभागों के सिविल कार्य से जुड़े अधिकारीगणों की दक्षता में वृधि होगी। उन्होंने प्रतिभागियों को निर्देशित किया कि सभी लोग प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और अपने विभाग के अंतर्गत आने वाली विषयों पर विशेष ध्यान दें जिससे कि सभी प्रतिभागियों का प्रभावी ज्ञानवर्धन हो सके और भविष्य में आपके द्वारा बनायीं जाने वाली संरचनाओं का निर्माण भूकंप रोधी बनाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया अभय सिंह ने कहा कि आपदा कभी भी, कही भी ,किसी भी रूप में आ सकती है । आपदा के दौरान जागरूकता के अभाव में असमंजस एवं भय का वातावरण निर्मित हो जाता है, इस प्रकार की कार्यशालाए आपदा के प्रभाव को कम करने में सहायक होती है। कार्यक्रम समन्वयक, आपदा प्रबंध संस्थान गृह विभाग भोपाल अभिषेक मिश्रा ने कहा कि भूकंप से किसी की मृत्यु नहीं होती है हमारे व्दारा बनाई गई संरचनाओ के ढहने मे लोगो की मृत्यु होती है। प्रशिक्षण से प्रतिभागियो की समझ विकसित होगी । कार्यक्रम में आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल गृह विभाग के तुषार गोलाईत, तकनीकी विशेषज्ञ ने भूकंप आपदा, सिस्मोलौजी, कारण एवं बचाव के उपायों के बारे में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में सुश्री संस्कृति मरकाम,सब इंजीनियर सहित 55 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय सुश्री रवीना पटेल, एस.डी.ओ. लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया। 18 दिसंबर को बिल्डिग कोड्स के बारे मे जानकारी एवं फील्ड विजिट आयोजित की जाएगी ।
तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण प्रारंभ उमरिया । आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल, गृह विभाग म.प्र. शासन एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में एवं यूनिसेफ मध्यप्रदेश के सहयोग से तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण का आयोजन बांधवगढ़ सभाकक्ष, जिला पंचायत कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि उमरिया जिला भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन-3 में आता है। जिला सिस्मिक जोन-3 में होने से भूकंप के प्रति संवेदनशील है, इस प्रकार के प्रशिक्षण से जिले में पदस्थ विभिन्न विभागों के सिविल कार्य से जुड़े अधिकारीगणों की दक्षता में वृधि होगी। उन्होंने प्रतिभागियों को निर्देशित किया कि सभी लोग प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और अपने विभाग के अंतर्गत आने वाली विषयों पर विशेष ध्यान दें जिससे कि सभी प्रतिभागियों का प्रभावी ज्ञानवर्धन हो सके और भविष्य में आपके द्वारा बनायीं जाने वाली संरचनाओं का निर्माण भूकंप रोधी बनाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया अभय सिंह ने कहा कि आपदा कभी भी, कही भी ,किसी भी रूप में आ सकती है । आपदा के दौरान जागरूकता के अभाव में असमंजस एवं भय का वातावरण निर्मित हो जाता है, इस प्रकार की कार्यशालाए आपदा के प्रभाव को कम करने में सहायक होती है। कार्यक्रम समन्वयक, आपदा प्रबंध संस्थान गृह विभाग भोपाल अभिषेक मिश्रा ने कहा कि भूकंप से किसी की मृत्यु नहीं होती है हमारे व्दारा बनाई गई संरचनाओ के ढहने मे लोगो की मृत्यु होती है। प्रशिक्षण से प्रतिभागियो की समझ विकसित होगी । कार्यक्रम में आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल गृह विभाग के तुषार गोलाईत, तकनीकी विशेषज्ञ ने भूकंप आपदा, सिस्मोलौजी, कारण एवं बचाव के उपायों के बारे में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में सुश्री संस्कृति मरकाम,सब इंजीनियर सहित 55 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय सुश्री रवीना पटेल, एस.डी.ओ. लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया। 18 दिसंबर को बिल्डिग कोड्स के बारे मे जानकारी एवं फील्ड विजिट आयोजित की जाएगी ।
- तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण प्रारंभ उमरिया । आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल, गृह विभाग म.प्र. शासन एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में एवं यूनिसेफ मध्यप्रदेश के सहयोग से तीन दिवसीय भूकंपरोधी संरचना निर्माण विषयक प्रशिक्षण का आयोजन बांधवगढ़ सभाकक्ष, जिला पंचायत कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि उमरिया जिला भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन-3 में आता है। जिला सिस्मिक जोन-3 में होने से भूकंप के प्रति संवेदनशील है, इस प्रकार के प्रशिक्षण से जिले में पदस्थ विभिन्न विभागों के सिविल कार्य से जुड़े अधिकारीगणों की दक्षता में वृधि होगी। उन्होंने प्रतिभागियों को निर्देशित किया कि सभी लोग प्रशिक्षण को गंभीरता से लें और अपने विभाग के अंतर्गत आने वाली विषयों पर विशेष ध्यान दें जिससे कि सभी प्रतिभागियों का प्रभावी ज्ञानवर्धन हो सके और भविष्य में आपके द्वारा बनायीं जाने वाली संरचनाओं का निर्माण भूकंप रोधी बनाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया अभय सिंह ने कहा कि आपदा कभी भी, कही भी ,किसी भी रूप में आ सकती है । आपदा के दौरान जागरूकता के अभाव में असमंजस एवं भय का वातावरण निर्मित हो जाता है, इस प्रकार की कार्यशालाए आपदा के प्रभाव को कम करने में सहायक होती है। कार्यक्रम समन्वयक, आपदा प्रबंध संस्थान गृह विभाग भोपाल अभिषेक मिश्रा ने कहा कि भूकंप से किसी की मृत्यु नहीं होती है हमारे व्दारा बनाई गई संरचनाओ के ढहने मे लोगो की मृत्यु होती है। प्रशिक्षण से प्रतिभागियो की समझ विकसित होगी । कार्यक्रम में आपदा प्रबंध संस्थान भोपाल गृह विभाग के तुषार गोलाईत, तकनीकी विशेषज्ञ ने भूकंप आपदा, सिस्मोलौजी, कारण एवं बचाव के उपायों के बारे में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में सुश्री संस्कृति मरकाम,सब इंजीनियर सहित 55 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय सुश्री रवीना पटेल, एस.डी.ओ. लोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया। 18 दिसंबर को बिल्डिग कोड्स के बारे मे जानकारी एवं फील्ड विजिट आयोजित की जाएगी ।1
- Post by User50841
- Post by रवि Shank1
- Post by Bablu Namdev1
- भारत की ऐतिहासिक जीत 🇮🇳 नया खेल… नई पहचान… भारत बना विश्व चैंपियन 🏆 #Bharat #WorldCup #SportsNews #DeshKiJeet1
- जिला अस्पताल सतना में 4 बंच्चो के HIV संक्रमण मामले को लेकर पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने रखी अपनी बात। थैलेसीमिया नाम बीमारी से ग्रसित 4 बच्चो का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था।लेकिन HIV ग्रसित ब्लड इन बच्चों को चढ़ा दिया गया था।जिस वजह से यह मासूम बच्चे जानलेवा बीमारी HIV के संक्रमण में आ चुके है।साथ ही अब जिंदगी और मौत से जूझ रहे है।लेकिन मध्य प्रदेश राज्य में स्वास्थ सुविधा के नाम पर जिस तरह का ढिढोरा पीटा जा रहा है।उसकी पोल जिला अस्पताल सतना में खुली है।जिस मामले को 4 माह से प्रबंधन के द्वारा छिपाने का प्रयास किया गया।लेकिन मीडिया के माध्यम से खुलासा होते ही केंद्रीय जांच दल जिला अस्पताल सतना पहुचा लेकिन राज्य सरकार के द्वारा इस नाकामी को छुपाने हल्के से लिया गया है।उसी का परिणाम है आज तक कोई टीम का गठन राज्य सरकार के द्वारा नही किया गया है।अब सवाल उठता है,मासूम बच्चों के साथ उनके परिजनों का क्या होगा।जो अब भगवान भरोसे बैठे हुए है,जिसे लेकर अब कांग्रेस नेत्री व रैगाव विधान सभा क्षेत्र की पूर्व विधायक ने मोर्चा खोलते हुए राज्य सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोला है।जो अक्षम्य पाप जिला अस्पताल में हुआ है इसका दोषी व्यावस्था को माना जाए य मशीनों को यह अपने आप मे बड़ा सवाल है।1
- 🔴 डलहौजी में बड़ा हादसा टला: टेंपो ट्रैवलर खाई से बाल-बाल बची, यात्रियों ने कूदकर बचाई जान 》 डलहौजी (हिमाचल प्रदेश) | Sach Tak Patrika News 》 हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब पहाड़ी सड़क पर चढ़ते वक्त एक टेंपो ट्रैवलर अचानक पीछे की ओर फिसलने लगी। यह घटना कुछ ही पलों में एक बड़े हादसे में तब्दील हो सकती थी, लेकिन यात्रियों की सतर्कता और किस्मत के सहारे कई जिंदगियाँ बच गईं। --- कैसे हुआ हादसा? प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टेंपो ट्रैवलर पहाड़ी मार्ग पर चढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान वाहन का संतुलन बिगड़ गया और वह अचानक पीछे की ओर जाने लगी। देखते ही देखते गाड़ी के पिछले टायर खाई की ओर पहुंच गए, जिससे वाहन में सवार यात्रियों में दहशत फैल गई। --- यात्रियों ने कूदकर बचाई जान स्थिति को भांपते हुए, कई यात्रियों ने चलती ट्रैवलर से कूदने का फैसला किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लोग डर के मारे गाड़ी से बाहर कूदते और सड़क पर गिरते नजर आ रहे हैं। कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आईं, लेकिन कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। --- पेड़ बना जीवन रक्षक हादसे के दौरान सबसे राहत की बात यह रही कि टेंपो ट्रैवलर एक पेड़ से टकराकर रुक गई। अगर यह पेड़ रास्ते में न होता, तो गाड़ी सीधे गहरी खाई में गिर सकती थी और बड़ा जानलेवा हादसा हो सकता था। --- वीडियो हुआ वायरल इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में हादसे की भयावहता और यात्रियों की घबराहट साफ देखी जा सकती है। सोशल मीडिया पर लोग पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और वाहनों की फिटनेस को लेकर सवाल उठा रहे हैं। --- सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल यह घटना एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा, वाहन फिटनेस और ब्रेक सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि— पहाड़ी मार्गों पर चलने वाले वाहनों की नियमित जांच नहीं होती ओवरलोडिंग आम बात बन चुकी है आपात स्थिति में ड्राइवरों को उचित ट्रेनिंग नहीं मिलती --- प्रशासन से उठी मांग घटना के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों ने प्रशासन से मांग की है कि— पहाड़ी सड़कों पर चलने वाले वाहनों की सख्त तकनीकी जांच की जाए ड्राइवरों के लिए विशेष ट्रेनिंग अनिवार्य की जाए खतरनाक मोड़ों और ढलानों पर सुरक्षा उपाय बढ़ाए जाएँ --- राहत की बात गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना एक चेतावनी है कि थोड़ी सी लापरवाही पहाड़ी इलाकों में बड़े हादसे का कारण बन सकती है। --- उठते सवाल ❓ क्या पहाड़ी पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है? ❓ क्या यात्रियों की जान से ज्यादा जरूरी पर्यटन और कमाई है? ❓ प्रशासन ऐसे हादसों से सबक कब लेगा? --- 📰 Sach Tak Patrika News ✒️ संवाददाता / रिपोर्ट: संवाददाता दीपक विश्वकर्मा जबलपुर, 🗣️ “हमारी सबसे बड़ी ताकत — सच ही हमारी ताकत है।”1
- 🔴 जबलपुर में सराफा कारोबारी से बड़ी लूट दुकान बंद कर बेटे के साथ घर जाते वक्त हमला, जेवरात से भरे 3 बैग लूटे 📍 जबलपुर | पनागर थाना क्षेत्र जबलपुर के पनागर थाना क्षेत्र में मंगलवार रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहाँ सराफा कारोबारी और उनके बेटे पर जानलेवा हमला कर जेवरात से भरे तीन बैग लूट लिए गए। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। --- 🧾 क्या है पूरा मामला? पनागर मेन रोड स्थित भूरा ज्वेलर्स के संचालक सुनील सोनी मंगलवार रात करीब 8 से 8:30 बजे अपनी दुकान बंद कर स्कूटी से बेटे संभव सोनी के साथ घर जयप्रकाश नगर जा रहे थे। जैसे ही दोनों सड़क किनारे एक गली में मुड़े, तभी तीन बिना नंबर की बाइकों पर सवार 6 नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। --- 🔫 कट्टा अड़ाकर किया हमला बदमाशों ने पहले कट्टा तानकर पिता-पुत्र को रोका। व्यापारी द्वारा विरोध करने पर एक बदमाश ने कट्टे की बट से सुनील सोनी के सिर पर वार कर दिया। इसके बाद चाकू से पिता और बेटे दोनों पर हमला किया गया। लहूलुहान हालत में दोनों को सड़क पर छोड़कर बदमाश सोने-चांदी के जेवरात से भरे तीन बैग लेकर फरार हो गए। --- 🚑 हालत गंभीर, निजी अस्पताल में भर्ती घटना के बाद आसपास के लोगों ने घायल पिता-पुत्र को इलाज के लिए जबलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है। --- 👀 प्रत्यक्षदर्शी का बयान एक स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना से पहले 4 से 5 लोग तीन बाइकों के साथ करीब आधे घंटे तक सड़क पर खड़े थे। उन्हें अंदेशा नहीं हुआ कि वे किसी बड़ी वारदात की तैयारी कर रहे हैं। अचानक व्यापारी की “बचाओ-बचाओ” की आवाज सुनाई दी, और बदमाश कट्टे की बट से हमला करते नजर आए। --- 👮♂️ पुलिस जांच में जुटी सूचना मिलते ही पनागर थाना पुलिस मौके पर पहुँची। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी क्राइम जितेंद्र सिंह और टीआई विपिन ताम्रकार भी मौके पर पहुंचे। पुलिस का कहना है कि पिता-पुत्र फिलहाल बयान देने की स्थिति में नहीं हैं, इसलिए लूटे गए जेवरात की कीमत का आकलन अभी नहीं हो सका है। --- ❓ उठते सवाल क्या सराफा कारोबारियों की सुरक्षा पर्याप्त है? बदमाशों को पहले से व्यापारी की जानकारी कैसे मिली? बिना नंबर की बाइक से आए आरोपी कब तक पकड़ में आएंगे? --- 📰 Sach Tak Patrika News 🎤 संवाददाता: दीपक विश्वकर्मा, जबलपुर 🗣️ “हमारी सबसे बड़ी ताकत — सच ही हमारी ताकत है।”1