अयोध्या (रूदौली तहसील ) *आखिर क्या चाहते है लोग जनता का कार्य न करे उपजिलाधिकारी विकाश दुबे करे खानापूर्ति शोसल मीडिया पर उपजिलाधिकारी विकाश दुबे के पक्ष में जनता ने किया हजारों पोस्ट लोगो ने किया पोस्ट बहुत दिनों बाद मिला ईमानदार अफसर अगर गलत तरीके से हटाया तो परिणाम भुगतना होगा आखिर क्यो नही पच पा रहा है sdm विकाश दुबे का ईमानदार होना या कुछ बात और रूदौली में शत्रु संपत्ति एवम सरकारी जमीनों पर कई दबंगो एवम प्रॉपर्टी डीलरों का कब्जा कही कब्जा मुक्त होने की सुरुवात की विकाश दुबे ने कई सरकारी जमीनों को कराया कब्जा मुक्त ---------------------------------------------------------- विधायक राम चन्दर यादव का रूदौली के ईमानदार उपजिलाधिकारी विकाश दुबे के खिलाफ की गई एक सिकायत ने जनता में भूचाल मचा दिया शोशल मीडिया पर हर तरफ विकाश दुबे के ईमानदारी के चर्चे हो रहे है लोग पोस्ट को इतना ट्रोल कर रहे कि बहुत दिनों बाद एक ईमानदार उपजिलाधिकारी आया जो दिन रात जनता को सुन कर न्याय कर रहा है वह भी लोगो को हजम नही हो रहा है आखिर किसलिये पोस्ट होते है उपजिलाधिकारी तहसीलों में क्या जनता का दोहन करे और सिक्के की खनक बटोरे और ऊपर तक बंदर बांट करें विकाश दुबे ने रूदौली तहसील के चार्ज लेते है साफ शब्दों में सन्देश दे दिया था कि तहसील के कर्मचारी घूश लेना बंद कर दे अगर लिया तो कार्यवाही होगी वही खनन माफिया और भू माफिया को सख्त लहजे में चेतवानी भी दी थी अगर गलत किया तो नपोगे जिस पर भी विकाश दुबे ने कड़ी कार्यवाही की सुरुवात कर दी थी विधायक राम चन्दर यादव के दावे में कितनी सच्चाई उनका आरोप की 9/8/25 को बाढ़ पीड़तों के लिए राशन बाटना था जिसपर कई घण्टे इंतजार करने के बाद विकाश दुबे नही आये न ही राशन का सामग्री उन्हें मुहैया कराई गई और उपजिलाधिकारी कार्यालय सभागार से उनके बोर्ड एवम कुर्शी हटवा दी गयी आपकी सिकायत पर भी कार्यवाही होनी चाहिए यदि दावे सही है तो विधायक जी आप और उपजिलाधिकारी विकाश दुबे जी दोनों लोग जनता हित एवम जनता के सही कार्य करने के लिए है दोनों को पैसा जनता के टैक्स से ही मिलता है इसमें नाराज होने वाली क्या बात है क्या राशन विकाश दुबे अपने घर उठा ले गए बाटा तो जनता में ही है कई बार ऐसा होता है कि जिलाधिकारी की मीटिंग कमीशनर की मीटिंग जनता दरबार मे जनता की शिकायत देखना बहुत से कार्य उपजिलाधिकारी के पास होते है लेट हो गया होगा इसमें कौन सी नाराजगी आख़िर कार्य तो जनता का ही कर रहे है जैसे आप जनता के कार्य हित के लिये चुनाव जीते है आपसे जनता मिलने जाय आप किसी कार्य से बाहर हो तो जनता क्या करे सिकायत कर दे बी जे पी मुख्यालय को समय है लेट लपेट सबसे होता रहता है खैर छोड़िये विधायक राम चन्दर जी आपके रूदौली तहसील क्षेत्र एवम जनपद के कई क्षेत्रों में में कई दलालों का वर्जस्व था गरीबो का शोषण और सही समय पर कार्य नही हो रहे थे बेखौफ खनन माफिया बालू मिट्टी खोद रहे थे जिसमें राजस्व का काफी क्षति हो रही थी वही भू माफियाओं ने कई शत्रु सम्प्पति और सरकारी जमीनों पर कब्जा कर लिया था जिसे कब्जा मुक्त कराने एवम खनन एवम भूमाफिया पर कार्यवाही उपजिलाधिकारी रूदौली विकाश दुबे ने सुरुवात की अब ये सब करना गलत लग रहा हो बात अलग है आपको तो सम्मानित करना चाहिए ऐसे अधिकारी को जो सरकार के नीतियो के अनुसार जनता हित मे कार्य कर रहा है आपको तो सम्मानित करना चाहिए विधायक जी एक अधिकारी जो रात्रि में पानी मे खुसकर खनन माफिया को बेखौफ पकड़ रहा है उसे क्या करना था वह भी चाहता हिस्सेदारी तय करके ac में सोता आपको सम्मानित करना चाहिए ऐसे अधिकारी को जो जनता दरबार समय के अतिरिक भी जनता को रात्रि में भी समय देता है जो जनता का हर कॉल उठाता है जनता हित मे कार्य करने वाले उपजिलाधिकारी विकाश दुबे के समर्थन में हजारों हजार लोग जनता पोस्ट कर रही है खड़ी है ये सब खरीदे नही हो सकते सबको लग रहा है कि यह अधिकारी ईमानदारी से दिन रात कार्य कर रहा है कुछ अच्छा करेगा उनकी आशा उम्मीद है क्या सब गलत है लोग कह रहे बहुत दिनो बाद ऐसे ईमानदार अधिकारी का आगमन रूदौली तहसील में हुआ है जिसे हर हाल में जाने नही देंगे एक वर्ग नही हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है ईमानदार अधिकारी विकाश दुबे को लोग कह रहे ईमानदार अधिकारी है दलालों की दाल नही गल रही है वही विकाश दुबे को शासन की तरफ से सिकायत पत्र के क्रम में 7 दिन के अंदर जबाब देने का कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है जिसका जबाब देने के उपरांत अग्रिम कार्यवाही शासन करेगा अब देखना है कि शासन जनता के हितों को ध्यान में रखता है कि नही -----------------------------------
अयोध्या (रूदौली तहसील ) *आखिर क्या चाहते है लोग जनता का कार्य न करे उपजिलाधिकारी विकाश दुबे करे खानापूर्ति शोसल मीडिया पर उपजिलाधिकारी विकाश दुबे के पक्ष में जनता ने किया हजारों पोस्ट लोगो ने किया पोस्ट बहुत दिनों बाद मिला ईमानदार अफसर अगर गलत तरीके से हटाया तो परिणाम भुगतना होगा आखिर क्यो नही पच पा रहा है sdm विकाश दुबे का ईमानदार होना या कुछ बात और रूदौली में शत्रु संपत्ति एवम सरकारी जमीनों पर कई दबंगो एवम प्रॉपर्टी डीलरों का कब्जा कही कब्जा मुक्त होने की सुरुवात की विकाश दुबे ने कई सरकारी जमीनों को कराया कब्जा मुक्त ---------------------------------------------------------- विधायक राम चन्दर यादव का रूदौली के ईमानदार उपजिलाधिकारी विकाश दुबे के खिलाफ की गई एक सिकायत ने जनता में भूचाल मचा दिया शोशल मीडिया पर हर तरफ विकाश दुबे के ईमानदारी के चर्चे हो रहे है लोग पोस्ट को इतना ट्रोल कर रहे कि बहुत दिनों बाद एक ईमानदार उपजिलाधिकारी आया जो दिन रात जनता को सुन कर न्याय कर रहा है वह भी लोगो को हजम नही हो रहा है आखिर किसलिये पोस्ट होते है उपजिलाधिकारी तहसीलों में क्या जनता का दोहन करे और सिक्के की खनक बटोरे और ऊपर तक बंदर बांट करें विकाश दुबे ने रूदौली तहसील के चार्ज लेते है साफ शब्दों में सन्देश दे दिया था कि तहसील के कर्मचारी घूश लेना बंद कर दे अगर लिया तो कार्यवाही होगी वही खनन माफिया और भू माफिया को सख्त लहजे में चेतवानी भी दी थी अगर गलत किया तो नपोगे जिस पर भी विकाश दुबे ने कड़ी कार्यवाही की सुरुवात कर दी थी विधायक राम चन्दर यादव के दावे में कितनी सच्चाई उनका आरोप की 9/8/25 को बाढ़ पीड़तों के लिए राशन बाटना था जिसपर कई घण्टे इंतजार करने के बाद विकाश दुबे नही आये न ही राशन का सामग्री उन्हें मुहैया कराई गई और उपजिलाधिकारी कार्यालय सभागार से उनके बोर्ड एवम कुर्शी हटवा दी गयी आपकी सिकायत पर भी कार्यवाही होनी चाहिए यदि दावे सही है तो विधायक जी आप और उपजिलाधिकारी विकाश दुबे जी दोनों लोग जनता हित एवम जनता के सही कार्य करने के लिए है दोनों को पैसा जनता के टैक्स से ही मिलता है इसमें नाराज होने वाली क्या बात है क्या राशन विकाश दुबे अपने घर उठा ले गए बाटा तो जनता में ही है कई बार ऐसा होता है कि जिलाधिकारी की मीटिंग कमीशनर की मीटिंग जनता दरबार मे जनता की शिकायत देखना बहुत से कार्य उपजिलाधिकारी के पास होते है लेट हो गया होगा इसमें कौन सी नाराजगी आख़िर कार्य तो जनता का ही कर रहे है जैसे आप जनता के कार्य हित के लिये चुनाव जीते है आपसे जनता मिलने जाय आप किसी कार्य से बाहर हो तो जनता क्या करे सिकायत कर दे बी जे पी मुख्यालय को समय है लेट लपेट सबसे होता रहता है खैर छोड़िये विधायक राम चन्दर जी आपके रूदौली तहसील क्षेत्र एवम जनपद के कई क्षेत्रों में में कई दलालों का वर्जस्व था गरीबो का शोषण और सही समय पर कार्य नही हो रहे थे बेखौफ खनन माफिया बालू मिट्टी खोद रहे थे जिसमें राजस्व का काफी क्षति हो रही थी वही भू माफियाओं ने कई शत्रु सम्प्पति और सरकारी जमीनों पर कब्जा कर लिया था जिसे कब्जा मुक्त कराने एवम खनन एवम भूमाफिया पर कार्यवाही उपजिलाधिकारी रूदौली विकाश दुबे ने सुरुवात की अब ये सब करना गलत लग रहा हो बात अलग है आपको तो सम्मानित करना चाहिए ऐसे अधिकारी को जो सरकार के नीतियो के अनुसार जनता हित मे कार्य कर रहा है आपको तो सम्मानित करना चाहिए विधायक जी एक अधिकारी जो रात्रि में पानी मे खुसकर खनन माफिया को बेखौफ पकड़ रहा है उसे क्या करना था वह भी चाहता हिस्सेदारी तय करके ac में सोता आपको सम्मानित करना चाहिए ऐसे अधिकारी को जो जनता दरबार समय के अतिरिक भी जनता को रात्रि में भी समय देता है जो जनता का हर कॉल उठाता है जनता हित मे कार्य करने वाले उपजिलाधिकारी विकाश दुबे के समर्थन में हजारों हजार लोग जनता पोस्ट कर रही है खड़ी है ये सब खरीदे नही हो सकते सबको लग रहा है कि यह अधिकारी ईमानदारी से दिन रात कार्य कर रहा है कुछ अच्छा करेगा उनकी आशा उम्मीद है क्या सब गलत है लोग कह रहे बहुत दिनो बाद ऐसे ईमानदार अधिकारी का आगमन रूदौली तहसील में हुआ है जिसे हर हाल में जाने नही देंगे एक वर्ग नही हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है ईमानदार अधिकारी विकाश दुबे को लोग कह रहे ईमानदार अधिकारी है दलालों की दाल नही गल रही है वही विकाश दुबे को शासन की तरफ से सिकायत पत्र के क्रम में 7 दिन के अंदर जबाब देने का कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है जिसका जबाब देने के उपरांत अग्रिम कार्यवाही शासन करेगा अब देखना है कि शासन जनता के हितों को ध्यान में रखता है कि नही -----------------------------------
- ब्रेकिंग अयोध्या। साकेत पुरी स्थित निर्मला हॉस्पिटल पर गंभीर लापरवाही का आरोप,गलत इंजेक्शन के ओवरडोज से मरीज की मौत,परिजनों का दावा-डिस्चार्ज से पहले दी गई दवा से अचानक बिगड़ी हालत,नाड़ी गिरने के बाद मरीज को लखनऊ रेफर किया गया, रास्ते में हालत हुई नाज़ुक,सोशल मीडिया पर स्टाफ का वीडियो वायरल, ओवरडोज की कथित स्वीकारोक्ति का दावा ‘परिजनों ने मुख्यमंत्री व प्रशासन से अस्पताल सील कर कड़ी कार्रवाई की मांग की, अयोध्या कोतवाली क्षेत्र का मामला।1
- फैजाबाद बार एसोसिएशन में 2026 की बार काउंसलिंग की तैयारियां जोरों पर1
- आओ चले अपने बीएलओ का सम्मान करें जागो भारतवासियों से खास अपील है कि बीएलओ S,I,R, फार्म भरने जा रहे हैं गांव गांव कस्बा में आपके घर घर बीएलओ का सम्मान करे आप SIR फार्म भर कर अपने BLO को जमा करे,, देखे गांव गांव कस्बा में और आपके घर घर बीएलओ जा रहे हैं आप SIR फार्म भर कर अपने BLO को समय पर जमा करें क्योंकि बीएलओ इस समय दिन रात सुबह से शाम तक S,I,R, फार्म भर रहे हैं आपका कार्य कर रहे हैं तुरंत फार्म भरे BLO को सम्मान करे,।। निर्वाचन आयोग ने 26 DEC 25 ,तक SIR फार्म भर कर जमा कर सकते हैं आज समय सीमा बढ़ाई गई सभी 6 राज्यों के लिए समय 26 DEV 25 तक समय सीमा 16 दिन बढ़ाई गई* महत्वपूर्ण प्रक्रिया में देरी को देखते हुए केंद्र ने लिया बड़ा फैसला।नई डेडलाइन के निर्देश सभी राज्यों को भेजे गए।अब पूरे 6 राज्यों को कार्य पूरा करने के लिए 16 दिन का अतिरिक्त समय। ECI ने SIR की समय सीमा एक हफ्ते और बढ़ा दी है। रिपोर्टिंग Lal Chand Soni,, ।। आज सुबह टाइम्स।। ।। दिल्ली न्यूज नेटवर्क।।1
- मा.हाईकोर्ट केआदेश(डायरेक्शन )को नहीं मानते तहसीलदार( न्यायिक) - गोण्डा-ग्राम सालपुर सेमरा निवासी अरूणकुमार ने बताया कि हमारे चक के बगल गाटा सं.542 चकमार्ग के रूप में स्थित है।जिसको ग्राम के मलखान पुत्र तिलक राम व मालिक राम पुत्र बैज्जू ने पक्का मकान बनवाकर चकमार्ग पर अतिक्रमण कर लिया। के विरुद्ध चकमार्ग गाटा संख्या 542 /0.032 हेक्टर स्थित ग्राम सालपुर सेमरा परगना तहसील गोंडा तहसीलदार न्यायिक गोंडा सदर के यहां 67(1) / 115C की कार्यवाही का मुकदमा विचाराधीन है । जिसमें हाईकोर्ट का डायरेक्शन (Direction)लगा हैं। डायरेक्शन की अवधि समाप्त हुए डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी तहसीलदार न्यायिक द्वारा अतिक्रमण हटाने का आदेश नहीं किया गया। तथा अवैध कब्जेदारो से अनुचित लाभ लेकर विवादित गाटा संख्या 542 पर अवैध निर्माण नहीं हटवाया गया। जिसमें ग्राम प्रधान और हल्का लेखपाल संदीप वर्मा की भी संलिप्तता है। जिसमें ग्राम प्रधान मुन्नालाल तिवारी द्वारा खङंजा निर्माण कराया जा रहा है। मा. हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन जानबूझकर तहसील न्यायिक व सम्बंधित हल्का लेखपाल संदीप वर्मा आदि मिलकर कर रहे हैं। रिपोर्टर अजीत यादव4
- “गाड़ी वाला आया, घर से कचरा निकाल” यह गाना सिर्फ एक धुन नहीं, बल्कि भारत की रोज़मर्रा की ज़िंदगी की पहचान बन चुका है। गली-गली, शहर-शहर गूंजने वाली इस आवाज़ को हर उम्र के लोगों ने सुना है। सोशल मीडिया पर अब इस गाने से जुड़े गायक का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरान भी हैं और खुश भी। #ViralVideo #TrendingReels #IndianSongs #DailyLife #ReelIndia #GadiWala #InternetBreaks #ExplorePage1
- वन माफियाओं में नहीं वन संरक्षण का डर कट रहे प्रतिबंधित पेड़1
- दिल्ली में सांसों पर संकट, विभिन्न इलाकों में परेशान है लोग1
- *अयोध्या: निर्मला हॉस्पिटल पर गंभीर लापरवाही का आरोप, इंजेक्शन के ओवरडोज से मरीज़ की मौत; स्टाफ का वीडियो वायरल* अयोध्या। साकेतपुरी स्थित निर्मला हॉस्पिटल एक बार फिर विवादों के घेरे में है, जहाँ एक मरीज़ की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही और गलत इंजेक्शन की ओवरडोज देने का आरोप लगा है। सबसे बड़ा प्रश्न तो तब उठकर खड़ा हुआ जब इतने गंभीर प्रकरण की जानकारी होने के बावजूद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम तक कराए जाने की जहमत नहीं उठाई। मरीज़ के शोकाकुल परिजनों ने अस्पताल स्टाफ की चूक को मौत का कारण बताते हुए मुख्यमंत्री और स्थानीय प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह सनसनीखेज मामला अयोध्या कोतवाली क्षेत्र का है। परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, मरीज़ को अस्पताल से डिस्चार्ज किए जाने से ठीक पहले एक दवा या इंजेक्शन दिया गया था। परिजनों का दावा है कि यह दवा ओवरडोज में दी गई, जिसके तत्काल बाद मरीज़ की हालत बिगड़नी शुरू हो गई। देखते ही देखते, मरीज़ की नाड़ी (पल्स) तेजी से गिरने लगी, जिसके बाद अस्पताल में अफरातफरी मच गई। हालात नियंत्रण से बाहर होते देख, अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में मरीज़ को लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते समय रास्ते में ही मरीज़ की हालत और अधिक नाज़ुक हो गई और उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद, हॉस्पिटल स्टाफ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। परिजनों का दावा है कि इस वीडियो में अस्पताल के स्टाफ द्वारा अनजाने में ही सही, लेकिन मरीज़ को ओवरडोज दिए जाने की बात को कथित रूप से स्वीकार किया गया है। न्याय की मांग करते हुए, पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से तत्काल इस लापरवाही का संज्ञान लेने की अपील की है। उन्होंने माँग की है कि निर्मला हॉस्पिटल को सील किया जाए और इस लापरवाही के जिम्मेदार सभी दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी और दंडात्मक कार्रवाई की जाए।1