अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस के अवसर पर पत्थर खान मे सर्व आदिवासी समाज ने अपने ईस्ट देव को किया याद और हुवे विभिन्न आयोजन रविवार की रात 10:30 पर बिल्हा ब्लॉक सर्व आदिवासी समाज ब्लॉक अध्यक्ष महा सिंह नेताम जी द्वारा जारी किये गए प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह जी के बलिदान दिवस एवं पेंनाजली सभा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज परिक्षेत्र दक्षिण बिल्हा, द्वारा आयोजित किया गया जिसमें आदिवासी समाज द्वारा अपने ईष्ट देव प्रकृति शक्ति का पुजा अर्चना कर गोंडवाना भवन पेन ठाना पत्थरखान भाठा से अमर शहीद वीर नारायण सिंह जी चौक बिल्हा तक कलश शोभायात्रा निकाला गया तत्पश्चात कलश शोभायात्रा शहीद वीर नारायण सिंह जी चौक से वापस गोंडवाना भवन बढादेव ठाना में समापन हुआ उसके बाद अतिथियों एवं समाज प्रमुखों का स्वागत अभिनन्दन पीला चावल गमछा बुके हार से किया गया इसके बाद अतिथियों द्वारा बारी बारी से दुर दराज से आए हुए सगा समाज को संबोधित किया गया संबोधन में अतिथियों ने स्वरोजगार,शिक्षा स्वास्थ्य में ध्यान देने के लिए बोला तथा संवैधानिक अधिकार के हनन जल जंगल जमीन को पुजीपतियो उद्योग पतियों द्वारा शासन प्रशासन से मिली भगत कर लुटने से बचाने के लिए एकजुट होकर लड़ने लिए अपील किया गया है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पौसरी चक अध्यक्ष तिरुमाल ढेलूराम ध्रुव जी,खम्हारडीह चक अध्यक्ष तिरुमाल शिवराम मरावी जी,हिररी चक अध्यक्ष तिरुमाल प्रेम सागर मरकाम जी मुरकुटा चक अध्यक्ष तिरुमाल धनुष मरावी जी,रहगी चक अध्यक्ष संतोष चेचाम जी,सारधा चक अध्यक्ष तिरुमाल शेलेष जगत जी पिरैया चक अध्यक्ष तिरुमाल परदेशी खुसरो जी कार्यक्रम की अध्यक्षता तिरुमाल भूपेंद्र सिंह मरकाम जी ब्लॉक अध्यक्ष बिल्हा महासिंह नेताम जी ब्लॉक अध्यक्ष बिल्हा युवा प्रभार ने किया कार्यक्रम में आदिवासी समाज के लगभग 80 गांवों से 2000 लोग शामिल हुआ कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष शिवनारायण चेचाम जी, मुंगेली जिलाध्यक्ष विरेन्द्र मरावी जी,राकेश राज,लक्ष्मण मरावी,तुलसी जगत,महरा मरावी महा सिंह मरावी,ऊत्तरा मरकाम रमेश मरकाम जी आदि का गरिमा उपस्थित था
अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस के अवसर पर पत्थर खान मे सर्व आदिवासी समाज ने अपने ईस्ट देव को किया याद और हुवे विभिन्न आयोजन रविवार की रात 10:30 पर बिल्हा ब्लॉक सर्व आदिवासी समाज ब्लॉक अध्यक्ष महा सिंह नेताम जी द्वारा जारी किये गए प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह जी के बलिदान दिवस एवं पेंनाजली सभा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज परिक्षेत्र दक्षिण बिल्हा, द्वारा आयोजित किया गया जिसमें आदिवासी समाज द्वारा अपने ईष्ट देव प्रकृति शक्ति का पुजा अर्चना कर गोंडवाना भवन पेन ठाना पत्थरखान भाठा से अमर शहीद वीर नारायण सिंह जी चौक बिल्हा तक कलश शोभायात्रा निकाला गया तत्पश्चात कलश शोभायात्रा शहीद वीर नारायण सिंह जी चौक से वापस गोंडवाना भवन बढादेव ठाना में समापन हुआ उसके बाद अतिथियों एवं समाज प्रमुखों का स्वागत अभिनन्दन पीला चावल गमछा बुके हार से किया गया इसके बाद अतिथियों द्वारा बारी बारी से दुर दराज से आए हुए सगा समाज को संबोधित किया गया संबोधन में अतिथियों ने स्वरोजगार,शिक्षा स्वास्थ्य में ध्यान देने के लिए बोला तथा संवैधानिक अधिकार के हनन जल जंगल जमीन को पुजीपतियो उद्योग पतियों द्वारा शासन प्रशासन से मिली भगत कर लुटने से बचाने के लिए एकजुट होकर लड़ने लिए अपील किया गया है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पौसरी चक अध्यक्ष तिरुमाल ढेलूराम ध्रुव जी,खम्हारडीह चक अध्यक्ष तिरुमाल शिवराम मरावी जी,हिररी चक अध्यक्ष तिरुमाल प्रेम सागर मरकाम जी मुरकुटा चक अध्यक्ष तिरुमाल धनुष मरावी जी,रहगी चक अध्यक्ष संतोष चेचाम जी,सारधा चक अध्यक्ष तिरुमाल शेलेष जगत जी पिरैया चक अध्यक्ष तिरुमाल परदेशी खुसरो जी कार्यक्रम की अध्यक्षता तिरुमाल भूपेंद्र सिंह मरकाम जी ब्लॉक अध्यक्ष बिल्हा महासिंह नेताम जी ब्लॉक अध्यक्ष बिल्हा युवा प्रभार ने किया कार्यक्रम में आदिवासी समाज के लगभग 80 गांवों से 2000 लोग शामिल हुआ कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष शिवनारायण चेचाम जी, मुंगेली जिलाध्यक्ष विरेन्द्र मरावी जी,राकेश राज,लक्ष्मण मरावी,तुलसी जगत,महरा मरावी महा सिंह मरावी,ऊत्तरा मरकाम रमेश मरकाम जी आदि का गरिमा उपस्थित था
- जांजगीर चांपा; चांपा थाना अंतर्गत कोसमन्दा निवासी पुष्पन वैष्णव ने अज्ञात कारणों से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है,1
- https://youtu.be/CGI8CrOqwRs?si=xbr6LfKywXhRcY-C 👆👆👆👆👆👆👆👆 👇👇👇👇👇👇👇👇 *देखें खबर विस्तार से..* ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ *भूपेंद्र लहरे/ एडिटर इन चीफ@ इलेक्ट्रानिक मीडिया समूह हर छोटी बड़ी खबरों के लिए हमारे चैनल के साथ बने रहें, subscribe करना न भूलें,हमारे चैनल के बेहतरीन एंकर के साथ देखें खबर विस्तार से यदि आपको रिपोर्टर बनकर अपना नाम पत्रकारिता में रौशन करना है तो हमें संपर्क करें मो. 9399836726, 8720007747*1
- नाईस1
- मंच पर जैसे ही कलाकार ने हारमोनियम को छुआ, ऐसा लगा मानो वाद्य खुद गाने लगा हो। हर सुर में इतनी गहराई और भाव था कि श्रोता स्तब्ध रह गए और रोंगटे खड़े हो गए। संगीत की इस दुर्लभ प्रस्तुति ने साबित कर दिया कि जब साधना सच्ची हो, तो वाद्य भी जीवंत हो उठते हैं। यह पल सुनने वालों के दिलों में हमेशा गूंजता रहेगा। #Goosebumps #IndianMusic #Harmonium #ClassicalMusic #MusicLovers #ViralReels #SoulfulMusic #DidYouKnow #TrendingNow1
- सच्चा ज्ञान ज्ञान गंगा पुस्तक में लिखा है उसको गलत बात कर ये लोग लोगो को भ्रमित कर रहे है इनको इतना ज्ञान है तो ज्ञान गंगा पुस्तक का पेज नंबर 44 से लेकर 49 तक को पढ़कर क्यों नहीं बताते पवित्र ऋग्वेद और अर्थवेद का सृष्टि रचना का पूरा भावार्थ लिखा है गीता अध्याय 15 श्लोक 01 से 4 तथा 1617 का आशय है उसको बताना चाहिए क्यों नहीं बता रहा क्योंकि इसे लोगों को शास्त्रों के ज्ञान से दूर रखना है और आदमी को जाति भेदभाव छुआछूत धर्म के विरुद्ध लड़ाई झगड़ा करवाना यही है इनका धर्म है संत रामपाल जी महाराज सभी को एक कर रहे हैं और यह लोगों को धर्म के नाम पर लड़ा रहे हैं इस पुस्तक में ऐसा क्या लिखा है आप लोग खुद इस पुस्तक को ऑर्डर करें पढ़ें उसके बाद ही इस पुस्तक के बारे में कुछ कमेंट करना कि इसमें क्या गलत है यह पुस्तक पूरी तरह से शास्त्रों से आधारित है जो ब्राह्मण हम लोगों को जिस ज्ञान से अभी तक दूर रखे हैं वह ज्ञान इसमें है भजन-कीर्तन करने मात्र से क्या भगवान खुश हो जायेंगे? भगवान को प्रसन्न करने का वास्तविक मंत्र कौनसा है? जानने के लिए पढ़िए पुस्तक 👉 "ज्ञान गंगा" 👇👇 संत रामपाल जी द्वारा लिखित पुस्तक "GYAN GANGA" पूर्णतः निःशुल्क प्राप्त करने हेतु नीचे LINK पर जाकर ऑर्डर करें ⤵️ https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLScUYKJiGmp9lRZA4tQf3KEB-1APibbPYoU70lPHozW3SQyVMg/viewform?usp=sf_link संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा प्राप्त करने के लिए या अपने नजदीकी नामदीक्षा केंद्र का पता करने के लिए हमे +91 82228 80541 नंबर पर कॉल करें ब्रह्मा विष्णु महेश की मृत्यु होती है पढ़ो देवी पुराण श्रीमद् भागवत गीता में खुद स्वयं कृष्ण भगवान कहता है अर्जुन तेरे और मेरे बहुत से जन्म हो चुके हैं जिसे तू नहीं जानता मैं जानता हूं1
- *_हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े🙏_* https://chat.whatsapp.com/Jz5nOqN3ekqCmkjIHUDaKV?mode=ems_qr_c1
- अमर शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस के अवसर पर पत्थर खान मे सर्व आदिवासी समाज ने अपने ईस्ट देव को किया याद और हुवे विभिन्न आयोजन रविवार की रात 10:30 पर बिल्हा ब्लॉक सर्व आदिवासी समाज ब्लॉक अध्यक्ष महा सिंह नेताम जी द्वारा जारी किये गए प्रेस विज्ञप्ति से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह जी के बलिदान दिवस एवं पेंनाजली सभा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज परिक्षेत्र दक्षिण बिल्हा, द्वारा आयोजित किया गया जिसमें आदिवासी समाज द्वारा अपने ईष्ट देव प्रकृति शक्ति का पुजा अर्चना कर गोंडवाना भवन पेन ठाना पत्थरखान भाठा से अमर शहीद वीर नारायण सिंह जी चौक बिल्हा तक कलश शोभायात्रा निकाला गया तत्पश्चात कलश शोभायात्रा शहीद वीर नारायण सिंह जी चौक से वापस गोंडवाना भवन बढादेव ठाना में समापन हुआ उसके बाद अतिथियों एवं समाज प्रमुखों का स्वागत अभिनन्दन पीला चावल गमछा बुके हार से किया गया इसके बाद अतिथियों द्वारा बारी बारी से दुर दराज से आए हुए सगा समाज को संबोधित किया गया संबोधन में अतिथियों ने स्वरोजगार,शिक्षा स्वास्थ्य में ध्यान देने के लिए बोला तथा संवैधानिक अधिकार के हनन जल जंगल जमीन को पुजीपतियो उद्योग पतियों द्वारा शासन प्रशासन से मिली भगत कर लुटने से बचाने के लिए एकजुट होकर लड़ने लिए अपील किया गया है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पौसरी चक अध्यक्ष तिरुमाल ढेलूराम ध्रुव जी,खम्हारडीह चक अध्यक्ष तिरुमाल शिवराम मरावी जी,हिररी चक अध्यक्ष तिरुमाल प्रेम सागर मरकाम जी मुरकुटा चक अध्यक्ष तिरुमाल धनुष मरावी जी,रहगी चक अध्यक्ष संतोष चेचाम जी,सारधा चक अध्यक्ष तिरुमाल शेलेष जगत जी पिरैया चक अध्यक्ष तिरुमाल परदेशी खुसरो जी कार्यक्रम की अध्यक्षता तिरुमाल भूपेंद्र सिंह मरकाम जी ब्लॉक अध्यक्ष बिल्हा महासिंह नेताम जी ब्लॉक अध्यक्ष बिल्हा युवा प्रभार ने किया कार्यक्रम में आदिवासी समाज के लगभग 80 गांवों से 2000 लोग शामिल हुआ कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष शिवनारायण चेचाम जी, मुंगेली जिलाध्यक्ष विरेन्द्र मरावी जी,राकेश राज,लक्ष्मण मरावी,तुलसी जगत,महरा मरावी महा सिंह मरावी,ऊत्तरा मरकाम रमेश मरकाम जी आदि का गरिमा उपस्थित था1
- पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा में चारों वेदों 18 पुराण और गीता का सारांश है इस पुस्तक का विरोध करने वाले को जेल होना चाहिए जो ब्राह्मण हमें जिस ज्ञान से अनभिज्ञ रखे हैं उसे ज्ञान को इस पुस्तक में लिखा गया है उसको भी यह गलत बताकर समाज को गुमराह कर रहा है और भगवान का दोषी हो रहा है यदि पुस्तक का ज्ञान गलत है तो गलत लिखने वाला को तो भगवान सजा देगा इंसान क्या सजा दे सकता है1
- *_हमारे व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े🙏_* https://chat.whatsapp.com/Jz5nOqN3ekqCmkjIHUDaKV?mode=ems_qr_c1