सहारनपुर स्कूल कांड: छेड़छाड़ शिकायत पर विवाद, वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी --- "सच तक पत्रिका न्यूज" संवाददाता: दीपक विश्वकर्मा, जबलपुर दिनांक: 5 सितंबर 2025 --- ↪️ परिचय उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गंगोह थाना क्षेत्र में एक पब्लिक स्कूल से जुड़ी घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। एक वायरल वीडियो के जरिए सामने आई इस घटना में कक्षा 8 की एक छात्रा के पिता की कथित पिटाई का दावा किया जा रहा है, जो छेड़छाड़ की शिकायत को लेकर स्कूल पहुंचे थे। यह घटना 1 सितंबर 2025 को हुई, और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने स्कूल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सच तक पत्रिका न्यूज इस मामले की हर बारीकी को जांचते हुए आपको तथ्यों के साथ अपडेट दे रहा है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। --- ↪️ घटना का पूरा विवरण 👇 --- पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गंगोह के एक पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 8 की छात्रा ने अपने माता-पिता को बताया कि स्कूल का एक कक्षा 10 का छात्र उसे परेशान कर रहा था, जिसमें छेड़छाड़ की शिकायत भी शामिल हो सकती है। इसकी जानकारी मिलने के बाद पिता ने 1 सितंबर 2025 को अपनी पत्नी और बेटे के साथ स्कूल जाकर प्रिंसिपल से शिकायत की। --- हालांकि, परिजनों का दावा है कि प्रिंसिपल ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और कथित तौर पर बाहर से कुछ लोगों को बुलाकर पिता को कमरे में बंद कर पीटा। वीडियो में पिता का जबड़ा फटा हुआ और मुंह से खून बहता दिखाई दे रहा है। परिवार का कहना है कि इस दौरान उनकी पत्नी और बेटी को भी धमकाया गया। वीडियो बनाने की कोशिश में बेटे का मोबाइल भी छीनने की कोशिश हुई। --- दूसरी ओर, स्कूल प्रशासन का कहना है कि 29 अगस्त 2025 को उन्हें छात्र-छात्रा के बीच गलत व्यवहार की जानकारी मिली थी, जिसके बाद लड़के को स्कूल से निष्कासित कर दिया गया और परिजनों को सूचित किया गया। प्रिंसिपल की पत्नी ने आरोप लगाया कि परिजनों ने 1 सितंबर को स्कूल में हंगामा किया और उनके पति पर हमला किया, जिससे उनके कपड़े फट गए। दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में तहरीर दी गई है, और पुलिस जांच जारी है। सहारनपुर के एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि छेड़छाड़ की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन वीडियो और बयानों की जांच की जा रही है। --- ↪️ वायरल वीडियो का सच 👇 --- सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक व्यक्ति को लहूलुहान हालत में देखा जा सकता है, जिसे पीटे जाने का दावा किया जा रहा है। यह वीडियो X पर @GBNToday और @nair_nandu08 जैसे हैंडल्स पर ट्रेंड कर रहा है। हालांकि, वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि अभी नहीं हुई है, और पुलिस इसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेज सकती है। यह वीडियो 4 सितंबर 2025 तक लाखों व्यूज पार कर चुका है, जिसने इस मुद्दे को राष्ट्रीय चर्चा का विषय बना दिया है। --- ↪️ दोनों पक्षों के दावे --- परिजनों का पक्ष: पिता ने कहा, "मेरी बेटी का उत्पीड़न हो रहा था, लेकिन स्कूल ने सुनवाई नहीं की। प्रिंसिपल ने गुंडों से पिटवाया।" छात्रा ने दावा किया, "लड़का मुझे परेशान करता था, पापा को बचाने की कोशिश की।" --- स्कूल प्रशासन का पक्ष: प्रिंसिपल ने कहा, "हमने लड़के को निकाल दिया था। परिजनों ने हमला किया और हंगामा मचाया।" उनकी पत्नी ने आरोप लगाया, "परिजनों ने मेरे पति को पीटा और कपड़े फाड़े।" --- पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए हैं, और जांच से सच्चाई सामने आएगी। --- ↪️ उठते सवाल और चर्चा 👇 --- यह घटना कई गंभीर सवाल खड़ी करती है। आइए, कुछ प्रमुख सवालों पर नजर डालें: --- 1) क्या स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित है? चर्चा: छेड़छाड़ की शिकायतें अक्सर अनसुनी हो जाती हैं। स्कूलों में सख्त नीतियां और CCTV जरूरी हैं, लेकिन शिक्षकों की संवेदनशीलता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। --- 2️⃣ प्रिंसिपल पर गुंडागर्दी के आरोप सही हैं? चर्चा: अगर प्रिंसिपल ने वाकई गुंडे बुलाए, तो यह गंभीर अपराध है। जांच में वीडियो सबूत अहम होंगे। दूसरी ओर, अगर परिजनों ने हमला किया, तो उनका गुस्सा जायज था या नहीं, यह भी देखना होगा। --- 3️⃣ पुलिस की जांच पर भरोसा किया जा सकता है? चर्चा: एसपी ने तटस्थ रुख अपनाया है, लेकिन प्रभावशाली लोगों का दबाव पड़ सकता है। जनता की निगरानी और पारदर्शिता जरूरी है। --- 4️⃣ जबलपुर से इस खबर का कनेक्शन क्या है? चर्चा: सच तक पत्रिका न्यूज जabalपुर से संचालित है और राष्ट्रीय स्तर पर सच्चाई लाने का प्रयास कर रहा है। यह दिखाता है कि ऐसी घटनाएं किसी भी क्षेत्र में हो सकती हैं। --- 5️⃣ स्कूलों में माता-पिता की शिकायतों के लिए क्या प्रणाली हो? चर्चा: स्कूलों में हेल्पलाइन और शिकायत सेल बनाना चाहिए, ताकि हिंसा से बचा जा सके। --- ↪️निष्कर्ष और अपील यह घटना स्कूलों में सुरक्षा और जवाबदेही की कमी को उजागर करती है। चाहे परिजनों का दावा सही हो या स्कूल का, इस तरह की हिंसा स्वीकार्य नहीं है। *सच तक पत्रिका न्यूज* मांग करता है कि पुलिस निष्पक्ष जांच करे, वीडियो की सत्यता जांचे, और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। --- ✒️ संवाददाता - दीपक विश्वकर्मा जबलपुर, --- 📲 संपर्क करें - अपनी खबर, विज्ञापन या वीडियो हमें भेजें! 👇 --- *सच तक पत्रिका न्यूज* आपके साथ हर खबर और विचार साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि आपके पास कोई महत्वपूर्ण खबर, विज्ञापन, या वीडियो है जिसे आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो निम्न तरीकों से संपर्क करें: ईमेल: sachtakpatrikanews@gmail.com व्हाट्सएप: +91-7692891111 हम आपकी जानकारी को सत्यापित करने के बाद प्रकाशित करेंगे। आपकी गोपनीयता और विश्वसनीयता हमारी प्राथमिकता है। आज ही संपर्क करें और अपनी आवाज को बुलंद करें! नोट: कृपया केवल सत्य और प्रामाणिक जानकारी भेजें।
सहारनपुर स्कूल कांड: छेड़छाड़ शिकायत पर विवाद, वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी --- "सच तक पत्रिका न्यूज" संवाददाता: दीपक विश्वकर्मा, जबलपुर दिनांक: 5 सितंबर 2025 --- ↪️ परिचय उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गंगोह थाना क्षेत्र में एक पब्लिक स्कूल से जुड़ी घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। एक वायरल वीडियो के जरिए सामने आई इस घटना में कक्षा 8 की एक छात्रा के पिता की कथित पिटाई का दावा किया जा रहा है, जो छेड़छाड़ की शिकायत को लेकर स्कूल पहुंचे थे। यह घटना 1 सितंबर 2025 को हुई, और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने स्कूल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सच तक पत्रिका न्यूज इस मामले की हर बारीकी को जांचते हुए आपको तथ्यों के साथ अपडेट दे रहा है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। --- ↪️ घटना का पूरा विवरण 👇 --- पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गंगोह के एक पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 8 की छात्रा ने अपने माता-पिता को बताया कि स्कूल का एक कक्षा 10 का छात्र उसे परेशान कर रहा था, जिसमें छेड़छाड़ की शिकायत भी शामिल हो सकती है। इसकी जानकारी मिलने के बाद पिता ने 1 सितंबर 2025 को अपनी पत्नी और बेटे के साथ स्कूल जाकर प्रिंसिपल से शिकायत की। --- हालांकि, परिजनों का दावा है कि प्रिंसिपल ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और कथित तौर पर बाहर से कुछ लोगों को बुलाकर पिता को कमरे में बंद कर पीटा। वीडियो में पिता का जबड़ा फटा हुआ और मुंह से खून बहता दिखाई दे रहा है। परिवार का कहना है कि इस दौरान उनकी पत्नी और बेटी को भी धमकाया गया। वीडियो बनाने की कोशिश में बेटे का मोबाइल भी छीनने की कोशिश हुई। --- दूसरी ओर, स्कूल प्रशासन का कहना है कि 29 अगस्त 2025 को उन्हें छात्र-छात्रा के बीच गलत व्यवहार की जानकारी मिली थी, जिसके बाद लड़के को स्कूल से निष्कासित कर दिया गया और परिजनों को सूचित किया गया। प्रिंसिपल की पत्नी ने आरोप लगाया कि परिजनों ने 1 सितंबर को स्कूल में हंगामा किया और उनके पति पर हमला किया, जिससे उनके कपड़े फट गए। दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में तहरीर दी गई है, और पुलिस जांच जारी है। सहारनपुर के एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि छेड़छाड़ की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन वीडियो और बयानों की जांच की जा रही है। --- ↪️ वायरल वीडियो का सच 👇 --- सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक व्यक्ति को लहूलुहान हालत में देखा जा सकता है, जिसे पीटे जाने का दावा किया जा रहा है। यह वीडियो X पर @GBNToday और @nair_nandu08 जैसे हैंडल्स पर ट्रेंड कर रहा है। हालांकि, वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि अभी नहीं हुई है, और पुलिस इसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेज सकती है। यह वीडियो 4 सितंबर 2025 तक लाखों व्यूज पार कर चुका है, जिसने इस मुद्दे को राष्ट्रीय चर्चा का विषय बना दिया है। --- ↪️ दोनों पक्षों के दावे --- परिजनों का पक्ष: पिता ने कहा, "मेरी बेटी का उत्पीड़न हो रहा था, लेकिन स्कूल ने सुनवाई नहीं की। प्रिंसिपल ने गुंडों से पिटवाया।" छात्रा ने दावा किया, "लड़का मुझे परेशान करता था, पापा को बचाने की कोशिश की।" --- स्कूल प्रशासन का पक्ष: प्रिंसिपल ने कहा, "हमने लड़के को निकाल दिया था। परिजनों ने हमला किया और हंगामा मचाया।" उनकी पत्नी ने आरोप लगाया, "परिजनों ने मेरे पति को पीटा और कपड़े फाड़े।" --- पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए हैं, और जांच से सच्चाई सामने आएगी। --- ↪️ उठते सवाल और चर्चा 👇 --- यह घटना कई गंभीर सवाल खड़ी करती है। आइए, कुछ प्रमुख सवालों पर नजर डालें: --- 1) क्या स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित है? चर्चा: छेड़छाड़ की शिकायतें अक्सर अनसुनी हो जाती हैं। स्कूलों में सख्त नीतियां और CCTV जरूरी हैं, लेकिन शिक्षकों की संवेदनशीलता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। --- 2️⃣ प्रिंसिपल पर गुंडागर्दी के आरोप सही हैं? चर्चा: अगर प्रिंसिपल ने वाकई गुंडे बुलाए, तो यह गंभीर अपराध है। जांच में वीडियो सबूत अहम होंगे। दूसरी ओर, अगर परिजनों ने हमला किया, तो उनका गुस्सा जायज था या नहीं, यह भी देखना होगा। --- 3️⃣ पुलिस की जांच पर भरोसा किया जा सकता है? चर्चा: एसपी ने तटस्थ रुख अपनाया है, लेकिन प्रभावशाली लोगों का दबाव पड़ सकता है। जनता की निगरानी और पारदर्शिता जरूरी है। --- 4️⃣ जबलपुर से इस खबर का कनेक्शन क्या है? चर्चा: सच तक पत्रिका न्यूज जabalपुर से संचालित है और राष्ट्रीय स्तर पर सच्चाई लाने का प्रयास कर रहा है। यह दिखाता है कि ऐसी घटनाएं किसी भी क्षेत्र में हो सकती हैं। --- 5️⃣ स्कूलों में माता-पिता की शिकायतों के लिए क्या प्रणाली हो? चर्चा: स्कूलों में हेल्पलाइन और शिकायत सेल बनाना चाहिए, ताकि हिंसा से बचा जा सके। --- ↪️निष्कर्ष और अपील यह घटना स्कूलों में सुरक्षा और जवाबदेही की कमी को उजागर करती है। चाहे परिजनों का दावा सही हो या स्कूल का, इस तरह की हिंसा स्वीकार्य नहीं है। *सच तक पत्रिका न्यूज* मांग करता है कि पुलिस निष्पक्ष जांच करे, वीडियो की सत्यता जांचे, और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। --- ✒️ संवाददाता - दीपक विश्वकर्मा जबलपुर, --- 📲 संपर्क करें - अपनी खबर, विज्ञापन या वीडियो हमें भेजें! 👇 --- *सच तक पत्रिका न्यूज* आपके साथ हर खबर और विचार साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि आपके पास कोई महत्वपूर्ण खबर, विज्ञापन, या वीडियो है जिसे आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं, तो निम्न तरीकों से संपर्क करें: ईमेल: sachtakpatrikanews@gmail.com व्हाट्सएप: +91-7692891111 हम आपकी जानकारी को सत्यापित करने के बाद प्रकाशित करेंगे। आपकी गोपनीयता और विश्वसनीयता हमारी प्राथमिकता है। आज ही संपर्क करें और अपनी आवाज को बुलंद करें! नोट: कृपया केवल सत्य और प्रामाणिक जानकारी भेजें।
- Razi AhmadAraria, Biharyogi jee ko dikhai naon 11 September
- MadhuKishanpur, Supaulश्रध पऔधपटवधप श्र पए नश्रधप प ेधपश्रध। शश्रश्रधश्रध पए एधऋप पए पए एवं एधटेध ध पऊपधपपपपणप प श्र धप ेधएधए धश्रश्रध ऐश्रपधपप पटध एएएएश्रश्रधेधेए पासश्रेपएश्रधशश्रश्रृश्रपपपटए धधेधश्ध ए धपटएटनपधश्रप नपुंसकतटश्रटश्रनप श्रपपधेपश्रon 11 September
- MadhuKishanpur, SupaulfFfटटश्रधऋम ऋवधएधAtatश्र ऋश्र धश्रon 11 September
- Madan PariharMungaoli, Ashoknagarमानसून की जरूरत मानसून के पास मेरा गांव की लड़की नंदिनी परिहार नाम की लापताon 11 September
- Sanoj Kumar ramBiharmadrachod ki jail karoon 11 September
- SapnaKorba, Chhattisgarhprincipal ko pad se Hata Do jail mein Dal Doon 11 September
- RAKESH SHARMA FARIDPURFaridpur, Bareillyschool seel karna doon 11 September
- 🔴 छत्तीसगढ़: नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन, रैली में बड़ा हादसा टला — VIDEO वायरल 》 छत्तीसगढ़ में नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान निकाली गई रैली में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब सिहावा विधायक अंबिका मरकाम और पूर्व विधायक लेख राम साहू अचानक सड़क पर गिर पड़े। 》 📹 घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। --- 📌 क्या है पूरा मामला? जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस कार्यकर्ता नेशनल हेराल्ड केस के विरोध में भाजपा कार्यालय की ओर मार्च कर रहे थे। रैली के दौरान नेताओं के हाथ में बैनर था, तभी अचानक बैनर में पैर फंस गया। 》 👉 संतुलन बिगड़ने से सिहावा विधायक अंबिका मरकाम पूर्व विधायक लेख राम साहू दोनों सड़क पर गिर पड़े। --- ⚠️ बड़ा हादसा टला गनीमत रही कि गिरने से दोनों नेताओं को कोई गंभीर चोट नहीं आई। मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने तुरंत उन्हें संभाला और रैली आगे बढ़ाई गई। --- 🗣️ राजनीतिक माहौल गरम नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर पहले से ही प्रदेश में सियासी माहौल गरम है। कांग्रेस इस कार्रवाई को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रही है, जबकि भाजपा इसे कानूनी प्रक्रिया करार दे रही है। --- 📌 वीडियो क्यों हो रहा वायरल? रैली के बीच अचानक गिरने का दृश्य वरिष्ठ नेताओं का सड़क पर गिरना सुरक्षा और अव्यवस्था पर सवाल इन्हीं वजहों से यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। --- ❓ आपकी राय क्या है? क्या ऐसे प्रदर्शनों में सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर होनी चाहिए? 》 👇 कमेंट में अपनी राय ज़रूर लिखें। --- 📰 Sach Tak Patrika News ✒️ संवाददाता दीपक विश्वकर्मा जबलपुर, : 🗣️ “हमारी सबसे बड़ी ताकत — सच ही हमारी ताकत है।”1
- महात्मा गांधी रोजगार गारंटी से छेड़छाड़ का विरोध, पीर बाबा में सपा का प्रदर्शन कटनी। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना को कमजोर करने और उसके मूल स्वरूप से छेड़छाड़ के विरोध में समाजवादी पार्टी ने पीर बाबा स्थित कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इस विरोध का नेतृत्व समाजवादी पार्टी की कटनी जिला अध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. खान ने किया। डॉ. खान ने कहा कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना गांव, खेत और गरीब मजदूरों के लिए जीवनरेखा है, लेकिन शासन द्वारा इस योजना को बंद करने या अलग-अलग नामों में बदलने से इसका वास्तविक लाभ कटनी जिले की जनता को नहीं मिल पा रहा है। खेत-मजदूर आज भी काम और मजदूरी के लिए परेशान हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लगातार पुरानी और सफल योजनाओं को समाप्त कर नई योजनाओं की घोषणाएं कर रही है, जबकि ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस परिणाम दिखाई नहीं दे रहा। गांधीवादी सोच पर आधारित योजनाएं समाज को आत्मनिर्भर बनाती हैं, और इन्हें कमजोर करना सामाजिक न्याय के खिलाफ है। इस दौरान “गांधीवाद जिंदाबाद” के नारे लगाए गए और शासन की नीतियों को किसान-मजदूर विरोधी बताया गया। समाजवादी पार्टी ने मांग की कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना को पूरी क्षमता के साथ लागू किया जाए, ताकि गांवों में रोजगार मिले, पलायन रुके और समाज सशक्त हो। पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि योजना को कमजोर करने की कोशिशें बंद नहीं हुईं, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।1
- 😳 “Kirti ko pehli baar dekha… aur dimag ne seedha logout kar liya 😂” First look ka effect bhai, control hi nahi hua 🤣 . . . #PehliBaarDekha #KirtiEffect 😂 #FirstLookReaction #ComedyReel #DesiComedy #FunnyMoment #ReelLife #ViralReel #TrendingReels #HasnaManaHai #ComedyVideo #IndianComedy #ReelsIndia #InstaFunny #MoodOffToOn1
- “हम मर जाएंगे, लेकिन अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे” — दमोह के आदिवासियों की आख़िरी आवाज़1
- देखे बिजली की अवैध वसूली के प्रमाण पूरा यूट्यूब चैनल पर जाकर वीडियो देख सकते हैं आप इस प्रकार उनकी अवैध वसूली रोकी जा सकती है1
- प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर बिहार का युवा रील पर रील बना रहा है ना कोई कानून ना कोई ट्रैफिक नियम ना जान की फ़िक्र सब दावं पर लगा रहा है जब प्रधानमंत्री ही रील बनाने को कहेंगे कोई युवा बेरोजगार और क्या करेगा1
- *जैविक हाट बाजार पर उठे सवाल, एक परिवार फूड पॉइजनिंग का शिकार* कटनी – जिला अस्पताल कटनी के सामने नगर निगम सब्जी मार्केट में शुरू किए गए जैविक एवं प्राकृतिक हाट बाजार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं। जैविक हाट से खरीदे गए खाद्य पदार्थों के सेवन के बाद एक ही परिवार के चार सदस्य फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। गौरतलब है कि जैविक एवं प्राकृतिक हाट बाजार का शुभारंभ मंगलवार 9 दिसंबर को दोपहर 12.30 बजे किया गया था। इस अवसर पर जिले के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। इस हाट बाजार में जिले के जैविक और प्राकृतिक खेती करने वाले किसान हर मंगलवार अपने उत्पादों का विक्रय करते हैं। दावा किया गया था कि यहां उपलब्ध उत्पाद स्वाद, पौष्टिकता और गुणवत्ता में बेहतर होंगे। लेकिन दूसरे ही मंगलवार, 16 दिसंबर को होटल व्यवसायी विकास साहू ने जैविक हाट बाजार से कोदो का आटा (1 किलो) और कुटकी का आटा (500 ग्राम) खरीदा। परिवार द्वारा कोदो के आटे की रोटी खाने के बाद 18 दिसंबर को विकास साहू, उनकी पत्नी और दोनों बेटियों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सभी को उल्टी-दस्त और पेट दर्द जैसी समान समस्याएं हुईं, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़ित परिवार की बेटी, अधिवक्ता साक्षी साहू ने बताया कि कोदो के आटे की रोटी खाने के करीब दो घंटे बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उस समय वह जिला न्यायालय में थीं और उन्होंने अपने पिता को फोन पर इसकी जानकारी दी। इसके बाद पिता ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं घर पर मौजूद विकास साहू की पत्नी और छोटी बेटी की भी तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें भी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। परिवार का आरोप है कि फूड पॉइजनिंग का कारण जैविक हाट से खरीदा गया कोदो का आटा ही है। विकास साहू के पास आटा खरीदने का बिल भी मौजूद है। इस घटना के बाद जैविक और प्राकृतिक हाट बाजार में बिकने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और जांच प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जैविक हाट में विक्रय से पहले खाद्य सामग्री की नियमित जांच और प्रमाणन जरूरी है, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की गंभीर समस्या का सामना न करना पड़े।1
- अत्याचार राहत – तत्काल प्रार्थना अनुरोध छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर जिले की अंतागढ़ तहसील के अमाबेड़ा गांव में एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। गांव के एक पादरी एवं स्थानीय पंचायत प्रमुख (सरपंच) राजमन सलाम के पिता का निधन हो गया। उनके पिता ईसाई धर्म को नहीं मानते थे। इस कारण, गांव के मुखिया होने के नाते राजमन ने स्थानीय निकाय से अनुरोध किया कि गांव की परंपराओं के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाए और अंत में हमें बुला लिया जाए, ताकि हम केवल शव पर मिट्टी डाल सकें। इस पर एक स्थानीय व्यक्ति ने आपत्ति जताई। तब पादरी राजमन ने कहा कि यदि आपत्ति है तो कोई समस्या नहीं, वे शव को ले जाकर अपने धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कर देंगे। परिवार और चर्च के सदस्यों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। लेकिन 17 तारीख को, पहले आपत्ति जताने वाले उसी व्यक्ति के नेतृत्व में कुछ अन्य ग्रामीणों ने मिलकर शव को कब्र से निकालने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पादरी से शव को बाहर निकालने की अनुमति देने का अनुरोध किया। पादरी ने इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया, जिसके बाद स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई। इस झड़प में कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। वर्तमान में गांव का माहौल बेहद तनावपूर्ण है। हम सभी विश्वासियों से शांति, सुरक्षा और न्याय के लिए प्रार्थना करने का विनम्र अनुरोध करते हैं।1